ललित शर्मा का नमस्कार, कहने के लिए तो भारत में मीडिया स्वतंत्र है और अभिव्यक्ति की पूरी आज़ादी है लेकिन क्या सरकारें और प्रशासन अपनी निंदा बर्दाश्त कर पाते हैं?अगर सर्च इंजिन गूगल की मानें तो उत्तर होगा, नहीं.गूगल की 'ट्रांसपरेंसी रिपोर्ट' के मुताबिक़ छह महीनों में प्रशासन और यहाँ तक कि अदालतों की ओर से भी गूगल से कई बार कहा गया कि वे मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों की आलोचना करने वाले रिपोर्ट्स, ब्लॉग और यू-ट्यूब वीडियो को हटा दें.जाट देवता जा रहे हैं महादेव दर्शन के लिए पद यात्रा पर चवन्नी नहीं तो क्या रुपए धेले से काम चल जाएगा।बाबा का ढाबा बंद है, खाना किधर कूँ मिलेगा, इन्हे चिंता लग गयी है, बात बजूद पर आकर अटक गयी। जाट तो आखिर जाट...