संध्या शर्मा का नमस्कार, आज की ब्लॉग 4 वार्ता में आप सभी का स्वागत है … कुछ चुने हुए उम्दा लिंक्स आप तक पहुँचाने का प्रयास किया है और बहुत से लिंक्स ऐसे हैं जिन तक मैं पहुँच नहीं सकी हूँ, उन सभी से क्षमा प्रार्थी हूँ...
बदलाव... * * आजकल कोई हँसकर नहीं मिलता, गले मिलकर भी कोई दिल नहीं मिलता ** किस तरह समेटा है तूफां ने समन्दर को, कश्ती को डूबता मुसाफिर नहीं मिलता ** वो नादाँ है,इंसां पे ऐतवार करता है, वक..सपने रफ्ता-रफ्ता सारे सपने पलकों पर ही सो गये , कुछ टूटे कुछ आँसू बन कर ग़म का दरिया हो गये ! कुछ शब की चूनर के तारे बन नज़रों से दूर हुए , कुछ घुल कर आहों में पुर नम बादल काले हो गये ! कुछ बन कर आँसू कु...
तीर से ना कमान से पूछव * अवधी-गीतिका * पूछा चाहव तौ शान से पूछव | देश के हुक्मरान से पूछव | राजा अन्दर-चिदंबरम बाहर, चाल ! हाई कमान से पूछव | देश माँ बेईमानी केतनी है ? पहिले अपने ईमान से पूछव ...सोनिया को नहीं जानती मुनिया ... *इ*स लड़की को नहीं पता कि देश की राजधानी दिल्ली में आज कल किस बात की जंग अन्ना छेड़े हुए हैं। इसे तो सिर्फ ये पता है कि अगर शाम तक उसकी लकड़ी ना बिकी तो घर में चूल्हा नहीं जलेगा। पूरे शरीर पर लकडी की बोझ ...
Indian bread basket *Indian vegetarian re**cipes* are incomplete without talk of the staple food: the bread. Indian breads are the most nutritious around the world. Unleavened wheat dough, rolled out into thin diskettes, cook... ग़ुरबत घर भी सूना है मेरी जीस्त के आँगन कि तरह लौट कर वक़्त न आया मेरे बचपन कि तरह, परतवे ज़ुल्फ़ मेरे बहते हुए अश्कों में किसी सैलाब में बहती हुई नागिन कि तरह, करके घायल मुझे उसका भी बुरा हाल हुआ उसकी ज़ु...
आज करता है हिंदुस्तान सलाम ! आज करता है हिंदुस्तान सलाम ! [१६ नवम्बर पर विशेष ] जो लुटा देते जान अपनी वतन के लिए जो बहा देते खून अपना वतन के लिए उन शहीदों को ....खुशनसीबों को आज करता है हिंदुस्तान सलाम-सलाम-सलाम ! इस धरती के ल...एक मुट्ठी धूप महानगर की चकाचोंध और कोलाहल में सिमट कर रह गया अस्तित्व कमरे की ठंडी मौन चार दीवारों में. आता है याद गाँव के घर का आँगन और गुनगुनी धूप, न समाप्त होती बातें खाते हुए भुनी मूंगफली. ले तो आये थे गाँव से ...
कार्टून बनाने का मौका : व्यंग्य का शून्यकाल : अविनाश वाचस्पति मेरे व्यंग्यों की एक पुस्तक जनवरी 12 के प्रथम सप्ताह में प्रकाशित होकर आ रही है। नाम व्यंग्य का शून्यकाल और प्रकाशक ज्योतिपर्व प्रकाशन । इच्छा है कि व्यंग्य से संबंधित कार्टून व्यंग्य के साथ... "मेरे दिल की बात" का विमोचन के बाद चले गुजरात की ओर -- ललित शर्मा छत्तीसगढ के यशस्वी ब्लॉगर साहित्यकार स्वराज्य करुण का नाम परिचय का मोहताज नहीं है,लगभग-35-40 वर्षों से उनकी सतत साहित्य साधना जारी है। एक दिन फ़ोन पर बताया कि उनका द्वितीय काव्य संग्रह "मेरे दिल की बात" प...
बोलो तारा रारा-राजीव तनेजा शरद को हरविंदर मिला करके लम्बे हाथ करके लम्बे हाथ थप्पड़ जोर से मारा थप्पड़ जोर से मारा काबू रहा ना गुस्से पे चढ गया ऊपर पारा…. चढ गया ऊपर पारा सूज गयी सारी आँख सूज गया बूत्था सारा ...झमाझम छालीवुड : भुनेश्वर कश्यप *शिखा का हॉट अवतार* इंडस्ट्री में शिखा ही एक मात्र ऐसी हीरोइन है, जो हॉट सीन देने में गुरेज नहीं करती।"टूरा रिक्शा वाला", "हीरो नं-०१" और "मैं टूरा अना़ड़ी तभो खिला़ड़ी"...
आकांक्षा यादव जी को हार्दिक शुभकामनायें भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा युवा कवयित्री, साहित्यकार एवं चर्चित महिला ब्लागर आकांक्षा यादव जी को ‘’डाॅ0 अम्बेडकर फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान-2011‘‘ से सम्मानित किया गया है।'भारतीय नारी ''ब्... "गति ही संतुलन है " पहिया' सीधा खडा करना हो ,बिना सहारे के यह संभव नहीं | तनिक उसे गति दे दो , बिना किसी सहारे के दौड़ता चला जाता है ,एकदम संतुलित रहते हुए ,न बाएं गिरेगा ,न दायें | दो पहिये की साइकिल ,बिना सहारे...
मिलते हैं अगली वार्ता में....
6 टिप्पणियाँ:
अच्छी चर्चा !
आभार !
संध्या जी ,
अच्छी वार्ता करने के लिए आभार ..
सुबह मैने ड्राफ्ट में पडी देखी यह पोस्ट ..
इसलिए प्रकाशित कर दी थी !!
great links..thanks.
बहुत सुंदर लिंक्स, अच्छी वार्ता।
मुझे भी शामिल करने के लिए संध्या जी आपका बहुत बहुत आभार
सुन्दर लिंक्स... सार्थक वार्ता...
सादर आभार...
bahut sunder link hei ...badhai
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