बुधवार, 17 मार्च 2010

ब्लागवाणी में टॉप पर कैसे आती है पोस्ट... यादें स्कूल की... ब्लाग4वार्ता--- राजकुमार ग्वालानी

चिट्ठा चर्चा का शुरू करने से पहले काम -सबको राजकुमार ग्वालानी का राम-राम--हमारे लिए आज दोहरी खुशी का मौका है। एक तो कल से ही नए हिन्दु वर्ष का आगाज हुआ है और इधर आज हम भी अपने जीवन में एक नया काम ब्लाग वार्ता करने का करने जा रहे हैं। हमें नहीं मालूम कि हम अपने इस काम में कितने सफल होंगे, लेकिन इतना जरूर है कि हम किसी को निराश भी नहीं करेंगे। समय के साथ जरूर ब्लाग बिरादरी को हमारी चर्चा में भी मजा आने लगेगा। हम यह जरूर जानना चाहेंगे कि हमारा यह पहला प्रयास आप लोगों को कैसा लगा। आप लोगों के विचारों का इंतजार रहेगा। तो चलते हैं ब्लाग वार्ता की तरफ .....

हर विद्यार्थी को अपने विद्यालय से लगाव होता हैं और जब वो अपनी शिक्षा पूरी कर विद्यालय छोड़ता हैं तो यह लगाव प्रेम में बदल जाता हैं. वो शिक्षको की डांट-फटकार जिसके कारण विद्यार्थी जीवन में आसूं निकल आते थें..


आदमी तिकड़मी न हो तो किस काम का? हम भी बहुत बड़े तिकड़मी हैं और अपने पोस्ट को ब्लोगवाणी में टॉप में लाकर छोड़ते हैं। हमारे लिये तो चुटकी बजाने जैसा है यह काम तो। अब आप पूछेंगे कि कैसे? वो ऐसे कि सबसे पहले तो ...



Byji : aapjisabhijikaji, hardikjiswagathaiji

15 टिप्पणियाँ:

राजकुमार जी,
चर्चाकार के रुप मे आपका स्वागत है।
सुंदर चर्चा के लिए आपको ढेर सारी बधाई।

आयोलाल-झुलेलाल
जेड़ो तुहिजों नांव....
तेडी मा तोखां बाझ घुरां...
चेट्रीचंड्र जूँ--लख-लख वाधायूँ।

एक और चर्चा!?
अरे बंद करो आप लोग ये सब!
आजकल जिसे देखो वही चर्चा करने लग गया है!
लोग जानते हैं क्या पढ़ें और क्या न पढ़ें. ब्लौगवाणी में किसी भी दिन और समय की पोस्टें देखने की सुविधा है.
आप लोगों के पास फ़ोकट का टाइम कुछ ज्यादा ही है शायद.

बधाई,
राजकुमार जी आप चर्चा के राजकुमार नहीं राजा साबित होंगे...

जय हिंद...

बहुत बढ़िया चर्चा कर दी आपने भाई. अच्छा लगा.

हैडिंग बढिया बनाई vedquran.blogspot.com वाले की धोती खींच ली हमने यह अलग बात है नीचे नेकर न होने पर शर्मिन्‍दा हम ही होंगे,

कैसे महान बाबा हैं इधर,जब इनको सवालों के जवाब देने थे ऐसे समय में यह दो और दो पांच बता रहे हैं

आते ही धूम मचा दी..पहला प्रयास ही बहुत बढ़िया.

बेहतरीन और बहुत विस्तृत चर्चा है।

वाह, आते ही सिक्सर मार दिया. बहुत शानदार और लाजवाब चर्चा.

रामराम.

वाह राजकुमार! पहली बार में ही जोरदार चर्चा किया है तुमने तो!

जोरदार चर्चा, पहली चर्चा के लिए बधाई

.बेहतरीन प्रयास..पहली चर्चा के लिए बधाई

राज भाई , आपकी झक्कास चर्चा का असर दिख रहा है ...बौखलाहट छलक छलक कर बाहर आ रही है ...मुबारक हो राज भाई ...और अब ड्बल ट्रिपल हो जाए ..लगे रहो इंडिया लगे रहो
अजय कुमार झा

बहुत ही बढ़िया चिट्ठाचर्चा ....

Bahut hi acchi charcha rahi aapki...
mere post ko bhi aapne shamil kiya ..hriday se aabhari hun aapki..

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