ललित शर्मा का नमस्कार, चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर ...... राज्य पूर्व के समाज : बेहतर जीवन की ओर-8 अनवरत इस श्रंखला के पिछले आलेख में मैं ने कहा था कि मनुष्य ने अपने जीवन के दो लाख वर्षों का लगभग 95 प्रतिशत काल बिना किसी राज्य व्यवस्था के बिताया ... और कि राज्य कोई ऐसी संस्था नहीं जिस के बिना मनुष्य जीवन संभ.. Mrs. Padma Sundaram, a great Hindutvavadi passed away *November 1, 2011 * *Late Mrs.P Sundaram* * * *Kartik Shukla 6, Kaliyug Varsha 5113* *From Our Correspondent : * *Mrs. Padma Sundaram, wife of former IAS officer and former associate editor of News Today,...तुम्म्हारी आँच जीवन की सर्द और स्याह रातों में भटकते भटकते आ पहुँचा था तुम तक उष्णता की चाह में और तुम्हारी ऑच जैसे धीरे धीरे समा रही है मुझमें ठीक उसी तरह जैसे धीमी ऑच पर रखा हुआ दूध जो समय...
असर अब वो मुझमें कमियाँ बताने लगा है, चाहता है या फिर सताने लगा है ? अजनबी थे तो दोनों तरफ जिंदगी थी, अब वो हर बात अपने ढंग से बताने लगा है कभी ये शर्त थी कि मुझे मेरे नाम से बुलाना, अब वो सब नाम मुझे खुद स..दिवाली के बाद :दीप सब बुझ चुके हैं तेल सब हो गए हैं ख़त्म बाती जल चुकी है आधी कैसी यह उदासी (?) *२.* सड़क के उस ओर के कुछ बच्चे सुबह सुबह बीन रहे हैं अधजले पटाखे, फुलझड़ियाँ दिन भर सुखायेंगे उन्हें शाम को होगी उन... हीरो व ऎलेक्ज़ेंड्राईट की खदानो पर अब नक्सलियों का कब्ज़ा है जिसके भरोसे राज्य को टैक्स फ्री ज़ोन बनाने का सपना देखा गया था.. छत्तीसगढ पर खनिजों के मामले में ईश्वर की विशेष कृपा है.यंहा लोहे की खदानो के अलावा पहाड भी है.चूना पत्थर भी भरपुर है और शायद ही कोई बडा सिमेंट निर्माता हो जिसका यंहा कारखाना न हो.सामरिक महत्व का खनिज टीन ...
आत्महत्याअपने चुन्नु भाई ब्लाग जगत में गुस्साये घूम रहे थे हमने पूछ लिया - " क्या हुआ चुन्नू भाई सब खैरियत तो है।" वे भड़क गये, बोले -" दवे जी पिछले साल छह लाख लोगो ने आत्म हत्या कर ली। ये बेगैरत और मर जाता तो कितना...न्यू-मीडिया : नये दौर की ज़रूरतअंतर्जाल पर भाषाई के विकास के साथ ही एक नये दौर में मीडिया ने अचानक राह का मिल जाना इस शताब्दी की सबसे बड़ी उपलब्धि है.विचारों का प्रस्फ़ुटन और उन विचारों को प्रवाह का पथ मिलना जो शताब्दी के अंत तक एक कठि...फूलों की घाटीपुष्पघाटी की एक अलसायी सुबह पुष्पगंगा के सलिल पर पौड़कर मन तिर रहा था कुहरे की परतों पर अचानक छिछलते हुए पैठ गया अन्दर। ब्रह्मकमल की भीनी ख़ुश्बू निःशब्द अतीत की गहराइयों में खोलने लगा अवगुण्ठन इस अजर अमर ...
हिन्दू गर्ल्ज कॉलेज जगाधरी में यूथ फैस्टसंस्कृति से होती है प्रदेश की पहचान: अकरम खान- -कोरियाग्राफी में हिंदू गल्र्स कालेज ने मारी बाजी-* जगाधरी। किसी भी प्रदेश की पहचान उसकी संस्कृति से होती है। युवा महोत्सव ऐसा मंच है, जहां पर युवाओं को संस्...आज का सन्देश समर्पण क्या है. आपका जीवन किसे समर्पित है. इसके विषय मे आत्म-मंथन जरुरी है. मन कहीं, तन कहीं और दिमाग कुछ और करे, तो सोचना होगा, आप किसे समर्पित है.* - *सयाने/Sensible मानव पुरुषार्थ क...दूर से लगता हूँ सही सलामतमैं इससे दूर भागता रहता हूँ कि ज़िन्दगी के बारे में सवाल पूछना कुफ्र है. ये क्या सोचते हो? ऐसे तो फिर जीना कितना मुश्किल हो जायेगा? इस सवाल को रहने दो, जब तक है, अपने काम में लगे रहो... इन गैरवाजिब बा...
हेमन्त की एक सुबह लगता है कि इस वर्ष सर्दी कहीं सोयी रह गयी है. नवम्बर शुरु हो गया लेकिन अभी सचमुच की सर्दी शुरु नहीं हुई. यूरोप में हेमन्त का प्रारम्भ सितम्बर से माना जाता है. अक्टूबर आते आते ठँठक आ ही जाती है. मौसम की भव...टुकड़ों -टुकड़ों में बँटी हुई ज़िन्दगी..टुकड़ों -टुकड़ों में बँटी हुई यह जिन्दगी | हर एक टुकड़ा मांगता है अपना हिसाब मजबूर हूँ तलाशने को , उनके लिए रोज़ , नये नये जबाब| अपने दायित्वों का, बोझ में बदल जाना | जिन्दगी की रफ़्तार को कुछ और कम...अब सिर्फ गेंदा फूल भर नहीं है रायपुरराज्योत्सव के प्रसंग पर विशेष* *-*संजय द्विवेदी * *अभिषेक बच्चन की पिछले दिनों आई फिल्म दिल्ली-6 के गाने-‘*सास** **गारी देवे **, **देवर जी समझा लेवे**, **ससुराल गेंदा फूल...**’**.* में रायपुर का भी जिक्...
एक दृश्य.......यह भी..सन्डे'की सुबह 'पॉश'- 'कालोनी' के 'फ्लैट' की 'बाल्कनी' में , जो एक लम्बा सन्नाटा बिछ जाता है........ शनिवार की रात का 'साइड -इफेक्ट' साफ़ नज़र आता है. मंथर-गति से सुगबुगाहट सी होती है, पर्दे सरकते हैं , क...ओस में लिपटी एक रात.... तुम्हारे नर्म होठों का ख्याल आज फिर चूम गया मेरे गालों को तुम्हारी भीनी-सी साँसों की आवाज़ सुबह-सुबह महका गयी मेरे बालों को तुम्हारे बदन की चांदनी रात भर गुदगुदाती रही मुझे तुम्हारी हथेली की गर्मास ह...ग्यारह साल का छत्तीसगढ़ : फेसबुक पर जनता की राय .ग्यारह साल का छत्तीसगढ़ : नाटे का नाटा अर्थात उम्र तो बढ़ गई किन्तु शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक विकास ज्यों का त्यों, आपकी क्या राय है .....
बंद मुट्ठी.... संध्या शर्माबंद मुट्ठी में लिए बैठा है,* * सपने, अपने और * * और पीपल की घनी छाँव* * नहीं समझे ना...* * समझ भी नहीं सकोगे कभी* * तुम्ही तो छोड़ आये थे* * बेच आये थे उसे* * अपनी सोने सी धरती* * मिट्टी के मोल* * **नहीं तो...इन बातों को आप जानते हैं, फिर भी दोहरा रहा हूँशल्यचिकित्सा के जनक सुश्रुत हैं। - 'सिद्धान्त शिरोमणि' के रचयिता हैं सुविख्यात भारतीय गणितज्ञा एवं ज्योतिषाचार्य भास्कराचार्य! - पृथ्वी के द्वारा सूर्य की परिक्रमा करने में लगने वाल...प्यार की जलधारा !छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर विशेषएक परीक्षा है.......जीवन ....!ये कैसी प्रक्रिया है ..... क्या मेरी प्रतिक्रिया है... समेटना ...सहेजना ...संजोना ...संवरना-संवारना ..... खिलना- खिलाना ... दूर रहकर भी बहुत पास रहना ...या ... पास रहकर भी बहुत दूर रहना .... जीवन की आका...
मिलते हैं ब्रेक के बाद, राम राम
7 टिप्पणियाँ:
अच्छे लिंक्स ..
आभार !!
बहुत सुन्दर लिंक्स संजोये हैं।
अच्छे लिंक्स मिल गए.
बहुत सुन्दर लिंक्स से सजाई है आपने आज की वार्ता... वार्ता की तरह आपके दिए शीर्षक भी लाजवाब होते हैं यूँ कह सकते हैं वार्ता में चार चाँद लगा देते हैं... मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार आपका...
Pahale tipiyate jara jhijhak huii kyonki poorw ke sabhii sandesh aadarniiy mahilaaon dwaaraa hii diye gaye the, lagaa kahiin mahilaa special to nahiin, phir sochaa aaj aisa kuchh to hai nahiin hotaa to koi jaroor batalaataa......so
Namaskaar :-)
बढ़िया लिंक्स अभार
Bahut badhiya charcha hai kafi achche link mile...
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