संध्या शर्मा का नमस्कार,
सबसे पहले क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाये... आज फिर से आई हूँ वार्ता पर अपनी पसंद के कुछ लिंक्स के साथ. आशा करती हूँ आपको भी अच्छे लगेंगे. तो लीजिये प्रस्तुत है आज की वार्ता....
KAVITAYEN
मोहब्बत भरी ज़िन्दगी कभी करती है आँख मिचौली, कभी सजाये सपनों की डोली, शरारत उम्र भर करती ही रहती, है ये मोहब्बत भरी ज़िन्दगी ! कभी खुशियों का मेला लगता है, कभी जीवन झमेला लगता है, कभी चुराए हमसे ये नज़र, ह...
कालाधन? नही.. नीयत का कालापन हूँ मैं
कहते है लोग काला हूँ मैं! न काला रंग है मेरा न काला मन मेरा न काले कर्म है मेरे न इरादों मे कालापन है क्यूं कहते है लोग काला हूँ मैं? किसी की जरूरत हूं तो किसी की शान हूँ, मेरी नजर छोटा तू, न वो बड़ा तेरी...
अंदाज अलग जीने का
मोहब्बत भरी ज़िन्दगी कभी करती है आँख मिचौली, कभी सजाये सपनों की डोली, शरारत उम्र भर करती ही रहती, है ये मोहब्बत भरी ज़िन्दगी ! कभी खुशियों का मेला लगता है, कभी जीवन झमेला लगता है, कभी चुराए हमसे ये नज़र, ह...
कालाधन? नही.. नीयत का कालापन हूँ मैं
कहते है लोग काला हूँ मैं! न काला रंग है मेरा न काला मन मेरा न काले कर्म है मेरे न इरादों मे कालापन है क्यूं कहते है लोग काला हूँ मैं? किसी की जरूरत हूं तो किसी की शान हूँ, मेरी नजर छोटा तू, न वो बड़ा तेरी...
अंदाज अलग जीने का
हूँ स्वप्नों की राज कुमारी या कल्पना की लाल परी पंख फैलाए उडाती फिरती कभी किसी से नहीं डरी | पास मेरे एक जादू की छड़ी छू लेता जो भी उसे प्रस्तर प्रतिमा बन जाता मुझ में आत्म विशवास जगाता | ह...
दोस्तों, कृपया 1 मिनट का समय देकर इसे पढ़ें. अगर आपको लगता है कि बात में सच्चाई है तो यह सन्देश दूसरों को भी फॉरवर्ड करें . अन्ना, स्वामी रामदेव या अन्य जो भ्रष्टाचार के विरूद्ध लड रहे है उनसे कांग्रेस क्..
मेरे मन की इस बंजर धरा पर .. प्रेम के अंकुर फूटे हैं.... पहली बार . तुम ही कारण हो इसको बनाने में उर्वरा . स्नेह रस की वर्षा के बाद जब-जब चाहत की फसल उगेगी तुम याद आओगे,बेइंतिहा ....
श्रीगंगानगर-नगर विकास न्यास के चेयरमेन ज्योति कांडा का कांग्रेस में कोई बड़ा कद बेशक ना हो किन्तु क्षेत्र के जाने माने बड़े बड़े कांग्रेस नेता उसकी छतरी के नीचे जरूर आ गए। सच है,जो पद पर है वही बड़ा। बाकी
गंगा किनारे तुलसीघाट के तुलसी मंदिर से गुरुवार को प्राचीन रामचरित मानस की हस्तलिखित प्रति चोरी हो गई। मंदिर के एक तरफ के द्वार की कुंडी तोड़कर चोर ‘रामचरित मानस’ के दो भागों के अलावा एक वाल्मीकि रामायण ...
(कल के लिए पत्रिका के दिसंबर अंक में छपी इस कहानी को ब्लॉग पर सहेज रही हूँ बस )* * * सड़कें किसी मुर्दा देह की तरह ठंडी और अकड़ी हुई पड़ी थीं. उन पर रेंगने वाले लोग और धमाचौकड़ी मचाती ...
यायावर की वापसी (गुजरात यात्रा से) * गाड़ी थी पोरबंदर हावड़ा जय जोहार ...
अन्ना का नया रण....* *27 से अनशन का मुंबई संस्करण... * * * *मिल ही गया MMRDA का मैदान...* * * *बस करना पड़ेगा मोटा भुगतान...* * * *30 से जेल भरो का फ़रमान...* * * *सोनिया-राहुल के घर के बाहर भी होगा धरना-...
बाज लगभग ७० वर्ष जीता है, पर अपने जीवन के ४०वें वर्ष में आते आते उसे एक महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ता है। उस अवस्था में उसके शरीर के तीन प्रमुख अंग निष्प्रभावी होने लगते हैं। पंजे लम्बे और लचीले हो जाते है..
अधूरा कार्यक्रम छोड़कर अहमदाबाद से वापसी करनी पड़ी। गाड़ी 10 घंटे विलम्ब से रायपुर पहुंची। अशोक भाई से सूचना मिली थी कि पुराने मित्र पूर्णानंद सोनी ईलाज के दौरान हमें छोड़ चले। बहुत अफ़सोस हुआ, स...
पर्वतों पर दूर तक फैली धुंध.....ठंण्डी हवाओं के झोंके और सूरज के धूप की गर्माहट सदियों से लाहौल घाटी में आंख मिचैली खेल रही है। लाहौल घाटी हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले का वह हिस्सा है ...
चलो तुम कुछ शुरुआत करो जहां तक बने कुछ बात करो बहुत हो चुकी जहां की बा...
पहुनाई
घुमता हुआ चाक ठहरी है कील बौराया सा वर्तुल नापे है मील इतरा -इतरा कर बहके है नागर माटी का पुतला है राज़ उजागर कंचन की बेड़ी सपनों की झाँकी आँसु की लड़ियाँ पाँसी में पाँखी भर आये म...
शिखर सम्मान
जब हम शरुआत करते हैं कुछ कहने की तो शब्दों को नापतौल कर उठाते हैं किसी भी नापतौल में शुद्धता नहीं होती यानि डंडी मार ही लेते हैं हम भावनाओं में फेर बदल करके हम कलम को कमज़ोर बना देते हैं ! पर जिस दिन...
कार्टून :- कहां कहां बरफ पड़ेगी
posted by काजल कुमार Kajal Kumar at Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून
सूली
छू रहे थे मेरे पाँव ज़ालिमों के सर के साथ किस क़दर ऊँचा था मैं सूली पर चढ़ जाने के बाद, नहीं जानते खुद कि क्या कर रहे है ये लोग बख्श देना ए! मेरे खुदा इन्हें मेरे जाने के बाद, -------------------------...
पहुनाई
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सूली
छू रहे थे मेरे पाँव ज़ालिमों के सर के साथ किस क़दर ऊँचा था मैं सूली पर चढ़ जाने के बाद, नहीं जानते खुद कि क्या कर रहे है ये लोग बख्श देना ए! मेरे खुदा इन्हें मेरे जाने के बाद, -------------------------...
चलते-चलते देखिये:
सादर-
संध्या शर्मा
मिलते हैं अगली वार्ता पर...
8 टिप्पणियाँ:
बहुत सुंदर।
मैरी क्रिसमस।
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विज्ञान कथा के 100 साल।
लखनऊ में लग रहा है विज्ञान कथाकारों का जमावड़ा..
सुबह की पहली किरण के साथ क्रिसमस वार्ता देखकर आनंद भयो। हाँ! सुंदर क्रिसमस ग्रीटिंग कार्ड के लिए शुक्रिया। बेहतरीन वार्ता के लिए आभार
bahut sundar..marry xmas
सुन्दर लिंक्स से सजी वार्ता ! सभी साथियों को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !
वाह ..
मूड खुश हो गया आपकी वार्ता को देखकर ..
सबों को क्रिसमस की बधाई ..
बहुत बढिया !!
क्रिसमस के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं
सटीक वार्ता के लिए बधाई |
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
सुन्दर वार्ता ..
बढिया सज़ी है वार्ता जी
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