गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012

चाँदी का जूता खाने के लिए अपना ज़मीर बेच डालूं


चाँदी का जूता खाने के लिए अपना ज़मीर बेच डालने वाले भाई खत्री जी को हैट्स आफ़ सैल्यूट करते हुए बतादूं की रॉबर्ट वाड्रा की बाइक रैली बनी कांग्रेस की मुसीबत तो आपने देख ही ली होगी. तभी तो हमारी राय है कि व्यवस्था की सरिता के तटों की गंदगी साफ़ करते रहिये तब तक हम नीरव जी की लघुकथा बांचते हैं. अरे हम को तैयारी भी करनी है यादव जी के स्वागत की वे यानी कृष्ण कुमार यादव की अंडमान से इलाहाबाद के लिए भावभीनी विदाई हो चुकी है. ये क्या सिर्फ एक चेहरा है..!!  न जी कई चेहरे हैं पर सब नक़ाब सरीखे हो गये. पर मीना किश्वर अरे वाह अफगानिस्तान की जांबाज़ बेटी - मीना किश्वर कमाल का कमाल अवश्य देखिये. हाथ में खुजली हो रही है "ब्लॉगिंग में कमाई" तय है.. हम ये कह ही रहे थे कि बीवी जी बोलीं भई गंदे हाथों में खुजली तो होगी ही छि कित्ते गंदे हो डिनर करते करते फ़ेसबुकियाए पड़े हो.. हाथ धो.. क्या करें हर घर की यही दास्तान है कई पन्नों वाली दास्तान डाट खाओ.. मृदुला जी आपको कैसे मालूम कि ब्लागर थोड़ी सी नींद.... लेते है.. ये अलग बात है कि बाक़ी नींद दफ़्तर में पूरी होती है हमारी. 
  मैं तो हूँ कुछ भी नहीं... कह रहा जो कुछ क रहें हैं आपके ब्लाग कह रहें हैं. इंटरनेट पर गप्प मारते शिवम मिश्रा पाए गये शिवम मिश्रा महाराज, नारी दुर्गा है ''चिकनी -चमेली '' नहीं ! फ़िर भी लोग इस सच को नकारते हैं कहते हैं-"बेकार की बातें हैं" उफ़्फ़ ये क्या हुआ लोगों को 
     पुस्‍तक ही है हमारा : कल, आज और कल :  तो अविनाश भाई ब्लाग ..? जिनके लिये किरकिट कल आज औ कल हो  किसी से कहना मत !! अब ये समझे अविनाश भाई.यह भी न कहना कि ज़ील कशमीर मुद्दा ब्लाग पर उठा रहीं हैं.नफरत प्यार में बदल ही जाएगी इक दिन. 
 शेयर की आज़ खरीद कर लेना था न जब मालूम है कि 9 फरवरी से शेयर बाजार में और तेजी आएगी ... संगीता जी ख रही हैं न.. तो मान लेते लो न आज है नौ फ़रवरी अब बेच डालो. और टाइम बचे तो अन्ना को बता आना कि हिंदी के महान साहित्यकार सुभाष चन्द्र कुशवाहा के कार्यालय में भ्रष्टाचार नहीं होता ? .
अलसा काय रहे हो भाई आलस्य का साम्राज्य और उसके बाशिन्दे न बनो.. 
क्या करें अनुरूप-सागरिका जैसे तमाम प्रवासी?  अब क्या बताएं इनको पहले पूछते तो बताते कि भारत में ही रहो नार्वे में कानून भावानाओं पर हावी है. 
 लो भाई ललित जी हो गई न वार्ता अब सोने जाता हूं.. किसी भी लिंक के कंटेंट का वार्ता के आलेख से कोई लेना देना नहीं बस आपकी पोस्ट जो मुझे पसंद आईं उनका लिंक चिपका दिया . ताकि और लोग भी बांचे 
आज के लिये इतना ही शुभरात्री 
हेप्पी, चाकलेट दे..!! सारी चाकलेट दे 
ओह अंग्रेजी को हिंदी में ऐसे ही लिखते हैं .. आप अंग्रेजी में बांचना जय हो  

 
 
 
 
     

 

5 टिप्पणियाँ:

एक मात्र टिप्पणी के लिये आभार

येल्लो दादा दूसरी टिप्पणी, इसके लिए भी आभार:)

वाह ..
एक दिन में दो वार्ताएं ..
सचमुच आज खरीद लेना था शेयर ..
अंत में काफी बढ गयी ..
मेरी पोस्‍ट का लिंक देने के लिए आभार !!

अच्छे लिंक सुन्दर वार्ता और स्वादिष्ट चोकलेट सबके के लिए आपका बहुत-बहुत आभार....

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