गुरुवार, 25 मार्च 2010

अवध में जन्में हैं श्री राम, दरश को आए शंकरजी..ब्लॉग ४ वार्ता ---- राममय ब्लॉग वार्ता

प्रभु श्री राम के चरणों में सादर प्रणाम!! भक्त जनों....अक्सर लोग मन को भला-बुरा कहते रहते हैं परन्तु यह मन ही हैं तो हर हाल में व्यक्ति के साथ रहता हैं. श्री सरल कुमार प्रभु से प्रार्थना कर रहे हैं कि हे जगदीश मैं तेरे धाम मन के साथ आना चाहता हूँ....अवध में जन्में हैं श्री राम, दरश को आए शंकरजी...कौन गा रहे?, कौन नाचते?,  कौन बजाएँ करताल?... बहुत ही सुन्दर भजन.......स्व. शांति देवी वर्मा द्वारा रचित भजन का आनंद लीजिये.......सहित्य सर्जक पर पढ़िए मनभावन भजन.....क्या ये सब सेवाके बदले मिला राम के मन को  आदर्शों पर चल कर ही तो पाया इस जीवन को...... 

 हे कौशल्या नंदन.....आपके जन्मदिन के शुभ अवसर पर अगर आपका सानिध्य मिल जाये तो यह जीवन संवर जाये.....कृपा करो मर्यादा पुरषोत्तम ......हमें आदर्शो पर चलने का मार्ग दिखाओ नाथ.....जीवन के उद्देश्य में उलझे हुए हम तेरी शरण आये हैं कृपा करो......हे गुणों के सागर, अपनी छाया में हमें ले लो.........हे राम...... असल में आज भी रावण ज़्यादा राम कहीं कम हैं.... हे राम आज तुम आए हो.........संहार करो इन रावणों का........आप हमारे अंतर्मन के प्राण हैं.....राम हुआ हैं नाम लोक हितकारी का.........रावण से लड़ने वाली खुद्दारी की.......डॉ हरिओम पंवार की ओजस्वी कविता.......
 राम नाम हैं महामंत्र.........जो जपे हो जाये भवसागर पार ....... आश्रम के पास अस्थियों का पहाड़ देख कर जब श्री राम के प्रश्न करने पर अन्य ऋषि लोग श्री राम को बताते हैं कि यह पहाड़ उन मुनियों की अस्थियों से बना है जिन्हे राक्षसों ने मार दिया है तो यह सुन कर प्रभु के नेत्रों मे आंसू भर आये और उन्होंने प्रतिज्ञा किया :निशिचर हीन करहुं महि भुज उठाइ प्रण कीन्ह । सकल मुनिन्ह के आश्रमहिं जाइ जाइ सुख दीन्ह ॥   ऐसे दया सिन्धु को कोटि कोटि प्रणाम..........श्रीं राम का अनुसरण कर ही मानव जीवन को जिया जा सकता हैं.......जय श्री राम........अयोध्या के राम......

सोचा एक गीत लिखूं -राम नवमी के नाम और भूल से सही ,कर सकूं राम से कुछ काम !~ जय श्री राम.......श्रीराम के आदर्श शाश्वत और मूल्य कालजयी होने के कारण आज भी प्रासंगिक हैं... ......जय श्री राम........चलो जाबो रे अवधपुरी मा चल जाबो जनम लिए जिंहा राम रमैइया, सुग्घर दर्शन पाबो,चलो जाबो रे अवधपुरी मा चल जाबो
जय श्री राम
यशवंत मेहता "फ़कीरा"

13 टिप्पणियाँ:

पूरी राममय चर्चा........कोटि कोटि प्रणाम....
...........
विलुप्त होती... .....नानी-दादी की पहेलियाँ.........परिणाम..... ( लड्डू बोलता है....इंजीनियर के दिल से....)
http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_24.html

रामनवमी की शुभकामनायें!

जय जय श्रीराम
बहुत सुंदर चर्चा

रामनवमी की हार्दिक शु्भकामनाएं

रामनवमी की हार्दिक शु्भकामनाएं

जय श्री राम...बेहतरीन चर्चा!!

जय श्री राम....!!
बहुत सुंदर चर्चा..

सुंदर सुंदर और बहुत सुंदर

रामराम.

जय श्री राम...बहुत सुंदर
चर्चा!!

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