रवि्वारीय वार्ता प्रारंभ करते हैं और प्रस्तुत हैं कुछ बेहतरीन चिटठों के लिंक-आपको राजीव तनेजा का नमस्कार। आज ललित शर्मा जी का जन्म दिवस है--उनको ढेर सारी शुभकामनाएं-चलते हैं वार्ता पर--
कल सुबह साढ़े चार की बस पकड़नी थी, तो रात साढ़े दस बिस्तर पर चला गया और तुरंत नींद भी आ गई। बीच में आँख खुली तो सिर्फ डेढ़ बजे थे। मैं घड़ी देख फिर सो लिया। तीन बजे अलार्म की मधुर आवाज ने जगाया। अलार्म ने...
अक्सर आप सब की शिकायत रही है कि मैं इक ही मौजूअ (विषय) पर मुसलसल लिखती जा रही हूँ ..... 'मोहब्बत ' जहाँ प्यार करने वालों के लिए दुखदायी लफ्ज़ रहा .... वहीं शायर और अदबकारों का सबसे प्रिय विषय भी .....पेश है...
परिस्थितियोंवश पिछले एक सप्ताह से नेट से दूर रहना पड़ा । इसलिए समय ही नहीं मिल पाया , लिखने और पढने का । आज आपके सन्मुख आ पाया हूँ। नोट: ऐसा प्रतीत होता है कि आजकल के भाग दौड़ और तनावपूर्ण जीवन में लोग ...
दिल का हाल मै लिखता हूँ हो सके तो यकीन कर लो मै तुझे तेरे ख़त लौटाता हूँ अगर हो सके तो दिल दे दो. दिल की हर धड़कन को मै कैसे इस ख़त में लिखता हूँ इस बैचैन दिल की धड़कनें शब्दों में कैसे लिख सकता हूँ. तूने द...
गूगल की अनेक सुविधाएँ एक साथ नवीन प्रकाश Hindi Tech Blog - तकनीक हिंदी में -पर--- गुगल की अनेक सुविधाओ तक अब एक ही विंडो में पहुंचे इस मुफ्त छोटे औजार की मदद से । इसका एक उपयोग ये भी है की आप अपने ब्राउजर में किसी एक गूगल अकाउंट में काम कर रहे हैं तो इसमें आप एक अन्य अकाउंट का प्रयोग ए...
वो भारत का देव मुझे ताके जाता था ,,,,(प्रवीण पथिक) प्रवीण शुक्ल (प्रार्थी) इदम् राष्ट्राय || इदम् न मम् || -पर
वो भारत का देव मुझे ताके जाता था ,,,, करूणा से लथ पथ अंतस में झांके जाता था ,,,, कंधो पर पिचकारी के थैले टंगे ,,,,, हाथो में धूसर रंग लिए ,,,,, वन प्रतिमा सा अडिग खड़ा है ,,,,, मानो मौन आवाहन किये ,,,,, वो का...
विश्व गौरैया-दिवस...आँगन में जब आती चिड़िया---गिरीश पंकज गिरीश पंकज - पर आज विश्व गौरैया-दिवस है. बधाइयाँ, शुभकामनाएं, कि हर प्यारी गौरैया बची रहे. मन नहीं माना, सोचा, एक कविता पोस्ट कर दू. हम लोग तमाम जीवो के पीछे पड़े है. गाय, बकरी, (कुत्ते तक.)मुर्गा, तीतर, बटेर, गौरैया, ...
विनीता यशस्वी द्वारा यशस्वी - परपिछली एक पोस्ट में मैंने नैनीताल के राजभवन के बारे में बताया था। इस पोस्ट में मैं राजभवन में बने गोल्फ कोर्स के बारे में कुछ। राजभवन का निर्माण 1900 में हुआ और इसमें बने गोल्फ कोर्स का निर्माण सन् 1926 ...
पुलिस का डंडा श्याम कोरी 'उदय' कडुवा सच -पर----पुलिस का डंडा कहां है पुलिस वाले तो निहत्थे खडे हैं अब कोई डरे, क्यों डरे निहत्थों से भला कोई डरता है क्या ! पुरानी कहावत है - जिसकी लाठी उसकी भैंस जब डंडा नहीं तो काहे की भैंस मैंने पूछा एक पुलिस वाले से ...
ताऊ रामपुरिया ताऊ डॉट इन - पर प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम. ताऊ पहेली *अंक 66 *में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. जैसा कि आप जानते ही हैं क...
*नवरात्रि पंचम दिवस । 20.03.2010 *** *अब तक आपने पढ़ा* - फातिमा नावूत ,विस्वावा शिम्बोर्स्का और अन्ना अख़्मातोवा की कविता पढ़ने के बाद कल नवरात्रि के चौथे दिन आपने लातीन अ..
जी.के. अवधिया-- धान के देश में! - पर---शुक्र है कि विज्ञापन देखकर कुछ तो कमाई होने लग गई है और मेरा पहला चेक मुझे मिल चुका है। विज्ञापनदेखकर कमाई से मुझे रु.471/-. नगद राशि का चेक मिला है और रु.900/- के गिफ्ट व्हाउचर्स मिले हैं। इन गिफ्ट व्हाउचर...
सतीश पंचम--- सफ़ेद घर - पर---मेरे घर में काफी पुराना तुलसी का पौधा सूख जाने पर, पिछले दिनों हमने तुलसी का एक नया पौधा लगाया। यह पौधा एक फेरीवाले से लिया गया था जो कि अक्सर मेरी बिल्डिंग में अपने सिर पर फूल-पौधों के छोटे छोटे प...
यशवन्त मेहता "फ़कीरा" द्वारा चर्चा पान की दुकान पर -16 घंटे पहले पर पोस्ट किया गया
भैया बनारसी पान तो वर्ल्ड फेमस हैं और उससे भी ज्यादा फेमस हैं बनारसी पान से जुड़े हुए किस्से और लतीफे। न जाने कितने ही संगीतज्ञों , लेखको, शायरों और राजनीतिज्ञों की कमजोरी रहा हैं यह बनारसी पान। तो जनाब ...
rajiv राजू बिन्दास! - पर--आपने भुन-भुनाहट सुनी है ना. अरे वही जिसे इंग्लिश में बज कहते हैं. भौंरे, भुनगे, मक्खी या मच्छर, भुन-भुनाहट किसी की हो, हम इसे इग्नोर नहीं कर सकते. इनकी साउंड फ्रीक्वेंसी इरिटेट भी करती हैं लेकिन ब$ज इरिट...
सुख और आनंद मे भेद---आचार्य धनंजय शास्त्री द्वारा संस्कृते किम् नास्ति ---पर--ईश्वर, जीव, प्रकृति ये तीन अनादि तत्त्व हैं। इनमे प्रकृति सत् अर्थात सत्तात्मक अनादि तत्व है जो सृष्टि का उपादान कारण और जड़ स्वरुप है। जीव सत् और चित् अर्थात चेतन सत्ता है जिसके इच्छा, द्वेष, प्रयत्न, सुख...
AlbelaKhatri.com द्वारा Albelakhatri.com - पर अलबेली मुलाकात के मंसु्बे----
बहुत दिनों से मन में अभीप्सा थी दिल्ली के दिल वाले बलोगर्स बन्धुओं और बान्धवियों से मुलाक़ात करने की जो कदाचित इस 26 या 27 मार्च को सफलीभूत हो जाये............ हालांकि अविनाशजी और पवन चन्दन जी से तो मैं ...
विष्णु सिन्हा अग्रदूत - पर---केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों एवं पेंशनरों का महंगाई भत्ता 27 से बढ़ा कर 35 प्रतिशत कर दिया। इसका स्पष्ट अर्थ होता है कि सरकार ने माना की महंगाई बढ़ी है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों को तो 8 प्रतिशत महंग...
मुख्य न्यायाधीश द्वारा ई-लाइब्रेरी व वेबसाइट का शुभारंभ संजीव तिवारी .. Sanjeeva Tiwari -- जूनियर कौंसिल - पर---छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट परिसर में शनिवार को ‘पर्यावरण संरक्षण में न्याय पालिका की भूमि ‘विषय पर राष्ट्रीय व्याख्यानमाला आयोजित की गई। समारोह में मुख्य न्यायाधीश के जी बालकृष्णन के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के न्याया...
ਗਜ਼ਲ...... हरकीरत ' हीर'--- ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਖੁਸ਼ਬੂ - पर--ਗਜ਼ਲ.... ਬੇਰੁਖੀ ਹੈ ਚਾਰੇ ਪਾਸੇ ਹਰ ਮੌਸਮ ਬਿਮਾਰ ਜਿਹਾ ਹਰਿਕ ਚੀਜ਼ ਵਿਕਾਊ ਹਰ ਵਿਹੜਾ ਬਜ਼ਾਰ ਜਿਹਾ । ਨਿੱਤ ਸੁਣਦੇ ਹਾਂ ਸ਼ੋਰ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਖੜਕਦੀਆਂ ਕੁਝ ਨਹੀਂ ਸੁਣਦਾ ਝਾਂਜਰ ਦੀ ਛਣਕਾਰ ਜਿਹਾ । ਸੰਗੀਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹਰ ਸਮੇਂ ਵਗਦੀ ਹਵਾ ਕੋਈ ਬੁੱਲਾ ...
pratibha प्रतिभा की दुनिया ...!!! - पर---
बाबुल जिया मोरा घबराये बिन बोले रहा न जाये बाबुल जिया मोरा घबराये... बाबुल मेरी इतनी अरज सुन लीजो मोहे सुनार के घर न दीजो मोहे $जेवर कभी न भाये बाबुल जिया मोरा घबराये... बाबुल मेरी इतनी अरज सुन लीजो मोहे व्...
Kulwant Happy युवा सोच युवा खयालात - पर----
(1) तेरे नेक इरादों के आगे, सिर झुकाना नहीं पड़ता खुद ब खुद झुकता है ए मेरे खुदा। (2) मेरे शब्द तो अक्सर काले थे, बिल्कुल कौए जैसे, फिर भी उन्होंने कई रंग निकाल लिए। (3) कहीं जलते चिराग-ए-घी तो कहीं तेल को ...
बेचैन आत्मा बेचैन आत्मा - पर---क्या तेरा क्या मेरा पगले चार दिनों का फेरा पगले छोरी-छोरा छुट जाएंगे उठ जाएगा डेरा पगले पत्थर का दिल क्यों रखता है तन माटी का ढेरा पगले बिन दीपक ना मिट पाएगा अंधियारे का घेरा पगले सूरज सा चमका ह...
'अदा' द्वारा काव्य मंजूषा -3 घंटे पहले पर पोस्ट किया गया
आये दिन सुनती रहती हूँ , मेरा धर्म बड़ा है , तुम्हारा छोटा, अल्लाह बड़ा है, भगवान् छोटा...और सोचती हूँ क्या ईश्वर को परिभाषित करना इतना आसन है ? क्या ईश्वर का विश्लेषण इतना सरल है ? क्या जो लोग ईश्वर या अ...------
सरकारी कामकाज किस तरह होते हैं, एक नमूना देखिए। पूर्वी रेलवे ने 20 मार्च को कोलकाता तथा दिल्ली के बीच चलने वाली लग्जरी गाड़ी महाराजा एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह के बारे में प्रमुख समाचार पत्रों में एक विज्ञापन दिया। विज्ञापन में एक नक्शे के जरिए रेलगाडी का मार्ग समझाते हुए दिल्ली को पाकिस्तान में तथा कोलकाता को बंगाल की खाडी में बताया गया।
चलते चलते--आज का मुद्दा----दिल्ली पर पाकिस्तान का कब्जा---यहां सुनिए माता का सेवा गीत---आज बस यहीं तक---फ़िर मिलते हैं अगली वार्ता पर---नमस्कार
5 टिप्पणियाँ:
लाजवाब चर्चा- नहीं छूटा कोई पर्चा
लाजवाब चर्चा- नहीं छूटा कोई पर्चा
बहुत ही जोरदार चर्चा.
रामराम.
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
hamesha ki tarah bahut hi acchi prastuti aapki..
aabhaar..
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