रविवार, 18 जुलाई 2010

मर्द को दर्द,श्रेष्ठता का पैमाना,पुरुष दिवस,एक त्यौहार--- ब्लाग4वार्ता-----ललित शर्मा

देर रात विलंब से घर पहुंचने के कारण वार्ता लिख नहीं पाए, वैसे भी आज की वार्ता लिखने का दिन भाई  गिरीश बिल्लौरे जी का है। लेकिन वे आज कल कुछ अधिक व्यस्त हैं।  मिसफिट पर भी कम ही नजर आ रहे हैं। लेकिन इश्क लव प्रीत पर कभी-कभी दिख जाते हैं। इसलिए वार्ता हम ही लगाए जा रहे हैं और लगाते ही रहेंगे अनवरत। इस हफ़्ते की ब्लाग4वार्ता स्तंभ में दिनेश राय द्विवेदी जी के ब्लाग तीसरा खंभा की चर्चा है। शीघ्र ही उसकी स्केन कापी ब्लाग पर प्रस्तुत होगी। अब चलिए ब्लाग नगरिया की सैर पर ललित शर्मा के साथ.....
 
प्रदूषण के खिलाफ जंग-- हरियर अभियान छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 20 कि. मी. दूर रायपुर में आज एक लाख पौधे रोप कर नया इतिहास रचा है। छत्तीसगढ़ के गर्वनर शेखरदत्त, मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, उनके मंत्रीमंडल के सदस्य, जनप्रतिनि...श्रेष्ठता का पैमाना : लोकसंघर्ष परिकल्पना सम्मानसपने जिनकी नींव हैं और लेखनी जिनकी ताक़त .....जो सपनों की दुनिया में कोमलता ढूँढती हैं और हकीक़त कविता के रूप में सामने आ जाती है .... इनका मानना है कि सपनों की दुनिया मन की कोमलता को बरकरार रखती है...हर स...


वाणी जी का ब्लाग सफ़र चल रहा है आपका नाम नहीं है तो भी आभार स्वीकार कीजिये ब्लॉग बनाये कुछ ही दिन हुआ था की प्रेमचंदजी का सन्देश आया कुछ त्रुटि की और ध्यान दिलाने और उसमे सुधार करने हेतु ... इसके अलावा ग़ज़ल लेखन में भी अपने सुझाव देते रहे हैं ... आभार ... वर्षाजी , मुझे अपनी रचन...देख अचरज भी है हैरानी भी है-साब जी अभी हाल में एक टूटी-फूटी रचना लिखी थी.. अब उसमे कुछ सुधार किया और गाने की गलती कर बैठा.. सोचा आपको भी सुना ही दूँ.. दिन अच्छा रहा होगा तो ख़राब हो जाएगा सुनने के बाद.. इस प्रयोग के लिए समीर सर का व...

आज खुशदीप सहगल का जनमदिन हैआज, 18 जुलाई को देशनामा वाले खुशदीप सहगल का जनमदिन है। बधाई व शुभकामनाएं आने वाले जनमदिन आदि की जानकारी, अपने ईमेल में प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें। अपने मोबाईल फोन पर SMS के द्वारा जनमदिनों की ...जन्म दिन मनवाने वाले पाबला जी :धन्यवादपाबला जी की वज़ह से सब एक दूसरे को जन्म दिवस पर याद कर लेते हैं आप में से कोई छूटा हो तो अवश्य उनको मेल कर दीजिये वैसे वे स्वयम खोज लेते हैं पर फ़िर भी ...................खैर देखिये आज़ तक के जन्म दिन तो नीचे...

उम्र का बढ़ना भी एक त्यौहार हुआ आज आपको *अटल बिहारी वाजपेयी* जी की एक कविता सुनाता हूं...क्यों सुना रहा हूं ये आज आपको पाबला जी की पोस्ट से शायद पता चल जाए...*अटल जी जिस राजनीतिक धारा से जुड़े रहे, उससे मेरा कोई लेना-देना नहीं लेकिन एक क...देखते क्या हो?…मारो…स्साली को-आ…लौट के आ जा मेरे मीत रे….तुझे मेरे गीत बुलाते हैं"… * “क्या बात तनेजा जी…आज बड़े खुश हो…मस्ती में खुशी के गीत गए जा रहे हैं?"… “कान पे झापड़ मारूंगा एक"… “काहे को?”… “मेरी ये रोनी सूरत आपको खुशी और हर्ष...

आह!गडकरी, वाह!गडकरी भाजपा *ने 1980 में अपनी स्थापना के बाद से इतना विवाद नहीं झेला होगा जितना श्री नितिन गडकरी के अध्यक्ष बनने के बाद से वह झेल रही है| ताजा विवाद, विवादों को हमेशा लपकने और अपने मनमाफिक रंगत देने में माहिर क...मर्द को दर्द : पुरुष दिवस मनाएं : एक ई मेल जो फीमेल से मिलामर्द को दर्द : पुरुष दिवस मनाएं : एक ई मेल जो फीमेल से मिला पढ़ने के लिए जहां मन करे वहां क्लिक करें।

फ़ुरसत में …. एक गज़लशनिवार को हम फ़ुरसत में होते हैं। और इस ब्लॉग के लिए हमारे स्तंभ फ़ुरसत में के लिए कुछ लिखने की ज़िम्मेदारी भी होती है। तो आज सुबह-सुबह क्या लिखूं की उधेरबुन में डायरी के पन्ने पलटने लगा। सहसा अपनी लिखी ...18 जुलाई से 4 अगस्‍त तक बहुत अच्‍छी बारिश नहीं हो पाएगी !!जब से मैने चिट्ठा लिखना शुरू किया है , 'गत्‍यात्‍मक ज्‍योतिष' की दृष्टि से ग्रहों के आधार पर जो आनेवाला मौसम होना चाहिए , उसके बारे में मैं अक्‍सर आलेख लिखा करती हूं। वैसे नियमित तौर पर पढनेवाले पाठक ही सम...

ब्लागिंग नशा है !!! ब्लागिंग नशा है हम आदि हैं रोज लेते हैं मजा चुस्की की तरह कभी एक पोस्ट में ही हो जाता है नशा और कभी फ़ट जाता है नशा एक ही टिप्पणी से और जब कभी बढ जाता है नशा तो भटकते फ़िरते हैं ब्लाग दर ब्लाग ठोकते-पीटते टि...मेक-अप की ताकत पहचान ...ऊपर की तसवीरें उन्हीं महिलाओं की हैं जो नीचे खड़ी हैं...दोनों तस्वीरों में फर्क आप देख सकते हैं ..... मेक-अप की ताकत पहचान ... कितना बदल गया इन्सान...!! 

दुनिया भर की बीवियों तुस्सी ग्रेट हो अन्जू ने आम काटते वक्त सरोते से अंगुली ही कटवा ली। मम्मीजी अपने भतीजे की शादी में गई हैं, दो-तीन दिन में लौटेंगीं तो अन्जू ने खुद ही अचार डालना चाहा। अब हर पांच मिनट में अंगुली के दुखने की बात कहती है (श...अरूंधति राय का लाल प्रेम शादाब जफर शादाब एक महिला के पेशाब करते वक्त निकलने वाली आवाज का अपने उपन्यास में अश्लील शब्दांे में मजे ले लेकर वर्णन कर देश Continue Reading »

कहीं ये बुढ़उ भी तो टिप्पणियाँ के तिकड़म से खुद को नहीं बढ़ा रहा है?कल जब मैंने कम्प्यूटर बंद किया था तो मेरे पोस्ट "जिन्दगी के रंग कई रे" में 8 टिप्पणियाँ थीं और आज सुबह जब मैंने अपना कम्प्यूटर खोला तो पाया कि टिप्पणियों की संख्या 31 हो गई हैं। विश्वास नहीं हो पा रहा था अ...एक शहीद की माँ का पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री के नाम य*ह पत्र शहीद कॉमरेड चंद्रशेखर की माँ द्वारा लिखा गया था , शहीद की मृत्यु पर सरकार द्वारा दिए गए एक लाख के बैंक-ड्राफ्ट को लौटाते हुए | कॉ. चंद्रशेखर नवें दशक की भारतीय छात्र-राजनीति के जुझारू नायक के त...

मस्त रहो मस्ती में,आग लगे बस्ती मेंघड़ी चौक पर गड्ढा कल रात को घर आ रहे थे, कुछ विलंब हो गया था। रात के ग्यारह बज रहे थे। हम बाईक से थे, वैसे भी घर वाले बाईक से जाने से मना करते हैं। लेकिन शहर में बड़ी गाड़ी में दुगना समय लगता है और काम भी न...एक ऐसी शराब जो पहनी भी जा सकती है शराब पीने के लिए बनाई जाती है लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि शराब पहनी भी जा सकती है | आज अंतरजाल पर भटकते हुए मैं josh18 के न्यूज़ पोर्टल पर 3 अप्रेल 2007 को छपी खबर पर पहुँच गया जहाँ पता चला कि आस्ट्रेलिया...

वार्ता को देते हैं विराम- आपको ललित शर्मा का राम-राम.....................

16 टिप्पणियाँ:

ब्लोगां री आ वारता भी घणी चौखी लागी

बेहद उम्दा ब्लॉग वार्ता !
ललित भाई, बहुत बहुत धन्यवाद इन उम्दा लिंक्स के लिए !

बहुत अच्छी प्रस्तुति।
राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।

बड़े दिलचस्प लिंक्स दिए हैं । आभार ।

ढेर सारे लिंक्स।
अच्छी वार्ता। हमारी रचना को सम्मान देने के लिए आभार।

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