मंगलवार, 16 मार्च 2010

बैशाखनंदन सम्मान पुरस्कारों की स्थापना -------ब्लॉग4वार्ता-------ललित शर्मा

ज देशी हिसाब से हमारा नव वर्ष प्रारंभ हो चूका है..........आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें .......... इसके साथ ही चैट नवरात्रि का पर्व भी प्रारंभ हो चूका है............. गत वर्ष तो हमने अपने घर से डोंगरगढ़ तक माँ बमलेश्वरी महामाई के दर्शन हेतु 145 किलो मीटर की पद यात्रा की थी. लेकिन इस वर्ष नहीं जा सके ........ गर्मी के दिन में पद यात्रा करना बहुत ही कठिन हो जाता है........... लेकिन फिर भी आज से लाखों श्रद्धालु पद यात्रा प्राम्भ कर चुके हैं ....... उनके लिए मुख्य मार्ग पर जगह- जगह आराम करने की व्यवस्था की जाती है.......... टेंट झाल्दारी के साथ साथ उत्तम फलाहारी भोजन की व्यवस्था भी नि:शुल्क की जाती है. कुल मिला कर अच्छी व्यवस्था रहती है.............अब मै ललित शर्मा आपको ले चलता हूँ आज की ब्लॉग4वार्ता पर ....
वार्ता की शुरुवात करते हैं एक ऐसे चिट्ठे से जहाँ तीनो विधाएं देखने सुनने और पढने मिल रही हैं.......... कवित्त सुर ताल और चित्रकारी का अद्भुत संगम देखने मिल रहा है.............आप यहाँ पर पहुँच कर आनंद लें......... मयंक काफी अच्छी चित्रकारी कर लेते हैं........... इधर एक भयानक साजिश की पोल खोल रहे हैं राजकुमार सोनी जी  उफ.. यह भयानक साजिश.... ..........  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मौजूद एक अनाथ बच्चों के आश्रम को उजाड़ने की साजिश सिर्फ इसलिए रची गई ताकि देश-दुनिया के सामने प्रदेश की रमन सरकार के बारे में यह संदेश फैलाया जा सकें कि सरकार न तो नक्सलियों निपट पा रही है और न ही नक्सली हिंसा में मारे गए लोगों के बच्चों को सुरक्षा दे पा रही है। छत्तीसगढ़ में बच्चों को बेचने का गोरखधंधा होता है। उनका सौदा आश्रमों के जरिए होता है।

ताऊ रामपुरिया जी ने पुरस्कारों की घोषणा कर दी है.... हम स्वागत करते हैं........ बैशाखनंदन सम्मान पुरस्कारों की स्थापना : ताऊ रामपुरिया माननीय ब्लागर बंधुओं, आप सभी को गुडी पडवा (नव वर्ष) की हार्दिक शुभकामनाएं.नववर्ष के शुभारंभ के पावन अवसर पर हास्य व्यंग के लिये आज ताऊ डाट इन की तरफ़ से बैशाखनंदन सम्मान पुरस्कारों की स्थापना की घोषणा करते हुये हमें बहुत ही सुखद अनुभूति हो रही हैं.



इस सम्मान का उद्देश्य ब्लाग जगत में हास्य व्यंग के लेखन को प्रोत्साहन देना और हास्य व्यंग्यकारों को सम्मानित करना है. हम जानते हैं कि एक स्वस्थ समाज की सुदृढ़ता के लिए ऐसे लेखन का बहुत महत्व है. इसके लिये समस्त सूचनाएं इस प्रकार हैं.


सम्मान के बारे में:-


1. बैशाखनंदन स्वर्ण सम्मान - 2010 (एक पुरस्कार)

पुरस्कार स्वरुप सम्मान राशि रु. 5100/=
एवम प्रमाण पत्र

यह पुरस्कार चुनी गई सर्वश्रेष्ठ रचना को दिया जायेगा.




2. बैशाखनंदन रजत सम्मान - 2010 ( पांच पुरस्कार)

पुरस्कार स्वरुप सम्मान राशि रु. 500/=, प्रत्येक एवम प्रमाण पत्र



3. बैशाखनंदन कांस्य सम्मान - 2010 (ग्यारह पुरस्कार)

सभी को सुश्री सीमा गुप्ता की नई प्रकाशित पुस्तक "विरह के रंग" की एक प्रति - एवम प्रमाणपत्र
श्याम कोरी जी लेकर आये हैं शेर ..........आज की रात, फ़िर तन्हाई है कल की सुबह, कल देखेंगे ....... असर करती हैं दुआएं, तो बददुआएं भी करती हैं किसी को छेडो, तो जरा सोच के छेडो । नुक्कड़ पर हमारा आज बहुत ही भयावह है : प्रेम जनमेजय जम्मू के अज्ञेय प्रेमी हिन्दी साहित्यकारों की संस्था शाश्वती ने पहला अज्ञेय स्मारक व्याख्यान 7 मार्च 1998 को आयोजित किया था। यश भारत में 'उड़न तश्तरी' 14 मार्च 2010 को यश भारत, जबलपुर संस्करण में उड़न तश्तरी के इकतारे की धुन सुनाते हुए समीर लाल 'समीर'..........संगीता पूरी जी ने एक सार्थक पोस्ट लिख कर जानकारी है.धर्मग्रंथो के अनुसार हमारे मान्‍य वृक्ष हिन्‍दुओं के ग्रंथों के अनुरूप ही खत्रियों के यहां बरगद , पीपल , जंड , आम , जामुन , पलास , खीदर , बिल्‍व , आमला आदि के वृक्ष पवित्र माने जाते हैं तथा इनकी पूजा भी की जाती है।
गत शारदीय नवरात्र पर्व में शरद कोकास जी ने भारतीय कवियत्रियों की कविताओं का समा बंधा था अब की बार नवरात्रि पर्व पर विदेश की कुछ कवयित्रियों की कवितायें.ले आये हैं प्रथम प्रसुत कविता नवरात्रि प्रथम दिवस - फातिमा नावूत की कविताअपने स्क्रीनसेवर खुद बनाइये 4 अलग अलग प्रकार के स्क्रीनसेवर बनाने का औजार । अपनी पसंद के चित्रों से अपना स्क्रीनसेवर बनाइये उस पर अपनी पसंद का संगीत और ढेरो प्रभाव में से चुनकर लगाइए । सूर्यकांत गुप्ता जी कह रहे हैं.......टी.आर.पी. का लफड़ा तो नहीं??? बहुत ही ठेस पहुंची है. इस ब्लॉग जगत के दूसरों की पोस्ट में दूसरे के नाम से टिपण्णी करने सम्बन्धी (वह भी असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए जिसमे हमारे नाम से भी टिपण्णी भेजी गयी है) दो दिनों से अवधिया जी का इंटर नेट बंद हो गया था कुछ तकनीकि खराबी के कारण ....... बस ठीक होते ही शुरू हो गयी है  ब्लागिंग....आना लंगूर के हाथ में हूर का ... बाद में पछताना लंगूर का..आप जितने भी जोड़े देखते होंगे उनमें से पंचान्बे प्रतिशत बेमेल ही मिलेंगे। पता नहीं क्या जादू है कि हमेशा हूर लंगूर के हाथों ही आ फँसती है। हमारे हाथ में भी आखिरकार एक हूर लग ही गई थी  .........नवीन प्रकाश जी अपनी पोस्ट के माध्यम से निरंतर कंप्यूटर के विषय में तकनीकि ज्ञान देते हैं आज लेकर आये हैं....

रमेश शर्मा जी बता रहे हैं.......लाजवाब नेता, लाचार मंत्री *आप *छत्तीसगढ़ के मौजूदा गृह मंत्री हैं| श्री ननकीराम कँवर| कँवर की मुश्किल यह है की उनके लाजवाब बयानों से हर बार तोप के गोले छूटते है जिनके निशाने पर वे खुद आ जाते हैं| इस बार उनका बयान पुलिस पर है| हरकीरत ' हीर' जी ने भी लिखी है आज एक पोस्ट....पिछले दिनों कविता जी ने स्त्री मुक्ति पर कुछ रचनायें मांगी थीं ....उन्हीं रचनाओं में से इक ........... औरत दर्द और चिता ...... वह अपनी बड़ी-बड़ी आँखों में उदासी का इक दरिया लिए  पद्मावली पर पद्म सिंग जी ने रची है एक कविता......पतझड़ के बहाने कई दिनों से कुछ लिखने का मन नहीं होता …. मन में वैराग्य सा है ,…. कोई हलचल नहीं होती …. पतझड़ का मौसम है एक तरफ जहां पुराने पत्र अपनी आयु पूरी कर अधोमुख धाराशाई हैं वही नए किसलय नूतन सृजन का सन्देश दे रहे हैं … सोचता हूँ क्या सन्देश देना चाहती है सृष्टि हमें इस मौसम के बहाने … ............ 
शेफाली पांडे जी सुना रही हैं किस्सा पहली बोर्ड ड्यूटी का. संस्मरण २५ अप्रैल सन् २००० को लिखा गया था , जब मैं नई - नई शिक्षा विभाग में आई थी. मेरी बरसों से एक इच्छा थी कि मैं टीचर बनूँ, किसी और व्यवसाय में जाने की मैंने कभी नहीं सोची.. राजीव तनेजा जिन ने लिखा है खंजर दिल के आर-पार करता है.आज कल ब्लॉगजगत में जो हो रहा है या जो चल रहा है…उसे देख-सुन और पढकर कर अनायास ही ये पंक्तियाँ दिल से निकल पड़ी… आप सबके साथ बांटना चाहूँगा…वाणी जी ने लिखा है.....केवल तुम हो ...तुम तुम अपरिचित थे बुरे नहीं भले लगे थे किन्तु ह्रदय में एक भी बुलबुला नहीं फूटा कि दृष्टि उठा कर तुम्हे देख लूं तब ना जाने कौन सी किरण की इंगित तुम्हे मेरे करीब खींच रही थी मेरी पीर से तुम में पीर जगा रही थी अब... .....
डॉ. रूप चंद शास्त्री जी ने कंप्यूटर पर बहुत सुन्दर कविता लिखी है "कम्प्यूटर" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक"). मन को करता है मतवाला।कम्प्यूटर है बहुत निराला।।यह तो एक अनिवार्य भाग है।कम्प्यूटर का यह दिमाग है।।चलते इससे हैं प्रोग्राम। सी.पी.यू.है इसका नाम।।गतिविधियाँ सब दिखलाता है।यह मॉनीटर कहलाता है।।सुन्दर रंग हैं न्यारे-न्यारे।आँखों को लगते हैं प्यारे।।. कुलवंत हैप्पी अभिनन्दन में आज मिलवा रहे हैं.....हैप्पी अभिनंदन में वृंदा गांधी.से.....*हैप्पी अभिनंदन* में आज मैं आपको जिस ब्लॉगर हस्ती से रूबरू करवाने जा रहा हूँ, उसको ब्लॉग जगत में आए भले ही थोड़ा समय हुआ हो, लेकिन वो हस्ती जिस सोच और जिस ऊर्जा के साथ ब्लॉगिंग की दुनिया में आई है, उसको दे...
श्री तन सिंग जी ने लिखा है चेतक की समाधी से बैसाख का महिना निराश और हैरान होकर पसीना बहाता हुआ उतर रहा था और हमारी रेलगाड़ी अरावली की घाटियों में हांफती हुई चढ़ रही थी | रेलगाड़ी से भी तेज मेरा मन उस हल्दीघाटी को देखने की चाह में उड़ा जा रहा था |कडवे का शहद भी कडवा. बचपन में एक कहानी पढी थी कि फारस देश में एक स्त्री रहा करती थी जो कि शहद बेचने का व्यवसाय किया करती थी । उस स्त्री में एक खूबी यह थी कि उसका बातचीत करने का ढंग बहुत ही आकर्षक था । डॉ कुमारेन्द जी कह रहे हैं....नोटों की सहायता से वोटों की राजनीति, दलितों की मदद से सवर्णों को सत्ता.बसपा की राष्ट्रीय महारैली का आयोजन किया गया था। भव्य स्वरूप में बसपा के गठन की 25वाँ वर्ष मनाया गया साथ ही मान्यवर कांशीराम के जन्मदिन के मनाने की औपचारिकता भी पूरी कर ली गई। यह अपने में कितना हास्यास्पद लगता है कि जिस व्यक्ति ने दलित हित में कार्य करने........
आप सभी को नए वर्ष और नवरात्री पर्व की हार्दिक बधाई.......आज वार्ता सुबह सुबह ही लिखनी पड़ी इसलिए हमारी पोस्ट भी लंबित हो गयी....... अब वार्ता को देता हूँ विराम .......आप सभी को मेरा राम राम और पीजिए एक अदद प्याली चाय......

11 टिप्पणियाँ:

वाह! अनेक महत्वपूर्ण लिंक्स को अपने आप में समेटे हुए एक विस्तृत और लाजवाब चर्चा! ललित जी! ये कमाल तो आप ही कर सकते हैं!

वाह...मजेदार चिट्ठाचर्चा...सभी महत्वपूर्ण लिंक एक जगह मिल जाने से पाठकों को बहुत सुविधा होती है

बेहतरीन चर्चा ललित भाई...एकदम लेटेस्ट लिंक्स के साथ!!

आपको नव संवत्सर की मांगलिक शुभकामनाएँ.

वाह! अनेक महत्वपूर्ण लिंक्स को अपने आप में समेटे हुए एक विस्तृत और लाजवाब चर्चा! ललित जी! ये कमाल तो आप ही कर सकते हैं!

सारे महत्‍वपूर्ण लिंको को समेटकर इतनी अच्‍छी चर्चा .. मैं सीखने की कोशिश कर रही हूं .. आभार !!

बहुत सुंदर चर्चा, आभार.

रामराम.

विस्तार से की गई शानदार चर्चा ,आभार

सुन्दर चर्चा!!
आभार्!

बहुत सुंदर चर्चा, आभार.

विस्तार से की गई बहुत सुंदर चर्चा .....आभार!!

नव संवत्सर की मांगलिक शुभकामनाएँ.

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