शनिवार, 30 जुलाई 2011

हरेली तिहार की हार्दिक शुभकामनाएं --- ब्लॉग4वार्ता ---- ललित शर्मा

मस्कार, मित्रों हरेली त्यौहार की बधाई, इधर बंद.... एक और बंद की सूचना मिल रही थी और उधर फ़ेसबुक ने हमारा एकाउंट बंद कर दिया। कह रहे  हैं कि मेन्टेनेंस के लिए बंद है। अब वही जाने क्या  है? गुगल बाबा ने प्लस दे दिया, अब उस पर ही स्थायी डेरा जमाते हैं। इन नेटवर्किंग साईटों का कोई भरोसा नहीं, कब कौन बंद हो और चालु हो। लगता मुफ़्त की मगजमारी हो रही है। कुछ देर पहले शापी बैग का भी संदेश मिला। इसमें भी एकाउंट बना लिया। ब्लॉगर को तो खूंटी चाहिए पोस्ट लिंक लटकाने के लिए, बस पाठक मिलने चाहिए, चाहे कहीं से भी आएं। एक माह से देख रहा हूँ कि सर्च इंजन के बाद ललित डॉट कॉम पर सबसे अधिक पाठक यहाँ से आ रहे हैं। ब्लागर्स को चाहिए की ब्लॉग पोस्ट के अधिक से अधिक पाठक का जुगाड़ करे। अब चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर.........
 
सावन भादो साठ ही दिन हैं, इसमें से 15 दिन तो गुजर गए, मुखिया जी छतहार में जनता दरबार लगा रहे हैं,पुलिसिया चेहरे की वीभत्स सच्चाई सामने आ गई, घुप्प अंधेरे  में भूलने के अलावा रास्ता क्या है, रास्ता है भाई, जरा ढिबरी का इंतजाम कीजिए, देखिए कैसे रोशनी होती है एक दम चकाचक। सुबह का चलना ठीक है वरना सडको पर खर्च होती ज़िन्दगी नजर आती है। शहीदों का सम्मान समारोह आयोजित हो रहा है, पर इन आँखों में भरी है सावन की बदरी, झमाझम उत्सवी बरसात होने दीजिए, पर जल-जनित बीमारियों से बचकर रहें। सेहत के लिए ठीक रहेगा।

यहाँ गंभीर कहानी है एक राजकुमारी की, जो जगह-जगह घट रही है, भेड़िए आदमी के वेश में शिकार की तलाश में फ़िर रहे हैं।
कपिल ...विजय का जिगरी यार .....बेस्ट फ्रेंड ...वो भी चहकता हुआ मेरे घर में प्रवेश हुआ .......और गुडिया को देखते ही ......उफ़ ...उस वक़्त उसकी शक्ल जो मैंने देखी...जो मैंने समझा...बहुत हद तक बात मेरी समझ में आ गई थी....कपिल की नज़रे बहुत कुछ बता रही थी...और गुडिया....कपिल को देखते ही चिल्लाने लगी ...और कुछ देर में चिल्लाते हुए बेहोश हो गई .....|विजय ने कपिल को अलग कमर में किया और दरवाज़ा बंद करके ...जो बाते की ...वो हम सबको चौकाने वाली थी ....सारी कहानी....इसके .... छिपे पात्र ..और गुडिया की ये दशा मेरे सामने ...एक चलचित्र की तरह साफ़ थीआगे पढें

महिला अधिकारों को लेकर फिर एक बहस शुरु हो गयी है,वस्तानवी को हटाने का वास्तविक अर्थ बताया जा रहा है, रात का सन्नाटा छाया, हरेली अमावस की रात जो है, डरने की बात नहीं ऑनलाइन सुने विविध भारती मस्त पुराने गाने सुना रहा है। सम्पादक का सुझाव आया, ब्लॉग से बिना पूछे लेख उठाया, सम्पादक भी खुश और ब्लॉगर भी खुश।सावन -सावन का नग्मा दोनो तरफ़ बज रहा है,.हादसों पर बनी शानदार फिल्मे आपदा को केंद्र बनाकर कई फिल्मे बनी है .ख्यात हालीवुड प्रोडूसर माइक मेदयोव ने घोषणा की है कि उन्होंने लातिन अमरीकी देश चिली में गत वर्ष हुए खान हादसे ( जिसमे 33 खनिक 69 दिन के बचाव अभियान के बाद दुर्घटना. 

हरियाली के लिए पानी और पानी के लिए हरियाली जरूरीहरियाली के लिए पानी और पानी के लिए हरियाली जरूरी है आज हरियाली का पर्व है , छत्तीसगढ़ में इस पर्व को हरेली कहा जाता है . यह पर्व हमें धरती को हरा भरा कर वायुमंडल को शुद्ध व स्वच्छ बनाये रखने का संकेत देता...मौजूदा जमाने के उसूल आज के स्थानीय दैनिकों में समाचार है कि राज्य सरकार ने सफाई ठेकों पर महापौर की आपत्ति खारिज कर दी है और मुख्य नगरपालिक अधिकारी को राजस्थान नगर पालिका अधिनियम की धारा 49 (2) पढ़ा कर निर्देश दिया है कि 75 ल...

चलते-चलते एक व्यंग्य चित्र


अब देते हैं ब्लॉग4वार्ता को विराम, मिलते हैं ब्रेक के बाद, राम राम

8 टिप्पणियाँ:

वाह !सुबह सुबह बढ़िया लिंक्स वाली बढ़िया वार्ता पढ़ने को मिली| धन्यवाद|
way4host

आपको हरियाली अमावस्या की ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं .

बढ़िया वार्ता ...शानदार लिंक्स...

हरेली पर्व की हार्दिक शुभकामनायें ........!

अच्छी लिंक्स सहित वार्ता |बधाई |
आशा
asha

वार्ता का स्टाइल अच्छा लगा । इन लिंक्स पर जा कर देखना पडेगा ।

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