शनिवार, 31 जुलाई 2010

महाप्रलय - मौत के मुँह से बचकर, फिर हाज़िर हूँ आपके बीच - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा

प्रिय ब्लॉगर मित्रो 
प्रणाम !

कैसे है आप सब ? लीजिये एक बार फिर हाज़िर हूँ एक और ब्लॉग वार्ता ले कर इस ब्लॉग 4 वार्ता  के मंच से ! आशा है आप सबको यह वार्ता पसंद आएगी !

एक खुशखबरी भी है आप सब के लिए ...............हमारे प्रिय पाबला जी की वापसी हो चुकी है ब्लॉग जगत में ..........एक छोटे से अल्पविराम  के बाद !

सादर आपका 

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 मॉनसून :- कहीं आया और कहीं नहीं !! 

 सिर्फ मना मना है और कुछ मना नहीं :- क्या पता हम ने तो मना किया नहीं ! 






 महाप्रलय... :- अरे बाप रे !

  ब्लॉग में संसद :- चल रही है ये यह भी ठप है ?

 चोरी का माल आप के नाम.... :- पुलिस तो नहीं आएगी ?

 अब तक छ्प्पन- राजीव तनेजा :- बस सिर्फ़ ५६ ??

 …….मेरा प्यारा तकिया……. :- खो गया क्या ??

 छुपके सिरहाने में रोते हैं , लोग दीवाने क्यों होते हैं :- क्या पता ..........अभी हम दीवाने कहाँ हुए है ?

 तप से भगवान बने सचिन तेंदुलकर :- जय हो प्रभु की !!

 लोग जो चिकने घड़े हैं...... :- वह कहाँ खड़े है ??

 छतों पर रेडियम के चाँद तारे टिमटिमाते हैं :- क्या उन्हें देख कर ही आप रातें गुजारते है ?


 अपने बच्‍चों की ही नहीं, अपनी लिखावट भी सु‍धारें :- बात तो ठीक है !

 लघु कथा: अब पापा कौन बनेगा? :- है कोई जवाब ??

 हाल ऐ दिल कभी मैंने ..तमाम ..नहीं लिखा :- पर क्यों ??

 मेरे घर आना ! :- जरूर !

 ये साहब कब आयेंगे समय पर ......... :- खुद साहब भी नहीं जानते !!

 काउच सॉरी.....कोच :- सटीक लिख डाला !

 उत्प्रेरक...Catalyst......जबरही बोली......ओह.....अपना इंडिया.....सतीश पंचम :- हाँ जी इंडिया !

एक रिपोस्ट - ३१ जुलाई'२०१० - अमर शहीद उधम सिंह जी की याद में ! :- शत शत नमन !

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आज की ब्लॉग वार्ता बस यहीं तक ! अगली बार फिर मिलुगा एक और ब्लॉग वार्ता के साथ तब तक के लिए.....

जय हिंद !!

शुक्रवार, 30 जुलाई 2010

सावन आया झुम के-- सावधान हो जाएँ--टमाटर गिफ़्ट करें--ब्लाग4वार्ता

नमस्कार, सरकार अब पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों द्वारा फ़ैलाए जा रहे कचरे के विषय में राज्य सरकारो को आगाह कर रही है और इसके ठोस प्रबंधन के लिए कह रही है। यह एक उचित कदम है,हम जहां भी पर्यटन स्थलों पर जाते हैं वहां कचरे की भरमार हो जाती है। लोग पिकनिक मनाने आते हैं और प्राकृतिक स्थानों में अपने साथ लाया हुआ कचरा फ़ैला जाते हैं। सरका को खाद्य सामग्री की पन्नियों की पैकिंग बंद करा देना चाहिए, यत्र-तत्र पानी की खाली बोतलें, चिप्स की पन्नियां, प्लास्टिक के गिलास फ़ैले रहते हैं, कई जगह लिखा भी है कि "कचरा न फ़ैलाएं"।लेकिन भदेस भारतीय मानते कब हैं, अब चलिए ललित शर्मा के साथ आज की ब्लाग4वार्ता पर...
  
वार्ता का आगाज करते हैं वाणी जी ने कहा कि इनसे सावधान हो जाएँ, सावधानी हटी और दुर्घटना घटी,कल दैनिक भास्कर के इस आलेख को पढ़कर मन में अजीब सी बेचैनी छा गयी ..... इनसे सावधान हो जाएँ ... ऐसे लोगों का अपने आसपास होना जो आपकी निजता , आपकी पहचान चुरा लेते हैं , चिंताजनक है ...मित्रों और परिचितों की ...आज तो म्हारे ताऊ जी ने भी पोस्ट लिख दी सै कई दिनां पाच्छै--"नाचै कुदै बान्दरी और खीर मदारी खाय" .बन्दर* बडी अकड मे चश्मा वश्मा लगाके. और शूट बूट पहन कर, हाथ में छाता लिये हुये बडे तैश मे मदारी के केबिन मे घुस गया. मदारी अपने आफ़िस में बैठा अगला मजमा लगाने की प्लानिंग कर रहा था. डमरू पर घुग्घी कबूतर ...

आज तो भाई समीर भाई का भी जन्मदिन है फिर वही दिन… आ गए याद, समय बीतता जाता है और एक एक दिन करके हम न जाने किस गुणा भाग में लगे जान ही नहीं पाते कि कहाँ आ पहुँचे हैं. फिर एकाएक एक दिन साल में वो दिन आ जाता है, जब आप पैदा हुए थे. खुशी इस बात की होती है कि मित्रों औ...हमारी भी घुमक्कड़ी शरु हो चुकी है 110 कैमरा, नारनौल, जल महल एवं बीरबल का छत्ता--और मैं आप दोनो जरा घुम आएं, चलिए मेरे साथ गाड़ी पर --यात्राएं तो लगातार चलती रहती हैं जीवन ही यात्रा का नाम है,चलते रहना ही जीवन है। अब चलते हैं एक और यात्रा पर। सन् 1985 में मुझे हरियाणा के नारनौल जाने का मौका मिला।बात पुरानी है लेकिन स्मृतियों में ताजा है।...

खुशदी्प भाई ने पूछा है कि स्वर्ग पसंद हैं या नर्क हम तो यहीं कह रहे कि जहां मंहगाई हो कम और लैन लगानी नहीं पड़े, वहीं ले चलो--आज एक दोस्त ने बेहद मज़ेदार ई-मेल भेजा है...अनुवाद करके आपके साथ शेयर कर रहा हूं...उम्मीद करता हूं आपको भी उतना ही आनंद आएगा जितना इसे पढ़ कर मुझे आया... एक मल्टी नेशनल कंपनी (*एमएनसी*) ने भर्ती की निगर..अशोक बजाज ग्राम चौपाल पर.समाचार पत्रों का आभार आभार "मंहगाई एवं नक्सलवाद पर उलझी लोकसभा एवं विधानसभा" शीर्षक से प्रकाशित 27-07-2010 के पोस्ट को दैनिक "छत्तीसगढ़ वाच" ने "स्वतंत्र विचार" स्तम्भ एवं दैनिक "छत्तीसगढ़ समाचार" ने "चौपाल" स्तम्भ में प्रकाशि...

लूका और पीसा के आश्चर्य़ सुबह सुबह हमारा शिप लूका के लिये लिवोर्नो नामक पोर्ट पर डॉक हो गये था ।यहां से हमें बस से आगे जाना था । हमारी बस नंबर थी 16 । लूका और पीसा इटाली के पुराने टस्कैनी प्रदेश के बडे शहर थे और हैं । पुराने जमा...वे गरीब आदमी हैं, मगर इज्जतदार तो हैं असल मुगल खून! मोती के समान रंग! उम्र अस्सी के पार, लम्बे पट्ठे, बगुला के पर जैसे सफेद! बड़ी-बड़ी आँखें - प्यार ‌और शान को निमन्त्रण देती हुईं! कद लम्बा, दाढ़ी खसखसी, मखमली ऊदी कामदार टोपी ..... यह थे मिया खु...

वर्ष के श्रेष्ठ उत्सवी गीतकार का सम्मान कहा गया है कि प्रेम में जीव अभय हो जाता है , वहां तो सिर्फ समर्पण ही रह जाता है ! प्रेम सर्वस्व न्योछावर करके गदगद हो जाता है ! अहंकार सबकुछ पाकर भी खुश नहीं होता है ! प्रेम दूसरों की छाया बनकर अपने को ...शब्दों में जो धार हो तो कलम कम नहीं तलवार सेप्रारब्ध का दुश्चक्र ऐसा चला कि हमें कम्पनी में अपनी फ्री इन्टरनेट वाली सीट से हाथ धोना पड़ गया है......ये बात कोई मायने नहीं रखती कि हमारी कागजो में थोड़ी सी तरक्की हो गयी है......और पता नहीं कैफे वालो को...

नैनीताल की बारिशआजकल मेरा कैमरा खराब हो गया है इसलिये अपना शौक मोबाइल से पूरा कर रही हूं और उसकी के चलते बारिश के कुछ चित्र ले लिये...* बारिश का मौसम है छाते ले लो छाते बारिश में कभी-कभी ऐसा भी हो जाता है बारि...हारा है पहाड़ का अहमदेखा है कभी पर्वत को कितना तनहा होता है नदी के उदगम के बाद । देखा है कभी नदी को कितना उत्सव होता है उसके तट पर उसके रास्ते में उसके बहाव में सागर से मिलने की आस में । देखा है कभी हिमालय को उसका अहम पिघल...

रात अधूरी ....चिंदी चिंदी टुकड़ा टुकड़ा रात को जोड़ा चाँद को पकड़ा रूठा रूठा हाँथ से छूटा वो भूरा बादल का टुकड़ा कुछ बड़े तारे चिपकाए कुछ छोटे यूँही छितराए रात की रानी मांग के लाये काजल भरकर नैन जलाय...टमाटर गिफ़्ट करेंकार्यालय से घर जा रहा था तो सोचा सब्जियां खरीद लूं. जेब मे हाथ डाला तो पांच रुपये का एक सिक्का निकला.वैसे ही मेरा जेब इतना तंग रहता है कि आजकल कपङे सिलवाते समय मेरी धर्मपत्नी छोटा सा एक ही जेब डलवाती है ता...

मैं क्या चाहती हूं ? मुझे अपना ब्याह रचाना है , यह भली भांति जानती हूं , पर मैं कोई गाय नहीं कि , किसी भी खूंटे से बांधी जाऊं ना ही कोई पक्षी हूं , जिसे पिंजरे में रखा जाए , मैं गूंगी गुड़िया भी नहीं , कि चाहे जिसे दे दिया जाए ,...सावन आया झुम केआपने घर में घुसे पानी को बाल्टी से बाहर निकालते हुए आज सावन मास के दूसरे दिन इन्द्र भगवान बगड़ नगरी पर ऐसे मेहरबान हुए कि बगड़ की सड़को गलियों को पानी से सराबोर कर दिया ...

सचिनः कितना महान हुआ भगवान देख हमारे सचिन की ताकत क्या हो गई इंसान कितना महान हुआ भगवान कितना महान हुआ भगवान टेस्ट में जो कर न पाते भगवान वन-डे में भी कर दिखलाते इसलिए ही तो महान और भगवान कहलाते जिसपे सारा देश कुरबान देख हमारे सचिन क.....राजस्थानी !!एक एक नै क्यूं बतानी पड़े क थांरी भासा राजस्थानी ! थे उठो थे जागो अब थांरो फरज राजस्थानी ! निज घर में निज रै थाने क्यूं अणजाणी है राजस्थान? मना मना र बात मनवावां ऐड ी थारै संताना ...

हिन्‍दी ब्‍लॉगरों : टिप्‍पणी दान महादान हैआदमीयत अब है कहां फिर भी सोचा कि चलो इंसान में न सही चूहों में ही तलाश ली जाए कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स के अवसर पर चूहे से चैट तो इंटरनेट ऑन करते ही एक चूहे से चैट शुरू हो गई। उसने कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स का हवाला देत ह...मेरे साईट को कोई संभालने वाला चाहीये मेरे पास एस साईट है जिसका सर्वर Netfirm पर है। सायद आप उस साईट के बारे मे जानते भी होंगे: *Kunnu.NET* (अभी वायरस ईन्फेक्टेड है) मेरे पास २ साईटें हैं और ईनको एक साथ चलाना बहुत मुस्कील पड एहा है। ईसलिय...

नूडल खाने का शिष्टाचारजापान में आजकल खूब गर्मी पड़ती है। गर्मी मौसम में जैसा भारतीय खाना, थाइलैंड के खाना, ऐसा मसालेवाले यानि तीखा खाना अच्छा लगता है। लेकिन ज़्यादा गर्मी से खाने का इच्छा भी खो गया तो हम जापानी ठंडा खाना खाते हैं..लातों के भूत बातों से नहीं मानतेभटनेर का किलाकहानी 1984-85 की चल रही है, अभी तो काफ़ी बदलाव आ गया है,नारनौल से घुम घाम कर हम वापस रिवाड़ी पहुंचे, रिवाड़ी में भी एक दिन आवारागर्दी की। बस युं ही चक्कर काटते हुए, काठ मंडी, गोकलगेट, मुक्तीवाड़ा..

छत्तीसगढ़ में रामछत्तीसगढ़ में राम* भगवान राम ने अपने 14 वर्ष के बनवास काल में 10 वर्ष छत्तीसगढ़ में गुजारे हैं। यह निष्कर्ष “राम वनगमन मार्ग शोध दल” ने अंचल का दौरा कर तथा भगवान राम से सम्बंधित विभिन्न ग्रंथों यथ...एक २ इन १ पोस्ट - २९ जुलाई - एक ख़ास दिन !आज २९ जुलाई है - भारत देश की २ विभूतियों का बहुत गहरा नाता है आज के दिन से ! एक का आज जन्मदिन है तो एक की आज पहली बरसी है ! आइये इस २ इन १ पोस्ट के माध्यम से उन दोनों को ही अपने श्रद्धासुमन अर्पित करें ! ...

नई ग़ज़ल/फ्लैटों, मालों का 'इंडिया' लेकिन अपना देश कहाँ?मैं स्वतन्त्र लेखक-पत्रकार हूँ. संघर्ष मेरे जीवन का पाथेय-सा बन गया है, क्या करुँ. किसी तरह अपना छोटा-सा दफ्तर बनाया है. जिसका मालिक, चपरासी, मैसेंजर सबकुछ मै हूँ. मैंने अपने कार्यालय में प्रख्यात चिन्तक ...जज के पिता और भाई की हत्या - राजस्थान में बिगड़ती कानून और व्यवस्थाराजस्थान में कानून और व्यवस्था की गिरती स्थिति का इस से बेजोड़ नमूना और क्या हो सकता है कि एक पदासीन जज के वकील पिता और वकील भाई की दिन दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई। गोली बारी में जज की माँ और उस का ए...

चलते चलते व्यंग्य चित्र

 
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वार्ता को देते हैं विराम---ललित शर्मा का राम-राम.

गुरुवार, 29 जुलाई 2010

समीर लाल का जनमदिन---ब्लाग जगत को न्योता--ब्लाग4वार्ता---ललित शर्मा

मस्कार, आज मैने देखा कि आदि सुबह उठकर स्कूल जाने के पहले कम्प्युटर पर बैठ गया और गेम खेलने लगा। मम्मी उसे नहाने के लिए पुकारती रही। फ़िर शाम को स्कूल से आया तो फ़िर कम्प्युटर पर गेम खेलने बैठ गया। कम्प्युटर गेम में ही मगजमारी करता रहा। आदि पहली क्लास में पढता है। कम्प्युटर के कारण बाहर खेलने नहीं जाता। इधर उदय भी जब भी मौका देखता है कम्प्युटर पर कब्जा कर लेता है। बच्चों के शारीरिक विकास करने वाले खेल तो जैसे खत्म होते जा रहे हैं। मोहल्ले के बच्चे स्कूल से आने के बाद तो घर से बाहर ही नहीं दिखते। पहले तो स्कूल से आने के बाद दो घंटे तक तो बच्चों के हल्ले गुल्ले से मोहल्ला गुलजार रहता था। कहां गया वह बचपन? जरा सोचें और चलें ललित शर्मा के साथ ब्लाग4वार्ता पर...

आज समीर लाल का जनमदिन हैआज, 29 जुलाई को उड़न तश्तरी वाले समीर लाल का जनमदिन है। बधाई व शुभकामनाएं [image: celebrate] आने वाले जनमदिन आदि की जानकारी, अपने ईमेल में प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें। अपने मोबाईल फोन पर SMS के..."बिना शीर्षक" विमोचन-- ब्लाग जगत को न्योता-- अवश्य पधारे रुक जाना नहीं, तू कहीं हार के, कांटो पर चलके, मिलेंगे साए बहार के, ओSSS राही, ओSSS Sराही,ओSSS राही, ओSSSSराही........... *दूर कहीं से कोई गा रहा था। यह गीत मु्झे प्रेरणा देता है, थकने नहीं देता,रुकने नहीं..

विचार तत्व हताश न होना सफलता का मूल है और यही परम सुख है। उत्साह मनुष्य को कर्मो में प्रेरित करता है और उत्साह ही कर्म को सफल बनता है। - वाल्मी...तुम आए हो.कुछ दिनों से मेघ कुछ ज्यादा ही प्रसन्न दिखाई दे रहे हैं ........बस निर्झर बहते ही जा रहे हैं........... साथ में मतवाली धुन्ध जब अलमस्त हिरनी सी चाल में चलती है तो मन मुग्ध हो जाता है । रोज सुबह जब भी ऑफिस ...


बहुत हुई रावण की बकवास रावण की बकवास शाम को सोकर उठे तो प्लान किया कि कल सुबह नागपुर से निकला जाए। नीरज कहने लगा कि यहां किसी अच्छे अस्पताल में शरीर का जनरल चेकअप करवा लेते हैं। मैने मना कर दिया कि रायपुर में करवा लेंगे। अब समय...सवाल और समस्या देश के सवाल और समस्या दोनों ही बड़ी किस्म के हैं.. हम, आप या पूरा देश लाख झक मार ले पर ये उच्च कोटि के रंगमंचीय अदाकार (नेतागण) ऐसे नहीं मानने वाले.. उसके लिए कुछ क्रांतिकारी क़दमों की आवश...

तीन दिनों की बारिश तीन दिनों की बारिश* प्रांत को जलमग्न किया किसान हुए कहीं खुश झुग्गी झोपडी के वासिंदों को क्यों तुने अर्धनग्न किया (२) मांग बहुत है पानी की है यह किसी से छुपा नही पर यह क्या! तीन दिनों से हो रही बा... आप हवा में तुक्के तो नहीं लगाते, इसे पढ़िएप्राइमरी स्कूल के सत्र का समापन था...एक साल तक किंडरगार्टन (केजी) के जिन बच्चों को टीचर ने मेहनत से पढ़ाया, वो विदाई से पहले तोहफ़े ले कर मिलने के लिए आ रहे थे... *फ्लोरिस्ट शॉप* (फूल विक्रेता) के मालिक ...

आज मयंक सक्सेना, विवेक रंजन श्रीवास्तव का जनमदिन है आज, 28 जुलाई को - ताजा हवा वाले मयंक सक्सेना - विवेक के व्यंग्य, नमस्कार, बिजली चोरी के विरूद्ध जन जागरण...., विद्युत ब्रह्मोति वाले विवेक रंजन श्रीवास्तव का जनमदिन है बधाई व शुभकामनायें आने...यौनिक रिश्तों की पड़ताल के कुछ नए परिणाम  . टाइम* पत्रिका का ताजा एशियन संस्करण एक लीड स्टोरी समेटे हुए हैं .कौगर (cougar sex ) यौन सम्बन्ध पर .अब कौगर क्या है आप खुद क्लिक कर पढ़ें .भारतीय समाज यौन मुद्दों पर खुलकर बात करने से कतराता है ,हमारे संस...

मेरे बचपन का सावनसावन आ गया हमेशा की तरह पुरे एक साल बाद , हर बार की तरह अपनी खूबसूरती को समेटे ...पर फिर भी कहीं न कही एसा लगता है , कि हर बार कुछ कमी रह जाती है अब सावन भी पहले जैसा नहीं रहा है .शायद होगा भी पर मेरे गाँव...क्या करने आयें हिन्दी ब्लोग्स में?कल चौक में मुहल्ले के कुछ युवा आपस में बतिया रहे थे। हमें पता है कि इन लोगों का अधिकतर समय आर्कुट और फेसबुक में विचरण करते हुए ही व्यतीत होता है। हमने सोचा कि ये लोग रोज नेट में सर्फिंग करते ही हैं तो क्यो...

वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार (आंचलिक)हमारे युग के सर्वाधिक लोकप्रिय गीतकार पद्मश्री नीरज की मान्यता है,कि " गीत ही आदि गीत ही मध्य गीत ही अंत, बिन गीत विश्व है केवल मरघट के सामान " राष्ट्रकवि दिनकर ने अपने महाकाव्य 'उर्वशी' में बड़े ही प्रभाव...मेरी हालत आप खुद देख लेंआज कल मेरा क्या हाल है, ये आप तस्वीर देख कर ही समझ सकते हैं। बहुत् दिन से नेट से दूर हूँ। , समय नही निकाल पा रही हूँ। कुछ दिन के लिये मेरे घर मे एक परी आयी हुयी है। । अब आप खुद देखिये क्या ऐसे मे मै इसे...

जाने भी दो यारो का एक यार चला गया : रवि वासवानी का जाना बहुत दुखद हैजाने माने फिल्म अभिनेता रवि वासवानी का मंगलवार को दिल का दौरा पडने से निधन हो गया। 64 वर्षीय वासवानी का निधन शिमला में हुआ। । 1981 में चश्मे बद्दूर से कैरियर की शुरुआत करने वाले वासवानी ने कॉमेडी फिल्म *...अज्ञेय और शमशेर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी-- ब्लागर संगोष्ठीअज्ञेय और शमशेर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी (द्वितीय प्रमोद वर्मा स्मृति समारोह-2010 ) *मधुरेश, ज्योतिष जोशी और डॉ.शोभाकांत झा का सम्मान*** भिलाई । छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था प्रमोद वर्मा स्मृति संस...

और सांई बाबा लौट गए... (लघु कथा)गुरूपूर्णिमा का दिन, मुहल्ले के सांई बाबा मंदिर में भंड़ारा का आयोजन । मंदिर बनवाने वाली महिला ही मुख्य आयोजक, उनके आदेशानुसार भंडारा चालू था । एक- दो घंटे तक मुहल्ले की भीड़ के साथ-साथ आसपास के ­झुग्गी-­झो...छत्तीसगढ़ को नक्सल समस्या से मुक्त कराना कोई ईमानदारी से चाहता हैं तो वे डॉ. रमन सिंह ही हैंडॉ. रमन सिंह ने स्पष्ट कह दिया है कि वे इस्तीफा देने वाले नहीं हैं। पिछले 7 वर्ष में कांग्रेस ने कई बार इस्तीफा मांगा। कांग्रेस का तो एक सूत्रीय कार्यक्रम है कि डॉ. रमन सिंह इस्तीफा दें। खास कर पूर्व मुख्यमं...

अब वार्ता को देते हैं विराम......आप सभी को ललित शर्मा का राम राम ..

बुधवार, 28 जुलाई 2010

लंडूरा और आलिंगन,सिर्फ तुमसे प्यार है -------ब्लाग4वार्ता-----ललित शर्मा

नमस्कार,एक आम नागरिक होने के नाते कारगिल के शहीदों को नमन करता हूँ, लेकिन जिस प्रकार विजय दिवस पर शहीदों को मीडिया,नेता और अधिकारियों का गठजोड़ भुल गया, इससे लगता है कि जब जान पर बन आए तो उन्हे याद करो। लड़ाई में जाते वक्त खून के तिलक करो। जोश भरे नग्मे गाओ, और जब युद्ध खत्म हो जाए, उन्हे भूल जाओ। लोकसभा में भी दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी गयी। कारगिल के शहीदों को भुला दिया गया। यह ठीक नहीं है। अब चलिए मेरे साथ आज की ब्लाग4वार्ता पर और सैर किजिए ब्लाग नगरिया की.......

संजय  भास्कर प्यार में डुबे हैं मुझे तो सिर्फ तुमसे प्यार है...मरने वालों को जिन्दगी चाहिए* *और जिन्दगी है जिनके पास, * *उन्हें इन्त्जार है मौत का **न मौत से न जिन्दगी से* *मुझे तो सिर्फ तुमसे प्यार है...* मुझे क्या होना चाहिए? मैं दर्द होता तो आपकी आंखों से बहकर अपना अस्तित्व समाप्त करना चाहता उस खारे आंसू की तरह जो देश दुनिया की फिक्र से दूर बच्चों की आंखों से निश्चल बहा करता है। मैं खुशी होता तो आपकी मुस्कुराहट के रूप में ...


जाकिर अली रजनीश को वर्ष का श्रेष्ठ बाल साहित्यकार सम्मान दिया गया है परिकल्पना पर उन्हे ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं,आज का सम्मान एक ऐसे चिट्ठाकार के नाम, जो सक्रियता की मिसाल है और जिसे सदलेखन को प्रोत्साहन देने वाले चिट्ठाजगत के पहले सम्मान को प्रारम्भ करने का श्रेय जाता है। ये ऐसे चिट्ठाकार हैं, जो आम तौर से 'तस्ल....प्यार की परिभाषा मेरे बिस्तर पर गर्म भट्ठी की तरह सांसें छोङना फ़िर कुछ ही पल में मेरी बांहों में पिघलकर सर्द हो जाना. बेशर्म होकर मेरे जिस्म के हिस्सों को अपनी नजरों से शिकार करना फ़िर अपनी ही आंखों पर खुद की हथेली से पर्दा ...

 पर मुझे स्वर्ग सा नहीं लगा !! मुझे अमेरिका आए हुए एक महीने से ज्यादा हो गए, १६ जून को आई थी. एक महिना कैसे बीता, पता ही नहीं चला . वैसे भी बच्चों के साथ रहने पर समय का पता कहाँ चलता है . इस बार तो कुछ ख़ास ही व्यस्तता और ख़ुशी है . बेट...कंदराओं से निकले नायाब 'हीरे' निरंतर बंदूकों से बरसती गोलियों और धमाकों के बीच लाशों को अपनी आँखों से देखने वाले इन जंगली "हीरों" ने अपनी मशक्कत के बूते लक्ष्य पाकर एक उत्तम आदर्श स्थापित किया है। * *शाश्वत शुक्ला* नक्सली इलाकों में ...

नवगीत/ फिर भी जीते रहे ज़िंदगी, कभी न टूटे हम..  कुछ दिनों से ऐसी कुछ अस्त-व्यस्तता थी, कि मैं कुछ पोस्ट ही नहीं कर पाया. आज कुछ समय मिला, तो हाजिर हूँ अपने एक नवगीत के साथ. आशा है, पसंद आएगा.* *नवगीत* *मिली विफलताएँ कुछ ज्यादा,* *उपलब्धि है कम.* *फिर...बाढ़ भीषण गर्मी से त्रस्त थे , आसार वर्षा के नजर ना आते थे , तब पूजा पाठों का दौर चला , हवन और अनुष्ठान हुए , भविष्य बाणी पंडितों की , और सूचनाएं मौसम विभाग की, सभी लगभग गलत निकलीं , पानी की एक बूंद न बरसी , जैसे...

आदमखोर की राह राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी वास्तव में महात्मा थे। तभी तो उनकी कही बात आज भी प्रासंगिक है। गांधी की जय जयकर अब भी होती है और होती रहेगी लेकिन उन्हें मानने वाले भी उनकी बातों पर एक फीसदी भी नहीं चलते ।दे...बिना लकड़ी और लोहे की छत---यात्रा-4अनुसंधान केन्द्र का रास्ता चिखली में रुकने से से हमारा पूरा कार्यक्रम चौपट हो गया और वापस लौटने लगे। चिखली अगर नहीं रुकते तो हम रात तक मुंबई पहुंच चुके होते। लेकिन शायद कुछ ऐसा था जो हमें आगे बढने से रोक...

लंडूरा और आलिंगन… लिं ग हिन्दी का बहुप्रचलित शब्द है जिसका अर्थ भी पहचान, चिह्न, लक्षण, निशान, प्रतीक, बिल्ला आदि होता है। हिन्दी में लिंग शब्द का इस्तेमाल होता है। स्त्रीलिंग-पुल्लिंग के संदर्भ में गौर करें ...अपनी अपनी संतुष्टि - कहानीउसने टेबल से उठते हुए एक बड़ी पैग हलक में उतारी, प्लेट में कुछ शेष बच गए काजू के तुकडों को मुट्ठी में उठाते हुए बार से बाहर निकल गया। लडखडाते कदमों से बाहर खडे बाईक के इग्नीशन में चाबी डालते हुए वह ठिठक गय..

कील पर टँगी बाबूजी की शर्ट आज बहुत याद आ रही है कील पर टंगी बाबूजी की शर्ट शर्ट की जेब होती थी भारी सारा भार सहती थी कील अकेले होती थी राशन की सूची जिसे बाबूजी हफ्तों टाल मटोल करते रहते थे माँ के चीखने चिल्लाने के बाद भी तरह तरह ...मानसिक जुड़ाव किसी को जानने के लिए साथ की ज़रूरत होती है.. सिर्फ साथ ही नहीं उससे मानसिक जुड़ाव की भी आवश्यकता होती है.. कुछ समयोपरांत आप कह ही नहीं सकते की कोई आपको या आप किसी को ठीक से समझ ही नहीं पाए.......

एक फ़ोटो एक पोस्ट रोहित उमराव आजकल चिड़ियों और फूलों की ज़बरदस्त तस्वीरें खींच रहे हैं. इधर वे बरेली से हल्द्वानी आए तो पोस्ट करने के वास्ते कुछ माल जमा करवा गए.पहली तस्वीर देखिये:एक बार देखने पर आप कहेंगे कि चमेली का फूल पर ...पांच रुपये के सिक्कों ने बचाई थी जान - परमवीर चक्र विजेता जोगेंद्र सिंह यादव टाइगर हिल की वह रात आज भी मुझे पूरी तरह से याद है, जब दुश्मनों ने मुझ पर गोलियां चलाईं तो मेरी जेब में पड़े पांच रुपये के सिक्कों ने मेरी जान बचाई थी। दुश्मनों द्वारा फेंके गए हैंड ग्रेनेड से मेरा बायां ...

 मैं कवि नहीं आग की लपटें हूँ - रायपुर के शहीद स्मारक सभागार में सोमवार की रात देश के ख्यातिनाम कवियों को सुनने के लिए एकत्र हुए श्रोता बाहर बरसात और सभागार के भीतर गीतों और कविताओं में रससिक्त रहे| जिस कार्यक्रम में *हरिओम पंवार *आएं और...महंगाई व नक्सलवाद मुद्दे पर उलझी लोकसभा व विधानसभा महंगाई व नक्सलवाद मुद्दे पर उलझी लोकसभा व विधानसभा देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी,दो बड़ी पंचायते लोकसभा व छत्तीसगढ़ की विधानसभा देश के दो बड़े मुद्दे महंगाई और नक्सलव...

मंगलवार, 27 जुलाई 2010

विजय दिवस पर विशेष :- नहीं भुलने चाहिए कारगिल युद्ध के सबक - बस इतना याद रहे एक साथी और भी था - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा

प्रिय ब्लॉगर मित्रो 
प्रणाम !

आज २६ जुलाई है ...............आप में से शायद काफी लोग कहेंगे "तो".............तो यह कि आज "विजय दिवस" है ! जी हाँ आज ही के दिन कारगिल युद्ध में हम लोगो ने विजय पायी थी ! अब कम से कम यह तो मत कहियेगा कि कौन सा कारगिल युद्ध ??

आज मेरा अंदाज़ आपको काफी तल्ख़ लग रहा होगा ...................जी हाँ ..............है भी ..........और सच कहू तो मुझे कोई मलाल भी नहीं है इस बात के लिए ! 

क्यों हम लोगो को ऐसा कोई भी दिन याद नहीं रहता जिस का सरोकार केवल हमारी निजी ज़िन्दगी से ना हो कर पूरे देश से है ? अब आप कहेगे हम लोगो को १५ अगस्त और २६ जनवरी तो याद रहती है..................तो साहब .........छुट्टी का दिन किस को बुरा लगता है ........... ज़रा दिल्ली वाले ही बता दें कितनी बार लाल किले पर प्रधान मंत्री का भाषण सुनने गए है आप या राजपथ पर बैठ कर अपने जावानो का हौसला बढाया  है आपने ?? 

बुरा मत मनियें पर यही सच है हम सब सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने बारे में सोचते है देश तो बहुत बहुत बाद में आता है ! फिर देश की सेना के जवानो का ख़याल तो ..............चलिए जाने दीजियें.............क्यों आपको और खुद को और रुसवा करू..........वैसे उनके बारे में हम कभी सोचते ही नहीं है ........जब तक कि हमारे अपने घर का कोई उन में से एक ना हो ! सच कहा ना मैंने ??

ब्लॉग 4 वार्ता  के इस मंच से पूरे वार्ता दल और सभी ब्लॉगर साथीयो की ओर से कारगिल युद्ध के अमर शहीदों को शत शत नमन करते हुए पेश है आज की ब्लॉग वार्ता ! 

आपका 
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आपके ब्लॉग का नाम क्या होना चाहिए :- आप बताओ ?
 

हीरो या जीरो....? :- जैसी जिस की समझ कहे !


आया सावन झूम के ... :- थोड़ी देर से आया ना ?? 

ख्वाहिशों की ख्वाहिश :- यह कैसी खवाहिश ?

एक पल :- पल ...पल...पल...हर पल....हर पल .....कैसे कटेगा हर पल...... हर पल ??






इस्लाम में चार शादियाँ..... :- अल्लाह बचाए ...........आज की इस महेंगाई में ४ - ४ .....!!



एक कलम..! :- एक और ले लेनी थी !




जब तुम होगे साठ साल के............. घुघूती बासूती :-  और आप होंगी पचपन की !! सही कहा ना ?
  



ई – मेल एकाउन्‍ट कैसे तैयार करें :- यह तो आपको आता होगा....नहीं......तो सीख लो ना !! 

जीवन के ये 17 मूल आधार :- काफी बढ़िया है ! 

विजय दिवस पर विशेष :- नहीं भुलने चाहिए कारगिल युद्ध के सबक :- क्या कोई सुन रहा है ??

वो जब याद आएँ,बहुत याद आएँ!! :-  जब भी कोई अपना याद आता है...... यही होता है !


आज की ब्लॉग वार्ता बस यहीं तक | 

पर ज़रा सोचियेगा कि हम लोग देश के एक सच्चे नागरिक होने का जो दम भरते है वो कहाँ तक सच है ?? 
किस को धोखा देते है हम ?? 
खुद को ही ना !!

एक विनती है आप सब से -

बस इतना याद रहे एक साथी और भी था.....!!


जय हिंद !! 

सोमवार, 26 जुलाई 2010

इस सप्‍ताह के कुछ नए चिट्ठे .. ब्‍लॉग 4 वार्ता .. संगीता पुरी

आप सभी पाठकों को संगीता पुरी का राम राम ... हमेशा की तरह इस सप्‍ताह चिट्ठाजगत से जुडनेवाले कुछ नए चिट्ठों को लेकर प्रस्‍तुत हूं ... ....

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Our President

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.मिलती हूं अगले सप्‍ताह ... फिर कुछ नए चिट्ठों के साथ ... अलविदा .....

रविवार, 25 जुलाई 2010

चिट्ठाजगत के हॉटलिस्ट में ऊपर आना कौन कठिन बात है - आओ सीखें पोस्ट लिखना - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा

प्रिय ब्लॉगर मित्रो
प्रणाम !

सब से पहले आप सब का बहुत बहुत आभार और धन्यवाद जो आप लोगो ने मेरे कार्तिक को इतना स्नेह दियाऔर अपने आशीर्वादों और शुभकामनायो की उस पर वर्षा कर दी !

आप सब को यह जान बेहद ख़ुशी होगी कि कार्तिक का घाव बड़ी तेज़ी से भर रहा है और डाक्टर का कहना है एक हफ्ते में पूरा भर जायेगा !

कल का दिन बेहद बुरा गुज़ारा मैंने ............बार बार आँखों के सामने कार्तिक का वही रोता चहेरा और खून से सनी शर्ट आती थी ............. हर बार काँप जाता था मैं | भगवान् का लाख लाख शुक्र है कि कल कार्तिक को ज्यादा चोट नहीं आई |

एक बार फिर आप सब का बहुत बहुत आभार | बस ऐसे ही स्नेह बनाये रखें !

लीजिये आज की ब्लॉग वार्ता पेश करता हूँ ब्लॉग 4 वार्ता के इस मंच से !

सादर आपका

शिवम् मिश्रा

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रामचरित मानस से सदवचन : सतसंग और कुसंग :- जय श्री राम !

गुमशुदा ब्लॉगर्स की तलाश :- आइये हम भी करें !

नींद क्यूँ रात भर नहीं आती :- दिन में जो आ जाती है ....थोक के भाव में !

तोपखाना , तेलीबाग ,ओपन थियेटर,बाबा की मजार ..हॉकी, कंचे ,पतंग ,सायकल.....और एक शहर ...नाम था.....लखनऊ ... :- ले हमे तो पता ही नहीं था !

मैं अलबेला खत्री भी आपको एक सौगात देना चाहता हूँ....... :- क़ुबूल है महाराज !

300 की दवाई और 3000 का टेस्ट----ललित शर्मा :- अल्लाह बचाए !

सच मेरे यार हैं - कहानी भाग 4 :- खूब मज़े ले रहे हो सर जी !

ग़ज़ल का सफ़र - ३ ( सी एच आत्मा ) :- क्या कहने !

उलझ के ज़ुल्फ़ में उनकी गुमी दिशाएँ हैं :- अब क्या होगा ?

१० समंदर सामने और तिश्नगी है.......! :- साहब मूड में है !

११ पहला लंठ समाचार: जुर्माना 120 रु. :- अरे बाप रे इतनी बड़ी रकम !!!

१२ सावन को हरा कर जाये कोई :- है कोई ?

१३ आज शिवम् का कार्तिक है कल आप का भी कार्तिक हो सकता है....... :- जरूर हो सकता है !

१४ नक्सल हिंसा,लोकतंत्र एवं मीडिया पर राष्ट्रीय परिचर्चा कल रायपुर में :- चले क्या रायपुर ?

१५ आओ सीखें पोस्ट लिखना.... :- बेहद काम की बात !

१६ "लोकतान्त्रिक चौपालों" में हंगामे, मारपीट और गाली-गलौच (लोकतंत्र कि मर्यादा हनन) :- अब क्या कहे ?

१७ शर्मनाक है कांग्रेस का ये उतावलापन व CBI तथा सुप्रीम कोर्ट का दुरूपयोग .... :- सच में !

१८ पुलिस मंत्री भागा है, अफसर हैं जेल में :- और अपराधी मौज में !

१९ रुक रुक कर यूँ चलना क्या :- तो कैसे चले आप बताओ ?

२० जीने पर पाबंदी क्यों है ? :- देश में आज़ादी जो है !

२१ मुझे कुछ और गीत भी गाने होंगे – कविता पोस्टर :- जरूर गाइए !

२२ लेपटाप पर क्या देखें हम...? :- जो आपका मन करें !

२३ ब्लॉग चरित्र :- कैसा है ?

२४ दिल्ली है या गड्ढा :- आप बताओ ?

२५ चिट्ठाजगत के हॉटलिस्ट में ऊपर आना कौन कठिन बात है? :- आज तो हमेशा ही टॉप पर है सर जी !

२६ वर्षा मंगल तरही मुशायरा : आज कंचन चौहान का जन्‍मदिन है सो आज तो बारी कंचन की ही होगी, साथ में कंचन के वीर जी मेजर गौतम राजरिशी के अलावा जुगलबंदी के लिये और कौन हो सकता :- जी सही कहा आपने !

२७ परतन्त्रता तो हमारे खून में रम चुकी है....... :- अरे नहीं !

२८ प्राथमिक शिक्षा ही पूरी शिक्षा व्यवस्था की नींव है| :- सत्य वचन !

२९ सितारों की महफ़िल में आज संगीता स्वरुप :- आइये मिले !

३० कम से कम इसे मर्दानगी तो नही कहा जा सकता! :- बिलकुल भी नहीं !

३१ दो आंखें बत्तीस दांत :- कोई डाक्टर है क्या ?

३२ बरसात :- कहाँ हुयी ??

३३ मिन्नी ... :- इन से भी मिल लीजिये !!

३४ अपना डोमेन खरीदने के तीन विकल्प :- कौन कौन से ??

३५ प्यारी कंचन दी! :- जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं !

३६ जिसकी लाठी उसकी भैंस माने सीबीआई?">जिसकी लाठी उसकी भैंस माने सीबीआई? :- सीबीआई = भैंस !!

३७
सपनों की श्रँखला :- चलती रहे !

३८
उत्तर प्रदेश के ब्लॉगर्स की सशक्त आवाज़: लखनऊ ब्लॉगर्स असोसिएशन :- सदस्य बने !

३९ ब्रिटिश शासन में राजभक्ति पर दबाव - भाग एक :- थोडा सा इतिहास !

४० चलने भी लगा :- गलत सवाल का सही जवाब !

४१ अधूरी कविता :- अरे, पूरी क्यों नहीं की ?

४२ मीडिया भी क्या कमाल की चीज़ है(एक व्यंग)-----विनोद कुमार पांडेय :- सो तो है !

४३ तुम्हारे वादे , :- सच्चे या झूठे ?

४४ काश! वह रोज़े हश्र भी आए.... :- जरूर आएगा !

४५ सौन्दर्य प्रसाधन प्रेमी सुमुखियों के लिए आख़िरी चेतावनी ... :- सावधान !

४६ आवारगी :- अरे ..........आप तो यहाँ घूम रहे है ........तो फिर गुमशुदा कौन है ??

४७रिक्शेवाले की तपिश.......बस वाले की आराधना.....संसद की चिचियाहट.........लालीपाप-ए-लपूझन्ना.......तुम्हारी बकलंठई.......और मैं...सतीश पंचम :- देख लीजिये कुछ रह ना गया हो ?

४८ Inferiority Complex .....Superiority Complex :- आप को कौन सा है ?

४९ ”ब्लॉग-हलचल ” का आमंत्रण पोस्ट :- आपका भी स्वागत है !

५० ब्लोगिंग के दुश्मन चार इनसे बचना मुश्किल यार :- बात कही है दमदार !

५१ जाति-विभेद दूर करने में भी जातिगत राजनीति :- सब वोट बैंक पक्का करने के नाटक है !


तो लीजिये, साहब, आज की ब्लॉग वार्ता पूरी होती है .......... आइये ब्लॉग जगत का एक चक्कर हो जाये ??


अगली बार फिर मिलुगा एक और ब्लॉग वार्ता के साथ तब तक के लिए .......

जय हिंद !!

शनिवार, 24 जुलाई 2010

मैं, मेरी पत्नी और ब्लोगिंग-बता ऐ ज़िन्दगी--ब्लाग4वार्ता--ललित शर्मा

नमस्कार, छात्रों के साथ-साथ ब्लागर्स के भी खुश होने का मौका आ गया है। अब लैपटॉप 1500रुपए याने डेढ हजार में मिलेगा। मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने इस लैपटॉप को लांच किया  है। इसका निर्माण आई आई टी मुंबई,आई आई टी कानपुर, आई आई टी खड़गपुर,आई आई टी मद्रास एवं आई आई एस के विशेषज्ञों ने तैयार किया है। फ़िलहाल इसका उत्पादन ताईवान में होगा। इसमें हार्डडिस्क की बजाए लाईनेक्स का इस्तेमाल किया गया है। यह 6 ईंच लम्बा 4 ईंच चौड़ा और 1ईंच मोटा है। छात्रों के लिए 50%सब्सिडी की योजना है। अब चलिए मेरे साथ ब्लाग नगरिया की सैर पर........

कुछ दिनों पहले लिव इन रिलेशन शिप मीड़िया बाजार गर्म था। इधर एक पोस्ट पढिए रखैल व्यवस्था का बाजारीकरण – लिव इन रिलेशनशिप स्त्री-पुरुष का साथ यूं तो प्राकृतिक स्थिति है किंतु जब इसे ग्लैमराइज किया जाता है तो वाकई बात चिंताजनक हो जाती है. कुछ यही बात, संजीव तिवारी की एक पोस्ट छत्तीसगढ़ी साहित्य व जातीय सहिष्णुता के पित्र पुरूष : पं. सुन्दर लाल शर्मा महानदी के तट पर विशाल भीड़ दम साधे खड़ी थी, उन्नत माथे पर त्रिपुण्ड लगाए एक दर्जन पंडितो नें वेद व उपनिषदों के मंत्र व श्लोक की गांठ बांधे उस प्रखर युवा से प्रश्न पर प्रश्न कर रहे थे और वह अविकल भाव से सं...

गाता जाए बंजारा… यायावरी, डगर-डगर घूमना, आवारगी आदि भावों को प्रकट करने के लिए हिन्दी-उर्दू में *बंजारा* शब्द है। इसकी रिश्तेदारी भी *पण् *से है। प्राचीनकाल में व्यापार व्यवसाय के लिए पण् शब्द का...आज अलबेला खत्री का जनमदिन है आज, 23 जुलाई को धर्म और अध्यात्म के आलोक स्तम्भ, Albelakhatri.com, स्वर्णिम गुजरात वाले अलबेला खत्री का जन्मदिन है। बधाई व शुभकामनाएं आने वाले जनमदिन आदि की जानकारी, अपने ईमेल में प्राप्त करने के लिए यह...

आखिर यह भी तो हमारे देवी -देवताओं का अपमान ही है .. कल का दिन प्रसाद के नाम रहा ...कोई -कोई दिन ऐसा हो जाता है ...4-5 पड़ोसिनों अलग-अलग कारणों से मिठाई व प्रसाद लावणे (शादी ब्याह या अन्य शुभ अवसरों पर बांटे जानी वाली मिठाई या प्रसाद ) के रूप में लेकर आई ......क्रूझ शुरू – मॉन्टेकार्लो (फ्रान्स) सुबह ६ बजे तैयार होकर निकल पडे हम सब । थोडी सी धुकधुकी थी मन में कि टिकिट पूछा तो क्या होगा ? एनातोले जी ने हमे आठ बजे पियर पर उतार दिया हमारा शिप था नॉर्वेजियन जेड, कंपनी थी एन सी एल यानि ऩॉर्वेजियन क्...

प्रेतनी का मायाजाल लेखकीय -- प्रेत जगत पर आधारित मेरी कहानी " प्रेतनी का मायाजाल " आठ भागों में है । जो एक साथ ही प्रकाशित है । ये कहानी पाठकों की बेहद मांग पर लिखी गयी है । **** शाम के सात बजकर चवालीस मिनट हो चुके थे । वात...गार्डन की जमीन को हड़प लेना चाहता है मंत्री का भाई कॉलोनीवासी भयभीत, कुछ कोर्ट गएप्रदेश के दमदार माने जाने वाले मंत्री का भाई की करतूत थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हालत यह है कि उनकी इस करतूत की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की गई। पहले ही विवादस्पद जमीन कौड़ी क...

वर्ष की श्रेष्ठ परिचर्चा लेखिकाएक ऐसी लेखिका जिसकी साधना के स्वर पाठकों के मन के सुदूर घाटियों में अन्तर्निहित स्वर को ध्वनित- प्रतिध्वनित करने में पूरी तरह सक्षम है ...! एक ऐसी लेखिका जिसकी साधना जब सरस्वती की अग्निविना पर सुर साधती है ...वर्ष के श्रेष्ठ परिचर्चा लेखक एक ऐसा उदीयमान लेखक और व्यंग्यकार जब सृजन के लिए कलम उठाता है तो जग के कंटीले करील-कुंजों को प्रयाग की पावनता प्रदान कर देता है ....! "वसुधैव कुटुंबकम" तक जाकर क्षितिज को भी अपनी बांहों के घेरे में भर लेने ...

व्यंग्य--- मैं, मेरी पत्नी और ब्लोगिंग भारत पाकिस्तान के बीच के क्रिकेट मैच की तरह हमारा मुकाबला भी रोमांचक दौङ में पहुंच चुका है. मैं और मेरी पत्नी के बीच जो आ चुका है उसका नाम है ब्लोगिंग. इस ब्लोगिंग ने मेरे लाइफ़ को ब्लोक कर दिया है. क्या धु...भगवान् का लाख लाख शुक्र है ! आज का दिन बहुत बुरा जा रहा है ..............कार्तिक का आज एक छोटा सा एक्सिडेंट हो गया ! भगवान् का लाख लाख धन्यवाद की उसने कार्तिक की रक्षा की ! आप सब के आशीर्वाद से उसको ज्यादा चोट नहीं आई हैं और वह अब सदम...

बता ऐ ज़िन्दगी..!! बता ऐ ज़िन्दगी..!! पृथक सा हर ज़गह रूप तूने पाया क्यूँ है..? ले सवाल हर कोई तेरे पास आया क्यूँ है..? ओस की बूंदों सी छलना दिखती क्यूँ है..? पल भर की झलक फिर ओझल होती क्यूँ है..? जोगेंद्र सिंह Jogendra Sin...इसरार बादल काआज मुस्कुराता सा एक टुकडा बादल का मेरे कमरे की खिड़की से झांक रहा था कर रहा हो वो इसरार कुछ जैसे जाने उसके मन में क्या मचल रहा था देखता हो ज्यूँ चंचलता से कोई मुझे अपनी उंगली वो थमा रहा था कह रहा हो...

सावन का सुरीला सेलीब्रेशनसावन का महीना *आते ही भारतीय मन पुलकित हो उठता है और छत्तीसगढ़ की सुरमई माटी सांस्कृतिक सुगंध से महकने लगती है| *रायपुर* समेत कई शहरों और दीगर जगहों पर सावन को सेलिब्रेट करने का उत्सवधर्मी माहौल सजीव हो उठ...वैदिक साहित्‍य के आख्‍यानों और पौराणिक मिथकों को विज्ञान गल्‍प कथाएं कहा जा सकता है !!2004 में 19 फरवरी से 21 फरवरी के मध्‍य राष्‍ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला में तृतीय अखिल भारतीय विज्ञान सममेलन हुआ था , जिसमें परंपरागत ज्ञान से संबंधित विषय को भी स्‍वीकार किया गया था। उस सम्‍मेलन के अवसर पर जो ...

आप विराम चिन्ह भेज दें, उनमें शब्द हम खुद भर दिया करेंगें. विराम चिन्हों का भाषा को सुधारने बिगाड़ने में बहुत बड़ा हाथ होता है। इधर का उधर या उधर का इधर लग जाने पर क्या होता है सभी ने पढा सुना होगा। प्रूफ पढने वालों के तो दांतों तले पसीना आ जाता है कभी-कभी कुछ का कु...एक अच्छी खबर है … मगर पर्यावरण संरक्षण को लेकर हर जागरुक नागरिक चिंतित नजर आता है । अपने-अपने स्तर पर प्रयास करता भी देखा जा सकता है । बच्चों में भी जागृति लाने के प्रयास किये जा रहे हैं । पर्यावरण संरक्षण के लिए लम्बे समय से ...

लिट्टी-चोखा के लिए यहां पर आएं


वार्ता को देते हैं विराम--आपको ललित शर्मा का राम राम........

शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

1088 नाबाद (रेल के खेल का स्कोरकार्ड) - आखिर क्या मजबूरी है, ममता बहुत जरूरी है - ब्लॉग 4वार्ता - शिवम् मिश्रा

प्रिय ब्लॉगर मित्रो
प्रणाम !

कैसे है आप सब ? लीजिये मैं फिर से हाज़िर हूँ आप सब के लिए एक और ब्लॉग वार्ता ले कर अपने इस ब्लॉग 4वार्ता के मंच से !

आशा है आप सब को यह ब्लॉग वार्ता पसंद आएगी !

आपका

शिवम् मिश्रा

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सच मेरे यार हैं - भाग 3 :- चलो कुछ तो कहानी आगे बड़ी !

सूरज के अंधेरों से... :- क्या कहने !

पिछले डेढ़ महीना-बिरह का महीना :- हाय राम !

1088 नाबाद (रेल के खेल का स्कोरकार्ड) :- सब रिकॉर्ड टूटेगे लगता है !

ऐसी होती है सच्ची पत्नी...खुशदीप :- कैसी ??

विकास --कितने पास , कितने दूर ----- :- यहाँ तो दूर ही दूर है !

पाबला जी से मिलन और बड़े गुरुजी हुए साठ के --------ललित शर्मा :- यानि के डबल मज़ा !

हर शाख पर उल्लू बैठा है :- अंजामे गुलिस्तान क्या कहिये ?

छत्तीसगढ़ में भी होता खिलाड़ियों का यौन शोषण :- अरे नहीं ...........??

१० बातचीत बंद पर बातें चालू. :- क्या मतलब ??

११ यह ग़ैर मुमकिन है :- तो मुमकिन क्या है ?

१२ २२ जुलाई झंडा दिवस पर विशेष.... :- जय हिंद !

१३ झिड़कियाँ...हँसने के लिए ... :- बहुत जरूरी है !


१४ मेरी सासू माँ....ससुराल बेला फूल ... :- भाई वाह !

१५ पता नहीं मां सावन में,यह ऑंखें क्यों भर आती हैं - सतीश सक्सेना :- यह महीना ही ऐसा है !

१६ राजनीति के बहाने छिछोरेपन का नंगा नाच :- यहाँ तो रोज़ होता है !

१७ सिगरेट का असली नशा तो धुआँ अंदर लेने पर ही होता है, और असली नुक्सान भी। …। अपने किस्से … विवेक रस्तोगी :- ले हमको तो पता ही नहीं था !


१८ बडबोले धोनी को मुरली का करारा जवाब :- मान गए जनाब !


१९ अजीब शहर है ये दिल्ली लोग बेगाने से लगते हैं, :- हम ने तो कुछ और ही सुना था !

२० आखिर क्या मजबूरी है, ममता बहुत जरूरी है :- कुछ तो मजबूरी जरूर होगी !

२१ जावेद अख्तर की तरकश से एक और ख़ूबसूरत तीर :- सीधा दिल के पार गया यह तो !

२२ क्यों दिखती नहीं वो.. :- क्या पता !

२३ पर मुझे देने के लिए, उसके पास खैरात नहीं :- क्या बात है !

२४ खेलों का टिकट साथ तो मुफ्त होगा मेट्रो का सफर :- एक के साथ एक मुफ्त ??

२५ ये कहाँ का नंबर है?इस नंबर की गाड़ी कौन सी शहर की है?ये कहाँ का पिन कोड है? अब इन सारे सवालो का जवाब है इस वेबसाइट के पास वो भी मुफ्त :- काम की बात !

२६ गुरुमंत्र ..... कुत्ता बना आदर्श ! :- हद है !

२७ कार्टून:- भारतीय रूपये के निशान का पाकिस्तानी तोड़.... :- यह नहीं सुधरेगे !

२८ चाहें तो कई युग लग सकते हैं चाहें तो कुछ पल भर ही! :- बदलाव जरूरी है !

२९ क्यूँ ना बदल दें अपने ब्लॉग को वेबसाइट में :- व्हाट एन आईडिया, सर जी !

३० सितारों की महफ़िल में आज दिगंबर नासवा :- आइये मिलते है !

३१ धर्म - आदत, मजबूरी, डर ??? :- या राजनीती ??

३२ सचिन का 'खून' ले लो! :- बस किसी नेता का ना हो !

३३ पहले दर्द हुआ है पैदा, पीछे मर्द हुआ है :- यह कैसे पता चला ?

३४ पाबला जी - गेट वेल सून ! :- शुभकामनाएं आप भी दे आयें !

३५ एक सवाल - क्यों कहें हम इन्हें माननीय? :- आप बताइए ??

३६ आ गया है क्या जमाना. :- बहुत बुरा है जी !

३७ विधानसभाएं बन रही हैं जंग- ए- मैदान! :- खुदा महेरबान तो गधा पहेलवान !

छपते छपते :- एक बेहद दुखद सूचना :-

The flower of jannah एक मासूम कली हमारे आंगन में खिली, हमारे घर को महकाया और फिर जन्नत का फूल बन गई। हमारे दिल उसकी यादों के नूर से हमेशा रौशन रहेंगे . - Anwer जमाल :- इस दुःख की घडी में हम सब आपके साथ है !

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आज की ब्लॉग वार्ता बस यहीं तक |

ईश्वर से यही विनती है कि डॉ. अनवर जमाल और उनके पूरे परिवार को इस सदमे से उबरने की शक्ति और नन्ही बिटिया अनम की आत्मा को शांति प्रदान करें |

शांति शांति शांति !

जय हिंद !!

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