सोमवार, 4 मार्च 2013

वह बजट कभी तो आएगा...ब्लॉग 4 वार्ता... संध्या शर्मा

संध्या शर्मा का नमस्कार.... 
मेहंदी प्रतिक है प्रेम का
प्रेम की सौगात है .....
चढ़ गया मेरी हथेलियों पर भी
पिया तेरा प्यार है .....
मेहंदी का रंग , रंग नहीं
तेरे प्यार का अहसास है .....
ये रंग उतरे न जीवन से मेरे
पिया तुझसे अब यही आस है ....
चढ़ गया मेरे ह्रदय पर भी
मेहंदी से हथेलियों पर जो लिखा तेरा नाम है ....
खुशबू मेहंदी की अब महके हरदम
इसकी महक से महकता अब मेरा घर संसार है ....
मेहंदी प्रतिक है प्रेम का
प्रेम की सौगात है .....
चढ़ गया मेरी हथेलियों पर भी
पिया तेरा प्यार है ......* * ..
.
जीवन भर चढ़ा रहे ये मेंहदी का रंग... शुभकामनाएँ... ..लीजिये प्रस्तुत है आज की वार्ता ...

 चुनावी पापुलिज्म की आम बजट से विदाई - * * एक जमाना था केन्द्रीय बजट के आने के पहले आमलोगों में उत्सुकता होती थी ,आम आदमी मन लगाकर रेडियो –टीवी पर सुनता-देखता था कि केन्द्र सरकार का ... वह बजट कभी तो आएगा - *वह बजट कभी तो आएगा* *वह बजट कभी तो आएगा जब रक्षा पर कम और शिक्षा पर ज्यादा खर्च किया जाएगा । पूंजीपतियों को मिलेगा ..विद्वान् जन से एक सवाल ? - काफी दिनों से एक सवाल मन में चक्कर लगा रहा था? सोच आज आपके आपसे पुछ ही लिया जाये ? भारत देश एक धार्मिक सहिष्णुता वाला देश है इसमें हर धर्म के लोग रहते ...

छोड़िये यह इधर उधर का गिला हुजूर - खाने की बात है वही जायका हो जाये पान की तमीज थूकना शहर का हो जाये। जुकाम है संगीन उनकी नाक आबदार है पोंछ कर मिलाना हाथ कहर सा हो जाये। आती है नफासत मूली...  कितना भटक गया इंसान :-( - धर्म के प्रवक्ताओं को वैज्ञानिकों से बहुत कुछ सीखना चाहिए जो कंधे से कंधा मिलाकर दुनियां और मानवता की बढ़ोत्तरी में दिन रात सहयोग की भावना से जुटे रहते हैं...फुर्सत से ... - हमें राख समझ के वो घड़ी-घड़ी छेड़ रहे थे 'उदय' जला जो हाँथ तो गलतफहमियाँ दूर हुईं उनकी ? ... बहुत तडफेंगे वो, अब इस मुलाक़ात के बाद क्यों ? ...

रंगीलो राजस्थान : मेहरानगढ़ के महलों की दुनिया (The Palaces of Mehrangarh) - मेहरानगढ़ के किले (Mehrangarh Fort) और उसके दौलतखाने (Daulatkhana) को देखने के बाद आइए आपको लिए चलते हैं उसके महलों की सैर पर। तो शुरुआत करते हैं मेहरानगढ़. ....Omkareshwar Jyotirlinga Temple ओम्कारेश्वर/ओंकारेश्वर/ओमकारेश्वर 12 ज्योतिर्लिंग में से एक मन्दिर - भारत में कुल 12 ज्योतिर्लिंग बताये जाते है। आज मैं आपको उन्हीं में से एक ओम्कारेश्वर मन्दिर के दर्शन कराने जा रहा हूँ। यह यात्रा मैंने सन 2007 के दिसम्बर .....कलकत्ते का राजभवन - *इसको देखने के लिए आम जनता को अनुमति नहीं होने के कारण देश की यह भव्य इमारत उतनी मशहूर नहीं हो सकी है जितनी प्रसिद्धि दिल्ली के राज भवन को प्राप्त है।... 

एहसास - * ** **तेरे एहसास को मैं भर लूँ बाहों में सनम * *फिज़ा में फैली है आज खुशबू तेरे प्यार की ..!! * *  ..देख धुआँ धुआँ अक्स मेरा - देख धुआँ धुआँ अक्स मेरा आज आईने ने दिखा दिया जो मुझमे से निकल गया वो सब सच दिखा दिया अब बचा है क्या मुझमे गर तू पता लगा सके तो मुझे भी आ बता जाना ना पंख...इक प्रेत बैठा है ... - इक प्रेत बैठा है इस सजायाफ्ता सीने में जैसे कोई नायाब अंगूठी फंसी हो किसी नामुनासिब नगीने में ... बड़ी बेतकल्लुफी से वह मुझे ही कहता है कि बड़ा मजा है फ़स्ल... 

सबको सुपर किड्स की चाह - उसकी उम्र कोई आठ साल सुबह सवेरे उठ स्कूल जाता है। स्कूल से लौट कर आने तक उसके म्यूजिक टीचर घर आ जाते हैं। उसके बाद उसे ट्यूशन क्लास जाना होता है। तब तक स्व..पिता, - मेरे पिता स्व०श्री - भानु प्रताप सिंह जी भदौरिया, *पिता * * **सरसी छंद * *(१६,११, कुल २७मात्राए,पदांत में दीर्घ लघु )** * * *चलते-चलते कभी न थकते...बनाता ही क्यूँ है . - *बनाता ही क्यूँ है .* *** वो अंधेरों के चिराग बुझाता ही क्यों है ख़ुदा , खुद किस्मत बनता ही क्यों है -. करते हैं पाबोसी ,सिजदा ..

 कठोरता छोड़ो और विनम्रता सीखो। - एक साधु बहुत बूढ़े हो गए थे। उनके जीवन का आखिरी क्षण आ पहुँचा। आखिरी क्षणों में उन्होंने अपने शिष्यों और चेलों को अपने पास बुलाया। जब सब शिष्य उनके पास आ ... .मकसद - गुनगुनाने का कुछ मकसद तो हो अपनेपन का कहीं ख्याल तो हो सरल होता तभी जीवन का सफर जब सोच का कोई कारण तो हो | प्रीत की है रीत यही सुहावनी ऋतु हो ...अहसास - अहसास मेरे बालों में रह रह के, महकता बादल. मेरे होंठों पे,बसने को, मचलता बादल. मेरे बाजुओं में आकर के, पिघलता बादल. मेरी पाजेब से मिलकर के, फिसलता बादल....   

दीजिये इजाज़त नमस्कार........

14 टिप्पणियाँ:

बहुत बढ़िया पठनीय लिनक्स..... धन्यवाद

उम्दा वार्ता और पर्याप्त लिंक्स हैं आज |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार संध्या जी |
आशा

बहुत दिनों के बाद वार्ता लग पाई है......... शुभकामनायें संध्या जी.

बहुत सुंदर वार्ता ..
अच्‍दे लिंक्‍स उपलब्‍ध कराने के लिए आभार !!

बहुत ही सुन्दर वार्ता दीदी बधाई

बेहतरीन लिंक्‍स संयोजित किये हैं आपने ... आभार

दीदी अदभुत शैली में लिखी वार्ता वाह

बहुत सुन्दर लिंक संजोये हैं।

बहुत सुन्दर लिंक संयोजन और इसमें मुझे भी स्थान मिला इसके लिए आभार !!

बहुत बढ़िया वार्ता प्रस्तुति ...

बहुत सुन्दर लिंक्स के साथ अपनी रचना
को इस तरह देखकर बहुत अच्छा लगा..
आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दी...
:-)

बहुत उम्दा लिंक संयोजन,मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार ,,,,संध्या जी,,!!

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