ललित शर्मा का नमस्कार , चलिए आज की फटाफट वार्ता में सीधे भाटापारा से ............... प्रस्तुत है कुछ उम्दा लिंक्स .........
तुम मुझे पोस्ट दो मैं तुम्हें टिप्पणी दूंगाआज खुशदीप भाई की इस पोस्ट पर कमाल की टिप्पंणियां देखने पढने को मिलीं ।खुशदीप भाई ने जैसे ही चिंतन करते हुए पूछा कि , हाय राम , कैसे होगा ब्लॉगिंग का उत्थान और उसमें लिखा कि ,* "यहां ऐसा भी है कि खुद अ...1988 की कवितायें1988 में कवितायें कम लिखीं । तीन प्रेम कवितायें जो 1987 में लिखी थीं उन्हें फाइनल किया और उसके अलावा " नीन्द न आने की स्थिति में लिखी कुछ कवितायें " चलिये पहले यह तीन प्रेम कवितायें .. " झील से प्यार करते...'काकस्पर्श'कुछ फिल्में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में माइलस्टोन के तौर पर जानी जाती हैं, जिनमें कि मेनस्ट्रीम फिल्मों के साथ-साथ क्षेत्रिय फिल्में भी आती हैं. ऐसी ही एक माइलस्टोन मराठी फिल्म इन दिनों महाराष्ट्र ...
उद्योगों की दादागिरी...छत्तीसगढ़ में जिस पैमाने पर रमन सरकार ने उद्योग के लिए रास्ते खोले हैं। उद्योगपति अब अपनी जेब में सरकार को रखने लगे है। खुलेआम कब्जे और पेड़ो की कटाई के साथ भयंकर प्रदूषण फैला रहे उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई ...अमित उपमन्यु की कविताएँअमित उपमन्यु ने अभी हाल में ही कविताएँ लिखना शुरू किया है. कुछ कविताएँ परिकथा के नवलेखन अंक में आई हैं और कुछ अन्य पत्रिकाओं में आनी हैं. अनुनाद पर पहली बार प्रकाशित उनकी इन कविताओं में उनका नवाचार देखा.उठो लाल अब आँखें खोलो...उठो लाल अब आँखें खोलो पानी लाई हूँ मुहं धोलो बीती रात कमलदल फूले उनके ऊपर भौंरे झूले (एक लाइन भूल गयी) बहने लगी हवा अति सुन्दर नभ में न्यारी लाली छाई धरती पर प्यारी छवि आयी। मेरे बचपन की धरोहर, मेरे सुहा...
बदलता मौसम....छंटते बादल..कहानी अब तक * * * *(जया के कविता संग्रह को पुरस्कार मिलने पर पत्रकारों ने उसकी दर्द भरी कविताओं का राज़ पूछा . जया पुरानी यादों में खो गयी..उसका बचपन बड़े प्यार में बीता था ....राजीव से शादी होने के बा...लहर आएगी, तो मेहर कर देगा, मुझे भी अपने नूर से भर देगामहक ये उसी के मन की है जो चली आ रही है केश खोले दहक ये उसी बदन की है जो दहका रही है हौले हौले महल मोहब्बत का आज सजा संवरा है आग भड़कने का आज बहुत खतरा है डर है कहीं आज खुल न जाए र...हँसी बहुत अनमोल कर प्रयत्न राखें सभी, मन को सदा प्रसन्न, जो उदास रहते वही, सबसे अधिक विपन्न। गहन निराशा मौत से, अधिक है ख़तरनाक, धीरे-धीरे जि़ंदगी, कर देती है ख़ाक। वाद-विवाद न कीजिए, कबहूँ मूरख संग, सुनने वाला ये कहे, ...
ले गये स्टम्प उखाड़, देखते रह गये धोनी . किंग खान का हो गया, स्वप्न आज साकार आईपीएल का चैम्पियन बन गया केकेआर बन गया केकेआर, डोन के ग्यारह डोनी ले गये स्टम्प उखाड़, देखते रह गये धोनी कोलकाता की बढ़ गई आन बान और शान बहुत मुबारक आ...यूपीए-2 के 3 साल, सरकार मस्त -जनता बेहाल केंद्र सरकार याने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के तीन साल पूरे हुए। केंद्र में दुबारा सत्ता हासिल कर लगातार आठ साल में सरकार जनता को वह नहीं दे सकी जो उसने वायदे कि...हर बात है कुछ खासनमस्कार आज सोमवार , नयी पुरानी हलचल में आप सभी का स्वागत हैं । * *कोई तो बात होती हैं हर लफ़्ज के कहे जाने में - *कोई खास बात या कुछ और देखिये इन लिंक्स में -* * ...
जरूरी सूचनाऐसा है कि दो महीने होने वाले हैं मुझे घर से बाहर निकले हुए। कभी अप्रैल के शुरू में जोशीमठ गया था, अब जून आने वाला है। जितनी भी यात्रा कथाएं थीं, सब खत्म हो गई हैं। मतलब ये बनता है कि मेरी दुकान आजकल घाटे म...अब जो भी बाधा है पथ मेंअब जो भी बाधा है पथ में तुमको ही तुमसे मिलना है खुला हुआ है मन उपवन, जब जी चाहे चरण धरो तुम सदा गूंजती है धुन अर्चन ! न अधैर्य से कँपतीं श्वासें शुभ्र गगन से छाओ भीतर, दिनकर की रश्मि बन छू...सिंगरौली के संघर्ष का सफरयह रास्ता जंगल की तरफ जाता जरुर है लेकिन जंगल का मतलब सिर्फ जानवर नहीं होता। जानवर तो आपके आधुनिक शहर में हैं, जहां ताकत का एहसास होता है। जो ताकतवर है उसके सामने समूची व्यवस्था नतमस्तक है। लेकिन जंगल मे...
वार्ता को देते हैं विराम, मिलते हैं ब्रेक के बाद .........राम राम
9 टिप्पणियाँ:
बहुत बढ़िया वार्ता ललित जी ..................
आपके निराले ढंग में....
शुक्रिया
अनु
आपकी इस उत्कृष्ठ प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार 29/5/12 को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी |
waah
प्रभावी सूत्र, रोचक चर्चा।
रोचक चर्चा ...
अच्छी लिंक्स |
आशा
sundar prastuti !
रोचक अंदाज में लिखी बढ़िया वार्ता... आभार
बढिया लिंक्स और बढिया वार्ता ।
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।