शुक्रवार, 23 दिसंबर 2011

पहचान तो खुद बोलती है... ब्लाग4वार्ता...संध्या शर्मा

संध्या शर्मा का नमस्कार, वार्ता पर आप सभी का स्वागत है. प्रस्तुत है, आज कुछ निराले और ख़ूबसूरत लिंक्स... 

गीत तुमको ढ़ूँढ़ता है
आखिरी पल का अकेला, गीत तुमको ढ़ूँढ़ता है। रुक न जाये श्वास वेला, मीत तुमको ढ़ूँढ़ता है। स्नेह का आकाश अब भी, नेह का दो बूँद माँगे, अश्रु का प्रवाह बह-बह, नैनों का फिर बाँध लाँघे। सिसकियाँ देती है मेरे, सर्...

काश !
चौराहे पर खड़ा एक मोटर साईकिल सवार| कर रहा था हरी बत्ती का इंतज़ार| पड़ोस में खड़ी थी एक कीमती कार, आधी खुली खिड़की से कुत्ते का बच्चा झाँक रहा था बाहर| वह सवार, उस कुत्ते के बच्चे को , निहार रहा था बार ...

अलविदा ए वर्ष.....
अलविदा ए वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन, सीने पर ले चले भ्रष्टता का क्रंदन, कभी नहीं सोचा था तुम ऐसे जाओगे, कुछ खुशियाँ कुछ जीवन को रंगबिरंगा कर जाओगे , उथल पुथल से भरा रहा ये सारा वर्ष, जीवन मुझ...

भारत पाक युद्ध के चालीस साल
भारत-पाक युद्ध की तस्वीर ( गूगल से साभार ) भारत-पाक के बीच हुआ 1971 का युद्ध स्वतंत्र भारत के इतिहास में हमेशा अविस्मरनीय रहेगा . तब हम मात्र 14-15 साल के थे तथा हायर सेकेंडरी के छात्र थे . एक दिन स्कूल...

"सूखे दरख़्त "
सूख चुके रिश्तों में, शायद, आँखों की नमी भी ना रही | फासले दरमियां, कुछ यूँ हुए, कि संग रह के भी संगदिल हुए | दूरियां क्या इतनी, कि तय हो ना सके | *अरे !* *सूखे दरख़्त हो,* *या हो रिश्ते* *शादाब हो भी सकते ...

पहचान प्रश्नचिन्ह तो नहीं  
पहचान प्रश्नचिन्ह तो नहीं पहचान तो खुद बोलती है बिना किसी शब्द के बिना किसी मोल भाव के पहचान तो बनती ही है फिर चाहे जड़ हो या चेतन चाहे कोई भी रूप हो रंग ह... 

साहिर लुधियानवी की नजरों में ताजमहल
ताज़ तेरे लिये इक मज़हर-ए-उल्फ़त ही सही तुम को इस वादी-ए-रंगीं से अक़ीदत ही सही मेरे महबूब कहीं और मिला कर मुझ सेताज तुम्हारे लिए प्यार का एक प्रतीक सही और तु... 
 
आह ! वो बचपन
वो गालों पे उँगलियों के निशान.. वो मार खा कर सूजे-सूजे होंठ, कंप-कपाता मन, डर के मारे... अश्रुओं से भीगा वो चेहरा मुझे भूलता ही नहीं है. ... 

'फहमियां' !
*जब ठिठुरती ठण्ड में,* * * *मेरी कक्षावधि शुरू होती थी * * * *और तुम्हारी ख़त्म,* * * *अक्सर ही * * * *महाविद्यालय के मुख्यद्वा... 

छिटकी धुप
आसमाँ के पथ से चल के सितारों की छाँव में सतरंगी झूले में झूल के बादलों के रथ पे हो सवार उतर धरती पे एक नन्ही किरन आई छिटकी धुप अलसाई सी रात गई अंगड़ाई लेती भ... 

ज़माना बदल गया है --आँखों देखी ---
ऋषि कपूर और नीतू सिंह पर फिल्माया गया एक गाना था -- खुल्लम खुल्ला प्यार करेंगे हम दोनों , इस दुनिया से नहीं डरेंगे हम दोनों । लेकिन तब न तो हकीकत में , ... 

वही तो हमराज है
वही तो हमराज है राज करना इस जहाँ पर, कायरों का काम है दिल पे अपने राज कर ले, वह बना सरताज है सो रहे हम क्यों तिमिर में, जग गया वह सूर्य बन राह रोशन कर गया...   

मुनु बिलाई रे मुनु बिलाई (बाल-गीत)
मुनु बिलाई रे मुनु बिलाई तयँ बघुवा के मौसी दाई. कुकुर देख के थर थर काँपे ठउँका दउँड़त प्रान बचाई. मुनु बिलाई रे मुनु बिलाई………………. नान नान तोर पीला दू किंजर..

 मातृत्व 
 ब्लॉग जगत में आये मुझे लगभग ढाई साल हो गए है.इस समय में जो भी लिखा वो आप सभी लोगो ने सराहा.जिससे मुझे ओर लिखने की हिम्मत मिली .बीच बीच में कुछ रुकावटें भी... 

रिश्ते...और हम... 
*मेरी डायरी से* ... बरौनी रिफायनरी २३-९-२००६ हर रिश्ता ... बड़े प्यार से, बड़े लगन से काफी समय में बन पाता है और कभी कभी instant भी बन जाता ह..  

दिवा- स्वप्न 
दिवा--स्वप्न दिवा स्वप्न देख-देख अब बहुत खुश हो चुकी , चैन से रातो को  सोना भी अब तो मुहाल हो गया !आकाश की गहराइयो को लांधकर बहुत थक चुकी ,पैर जमीं पर र...

चलते-चलते देखिये मेरी पसंद का एक गीत

 


सादर-
संध्या शर्मा
मिलते हैं अगली वार्ता पर... 



10 टिप्पणियाँ:

सुन्दर वार्ता ;धन्यवाद .

सलीके के सजी सुंदर वार्ता, गीत भी बहुत अच्छा है, आभार

चुने हुए लिंक्‍स ..
अच्‍छी वार्ता !!

बेहतरीन प्रस्तुतिकरण .आभार.

रोचक ब्लोग वार्ता।

अच्छी और रोचक वार्ता.

सुन्दर वार्ता,बेहतरीन प्रस्तुति!

सुन्दर वार्ता,बेहतरीन प्रस्तुति

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