ललित शर्मा का नमस्कार, आज रेड़ियो श्रोता दिवस है, सभी को रेड़ियो श्रोता दिवस की शुभकामनाएं।20 अगस्त को रेडियो श्रोता सम्मलेन इस वर्ष 20 अगस्त को भाटापारा में रेडियो श्रोता सम्मलेन का आयोजन किया गया है .आप जानते ही है की जब जब रेडियो की चर्चा होती है तब तब भाटापारा और झुमरीतलैया की याद जरुर आती है और भाटापारा का नाम लेते ही बचकामल की . इसीलिए छत्तीसगढ़ रेडियो श्रोता संघ ने इस बार भाटापारा में श्रोता सम्मलेन करने का निर्णय लिया है।
सबसे पहले चलते हैं सतीश जायसवाल जी की पोस्ट पर इस से पहले भी तो दूसरी आजादी आयी थी ?आज काफी हाउस में सुबह की काफी पीते हुए मैं जिनके साथ आज सुबह का अखबार पढ़ रहा था और उनके साथ , देश मैं चल रहे आन्दोलन की बात कर रहा था उन का काम- धंधा भी ऐसे ही किसी "एन.जी.ओ " सेक्टर में चलता है । और वो कोई एक ऐसा दलाल ढूंढ रहे थे जो उन्हें एक बड़े अफसर तक पंहुचा सके जिस बड़े अफसर से उन का काम निकालना है इस काम के एवज में वो १०% दलाली उस दलाल को देंगे। उन के धंधे का हिसाब-किताब जब मेरी समझ में आया तो मैं हैरान रह गया कि इस में कमीशन का लेना देना ५५% तक पहुँच चुका है । काम करने वाले को केवल ४५% में ही काम करना होता है।
वाणी जी की समस्या का समाधान करें
मेरे इमेल पते साथ विशाखा पंडित कैसे...
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जनसंघर्ष की मुनादीमी शरद पोटले। रालेगन सिद्दि हूण आलो। रात साढ़े बारह बजे तिहाड़ जेल के गेट नंबर तीन पर अचानक एक व्यक्ति ने जैसे ही पीछे से हाथ पकड़ते हुये मराठी में कहा-मैं शरद पोटले । रालेगन सिद्दि से आया हूं। तो मुझे 199...क्या अन्ना दल के सदस्य भ्रष्ट हैं? फेसबुक पर योगेश ने पूछा है कि *क्या अन्ना, अन्ना के दल के सदस्यो, अन्ना के सर्मथको ने, कभी किसी को रिशवत दी या किसी से ली नही? क्या वो भ्रष्ट नही है?* * * ये तो वही बात हुई कि वही पहला पत्थर फेंके जिसने प...
हमें जो कहनी है वह बात अभी बाकी है कल हमारे एक मित्र मिले कहने लगे यार आजकल आँदोलन का माहौल चल रहा है ,तुम्हारी वह कुत्ते वाली कविता याद आ रही है । हमें याद आया 1984 में जबलपुर के कविता रचना शिविर में , किसान और मजदूरों के आन्दोलन के परिप्र...अन्ना तेरी अगवानी में|क्या करूँ मैं व्याख्यान निरुत्तर हो गयी सरकार अब हो रहा समाधान अन्ना तेरी अगवानी में| अंहि बन देश के गौरव का अजब का उत्साह है हम सब का साहस बढा अन्ना तेरी अगव...
आंदोलन या आराजकता..... धरा बेच देगें, गग**न बेच देगें,* *नमन बेच देगें*, *शरम बेच देगें।* *कलम के पुजारी अगर सो गए तो, वतन के पुजारी, वतन बेच देगें।* बात कहां से शुरू करूं, समझ नहीं पा रहा हूं। दरअसल मैं बताना चाहता हूं कि प्र... हंगामा है क्यूँ बरपा...बस एक फिल्म ही तो है ,"आरक्षण"पिछले कुछ दिन...सबकी तरह हमारे भी बहुत ही व्यस्त रहे....बड़े करीब से जनतंत्र की धड़कन सुनने को मिली. आगे क्या होगा...ये तो किसी को नहीं पता...पर लोगों को अपने अंतर की आवाज़ का अहसास तो हुआ..कि वो आज भी ज...
ढाई आखर “अन्ना” का पढ़ा वो पण्डित होय !!-------चेहरों का संवाद बंगलोर में जहाँ मेरा निवास है, उससे बस 50 मीटर की दूरी पर ही है फ्रीडम पार्क। एक पुराना कारागार था, बदल कर स्वतन्त्रता सेनानियों की स्मृति में पार्क बना दिया गया। पार्क को बनाते समय एक बड़ा भाग छोड़ दिया ...मै भी अन्ना, तू भी अन्ना, सारा देश है अन्ना बाबा पिट गए, अन्ना लिपट गए, भीड़ पीछे चल पड़ी, साथ-साथ हम भी चल पड़े हैं टोपी लगाकर। नहीं जाएगें तो लोग समझेगें कि हम भ्रष्ट्राचार का समर्थन कर रहे हैं, इसलिए "जैसी बहे बयार,पुनि पीठ तै...
ताकि पाठकों को उनकी समस्याओं का समाधान मेरे लेखों में ही मिल जाए 22 जून को ही अपने एक पोसट में मैने लिखा कि मै अपने ब्लॉग पर पोस्ट के माध्यम से ही लोगों को जबाब देने का सिलसिला शुरू कर रही हूं। इससे पिछली पोस्ट में मैने एक कुंडली में मौजूद समस्या के बारे में चर्चा ...गतिरोध कब तक ?अन्ना के रामलीला मैदान में पहुँचने के साथ ही एक बार फिर से वही मुद्दे देश के सामने हैं कि वह लोकपाल विधेयक पर अब किस राह चले ? यह सही है कि देश की आम जनता भ्रष्टाचार से बुरी तरह त्रस्त है और ऐसे में उसे लग...
वार्ता को देते हैं विराम, मिलते हैं ब्रेक के बाद, राम राम
4 टिप्पणियाँ:
मेरी समस्या साझा करने के लिए आभार !
सार्थक वार्ता ...
बढ़िया वार्ता,आभार.
जिधर भी मैं देखूं उधर तू ही तू है। उधर तू ही तू है।
भारत अन्नामय हुआ।
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