नमस्कार, आज भारतीय मुद्रा को पहचान मिल गयी है,अभी तक बिना पहचान के ही चल रही थी। इसका मतलब यह है कि इसे डॉलर के चिन्ह जैसा एक चिन्ह दिया गया है। अब उस चिन्ह के लगाने से पता चल जाएगा कि यह रुपया भारत का है। चलो अच्छा काम हुआ, हम बधाई देते हैं भारत सरकार को और मै ललित शर्मा आपको ले चलता हूँ आज की ब्लाग4वार्ता पर..अब चलाते हैं ब्लाग नगरिया में दो पटरी की रेल...............
4 निम्बु अपने साथ लेकर जाना है धरने वालो का है कहना
यहां बताया जा रहा है जंगली भैसों का अस्तित्व संकट में
भैंसे सब जगह दिखाई देते हैं देवभोग और अमरकंटक में
पहले अंडा आया या मुर्गी ? या बताओ फ़िर मुर्गा और अंडा
यहां कहते हैं वैज्ञानिको ने अब ढुंढ निकाला है इसका फ़ंडा
कहते हैं आपकी कसम हम बिहार में ताजमहल बना देंगे
भोजपुर में लाल किला,खगड़िया में कुतुबमीनार बना देंगे
हो रही है ब्रह्माण्ड भैंस सुंदरी प्रतियोगिता-दूधिया हलाकान
बाद में एन्ट्री नही मिलनी है जरा यहां भी हो आइए श्रीमान
यहां बहुत दिनों के इंतजार के बाद अंतिम फैसला आ गया
देखिए जल्दबाजी में फ़ैसला लेने कितना नुकसान हो गया
रामकृष्ण मठ का यह कैसा खेल सत्ताधीशों से बढ़ाओ मेल
आपस में फ़टाफ़ट सब लट्ठ बजाओ फ़िर जाओ सब जेल
यहां बरसे रिमझिम रिमझिम मेघा बरसे पवन चले पुरवाई
बने भुलक्कड़ भुल गए छतरी ले जाना हम भीग गये रे भाई
कुमाऊँ का एक मुख्य पर्यटन स्थल है बागेश्वर तनि घुमिए
प्रकृति की अद्भुत छटाओं का आनंद लिजिए तनि रमिए
बरखा मौसम बैठे ठाले सुनिए बूढों की जवान प्रेम कहानी
मौसम का असर है दिल जवान है अगर बीत गयी जवानी
मदद-मदद-HELP-HELP-समाधान करें एक आवाज आई
अगर आप कुछ जानते हो तो जल्दी जाकर मदद करो भाई
पढिए तुझसे दिल लगने के बाद,माना है वो बिगड़ने के बाद
बात है मीठी या जबां मीठी है जवाब आयेगा चखने के बाद
यहां कहते हैं--ना चाहते हुए वो फिर आ गया इस बार भी
आने दिजिए सबका स्वागत है---किसने मना किया कभी
क्या नहीं हो सकता यहां-- गधा होना गर्व की बात हो गई है
तभी तो रेल का टिकिट कटा कर गधेड़ी मायके भाग गई है
जिस दिल में दया भाव ही न रहा तो वहाँ भला खुदा क्या रहेगा
पूरी दुनिया का मालिक है वह, जहां अच्छा लगेगा वहां रहेगा
स्वागत में आपके लाए हैं राजस्थान की शाही हेरिटेज शराब
इसके तो कई फ़्लेवर हैं महणसर के पान,केसर सोंफ,गुलाब
जय हो जय हो अब दुनिया में होगी अपने रुपये की पहचान
रुपए की भी जग में अपनी,एक पहचान बन गयी अब श्रीमान
सच कहा आपने-दृढसंकल्प के आगे भूत भी हार मान जाता है
बैगा गुनिया की जरुरत नहीं है,अब जग भी जान जान जाता है
अंडमान निकोबार द्वीप समूह की चित्र प्रदर्शनी दिखाई गयी है
चित्रकथा पर सुंदर सुंदर चित्रों से आपके लिए सजाई गयी है
बिन पिए ही, मदहोश बना डाला, उनकी नशीली आँखों ने
पढिए यहां-देखो क्या हाल हमारा है, डूब के उनकी आँखों में,
अंत में यहां भी आईए
अब ब्लाग4वार्ता को देते हैं विराम--आपको ललित शर्मा का राम राम
11 टिप्पणियाँ:
बहुत सुन्दर रही चर्चा!
बहुत सुंदर चर्चा...
बहुत शानदार चर्चा
वाह !! वाह !!
क्या खूब चर्चा की है !!
हमेशा की तरह जोरदार चर्चा! बहुत सारे काम के लिंक मिल गये।
बढ़िया चर्चा....
बेहद उम्दा लिंक्स से सजी है यह ब्लॉग वार्ता ! बहुत बहुत धन्यवाद, ललित भाई ! मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका आभार !
बढ़िया चर्चा.
अपका ये अन्दाज भी खूब रहा....बढिया चर्चा!!
आभार्!
अरे ललित भाई
आज की चर्चा भी शानदार बन पड़ी है.
चर्चा बहुत अच्छी लगी धन्यवाद
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