रविवार, 30 अक्तूबर 2011

लखपति हो जाएगी वार्ता..वाह रे रथी !! महारथी बनने में एक माह लगेगा...?

जी तय है.. लखपति होगी वार्ता  कल आप को याद था कि नहीं कि किसक महान हस्ती का जन्म दिन है तो कोई बात नहीं आप आज मना लीजिये महान वैग्यानिक भाभा का जन्म दिन . प्रेरणा मिली न.. तो लगाईये चटका.इअनके भी तो जन्म दिन मना लीजिये  सतीश चौहान, अजय ब्रह्मात्मज का जनमदिन था   एक इधर भी जहां सबकी जय जय है.. सब जीतते हैं कोई हारने के वास्ते पैदा होता है क्या..? जो जिधर जीता वो वहीं का सिकंदर है न..!! कुछ भी हो तिरंगे का अपमान बर्दाश्त किसे होगा.. ज़ील सच कहा आपने..!!
    लखपति हो जाएगी वार्ता..वाह रे रथी !!  इनको, इनको और इनको तो महारथी बनने में एक माह लगेगा...? लेकिन लखपति बनना तय है..आप भी लखपती बनना चाहते हैं कुन्नु जैसे तो इधर चटका ज़रूर लगाइये . टिप्पणी के जुगाड़ से कुछ नहीं होगा " हम हिंदी ब्लॉग लेखक टिप्पणियों के मोहजाल में फंसे रहते है पर रामबाबू जी के ब्लॉग पर आपको नाम मात्र की टिप्पणियाँ देखने को मिलेगी पर वह ब्लॉग अपने ब्लॉगस्वामी की कमाई बढ़ाने में चुपचाप कार्यरत है|"
    मुझे अमिताभ त्रिपाठी द्वारा  अनूदित आलेख नियमित मिलते हैं.. डेनियल पाइप्स के आप अवश्य सदस्य बनिये डेनियल पाइप्स ओ आर जी के .अरे भाई आप किसी कलाकार को जानते या कलाकार है तो दर्ज़ हो जाएं कलाकार.काम पर
अब कुछ लिंक्स आपके लिये खास तौर से 
कुन फाया कुन कुन फाया कुन...- *फिल्म - रॉकस्टार* *गायक/संगीतकार - ए. आर. रहमान और अन्य* *गीतकार - इरशाद कामिल* *वर्ष/दशक - 2011* या निजामुद्दीन औलिया, या निजामुद्दीन सरकार कदम बढ़ा ले,
पल दो पल या ज़िंदगी हर इक पल...खुशदीप - *रिश्तों का रूप बदलता है, बुनियादें ख़त्म नहीं होती, **ख्वाबों की और उमंगों की, मियादें ख़त्म नहीं होती...* कल यूहीं खाली बैठा अपनी पसंदीदा फिल्म कभी-क...
मानव शरीर से सम्बन्धित कुछ रोचक जानकारी - - एक वयस्क व्यक्ति के शरीर में 206 हड्डियाँ होती हैं जबकि बच्चे के शरीर में 300 हड्डियाँ होती हैं (क्योंकि उनमें से कुछ गल जाती हैं और कुछ आपस मे...
दोहे: तन-मन-धन-जन-अन्न -*जहाँ-जहाँ पुरुषार्थ है, प्रतिभा से संपन्न, * *संपति पाँच विराजते, तन-मन-धन-जन-अन्न।* * * *दुख है जनक विराग का, सुख से उपजे राग,* *जो सुख-दुख से है परे, वह ...
शून्य दिमाग़ में - शून्य दिमाग़ में अचानक दौड़ पड़ता है रेस लगाता घोड़ा पछाड़ खाकर गिरता है धड़ाम ! शून्य दिमाग में उग आती है हरी-हरी घासें कहीं से गाय बकरी आकर चरने लगती...

9 टिप्पणियाँ:

बढिया वार्ता, आभार
सभी लखपतियों को बधाई:)

आपका पोस्ट अच्छा लगा । मेर नए पोस्ट पर आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।

हो चुके और होने वाले लखपतियों को बधाई।
अच्छी वार्ता।

बहुत बढ़िया !

saahilspoetry.blogspot.com

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