जय हनुमान ज्ञान गुण सागर, जय कपिश तिहूँ लोक उजागर. राम दूत अतुलित बल धामा, अंजनी पुत्र पवन सूत नामा. आज हनुमान जयंती है.. इस अवसर पर कार्यक्रम हो रहे हैं...... चालीसा पाठ एवं भोजन प्रसाद की व्यवस्था चल रही है........ आज वैसे भी विलम्ब हो गया है........चलिए अब जल्दी से कुछ चिट्ठों की चर्चा करते है............मै ललित शर्मा आपको ले चलता हूँ आज कि ब्लॉग4वार्ता पर ..........
आज ताऊ डाट इन पर ताऊ की 500 सौवीं पोस्ट के उपलक्ष्य मे कवि सम्मेलन व मुशायरा हो रहा है, इसमें बहुत से श्रोता और वक्ता शामिल हैं आप भी आनंद लिजिए, यह दोनों ही कार्यक्रम ताऊ थियेटर्स के सजे धजे हाल में संपन्न हुये. तो अब मैं आमंत्रित करता हूं श्री ललित शर्माजी को. वो आयें और अपनी रचना सुनायें.
प्रेरणा कैसी कैसी!! उड़न तश्तरी --- कभी किसी को देख सुन कर *वो आपको इतना अधिक प्रभावित करता है कि आपका प्रेरणा स्त्रोत बन जाता है.* आप उसके जैसा हो जाना चाहते हैं. ठीक ठीक उसके जैसा न भी हो पाये तो आपको आगे बढ़ने और अभ्यास करने हेतु वो प...धर्म को तो राजनीति से गंदा न करें *अपने देश के नेता जहां जाते हैं, वहां के माहौल को अपनी गंदी राजनीति से गंदा करने से बाज नहीं आते हैं। अब अपने छत्तीसगढ़ राज्य की भाजपा सरकार ने जब हरिद्वार कुंभ में स्नान करने की योजना बनाई तो इसके लिए विप...
अनाथ आश्रम को बचाने में ब्लाग जगत की भी महती भूमिका.......! कहते हैं "निर्बल के बल राम" जिसका कोई सहाय नही उसके सहाय भगवान हैं, कहीं न कहीं से निर्बल को ईश्वरीय मदद मिल जाती है, वही रायपुर के गुरुकुल आश्रम के अनाथ बच्चों के मामले में हुआ। यहाँ मीडिया में एक खबर आई ...सरग निसैनी म चघ लइका हांसत हे, बादर ले चंदा झांकत हे *पुस्तक समीक्छा* सरग निसैनी (लइका गीत) डॉ. पीसी लाल यादव प्रकाशक- दूधमोंगरा, गण्डई, जिला राजनांदगांव मूल्य-10 रुपए 'सरग निसैनी' म लइका गीत के पंक्ति हावय। एक-एक गीत ऊपर गोड़ मड़ावत लइका बुध्दिमानी के सरग...
वैशाख्नंदन सम्मान प्रतियोगिता मे : श्री अविनाश वाचस्पति ताऊ रामपुरिया ताऊजी डॉट कॉम -परप्रिय ब्लागर मित्रगणों, हमें वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता के लिये निरंतर बहुत से मित्रों की प्रविष्टियां प्राप्त हो रही हैं. जिनकी भी रचनाएं शामिल की गई हैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से सूचित कर दिया गया है. आज मुनईयाँ के ससुरे सें चिट्ठी आई है------->>>मशाल. साहित्यप्रेमियों के सामने एक बुन्देलखंडी गीत प्रदर्शित कर रहा हूँ.. जो कि एक लडकी जो अपने ससुराल में है और कई दिनों तक अपने मायके(पीहर) से कोई खोज-खबर ना लिए जाने पर कुछ दुखी है को ध्यान में रख कर लिखी गई ...
आज वन्दना अवस्थी दुबे का जन्मदिन है आज, 30 मार्च को अपनी बात ..., जो लिखा नहीं गया ..., किस्सा कहानी वालीं वन्दना अवस्थी दुबे का जन्मदिन है। इनका ई-मेल पता vandana.adubey@gmail.com है। बधाई व शुभकामनाएँ *आने वाले **जनमदिन आदि की जानकारी, . प्यार की भाषा कहां खो गई है * अभी कुछ दिन पहले हिंदी के कवि चंद्रकांत देवताले जी के किसी परिचित से मेरी मुलाकात हुई। उसने बताया कि देवताले जी से उसने मेरे बारे में काफी कुछ सुन रखा है और बातचीत के दौरान ही उसने एकदम से पूछ लिया
चलिये दर्शन करवाता हूं मां बम्लेश्वरी के! नवरात्र में मां बम्लेश्वरी के दर्शन का सौभाग्य फ़िर से मिला।सालों से हमारी मित्रमण्डली मैया के दर्शन के लिये जाती है।ये सिलसिला शुरू हुआ था कालेज के दिनों से तब सुबह हावडा मुम्बई एक्स्प्रेस से जाते थे और मु...महबूबाअगर तुम न आतीमेरी महबूबामेरी जिंदगी मेंतो मेरा अस्तित्व क्या होता?बंजर जमीं में एक सूखे पेड़की भाँती खड़े होते,अकेले ही अकेलेऔर जिंदगी के सिलसिलेयूँही चले होते सालों साल,कभी न भरने वाले जख्मगिले होते सालों साल।
बच्चों के पहले, शिक्षा व्यवस्था के पहले अभिभावकों को सुधारना होगा आजकल उत्तर प्रदेश में परीक्षा महोत्सव चल रहा है। इंटरमीडिएट, हाईस्कूल के साथ ही साथ विश्वविद्यालय की परीक्षाएँ चालू हैं। यद्यपि इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की परीक्षाएँ तो समाप्ति पर हैं और विश्वविद्यालयीन परी... हिंदी ब्लोग्गिंग भी करवट बदल रही है , कुछ पोस्ट झलकियां --- अब कोई कह के दिखाए कि हिंदी ब्लोग्गिंग में गंभीरता नहीं दिखती । पिछले कुछ दिनों में आई पोस्टों और उनपर हुई बहस ने बता और जता दिया है कि आने वाले समय में हिंदी ब्लोग्गिंग पर हो रही हलचल, विमर्श , बहस औ...
नेकी कर, लिफ़ाफ़े में डाल...खुशदीप पोस्ट ऑफिस में एक सीनियर क्लर्क उस डेस्क का काम देखा करते थे जहां अधूरे या अस्पष्ट पतों वाली डाक की छंटाई होती थी... एक दिन सीनियर क्लर्क को ऐसा ख़त मिला जिस पर कांपते हाथों से किसी ने सिर्फ.. *गॉड...* लि...लिव-इन-रिलेशनशिप को शीघ्र ही कानून के दायरे में लाना ही होगा ---- अनवरत पर पिछली पोस्ट में शकुन्तला और दुष्यंत की कहानी प्रस्तुत करते हुए यह पूछा गया था कि उन दोनों के मध्य कौन सा रिश्ता था? मैं ने यह भी कहा था कि भारतीय पौराणिक साहित्य में शकुन्तला और दुष्यंत के संबं...
मेरी अहिंसा का अर्थ कायरता नहीं : प्रेम साइमन का विरोध विश्व रंगमंच दिवस पर नेहरू सांस्कृतिक सदन सेक्टर-१ में शनिवार को तीन नाटकों का मंचन किया गया। भिलाई के रंग कर्मियों और क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समूह बीएसपी के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में नाटकों का मंचन क.ब्रेकिंग न्यूज ब्रेकिंग न्यूज इसलिये क्योंकि ये मेरे लिये है ..... बिलकुल अभी-अभी पता चला कि मेरे ब्लाग की पोस्ट "हालात" की चर्चा श्री ललित शर्मा जी द्वारा अपने ब्लाग ब्लाग ४ वार्ता में की है तथा श्री महेन्द्र मिश्र जी द...
परमाणु समझौता अब पूरा... अमेरिका के साथ हुए १२३ परमाणु समझौते में आखिर अमेरिका ने भारत को ज़िम्मेदार परमाणु शक्ति मानते हुए परमाणु ईंधन के पुनः प्रयोग को भी अपनी सहमति दे दी है. इस समझौते से अब भारत की परमाणु ऊर्जा को शांति पूर्व... साम्यवादी खबर से क्यों डरते हैं ?* *एक जमाना था जब सोवियत शासन और समाजवाद के प्रभाववश सारी दुनिया में विचारों और सूचनाओं की सेसरशिप खूब होती थी, आए दिन समाजवादी समाजों में साधारण आदमी सूचना और खबरों को तरसता था। संयोग की बात है अथवा स...
कार्टून कुछ बोलता है ! ताजा खबर : सरकार ने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद् का फिर से गठन करने का फैसला लिया, जिसकी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी होंगी, और उनका काम आम मुद्दों पर सरकार को सलाह देना होगा ! *सर जी , तुस्सी मजाक कर रहे ...कहाँ गई आत्मा?इधर कई सालों से मैंने आत्मा को नहीं देखा है; क्या आपने देखा है उसे? नेता हैं पर जनता का ही रक्त चूस रहे हैं और राष्ट्र तक को बेच खा रहे हैं। कहाँ गई उनकी आत्मा? व्यापारी है किन्तु व्यापार के नाम से ग्रा...रंगीलो राजस्थानरंगीलो राजस्थान राजस्थान रंगीलो प्रदेस। राजस्थान नै परम्परागत रूप सूं रंगां रै प्रति अणूंतो लगाव। सगळी दुनिया रो मन मोवै राजस्थान रंग। बरसां पैली नेहरूजी रै बगत नागौर में पंचायत राज रो पैलड़ो टणको मेळो लाग
बच्चे की मां से यह नहीं कहा जा सकता कि वह बच्चे या करियर में से किसी एक को चुन ले': सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक अहम फैसले में यह व्यवस्था दी है कि कोई भी शख्स अपने बच्चे की मां से यह नहीं कह सकता कि वह बच्चे या करियर में से किसी एक को चुन ले। यानी कि मां अगर चाहे तो करियर से जुड़े बेहतर अवसर...ब्लागिंग की दुनिया में तुम चलना संभल के आज सुबह से फुरसत नहीं मिली दिनभर यहाँ वहां बेमतलब घूमता रहा अचानक उड़नखटोला फिल्म का ये गीत जिसे रफ़ी साहब ने गया है को सुनकर तत्काल दिमाग में आया की क्यों न इसे लेकर ब्लागिंग के ऊपर एक परोडी लिख दी जाए तो ...
हर्फों की तल्ख़ तासीर से इंसा बदल जाएगा..... सोचा न था के तू इस क़दर बदल जाएगा अब के जो गया है तो लौट कर न आएगा परवाज़ लौट आये पर इनका क्या भरोसा कब तक ये रुकेंगे अब मौसम ही बताएगा मेरे घर में रह रही है बेघरी कई दिनों से जाए के अब रहे पर तमाशा तो...क्या कानून से विश्वास उठ गया... इन दिनों छत्तीसगढ़ में अजीब किस्म की पत्रकारिता चल रही है तो इसकी वजह पत्रकारिता का ग्लैमर है। समय-समय पर कानून का पाठ सीखाने वाले अखबार अब कानून हाथ में लेने की न केवल वकालत कर रहे हैं बल्कि आम लोगों को प्रे...
मेरी पहली ब्लॉगर्स मीट : बेहद रोचक और मजेदार मैं अपनी ब्लॉगर्स मीट के बारे में कुछ कहूं उससे पहले मैं राजीव तनेजा जी व विशेषकर उनकी पत्नी संजू तनेजा का धन्यवाद करती हू तथा उन्हें साधुवाद देती हूं कि उन्होंने इस मीट को तरोताजा व सफल बनाकर एक यादगार मी.. तुम बसती हो श्वासों में.. सुरज की किरणों में हो तुम, सागर की लहरों में हो तुम, तुम हो जग की सुन्दरता में, तुम बसती हो श्वासों में. हर पुष्प में तेरी महक है, पंक्षियों में तेरी चहक है, तेरी ध्वनि है कोयल की कूहों में, तुम बसती हो श्व...
प्रार्थना से आप बदलते हो, परमात्मा नहीं स्वामी जी जन्म पत्रिका देख कर, जब किसी का उपचार तंत्र मंत्र और रत्न से करता हूँ तो क्या इससे जीवन की सारी समस्या का समाधान हो जायेगा ?"मैंने गुरुदेव से पुछा . "सारी समस्या तो ठीक नहीं हो सकती, नहीं तो... कुछ त्रिवेणियाँ ....... त्रिवेणी.....शुरू शुरू में जब गुलजार जी ने त्रिवेणी की फॉर्म बनाई...... तो पता नहीं था यह किस संगम तक पहुँचेगी - त्रिवेणी नाम इसीलिए दिया गया कि इसमें पहले दो मिसरे, गंगा-जमुना की तरह मिलते हैं और एक ख़्या... परिकल्पना ब्लॉग उत्सव को प्रायोजक मिला कहा जाता है कि यदि चाहत सबल हो तो लक्ष्य मुश्किल नहीं होता । जब मैंने परिकल्पना ब्लॉग उत्सव की उद्घोषणा की थी तब शायद मुझे भी यकीन नहीं था कि यह आयोजन अपने मुकाम को प्राप्त करेगा ,
विशेष:- पढिए इन्दु पु्री जी की कहानी "वो"---- उद्धव जी पर--------हैप्पी अभिनंदन में संजय भास्कर हैप्पी अभिनंदन में आज आप जिस ब्लॉगर हस्ती से रूबरू होने जा रहे हैं, उस ब्लॉगर हस्ती ने बहुत कम समय में बहुत ज्यादा प्यार हासिल कर लिया है, अपने नेक इरादों और अच्छी रचनाओं के बल पर। वो अपनी बात कहने के लिए ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते, जी हाँ हुजूर, मैं गीत बेचता हूँ ।स्वर्गीय भवानी दादा का यह गीत उनके जन्म दिवस पर पूर्णिमा जी के प्रयास से भवानी दादा की स्मृतियां''अनुभूति पर '' उपलब्ध है,मेरी आवाज़ में सुनिए गीत फरोश-- अमिताभ जी की नजर में डा. चरणदास सिंद्धू ( भाग-2) अनुभव जब एकत्र हो जाते हैं तो वे रिसने लगते हैं। मस्तिष्क में छिद्र बना लेते हैं और ढुलकने लगते हैं, कभी-कभी हमे लगता है अपनी खूबियों को बखानने के लिये व्यक्ति लिख रहा है, बोल रहा है या समझा रहा है। किंतु असल होता यह है कि अनुभव बहते हैं जिसे रोक पाना
अब वार्ता को देता हुँ विराम आपको ललित शर्मा का राम राम तथा हनुमान जयंती की शुभकामनाएं
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11 टिप्पणियाँ:
परिश्रम से तैयार की गई इस विस्तृत चर्चा के लिये धन्यवाद!
badhiya chitta charcha
बहुत बढिया वार्ता .. धन्यवाद !!
विस्तृत चर्चा के लिये धन्यवाद...
विस्तृत चर्चा
बहुत सुंदर और विस्तृत चर्चा.
रामराम.
सुन्दर च मनभावन चर्चा!!
धन्यवाद्!!
बहुत ही बढ़िया चर्चा रही आपकी..
बड़े काम के लिंक और काम की पोस्ट्स....
आपका आभार..
अच्छी चर्चा....
हनुमान जी मेरे लिए इतने बड़े प्रेरणा-स्त्रोत है कि ....
...मैनेजमेंट में उनका प्रयोग करता हूँ ....
..."अगर आप संजीवनी बूटी नहीं पहचान सकते तो पहाड़ ही उठा लाओ , पहचानने बाले पहचान लेंगे...और काम हो जाएगा...."...go extra miles...do some extra work....cross the limit.....
....शत् शत् नमन.....
http://laddoospeaks.blogspot.com/
विस्तृत चर्चा के लिये धन्यवाद...
बहुत ही सुंदर चर्चा रही ....
अजय कुमार झा
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