12:34 am
Yashwant Mehta "Yash"
सुनिए अविनाश वाचस्पति से
खुशदीप जी कह रहे हैं
यहाँ गिरीश जी ने कहा
शिखा जी के साथ चलिए
सुलभ सतरंगी जी के ब्लॉग पर
दस का दम रविरतलामी जी के साथ
प्यार करने का सिला होता कैसा होता हैं, जरा जानिए
होली का असर होली के बाद भी रहता हैं
दीपक जी बच्चे क्यूँ बने रहना चाहते हैं
बदलाव जरुरी हैं ताकि जीवन सफ़र में नीरसता न आये
समानता और आरक्षण की बात भी हुईं
हाँ कभी कभी भूल जातें हैं पर क्यूँ??
माँ सब कुछ जानती हैं या .....
बड़े पंडित का सुना होगा मंतर जाप
शुभकामनाये हमारी तरफ से भी
हमारी भी परीक्षायें आ रही हैं अप्रैल में तो ज्ञान दत्त पाण्डेय जी बोले .........
कहाँ निकला हैं चाँद? पकड़ा कंचन जी ने
सदा मुस्कान बनाये रखिये.........बुदापे तक काम आयेगी
आ रही हैं अगले से अगले से अगले के पगले के पगले के अगले रविवार
बक्शने को गुरु जी से ललित शर्मा जी कर रहे हैं गुहार
इसी के साथ............उठा दिया नकाब से पर्दा अब रुख का नशा कीजिये ..... खुद भी जी लीजिये और सबको जीने दीजिये..........
.....सभी बच्चे लोग मिल के बजाओ तालियाँ........ब्लॉग चर्चा कर गए "फ़कीरा"
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12 टिप्पणियाँ:
इस ब्लॉग पर पहली चिट्ठा चर्चा के लिए यशवन्त मेहता "फ़कीरा" जी को बधाई .. बहुत अच्छे अच्छे लिंक्स मिले .. धन्यवाद !!
Bahut badhya charcha kiye "Fakira ji"
udghatan charcha ke liye aabhar
जिसने खुद अपने नाम के साथ 'फ़कीर' उपनाम जोड़ लिया हो...उसे किसी के साथ मोह-माया नहीं हो सकती... बिना किसी लाग-लपेट की सीधी...सरल एवं निर्मल चिट्ठाचर्चा के लिए यशवंत मेहता जी को बहुत-बहुत बधाई
Badhai ho ji
स्वागत है इस मंच का. अनेक शुभकामनाएँ एवं बधाई.
अरे वाह नया चर्चा मंच विदाऊट ऐनी खर्चा ... वाह बहुत बहुत बधाई सभी को ...और इस अनोखी चर्चा को भी
अजय कुमार झा
बहुत लाजवाब, शुभकामनाएं.
रामराम.
बहुत खूब यशवंत भाई , पहला प्रयास लाजवाब रहा ।
बढ़िया!
घुघूती बासूती
....बहुत खूब, शुभकामनाएं !!!!
महराज प्रणाम
याने इस जगह क्या क्या चर्चाएँ हो रही हैं
उसका सीधा सीधा लिंक मिलेगा
बहुत ही अच्छी बात.
ललित जी आपने मेरे दिल की बात को साकार कर दिया.बहुत दिनों से मैं ऐसे किसी जगह को संवारने की जुगत में था कि जहां अच्छी पोस्ट लोगों को पढने को मिल जाएँ.लेकिन समयभाव के कारण इसे अमलीजामा नहीं पहना सका.उसके बाद अच्छे ब्लॉग के लिंक अपने हमज़बान में 'यहाँ ज़रूर जाएँ' शीर्षक के अंतर्गत देना शुरू कर दिया.और आप लोगों को 'हमरछत्तीस गढ़' के तिहत रखा है.
आपने बहुत ही अच्छा किया है अवश्य ही यह वार्ता लोगों को पसंद आएगी.
आभार आपका.
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