रविवार, 12 फ़रवरी 2012

सत्य को खोजते हैं या देह दर्शनाओं के चित्र छापने का उनका टेंडर पास हुआ : गिरीश बिल्लोरे "मुकुल"

काजल भाई गज़ब कर दिया आपने 

ज्योतिष जाल बुनतीं संगीता पुरी : बागीची में प्रकाशित आलेख के लिये आभार के साथ  हमारे प्रदेश के मुख्य सचिव जी जबलपुर आए इस बारे में  विस्तार से खबर इधर यानी "विकास-वार्ता" पे दर्ज़ कर दी है  और हम दिन भर की थकान के बाद घर लौटे तो ललित भाई फ़ून की घंटी बाजा दिये बोले भाई आज़ हमारा नेट स्लो है. हम समझ गए कि वार्ता हमें लगानी है फ़िर भी हम अनजान बन गये पर वादा कर ही दिया सो आज़ एक अखबार की खबर यहां चर्चा योग्य है जिसमें ७७ साल पहले नारी-क्रांति का जिक्र है अवश्य देखिये.स्त्री के बारे में बेहद संवेदित हैं पुरुष बेचारे मक्कारियों से बाज़ नहीं आ पाते फ़ेस बुक पर तो बेशर्मी की हद हो गई :-
वार्ता के अंत में वो बिंदु आलेखित है 
 तुम्हारा है हुनर ताजा सितम ईज़ाद कर लेना.......... सच ही तो है परंतु उससे बड़ा सच ये है "

मधु से मधुमेह बनता है, लेकिन मधु से मधुमेह नहीं होता." ये क्या घोर नकारात्मकता के दौर के लिये गार्जियन्स जागेंगे कब.. देश भर के अखबार १५ बरस के कातिल छात्र  का जिक्र कर रहें है ब्लाग पर इस बिंदु पर बात कम ही हुई पर हुई अवश्य "15 साल की उम्र और हत्या?

ये तो पशिम के संस्कार हैं इंग्लैण्ड में भारतीय छात्र पर हमला. -लंदन में हैदराबाद निवासी एक छात्र पर शुक्रवार रात को कुछ लोगों ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। दुखद स्थिति है. अगर सकारात्मकता के साथ दो कदम साथ चल देते तो  तुम्हारा क्या जाता..... - बावज़ूद इसके  तस्लीम पर दधीचि बनने का आह्वान उत्साहित कर रहा है  जे लो कल्लो बात भैया ने वैलेंटाइन डे: प्रेम का पर्व या संस्कारों का अवमूल्यन : -पूछकर सबको नि:शब्द कर दिया.. लोगों के गुलाब धरे के धरे रह जाएंगे..
एक ब्लाग पर महाशय जी सत्य को खोजते हैं या देह दर्शनाओं के चित्र छापने का उनका टेंडर पास हुआ पता नहीं पर इतना अवश्य है कि लोग उनके ब्लाग पर फ़ोटू देखने खूब जाते हैं.. 
क्यों न अब अखबारों और चैनलों पर लिखा जाए “केवल वयस्कों के लिए” क्यों न अब न्यूज़ चैनलों और अख़बारों की ख़बरों के साथ “केवल वयस्कों के लिए” जैसा कोई टैग लगाना चाहिए?  जुगाली पर प्रकाशित इस आलेख को देख कर लगा ऐसी व्यवस्था ऐसे ब्लाग्स पर भी हो सत्य-की-खोज करने के बहाने कामुक तस्वीर छाप रहे हैं. 
देखें ब्लाग बुलेटिन में क्या है  होनहार बिरवान के होत चिकने पात 
अंत में कवियत्री चोपड़ा की पीडा 
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i do not chit chat please dont send me greatings and mesage !!
मैं फेसबुक पर हाय हैल्लो और टाइम पास कार्य के लिए नहीं हूँ ।आप सभी से मेरा करबद्ध निवेदन है कि क्रपा कर के मुझे अमर्यादित संदेश प्रेषित न किया करे । धन्यवाद
 ·  ·  · 21 minutes ago via mobile · 

1 टिप्पणियाँ:

अच्‍छी वार्ता ..
कुछ महत्‍वपूर्ण लिंक मिले !!

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