चिट्ठा चर्चा का शुरू करने से पहले काम -सबको राजकुमार ग्वालानी का राम-राम--हमारे लिए आज दोहरी खुशी का मौका है। एक तो कल से ही नए हिन्दु वर्ष का आगाज हुआ है और इधर आज हम भी अपने जीवन में एक नया काम ब्लाग वार्ता करने का करने जा रहे हैं। हमें नहीं मालूम कि हम अपने इस काम में कितने सफल होंगे, लेकिन इतना जरूर है कि हम किसी को निराश भी नहीं करेंगे। समय के साथ जरूर ब्लाग बिरादरी को हमारी चर्चा में भी मजा आने लगेगा। हम यह जरूर जानना चाहेंगे कि हमारा यह पहला प्रयास आप लोगों को कैसा लगा। आप लोगों के विचारों का इंतजार रहेगा। तो चलते हैं ब्लाग वार्ता की तरफ .....
आदमी तिकड़मी न हो तो किस काम का? हम भी बहुत बड़े तिकड़मी हैं और अपने पोस्ट को ब्लोगवाणी में टॉप में लाकर छोड़ते हैं। हमारे लिये तो चुटकी बजाने जैसा है यह काम तो। अब आप पूछेंगे कि कैसे? वो ऐसे कि सबसे पहले तो ...
- चैनलों पर ज्योतिष का बुखार और ज्योतिषियों की हिदायते कभी-कभी इतनी भयावह और जानलेवा हो जाती है कि उसका अंत नहीं होता। एक साहब को एक ज्योतिषी ने बताया कि जब भी बिल्ली रास्ता काट जाए तो वो उसके आगे गा...अजित भैया का सामयिक आलेख अर्थ पूर्ण है => स नातन भारतीय संस्कृति में *चैत्र शुक्ल प्रतिपदा* से नववर्ष माना जाता है। इसे *संवत्सर प्रतिपदा* भी कहते हैं। मान्यता है कि इसी दिन से सृष्टि का आरम्भ हुआ था। सिन्...*अपनी ब्लोगिंग के शुरूआती दिनों में एक ब्लॉग गीत लिखने की कोशिश की थी…मामूली फेर-बदल के बाद उसे आपके सामने पुन: पेश कर रहा हूँ…आज 16 मार्च 2010 को दैनिक नवभारत टाइम्स में प्रकाशित चित्र आपकी राय जानना चाह रहा है। कल्पना के घोड़ों को दौड़ाइये तो सही पार्किंग हो रही है या हो रही है कॉमनवेल्थ गेम्स या उसका पूर्वाभ्यास ?* आज चैत्र की नवरात्रि का प्रथम दिन है । आज प्रथम दिवस पर प्रस्तुत है मूल अरबी में लिखने वाली नील नदी के देश मिस्त्र की कवयित्री फातिमा नावूत की यह कविता ।हैप्पी अभिनंदन* में आज मैं आपको जिस ब्लॉगर हस्ती से रूबरू करवाने जा रहा हूँ, उसको ब्लॉग जगत में आए भले ही थोड़ा समय हुआ हो, लेकिन वो हस्ती जिस सोच और जिस ऊर्जा के साथ ब्लॉगिंग की दुनिया में आई है, उसको दे...याद है मुझे, जब मैं छोटी बच्ची थी, झूठी दुनिया की भीड़ में, भोली-भाली सच्ची थी, तब भी सुबह होती थी शाम होती थी, तब भी उम्र यूँ ही तमाम होती थी, लगता था पल बीत रहे हैं दिन नहीं बीता है मैं जीतती जा रह...माननीय ब्लागर बंधुओं, आप सभी को *गुडी पडवा (नव वर्ष) *की हार्दिक शुभकामनाएं. नववर्ष के शुभारंभ के पावन अवसर पर हास्य व्यंग के लिये आज *ताऊ डाट इन* की तरफ़ से बैशाखनंदन सम्मान पुरस्कारों की स्थापना की घोष...
- बसपा की राष्ट्रीय महारैली का आयोजन किया गया था। भव्य स्वरूप में बसपा के गठन की 25वाँ वर्ष मनाया गया साथ ही मान्यवर कांशीराम के जन्मदिन के मनाने की औपचारिकता भी पूरी कर ली गई। यह अपने में कितना हास्यास्पद ...
- ज़िंदगी है क्या...* आप भी बताइए, आपकी नज़र में ज़िंदगी है क्या... *स्लॉग गीत* *ज़िंदगी है क्या, बोलो ज़िंदगी है क्या...* *फिल्म....सत्यकाम (1969)* सिर्फ गीत सुनना है तो इस लिंक पर सुनिए ...
बिगुल - उफ.. यह भयानक साजिशराजकुमार सोनी* छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मौजूद एक अनाथ बच्चों के आश्रम को उजाड़ने की साजिश सिर्फ इसलिए रची गई ताकि देश-दुनिया के सामने प्रदेश की रमन सरकार के बारे में यह संदेश फैलाया जा सकें कि सरक...जम्मू के अज्ञेय प्रेमी हिन्दी साहित्यकारों की संस्था शाश्वती ने पहला अज्ञेय स्मारक व्याख्यान 7 मार्च 1998 को आयोजित किया था। उसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए शाश्वती ने 7 मार्च 2010 को के.एल. सहगल हॉल जम्मू म...समय चक्र पर एक बार हाजिर हुं एक नयी चिट्ठी चर्चा लेकर-----समय का पहिया घुमता जा रहा है बसंत से फ़ागुन आया और आकर चला भी गया समय के साथ-----पतझड़ का मौसम आया है सूखे पीले पत्तों के साथ अब मौसम भी कुछ अनमना सा...26 अगस्त 2009 को अमर उजाला के नियमित स्तंभ 'ब्लॉग कोना' में बीबीसी हिन्दी ब्लॉग तथा शब्द शिखर की पोस्ट्स (सौजन्य: अजय कुमार झा)गुजरात सरकार ने गुजरात हाईकोर्ट के जजों को ब्लेकबेरी मोबाइल फोन व नई कारें मुहैया कराने का निर्णय लिया है। इस पर 3.5 करोड़ खर्च किए जाएंगे। स्वर्णिम गुजरात के उपलक्ष्य में ब्लेकबेरी मोबाइल फोन के लिए सरकार ने 14.7 लाख का प्रावधान किया है। एक फोन परचाय नहीं, चॉकलेट हृदय के लिए बढ़िया
चांदनी नई दिल्ली.नियमित रूप से पॉलीफेनॉल से भरपूर कोको के उत्पाद जैसे कि डार्क चॉकलेट लेने को ब्लड प्रेशर में कमी के तौर पर जाना जाता है ऐसा होने पर यदि इससे कुल कैलोरी लेने में बढ़ोतरी नहीं होती है ...अब आपसे लेते हैं हम विदा- लेकिन दिलों से नहीं होंगे जुदा
Byji : aapjisabhijikaji, hardikjiswagathaiji
15 टिप्पणियाँ:
राजकुमार जी,
चर्चाकार के रुप मे आपका स्वागत है।
सुंदर चर्चा के लिए आपको ढेर सारी बधाई।
आयोलाल-झुलेलाल
जेड़ो तुहिजों नांव....
तेडी मा तोखां बाझ घुरां...
चेट्रीचंड्र जूँ--लख-लख वाधायूँ।
एक और चर्चा!?
अरे बंद करो आप लोग ये सब!
आजकल जिसे देखो वही चर्चा करने लग गया है!
लोग जानते हैं क्या पढ़ें और क्या न पढ़ें. ब्लौगवाणी में किसी भी दिन और समय की पोस्टें देखने की सुविधा है.
आप लोगों के पास फ़ोकट का टाइम कुछ ज्यादा ही है शायद.
बधाई,
राजकुमार जी आप चर्चा के राजकुमार नहीं राजा साबित होंगे...
जय हिंद...
बहुत बढ़िया चर्चा कर दी आपने भाई. अच्छा लगा.
हैडिंग बढिया बनाई vedquran.blogspot.com वाले की धोती खींच ली हमने यह अलग बात है नीचे नेकर न होने पर शर्मिन्दा हम ही होंगे,
कैसे महान बाबा हैं इधर,जब इनको सवालों के जवाब देने थे ऐसे समय में यह दो और दो पांच बता रहे हैं
आते ही धूम मचा दी..पहला प्रयास ही बहुत बढ़िया.
बेहतरीन और बहुत विस्तृत चर्चा है।
वाह, आते ही सिक्सर मार दिया. बहुत शानदार और लाजवाब चर्चा.
रामराम.
वाह राजकुमार! पहली बार में ही जोरदार चर्चा किया है तुमने तो!
जोरदार चर्चा, पहली चर्चा के लिए बधाई
.बेहतरीन प्रयास..पहली चर्चा के लिए बधाई
राज भाई , आपकी झक्कास चर्चा का असर दिख रहा है ...बौखलाहट छलक छलक कर बाहर आ रही है ...मुबारक हो राज भाई ...और अब ड्बल ट्रिपल हो जाए ..लगे रहो इंडिया लगे रहो
अजय कुमार झा
बहुत ही बढ़िया चिट्ठाचर्चा ....
Bahut hi acchi charcha rahi aapki...
mere post ko bhi aapne shamil kiya ..hriday se aabhari hun aapki..
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