ललित शर्मा का नमस्कार, अन्ना टीम की अनशन की मांग के आगे सरकार को घुटने टेकने पड़े। अब रामलीला मैदान होगा अनशन। अन्ना की हुंकार है कि लोकपाल बिल पास होने के बाद ही अनशन खत्म होगा। रामलीला मैदान पर बाबा पर तो डंडा चला कर बहादुरी दिखा दी, अब अन्ना पर डंडा चलाना मुस्किल ही नहीं, नामुमकिन है। भारत के गाँव-गाँव का युवा उठ खड़ा है भ्रष्ट्राचार के विरुद्ध। वह भ्रष्ट्राचार से मुक्ति चाहता है। अन्ना के नेतृत्व से युवाओं को बल मिला और लड़ाई लड़ने का एक रास्ता दिखाई दिया। अब देखना यह है कि लोकपाल बिल का क्या होता है, वैसे भी महिला आरक्षण बिल ठंडे बस्ते में है। अब चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर......
सबसे पहले चलते हैं आशुतोष शुक्ला जी के ब्लॉग पर हाँ मैं हूँ अन्ना के साथ पर आज देश में एक अलग ही अलख जगाने वाले अन्ना के साथ पूरी ताक़त से पूरा देश खड़ा होना चाहता है तो मैं भी उसमें साथ में होना चाहता हूँ पर मुझे नहीं पता कि क्या मैं नैतिक तौर पर अन्ना के साथ जाने लायक हूँ भी या न...मीडिया धंधा है या चौथा खंभा? मीडिया धंधा है या चौथा खंभा?: मीडिया धंधा है या चौथा खंभा? जस्टिस मजीठिया की अध्यक्षता में बने समाचार पत्र कर्मचारियों के वेतन बोर्ड की रिपोर्ट को लेकर यह विवाद एक बार फिर छिड़ गया है. समाचार पत्रों के माल...
अगर लामप्याले और मिस समीला टेढी के कहने पर चले तो ताऊ महाराज धॄतराष्ट्र राजमहल के तलघर में बने अपने गुप्त कक्ष में चिंता मग्न बैठे हुये हैं. पास ही मिस समीरा टेढी गमजदा बैठी हुई है. दोनों के चेहरे पिटे हुये से लग रहे हैं. जब से वो तोतला व्यक्ति राजमहल के ...अन्ना की आवाज़ इन चौसठ सालों में संविधान बनाया संविधान के प्रति दिखाई निष्ठा संशोधन किया जोड़ा घटाया मगर मूल रूप से कुछ नहीं बदला न संविधान न उसे मानने वाले मौलिक अधिकारों के प्रति रहे सतर्क रात-दिन ...उफ़ ! ये हवा महल !! हवा महल हमारे देश में ... शान, मान, आन, का प्रतीक है सच ! वहां होने थे, सच्चे-अच्छे लोग !! किन्तु वहां है जमावड़ा नंगे, लुच्चे, चोर, उचक्के गुंडे, बदमाश, माफिया, अपराधी हत्यारे, लुटेरे, घोटालेबाज-भ्र...
पढिए कवि योगेन्द्र मौदगिल के मुक्तक....
लोकतंत्र पे अरे तुम वार ना करो..
अमृत जो चखा है उसे बेकार ना करो..
सत्ता तो चार दिन की मौज, इस के लिए तुम,
सरदारनी का दूध शर्मसार ना करो..
रचना क्या है .....हुआ स्वप्न का दास ! कविता कम शब्दों में गहरी बात कहने में सक्षम होती है । ये कवि की कोरी कल्पना हो जो शब्दों के सिर चढ़कर अनदेखे , अनचीन्हे मधुरिम काल्पनिक लोक की सैर करा लाये या शब्दों से टपकती क्रूर निर्मम हकीकत , मुझे कविता...एक अच्छी खबर काफी दिनों से ब्लॉग लेखन में अनियिमितता बनी हुई है , कई तरह के पूर्वानुमान मन में ही रह जाते हैं , जिसके कारण पाठक जानकारी से वंचित रह रहे हैं। पहले मैं मौसम के क्षेत्र की भवष्यिवाणियां हमेशा किया करती थ...
अन्ना की आंधी लेकिन कहां हैं गांधीअनशन गांधी का प्रमुख हथियार था...अन्ना ने भी विरोध का यही रास्ता चुना है....लेकिन इसे इस्तेमाल करने का दोनों का तरीका बिल्कुल जुदा है....गांधी का विरोध करने का मकसद व्यवस्था में सुधार करना और शत्रुओं को...तब गोरों की नहीं रही थी और अब चोरों की नहीं रहेगीहर सीने से आग उठी है * * देश की जनता जाग उठी है * * अब * * भरोसा है अवाम को * * हुकूमत अब दिल्ली में ज़ुल्म और ज़ोरों की नहीं रहेगी * * बद्ज़ुबान, बदतमीज़, बदमिजाज़ छिछोरों की नहीं रहेगी * * अरे....
कांग्रेस कोर कमेटी की बैठकसाहब, कांग्रेस को भीषण संकट के इस काल में किसी ने सुझाव दिया कि *दवे जी नाम के एक फ़ोकट चंद लेखक हैं। जो आज कल सत्ता सुंदरी के नाम से चिठठीयां लिख लिख नेताओं, बाबाओं को सलाह दे रहे हैं। क्यों न उनसे इस संक... आ सखी चुगली करें.....राष्ट्रपति का दौरा एक महीने के लिए भारत छुट्टी पे गया था । वहाँ से लौटने के बाद भी बिलकुल समय नहीं मिल रहा था कि ब्लॉग पर कुछ लिखूं । आज फिर आ गया अपने दोस्तों से मिलने । भारत से लौटने के बाद यहाँ हमारे माननीय राष्ट्रपतिजी श्...
अन्ना, आंदोलन और उम्मीद की किरणअन्ना द्वारा भ्रष्टाचार के विरूद्ध चलाई जा रही मुहिम अब सिर्फ भ्रष्टाचार के खिलाफ ही नहीं रही, उसमें शामिल होकर देखिए, आपको महसूस होगा कि ये भारतीयों के अंदर सालों से कैद विभिन्न सरकारों और सिस्टम के ख...कुछ तो होगा, अगर मैं बोलूँगा कुछ तो होगा कुछ तो होगा अगर मैं बोलूँगा न टूटे न टूटे तिलस्म सत्ता का मेरे अंदर का एक कायर टूटेगा टूट मेरे मन टूट अब अच्छी तरह टूट झूठ मूठ अब मत रूठ * * *रघुवीर सहाय *
क्या एक कानून भ्रष्टाचार खत्म कर सकता है हल्ला मचा है जन लोक पाल का ............ बहुत समय से सोच रहा हूँ क्या एक कानून से भ्रष्टाचार सच में ख़त्म किया जा सकता है . बहुत सोचने पर लगता है नहीं ...... अगर कानूनों से अपराध ख़त्म होता तो आज हम आज अपर...सोनुआ बरी तेज लरका हैजयप्रकाश नारायण अन्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए बिहार टूरिज्म टैक्सी सर्विस का एक बोर्ड दिखा. वहाँ बैठे बुजुर्ग ने बताया कि गाडी नहीं है. 'एक ही थी... *जो है सो* उसे कोई और ले गया. *एतना* डि...
'गोल्डन टेम्पल अमृतसर 'सुनहरी आभा से दमक रहा ,सज रहा दाता दरबार तेरा !* *मेरे गुरुओ की शरण -स्थली ,लोग इसे स्वर्ण -मन्दिर कहते हैं !!* *( गोल्डन -टेम्पल यानी स्वर्ण -मंदिर ...अमृतसर ) * * * * * * * * * *५ अगस्त...अन्ना और गांधीकोई अन्ना को गांधी बताने पर जुटा है और कोई तुलना करने में जी-जान लगाये है। गांधी-गांधी थे और अन्ना-अन्ना है। दोनों के समय, स्थिति और स्थान में फर्क है। आप ये कहना चाहते हैं कि कृष्ण को भी राम की तरह वन...
नैमिषारण्य की प्राचीनता और महत्व नैमिषारण्य- महर्षि व्यास की गद्दी मंदिर* - डॉ. शरद सिंह *अगली कड़ी में नैमिषारण्य के प्रमुख स्थानों का विवरण .....* ये रोशनाई, दिया सलाईस्वास्थ्य खराब रहा , काफी दिनों बाद ब्लॉग पर आई हूँ आपसभी के रचनाओं से वंचित रही .......... ये रोशनाई, दिया सलाई , सब मिलकर भी नहीं मिटा पाते हैं , अंतस के अंधकार को , अंतस के बंद कमरों को , रोशन...और नाम के पीछे इन किन्नरों ने लगा लिया हजारे पूरा देश अन्ना के समर्थन में उमड़ पडा है ..भ्रष्टाचार के शीकार करोड़ों लोग एक हो गये और हिल गई सरकार ...वो भी गांधीवादी तरीके से ..इस..
11 टिप्पणियाँ:
अच्छी लिंक्स दी हैं आपने |
आशा
बढ़िया चर्चा
अच्छी वार्ता .. महत्वपूर्ण लिंक मिले !!
अन्ना पर अच्छे लिंक्स देखने को मिले. आपका आभार.
आज की दिलचस्प वार्ता में मेरे लेख ‘‘नैमिषारण्य की प्राचीनता और महत्व’’ को भी स्थान देने के लिअ हार्दिक आभार.
जय हो अन्ना मय चर्चा के लिये धन्यवाद
पोस्ट शामिल करने के लिए धन्यवाद ! दिलचस्प चर्चा !
अच्छी वार्ता ....
अच्छी वार्ता ....अच्छे लिंक्स...आपका आभार.
अन्ना जी को ताकत देना, लोकपाल को लाने की।
आज जरूरत है जन-मन के सोये भाव जगाने की।।
बढ़िया चर्चा.
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