शनिवार, 22 जनवरी 2011

बिना शीर्षक की वार्ता

  • भ्रष्टाचार के कारण  भ्रष्टाचार के कारण इन्फ़ोसिस अपना प्रधान कार्यालय बैंगलोर से पूना ले जा रहा है, जी हाँ कर्नाटक सरकार के भ्रष्टाचार से परेशान होकर, यह पहली बार नहीं हो रहा है, कि कार्पोरेट कंपनी अपना प्रधान कार्यालय बैंगलोर से हटा रहा है, पर जिस आईटी कंपनी के कारण बैंगलोर का नाम विश्व के नक्शे पर जाना जाता है, वही अब बैंगलोर से रवाना हो रही है। आज बैंगलोर मिरर में मुख्य पृष्ठ पर समाचार है, टी.मोहनदास पई जो कि इन्फ़ोसिस में मानव संसाधन प्रभाग के प्रमुख हैं, सुनकर जब मुझे इतना बुरा लग रहा है जबकि मैं बैंगलोर या कर्नाटक का निवासी नहीं हूँ, परंतु मेरे भारत में अब ऐसा भी हो रहा है यह तो बस अब हद्द ही हो गई है। क्या इसी दिन के लिये हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना खून बहाया था, क्या गांधी जी ने आजाद देश का यह सपना देखा था, कि सभी लोग आजादी से भ्रष्टाचार कर सकें और मानवीय मूल्यों का हनन कर सकें।(आगे) 


 आपको याद होगी ये पोस्ट जो मानस में हलचल कर गई चिठ्ठाचर्चा चिठ्ठीचर्चा न्यू चिठ्ठाचर्चा बेस्ट चिठ्ठाचर्चा असली चिठ्ठाचर्चा 
चिठ्ठाचर्चा डॉट फलाना : असली और मोस्ट हाइटेक! उत्कृष्टता की एक मात्र दावेदार दुकान!!

 सुन भी लीजिये क्या कहा बच्चे ने

 

 

4 टिप्पणियाँ:

बहुत सी लिंक्स के लिये आभार |
आशा

जय हो गिरीश दादा जय हो ... आज तो पूरा का पूरा पिटारा ही खोल दिया आपने लिंक्स का !

इतने सारे लिंक .. बहुत कुछ पढने को है .. आभार !!

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