आप सबों को संगीता पुरी का नमस्कार क्या आप अवगत हैं लौकी और प्याज के गुणों से? यदि नहीं तो पढ आइए राधा रमण जी के इस ब्लॉग को , उदय जी की तरह मुझे भी कुछ पता नहीं आज कौन भूखा रहा, नाम मेरे ताज्जुब है इतने बडे देश में किसी को क्यों नहीं होता भ्रष्टाचार पर अफसोस क्यूं नहीं होता क्यों? why?" आज हो गए हैं खूबसूरत मकबरे में दफ्न सपने ! आखिर कब देंगे हम छोटी-छोटी बातों का महत्व यह क्यूं नहीं समझते कि केवल एक व्यक्ति को जागरूक करके आप बहुत बड़ी देशसेवा कर सकते हैं यहां तक कि अन्ना अब इनसे प्रभावित हो गए! [Cartoon]
दर्शन लाल बवेजा जी लेकर आए हैं .. आज का प्रश्न-109 question no-109 आप भी देख ही क्या मैं ही मिला था आज़माने के लिए..? सवाल जायज ही तो है पति-पत्नी के रिश्ते का सच.. तो यही है। दर्द का सरकारी रिश्ता...... भी होता है, पर सबका दिल बस युही रोता है.............। खामोशी भी तो अच्छी बात नहीं होती। एक शीर्षकहीन कविता लिखी है वंदना सिंह जी ने , यहाँ नर होना भी गुनाह हो सकता है --- क्या बात है ! अभी अभी चवन्नी चैप लौटे हैं यमुना नगर फिल्म फेस्टिवल से और काजल कुमार जी सिखा रहे हैं टी0 वी0 कलाकार बनने का सिंपल तरीक़ा आखिर नाम का दाम भी तो मिलना चाहिए। उनका बहुत बहुत आभार (100)
सच ही तो है , जीवन एहसासों में बसता है ........... , पर जीवन में कभी अक्लमंदी से भी काम लेना चाहिए। कभी कभी कह तो देता हूं कि ख्यालों में मत आना पर सुबह की सैर के बहाने भी तो बाहर निकला करो। गीतों भरी तन्हाई और तुम हो तो क्या बात है ! तपते रेगीस्तान में परछाई भी मिले तो चिंता कैसी ??मधुर आवाज़ें.. बारिश की आती ही रहती हैं - जीवन सफ़र को हँसते हँसते पूरा करना मुसाफिर , उदय जी का इशारा समझिए ..जीवन छुक-छुक गाड़ी है ... , चलते रहिए चलते रहिए और चलते रहिए !!!!!!
दर्शन लाल बवेजा जी लेकर आए हैं .. आज का प्रश्न-109 question no-109 आप भी देख ही क्या मैं ही मिला था आज़माने के लिए..? सवाल जायज ही तो है पति-पत्नी के रिश्ते का सच.. तो यही है। दर्द का सरकारी रिश्ता...... भी होता है, पर सबका दिल बस युही रोता है.............। खामोशी भी तो अच्छी बात नहीं होती। एक शीर्षकहीन कविता लिखी है वंदना सिंह जी ने , यहाँ नर होना भी गुनाह हो सकता है --- क्या बात है ! अभी अभी चवन्नी चैप लौटे हैं यमुना नगर फिल्म फेस्टिवल से और काजल कुमार जी सिखा रहे हैं टी0 वी0 कलाकार बनने का सिंपल तरीक़ा आखिर नाम का दाम भी तो मिलना चाहिए। उनका बहुत बहुत आभार (100)
सच ही तो है , जीवन एहसासों में बसता है ........... , पर जीवन में कभी अक्लमंदी से भी काम लेना चाहिए। कभी कभी कह तो देता हूं कि ख्यालों में मत आना पर सुबह की सैर के बहाने भी तो बाहर निकला करो। गीतों भरी तन्हाई और तुम हो तो क्या बात है ! तपते रेगीस्तान में परछाई भी मिले तो चिंता कैसी ??मधुर आवाज़ें.. बारिश की आती ही रहती हैं - जीवन सफ़र को हँसते हँसते पूरा करना मुसाफिर , उदय जी का इशारा समझिए ..जीवन छुक-छुक गाड़ी है ... , चलते रहिए चलते रहिए और चलते रहिए !!!!!!
7 टिप्पणियाँ:
बेहतर लिंक्स प्रसंसनीय वार्ता
बहुत सारे लिंक समेट लिए वार्ता में
आभार
बहुत सारे लिंक समेट लिए वार्ता में
आभार
अच्छे लिंक्स, अच्छी वार्ता...
अच्छे लिंक्स सहेजे हैं ...उम्दा वार्ता
अच्छे लिंक दिए हैं संगीता जी ! पढ़ रहा हूँ ....
शुभकामनायें आपको !
bahut sare links ke saath padhne me rochak.........dhanyvad
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