
ललित शर्मा का नमस्कार, वर्ष 2012 का अंतिम दिन आ चुका है और दरवाजे पर 2013 ताल ठोंक रहा है। बीते वर्ष की खट्टी-मिट्ठी यादें साथ थी पर जाते-जाते यह कड़ुवी यादें भी दे गया। दिल्ली की दुर्घटना इसी के खाते में गिनी जाएगी। मीठी यादें मित्र मिलन की, खट्टी यादें बिछड़न की। बस यही चलता रहता है दुनिया में। ब्लॉग जगत में बहुत कुछ लिखा गया इस वर्ष। कुछ ब्लॉगर साथियों को हमने खोया भी तो कुछ नए साथियों ने भी ब्लॉग जगत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस वर्ष का...