आपको ललित शर्मा का नमस्कार, जम्मु एवं काश्मीर सरकार ने वैष्णो देवी एवं अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रध्दालुओं पर प्रति वाहन प्रतिदिन 2000रुपए का टैक्स लगा दिया है, अगर आप वहां एक सप्ताह तक रुकते हैं तो लगभग आपको 20,000रुपए का अतिरिक्त खर्च पड़ेगा। इसलिए अब यहां की यात्रा मंहगी होने वाली है। ऐसा भारत के किसी भी तीर्थ पर नहीं है। इसका पुरजोर विरोध होना चाहिए। जम्मु काश्मीर सरकार के तुगलगी फ़ैसले की पुरजोर मजम्मत करनी करनी चाहिए, अब मै आपको वार्ता पर ले चलता हूँ...और चलते हैं कुछ उम्दा चिट्ठों की यात्रा पर ...................एक बात कहना तो भूल ही रहा था कि ब्लाग4वार्ता पहला चर्चा मंच है जो कि प्रिंट मीडिया पर भी उपलब्ध है। यहां स्थान पाए चिट्ठों की चर्चा प्रति सप्ताह बुलंद छत्तीसगढ पर भी हो रही है.........
एंडरसन बडा बेशर्म है: दिल्ली से योगेश गुलाटी आज से 25 साल पहले 65 साल के एंडरसन को पूरे राजकीय सम्मान के साथ प्लेन में बैठा कर अमेरिका रवाना करते वक्त हमारी सरकार ने शायद यही सोचा होगा कि जब तक हमारी अदालत गैस कांड का फैसला सुनाएगी तब तक बूढा एंडरसन स्...इंकलाब री आंधी(राजस्थानी कवि रेवतदान की एक शानदार रचना) आज किताबें पलटते हुए मनीष सिंघवी की लिखी पुस्तक "धरती धोरां री"हाथ लगी पन्ने पलटने पर इस पुस्तक मे एक से बढकर एक राजस्थानी कविताएं पढने को मिली | इन्ही कविताओं में एक कविता 'इन्कलाब री आंधी ' जो राजस्थान क...
वो बड़े खुशनसीब होते हैं , जिनके आप जैसे दोस्त होते हैं --- सन १९७७ का जून महीना । दिल्ली के सात भावी डॉक्टर शिमला घूमने गए । अपना तो यह पहला अवसर था जब हमने दिल्ली से बाहर कदम रखा था । यहीं पैदा हुए , पले बढे , पढ़े । कोई रिश्तेदार भी दिल्ली से बाहर नहीं । आखिर दोस...अबकी बार गाँव जाने पर जब बिच्छू ने मुझे डंक मारा..........सतीश पंचम इस बार गाँव जाने पर मुझे एक बिच्छू ने डंक मार दिया....सनसनाता....फनफनाता डंक......। बिच्छू का डंक क्या होता है यह पहली बार जाना....पहली बार उस दर्द को महसूस किया और उस छटपटाहट से गुजरा। हुआ ...
ब्लॉगिंग का बुखार, दिल पे मत ले यार...खुशदीप क्या कहा नापसंद का चटका लगाना है...अरे कहां लगाऊं...ये चिट्ठा जगत, इंडली, ब्लॉग प्रहरी वालों ने ऑप्शन ही नहीं छोड़ रखा...यार ये तो अपुन को कहीं का नहीं छोड़ेंगे...एक वही उस्तरा तो हमारे हाथ लगा था, वो भी ...अगर यही आपके साथ हो तो क्या करेंगे आप ....?? अगर यही आपके साथ हो तो क्या करेंगे आप ....?? गुजरात के भुवा गांव के लोग रविवार, 20 जून को उस वक्त सकते में आ गए, जब शेर व्यस्त रहने वाली सड़क पर आ गया। गिर अभयारण्य से सटे इस गांव के लोगों के लिए यह एक अ...
एक झलक तेरी चूड़ियों की खनक , महंदी की महक , पैरों से पायल की छन छन, मन मैं मिश्री घोल रही , एक झलक पाने को तेरी , मन की कोयल बोल रही | मीठी मधुर हंसी तेरी , घूंघट से झांकती चितवन तेरी , क्यू बार बार खींचलातीमुझको , तेर...उनका ज़िक्र करना गाली देने समान है उदार बन, खुशमिज़ाज़ बन, क्षमावान बन, जिस तरह कि कुदरती मेहरबानियाँ तुझ पर बरसती हैं, तू औरों पर बरसा । -शेख सादी किसी आदमी को उसके प्रति की गई मेहरबानी की याद दिलाना और उनका ज़िक्र करना गाली ...
ब्लागवाणी बंद-ब्लागर तंग ब्लागवाणी पर न जाने क्यों कर 18 जून से ताला लग गया है। हम ज्यादा ब्लाग देख नहीं पाते हैं ऐसे में हमें इसका ठीक-ठीक कारण मालूम नहीं है। लेकिन हम इतना जरूर जानते हैं कि ब्लागवाणी के बंद होने से ब्लागर जरूर त...बंद होना ब्लोगवाणी का और खुश तथा मायूस होना अलग-अलग लोगों का सीता की दुविधा ....." पोस्ट पर ब्लोगवाणी का अटके रहने का आज चौथा दिन है। पहले दिन तो हमने यही अनुमान लगाया कि शायद ब्लोगवाणी का रख-रखाव होने के कारण ऐसा है। फिर जब दूसरे दिन भी हालत नहीं बदली तो सोचने लगे...
मेरी "गंगा माँ" को बचा लो प्लीज मेरी ममतामयी माँ की जान संकट में है. वह तिल -तिलकर मर रही है और मैं ऐसा अभागा बेटा हूँ जो चाहकर भी कुछ नहीं कर सकता. दरअसल मेरी माँ की इस हालत के लिए सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि आप सभी ज़िम्मेदार हैं. आप में ...गरीब देश के करोड़पति सांसद! राज्यसभा में पहुँचने वाले 49 नए सांसदों में 38 करोड़पति हैं। महिला आरक्षण की बात करने वाले तमाम दल की बातें बेमानी निकलीं, क्योंकि राज्यसभा में केवल तीन महिलाएँ ही पहुँच पाई हैं। सबसे आश्च...
कौमी एकता और तवायफ वो तवायफ कई मर्दों को पहचानती है शायद इसीलिये दुनिया को ज्यादा जानती है उसके कमरे में हर म$जहब के भगवान की एक-एक तस्वीर लटकी है ये तस्वीरें लीडरों की तकरीरों की तरह नुमाइशी नहीं उसका दरवाजा रात गए तक हिंदू...विरोधी समूह के द्वारा प्रशंसा और सम्मान .. इससे बडा सुख क्या हो सकता है ??अपने तो हमेशा प्रशंसक होते हैं , इसलिए उसकी प्रशंसा आपको उतना सुख नहीं दे सकती , जितना एक विरोधी के द्वारा आपकी प्रशंसा किए जाने पर होता है। एक विरोधी के द्वारा प्रशंसा किए जाने का अर्थ है कि आप सही राह चल...
जिद्दी ख्वाब ख्वाब हैं कि एक जिद्दी बच्चा , जितना मना करो उतने ही आ जाते हैं इन्हें नींद की भी दरकार नहीं खुली आँखों में ही समा जाते हैं...ब्लागिंग का शौक (पार्ट - १)बी" कंपनी का बॉस ... टी.व्ही. देखते देखते भडक उठा ... ये "गोली" इधर आ ... हां बॉस ... ये ब्लागिंग क्या है ... कोई नया गेंग बनेला है क्या बॉस ... अबे घोंचू ... बुला सबको जितने हाजिर हैं ... हां बॉस ... गें...अर्जुन के पेंतरे से घबराई कांग्रेस अंततः अर्जुन ने चला ही दिया ब्रम्हास्त्र* *भोपाल गैस कांड के वक्त मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कुंवर अर्जुन सिह जो कि पिछले दो सालों से निर्वासित जीवन जी रहे ...
मेरा पिघलना अभी बाकी है.... ये कविता * *यहाँ** * *जब मैंने पढ़ी तो जो ख्याल मन में आये वो ये थे....* *मेरा पिघलना अभी बाकी है,* ** *तो भला क्या समझूंगा* *यूँ नदी की तरह बहने की बाते,* *भांप बन बन कर उड़ने की बाते,* *बर्फ से बादल होने क... बस मेरा है!!!सन्तुष्टता और खुशी साथ-साथ रहते हैं। हम जो हमें मिला है उससे कितने संतुष्ट रहते हैं? यह बात निर्विवाद सत्य है कि संतुष्टि ही हमें सच्ची प्रसन्नता देती है।...
चलते चलते आज का कार्टून
दस से अभी भी उम्मीद !!!!!!!!! !!!!!!!!!!!!
मस्तान सिंग MASTAN TOONS - पर
अब देते हैं वार्ता को विराम --- आप सभी को ललित शर्मा का राम-राम
14 टिप्पणियाँ:
बहुत परिश्रम से तैयार किया गया चिठ्ठा, आभार।
बहुत बढ़िया चर्चा .... ललित जी ....
बढ़िया चर्चा..ललित भाई..आनन्द आया.
बहुत अच्छी चर्चा.....अब तो इन चर्चाओं का महत्त्व और बढ़ गया है....यहाँ से अच्छे लिंक्स मिले ..आभार
बहुत बढ़िया चर्चा, मेरी पोस्ट को शामिल करने का बहुत बहुत आभार !
हो सके तो मेरे ब्लॉग से सीधे ही आप मेरी पोस्ट ले सकते है,लिंक नीचे दे रहा हूँ !
http://burabhala.blogspot.com
बहुत ही शानदार चर्चा है। काफी मेहनत करते हैं आप। ईश्वर करें आप हमेशा सफल रहे।
बहुत अच्छे लिंक्स दिए ..आभार.
बहुत बढ़िया चर्चा .राम राम जी की
बहुत ही शानदार चर्चा है।अच्छे लिंक्स मिले ..आभार
राम राम जी,
एक बार फिर मेरे विचारों को (मेरा पिघलना अभी बाकी है...) को चर्चा में शामिल करने के लिए आभार....
सच में बढ़िया लिन्क मिले यहाँ...
कुंवर जी,
बहुत ही बढिया चर्चा ललित जी....
आभार्!
बदिया चर्चा रही शर्मा जी ...एक छोटा सा हिस्सा देश से बाहर वाले ब्लोग्स के लिए रख दो तो प्रिंट वालों को भी विदेश के भूले बिसरों की याद मिलती रहेगी ....
मजा आ गया काफी अच्छी लिंक एक साथ पाकर ....
बहुत अच्छा लगा .अशोक बजाज
जय हो
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