गुरुवार, 17 मई 2012

क्योंकि मोहब्बत चूडियों की सलामती की मोहताज़ नही होती ...:एक स्त्री ने एक पुरुष को पुकारा -...


विज्ञान गतिविधियां Science Activities पर शुक्र पारगमन की प्रशिक्षण कार्यशालाएं  आरम्भ हो चुकीं हैं किसे जाना है.. भई.. कुछ लोग रुकिये हैप्‍पी अभिनंदन में सोनल रस्‍तोगी जी को बधाई देने चलते हैं न. बेलौस इश्क के बारे में "क्योंकि मोहब्बत चूडियों की सलामती की मोहताज़ नही होती ..........." कहना गलत नेहीं है. ये भी एक मेरा तो यही अंदाज़े बयां है ....... है न झा जी.. इब देखिये .. ब्लॉगिंग का फ़ैलता मकड़जाल सुनीता सानू जी की नज़र पहुंच ही गई इस बिंदु पर. किशोरों में बढ़ती अपराध प्रवृति पर एक नज़र काबिले तारीफ़ है. दशक के हिन्दी चिट्ठाकार वास्तविकता या बाजारवाद की पराकाष्ठा? इस बहस से मेरा मन थोड़ा सा खिन्न है. क्योंकि ये है साजिश का सम्मान  के सवाल भी उठ रहे हैं पर क्यों.. ? 

  1.  चलिये अलबेली बात देखें-सुने "राहुल बाबा ब्याह करवाना है तो करवालो न, क्यों लेट हो रहे हो ?" आर्यावर्त्य ने एक गुरुदेव न न महागुरु से मिलवाया कुछ यूं "प्रधानाचार्य रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार. शुक्र के कारण होगी अच्छी बारिश, नवतपा करेगा बेहाल अगर आप नौ-तपा से दूर रहना चाहते हैं घर पर है तो इस फ़ारम को भर दीजिये 
  2. हिंदी ब्लागिंग को न्यू-मीडिया के विकास में आप कितने अंक देते हैं 1,2,3,4,5
  3. हिंदी ब्लागिंग की वर्तमान दशा से संतुष्ट हैं
  4. हिंदी ब्लागिंग अखबारों की पूरक है
  5. हिंदी ब्लागिंग को खेमे बाजी से नुकसान हुआ है 
  6. हिंदी ब्लागिंग अखबारों का प्रभावी विकल्प है
  7. हिंदी ब्लागिंग ने कभी समसायमयिक मुद्दों से सरोकार नहीं रखा
  8. केवल हिंदी भाषी क्षेत्र हिंदी ब्लागिंग के विकास का आधार है
  9. हिंदी के विषयाधारित ब्लाग चुनिंदा ही हैं
   अखबारों में आये ब्लाग्स 


7 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।

Twitter Delicious Facebook Digg Stumbleupon Favorites More