मंगलवार, 1 नवंबर 2011

एक ठोकू कविता, छुक छुक गाड़ी और राज्योत्सव --- ब्लॉग4वार्ता --- ललित शर्मा

ललित शर्मा का नमस्कार, आज छत्तीसगढ राज्य का स्थापना दिवस है, इस अवसर पर सभी मित्रों को हार्दिक शुभकामनाएं, छत्तीसगढ राज्य उतरोत्तर तरक्की करें। मैं दो राज्यों के निर्माण का साक्षी रहा हूँ, 1 नवम्बर को छत्तीसगढ एवं 9 नवम्बर को उत्तरांचल, उत्तरांचल के देहरादून के कार्यक्रम में भी शामिल होने का मौका मिला। इस एतिहासिक दिन को विस्मृत कर पाना कठिन है। उत्तरांचल राज्य के लिए आन्दोलन कारियों ने बहुत लाठी डंडे खाए एवं अपने प्राणों की आहूति दी। हुतात्माओं को विनम्र श्रद्धांजलि। 11 वां वर्ष है राज्य निर्माण का, इन वर्षों में यह जाना है कि बड़े राज्यों की अपेक्षा छोटे राज्य अपने संसाधनों पर तेजी से विकास करते हैं और छत्तीसगढ में यह विकास दिखाई देता है। आज गिरीश पंकज जी का जन्मदिन है उन्हे ढेर सारी शुभकामनाएं और चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर...........

एक और एक ग्यारह ; छत्तीसगढ़ इलेवन से वार्ता प्रारंभ करता हूँ,सोने का पिंजर ... अमेरिका और मैं सोने का पिंजर ... अमेरिका और मैं ... पिछले कुछ दिनों पूर्व मुझे डा० अजीत गुप्ता जी द्वारा लिखी यह पुस्तक पढने को मिली ... पुस्तक को पढते हुए लग रहा था कि सारी घटनाएँ मेरे सामने ही उपस्...हर की दून, भाग 3  सुबह दस बजे से चलते-चलते दोपहर के एक बजने वाले थे, अपुन को तो कुछ नहीं हुआ क्योंकि पानी जगह-जगह उपलब्ध था। लेकिन सांगवान को चाय की हुडक लगी थी मार्ग में एक दो जगह इस बारे में बात भी होती रही कि अगर चाय की इच..साधू अब नहीं आएगा खेत पेनेता हमारे ...हमेशा परेशान रहते हैं............आखिरी पायदान पे खड़े उस बेचारे गरीब के लिए .....जी मचल रहा है बेचारों का .....कुछ कर गुज़ारना चाहते हैं ......काफी कुछ कि...
 
सूजी आँखेंआज रात भर ........... जम कर बरसेंगे बादल तुम , मानो या न मानो पर....... मेरी इन बेमौसम बरसातों से तुम्हारा..... रिश्ता पुराना है . कसम है... मुझे ,तुम्हारी जो मेरी इन लाल ,सूजी हुई आँखों में सिवा तेरे ना...'बोल' के बोलमारना ज़ुर्म है तो पैदा करना क्यों नहीं ?'' ''नाजायज़ बच्चा पैदा करना गुनाह है तो जायज़ बच्चों की लम्बी कतार जिसकी परवरिश नहीं कर सकते गुनाह क्यों नहीं है ?'' ये सवाल ऐसे हैं जिससे दुनिया के किसी भी मुल...दीवाली खास क्यों?पिछले महीने कुछ निजि कारणों से अपनी ब्लागरी में व्यवधान आया। दीवाली का त्यौहार भी उन में से एक कारण था। बेटी और बेटा दोनों बाहर हैं, तो परिवार के चारों जन ऐसे ही त्यौहारों पर मिलते हैं, दीवाली उन में ख...
 
नाग नथैयाचित्र राष्ट्रीय सहारा के वाराणसी संस्करण से साभार। पूरा समाचार यहाँ पढ़ सकते हैं।* * * यह वाराणसी के तुलसी घाट पर 400 वर्षों से भी अधिक समय से प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला लख्खा मेला है। इसकी शुरूवात गोस्...बर्फ़ के फ़र्श परजिस,बर्फ़ के फ़र्श पर हम-तुम,चले थे,चार कदम,साथ-साथ वो,अभी पिघली नहीं है--- बेशक: ,छूटे हुए कदमों के निशां,दिखते नहीं हैं पर,उस पिघली हुई,बर्फ़ के फ़र्श पर--------- इंतज़ारों में,नज़र आते हैं,अब तल...मेरा आने वाला कार्यक्रमनमस्कार दोस्तों आज कहने की बात यह की मैंने आसाम के लोकल चैनल DY365 http://www.dy365.in/programmes.php में जो की कोमेडी किंग के नाम से प्रसारित किया जाएगा में आडिशन दिया है और आप सब की दुआ से दुसरे राउंड के...
 
खुश, सुखी व स्वस्थ रहना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है।कुछ बातें अति साधारण लगती हैं, पर होती बडे काम की हैं। इनकी जानकारी जो बहुत लाभदायक होती हैं और अधिकांश लोगों को मालुम भी होती हैं, पर सब कुछ याद नहीं रह पाता। इसलिए इन सब बातों को जो जीवन में अहम महत्व र...छत्तीसगढ का राज्योत्सव :किसका राज्य और कैसा उत्सव.छत्तीसगढ को अस्तीत्व मे आये 11 साल हो गये है.हर साल गिरह पर राज्योत्सव मनाया जाता है.इस बार भी धूम मची हुई है.पूरा राज्य झूमेगा नेता जो सरकार मे है वे इतरायेंगे और जो विपक्ष में हैं आंसू बहायेंगे,ठीक वैसे ..."प्रवासी भारतीय " क्या होते हैं प्रवासी भारतीय, तो आपकी जानकारी के लिए बताना चाहूँगी कि भारतीय प्रवासी वह लोग हैं जो भारत छोड़ कर विश्व के दूसरे देशों में जा बसे हैं। प्रवासी भारतीय दिवस प्रति वर्ष भारत सरकार द्वारा ९ जनवरी...
 
नमकीन खीरमेरे ज़ख्मों पर छिडकते हो जब भी नमक , तो खाने में झर जाता है नमक सारा और नमकीन हो जाती है खीर भी . सब बढ़िया है....आधुनिकता के दौर में, टूटा हर सुख सपना, हुए स्वार्थी रिश्ते नाते, मीत बचा न कोई अपना, खींच खांच के चलती गाड़ी लढ़िया है... सब बढ़िया है...... टूटी फूटी खटिया पर, बैठा अध्यापक, जनगणना, मतगणना का हर काम है व...निजता में उसको पा जायेनिजता में उसको पा जाये धन कमाता चैन गंवा कर चैन कमाता धन गंवाकर, कैसा अद्भुत प्राणी मानव रह जाते दोनों खाली कर ! श्वास श्वास में भर सकता था बड़े परिश्रम से वह पाता, सहज ही था जो मिला हुआ दुगना श्रम कर उसे म...
 
अमीर भारत की जनता को गरीब बनाने वाले काले अंग्रेजयह तो हम सभी जानते हैं कि सोने की खदानें भारत में न तो आज हैं और न कभी पहले ही थी। फिर भी इतना सोना था भारत में कि उसे "सोने की चिड़िया" कहा जाता था। फिर प्रश्न यह उठता है कि आरम्भ ले लेकर अठारहवीं शताब्द...नवभारत में हिंदी ब्लॉगरों के दीपावली मिलन का समाचार31 अक्टूबर 2011 को नवभारत, भिलाई संस्करण में 30 अक्टूबर को हुए छत्तीसगढ़ स्थित हिंदी ब्लॉगरों के दीपावली मिलन का समाचारट्रैफिक जाम में फंसे हम बेचैन खड़े थे---दिल्ली की दीवाली की एक खास बात यह है कि दशहरे के बाद से ही सड़कों पर पुलिस के बैरिकेड लगने शुरू हो जाते हैं । यह सिलसिला तब से ज्यादा हुआ है जब कुछ वर्ष पूर्व दीवाली पर बम धमाकों में कई लोगों की जान चली गई ...
 
एक ठूँसू और ठोकू कविता .क्या लिखूं, ये सोच रहा हूँ कुछ सूझ गया तो ठीक वरना कुछ भी लिखने के नाम पे - ठोक दूंगा ! पढ़ने वालों की भी कोई कमी नहीं है वैसे भी ज्यादा से ज्यादा गिने-चुने पाठक ही तो - पढ़ने आते हैं आएंगे तो ठीक, और नहीं...बस धन्यवाद कहना हैपिछले दिनों जन्मदिन पर इतनी बधाईयाँ और प्यार मिला जिसे भूला नहीं पाउंगी कभी..और ये सिलसिला अब तक नहीं रूका है ... मेरे बच्चो, भाईयों और परिवार ने चकित कर दिया पूरे २४ घंटों तक ... जैसा उधर पा रही थी वैसा ...विकसीत -घरविकसीत-घर की परिकल्पना , या जुआ -घर रंग-मंच मानिंद आरम्भ है , फरमान ,अहसान ,पीड़ा ,अपमान , सम्मान ,कुंठा व्यथा , अभिमान का घर / अभिजात्य होने का दंभ, आदर्शों से कहीं दूर , छल,छद्म,घात-प्रतिघात , शिष्टता ,...
 
उदय और आम्रपाली के साथ छुक-छुक गाड़ी मेंअभनपुर जंक्शन भाई दूज मनाने का चलन बढा, जब से गाँव के घर-घर में गाड़ियाँ हुई, लोग पहुंच जाते हैं बहन-बेटियों के घर। हाल चाल के साथ साक्षात्कार भी हो जाता है, बहन-बुआ भी खुश कि पीहर से भाई-भतीजा आया है मिलने...इंतजार...नर्म मखमली घास पर नंगे पांव धीरे-धीरे चलते हुए उन्हें घंटों बीत चुके थे. उनमें कोई संवाद नहीं हो रहा था. न बोला, न अबोला. वे अपने-अपने एकांत में थे. एक साथ. वे एक-दूसरे के बारे में जरा भी नहीं सोच रहे थ...दुई ठो टइटूराजेशजी, मैं अभिषेक बोल रहा हूँ? आप बीजी तो नहीं हैं?' - मैंने संभलते हुए कहा। मुझे याद है एक दिन राजेशजी ने एक मिस्ड कॉल के जवाब में किसी को ब...
 
राम राम, मिलते हैं एक ब्रेक के बाद, अगली वार्ता में.............

11 टिप्पणियाँ:

धन्यवाद को सब तक पहुँचाने का भी धन्यवाद...ब..मिलते है एक ब्रेक के बाद अगले पड़ाव पर....:-)

वाह ! शानदार वार्ता |
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर सभी छत्तीसगढ़ वासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ|

Gyan Darpan
RajputsParinay

बढिया वार्ता ..
सबको छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की 11 वीं वर्षगांठ की हार्दिक बधाई !!

सबको छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की 11 वीं वर्षगांठ की हार्दिक बधाई|

फिर एक बार बधाईयों का आदान-प्रदान कर लेते हैं। खुशी ही तो मिलेगी।

बढिया वार्ता ..
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की 11 वीं वर्षगांठ की हार्दिक बधाई...गिरीश पंकज जी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं ...

छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की 11 वीं वर्षगांठ की हार्दिक बधाई .
बढिया वार्ता .

बधाई छतीसगढ़ को और गिरीश पंकज जी को.
आभार आपको वार्ता के लिए.

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