संध्या शर्मा का नमस्कार,
चलते हैं आज की फ़टाफ़ट वार्ता पर, लाएं हैं आपके लिए कुछ उम्दा लिंक...
अधूरे मंदिर के आंगन में आधा दिन
वर्ष 1925 से अब तक सोने की कीमतें ऐसे बढ़ी हैं - स्वर्ण....कंचन.... कनक.... क्या ही विचित्र वस्तु है यह सोना! देखते ही इसे पाने की इच्छा होने लगती है और पाते ही इसका नशा चढ़ने लगता है। अन्य नशीली वस्तुओं ...
आज का सन्देश (08 .01 .2012 ) - *संतुष्टता व् खुशी साथ-साथ रहतें है. इन गुणों से दुसरे * *आपकी और स्वत: आकर्षित होंगे.* - *कोई भी ख़राब आदत न रखें. कोई भी असुरी कार्य नहीं करना है. हर स...
"प्रमोद वर्मा स्मृति संसथान के अध्यक्ष श्री विश्वरंजन द्वारा पद्म श्री मुकुट धर पाण्डेय स्मृति रचना शिविर में सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्राप्त करते हुए "ब्लॉ. ललित शर्माजी "
हम सब की ओर से ढेर सारी बधाई और शुभकामनायें... "
चलते हैं आज की फ़टाफ़ट वार्ता पर, लाएं हैं आपके लिए कुछ उम्दा लिंक...
अधूरे मंदिर के आंगन में आधा दिन
भो जपुर अधूरे लेकिन विशाल शिवालय के लिए मशहूर है। बेतवा नदी किनारे 106 फीट लम्बे, 77 फीट चौड़े और 17 फीट ऊंचे चबूतरे पर शिवमंदिर बना है। इसमें दुनिया का विशालतम शिवलिंग है। योनिपट्ट सहित शिवलिंग की ऊंचाई ...
पशुपालन मंत्री अजय विश्नोई ने आज पाटन में शहीद गुलाब सिंह पटैल की स्मृति में 50लाख रूपये की लागत से बनने वाले सामुदायिक भवन का भूमिपूजन किया। इस भवन के भूमिपूजन के साथ ही श्री विश्नोई द्वारा शहीद गुलाब सिंह ...
*नये जिलों में नोडल अधिकारी घोषित * ( समाचार ) राज्य भंडार गृह निगम के अधिकारियों की समीक्षा बैठक 8.1.2012 * छ*त्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज ने आज छ0ग0 राज्य भण्ड..
फेसबुक, ट्विटर आदि Social networking site की बढती लोकप्रियता को देखते हुए हममें से अधिकतम ब्लॉगर साथी चाहते हैं कि वे अपने इन साइटों के प्रोफाईल तक विजिटर की पहुच सुलभ बनायें. इसके लिये अलग—अलग साईट में ए...
जब गहराती स्याही रात की बेगानी लगती कायनात भी लगती चमक तारों की फीकी चंद्रमा की उजास फीकी | एक अजीब सी रिक्तता मन में घर करती जाती कहर बरपाती नजर आती हर आहट तिमिर में | सूना जीवन उदास शाम और रात की तन...
कभी अनमोल मोतियों को गिरा देती हैं | तो कभी बहुत कुछ अपने में छुपा लेती हैं , ये आँखें | -- " दीप्ति शर्मा "
हे ईश्वर मेरा क्या गुनाह है, जो आज - मैं भूखा हूँ ! हूँ तो हूँ, पर क्यूँ हूँ ? मजदूर हूँ रोज कमाता हूँ, रोज खाता हूँ ! कल सुबह से सारा शहर बंद है - दंगाइ...
यादें ....याद आने की..... आज मैं आप को अपनी यादों के झरोखे से एक बेहतरीन नगमा सुनवा रहा हूँ ,जिसको अपनी मीठी आवाज़ में ,राजस्थान के दो भाइयों ने अपनी जादू भर...
ज़िन्दगी शर्म से हो रही है पानी-पानी, आज के हालात कुछ ऐसे हैं। हराम हो-हलाल हो, पा लेना है, लोगों के ख़यालात कुछ ऐसे हैं।। ता’उम्र खोजते रहे जवाब पर पा न...
वर्ष 1925 से अब तक सोने की कीमतें ऐसे बढ़ी हैं - स्वर्ण....कंचन.... कनक.... क्या ही विचित्र वस्तु है यह सोना! देखते ही इसे पाने की इच्छा होने लगती है और पाते ही इसका नशा चढ़ने लगता है। अन्य नशीली वस्तुओं ...
क्या मस्त जलवे हैं इस बार हो रहे पाँच राज्यों में होने जा रहे चुनाव के.....बॉलीवुड के सारे मसाले कूट-कूट कर डले हैं.....एकदम चौचक अंदाज में......इतने ...
जाड़े कीकुनकुनी धूप तो वैसे ही सुखदायी होती है। गंगा का तट हो, बनारस के घाट हों और जेबमें भुनी मूंगफली का थैला हो तो कहना ही क्या ! कदम अनायास ही बढ़ने लग...
सपने में एक उदास चिड़िया
यह कोई अच्छी बात भले ही न हो मगर हर सुबह चंद ख़्वाबों के टुकड़े सिरहाने रखे होते हैं. मैं जागते ही एक जिज्ञासु और उम्मीद भरे बच्चे की तरह पहेली को जोड़ क...
मैं तुम्हें लिखता हूँ।
जब तुम्हें लिखता हूँ, स्वेद नहीं, झरते हैं अंगुलियों से अश्रु। सीलता है कागज और सब कुछ रह जाता है कोरा (वैसे ही कि पुन: लिखना हो जैसे)। जब तुम्हें लिखता ह...
सपने में एक उदास चिड़िया
यह कोई अच्छी बात भले ही न हो मगर हर सुबह चंद ख़्वाबों के टुकड़े सिरहाने रखे होते हैं. मैं जागते ही एक जिज्ञासु और उम्मीद भरे बच्चे की तरह पहेली को जोड़ क...
मैं तुम्हें लिखता हूँ।
जब तुम्हें लिखता हूँ, स्वेद नहीं, झरते हैं अंगुलियों से अश्रु। सीलता है कागज और सब कुछ रह जाता है कोरा (वैसे ही कि पुन: लिखना हो जैसे)। जब तुम्हें लिखता ह...
आज का सन्देश (08 .01 .2012 ) - *संतुष्टता व् खुशी साथ-साथ रहतें है. इन गुणों से दुसरे * *आपकी और स्वत: आकर्षित होंगे.* - *कोई भी ख़राब आदत न रखें. कोई भी असुरी कार्य नहीं करना है. हर स...
देखिये हमारी पसंद की एक ग़ज़ल
सादर-
संध्या शर्मा
मिलते हैं अगली वार्ता पर...
9 टिप्पणियाँ:
बहुत बढ़िया लिंक्स, सार्थक वार्ता.
सादर आभार.
बढ़िया वार्ता.
बहुत सार्थक व सटीक चर्चा |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
बढ़िया सटीक वार्ता.
मेरी चर्चा करने के लिए आभार संध्या जी।
धन्यवाद
बहुत ही शानदार चर्चा और उपयोगी लिंक्स!!
शानदार और सार्थक चर्चा।
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मुई दिल्ली की सर्दी..
... बुशरा अलवेरा की जुबानी।
बढि़या वार्ता।
ललित शर्मा जी को बधाई।
बढ़िया चर्चा. ललित शर्मा जी को बहुत-बहुत बधाइयाँ.
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