सोमवार, 3 जनवरी 2011

राज भाटिया की आवाज माईक पर गुंजी-“ आर्यवीरों! जनपद कल्याणी देवी आम्रपाली ने आज सिर्फ़ ब्लॉगर्स के लिए आनंद के दीप जलाएं है।

आम्रपाली के सप्तप्रासाद में भी वार्ता कार की तलाश में लगे पंडित शिवम् मिश्र  ने हमारी ऊर्जा अग्नि को (चैट  बाक्स में यह लिख कर कि :-"दादा,आज वार्ता का जिम्मा आपका")-  जगा दिया . बस अपन लगे लिंक तलाशी में ! पाबला गुरु जी के ब्लाग से थोक में लिंक मिले तो ज़रा धीरज हुआ  
भाइयो बहनों कल ग्रहण है सभी नहा धोकर धर्मादेशों का पालन कीजिये दान स्वरूप इन ब्लागों पर टिपयाना ज़रूरी नही बल्कि उनको पढ़ना ज़रूरी है. 

7 टिप्पणियाँ:

कल ग्रहण है सभी नहा धोकर धर्मादेशों का पालन कीजिये दान स्वरूप इन ब्लागों पर टिपयाना ज़रूरी नही बल्कि उनको पढ़ना ज़रूरी है.
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वार्ता का सार तो इसी में निहित है!

दादा आनंदोत्सव के बीच भी वार्ता को लेकर शिवम भाई चिंतित दिखे, इससे समझ आता है कि वार्ता की नित्यता को लेकर हम गंभीर हैं।

सुंदर वार्ता लगाई है आपने, अब यहीं से लिंक्स पर जाते हैं।
आभार

नहा धो लिए हैं, काम पर जाने को तैयार हैं। ग्रहण से निपटने को गृहणी को कह दिया है, वह अभी नहीं ग्रहण के बाद नहाए-धोए। भोजन तो शाम को ही मिलना है, रसोई ग्रहण के कब्जे में है। हाँ,पहले से फ्रिज में रखा गाजर का हलवा जरूर गर्म हो कर प्राप्त हो गया है।

गिरीश दादा ... अपने ब्लॉग का नाम 'जागो सोने वालों' रखने वाला कैसे आपको सोने देगा ... देख लीजिये आपको जगाया तो क्या मस्त वार्ता लगाई है आपने !

मजाक एक तरफ ... मेरी पोस्ट को इस अंदाज़ में यहाँ प्रस्तुत करने के लिए आपका बहुत बहुत हार्दिक आभार !

बहुत बढिया गिरीश भाई आपके कमाल के अंदाज़ से हम भी सरपट्टे कुच कुछ सीख रहे हैं ..बढिया । शुभकामनाएं

बेहतरीन वार्ता।
उम्दा लिंक्स ।
आभार।

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