नमस्कार , एशिया कप के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को हुए अहम मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हरा दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली पाकिस्तानी टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में भारत के सामने 229 रनों टारगेट रखा था। भारत ने 4 विकेट के नुकसान पर 47.5 ओवरों में ही यह मुश्किल सा लगने वाला टारगेट हासिल कर लिया। इस मैच में शानदार पारी खेलते हुए विराट कोहली ने 183 रन बनाए और टीम इंडिया को जीत का स्वाद चखाया।
विराट कोहली को उमर गुल के बॉल पर हफीज ने कैच आउट किया। वहीं, रोहित शर्मा ने भी इस मैच में अच्छी पारी खेली। रोहित 68 रनों की पारी खेलकर गुल के बॉल पर ही अफरीदी के हाथों कैच आउट हुए। कोहली और रोहित शर्मा के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे सुरेश रैना (12) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (04) ने मैच को अंजाम तक पहुंचाया।
अब वार्ता का आनंद लें....
जीवन क्या है? कोई समझ पाया आजतक , इस मामले में प्रश्नों के प्रतिउत्तर में प्रश्न …. होते चले गए , कोई निष्कर्ष नहीं। प्रकृति में है कुछ ऐसी ही बात... , सारे रहस्यों से पर्दा उठ पाना मुश्किल है। वह जुलाई था या अगस्त , जब हमने एक सच देखा था , दो आत्माओं का मिलन , तभी समझ में आ गया था लाल है प्रेम का रंग, गुलाबी नहीं. । हमने कहा था कि दिल धडकता है तेरा ,राज छुपकर रखना , पर उसे कहां समझ में आयी ये बात , अब ज़ख़्म हैं कि सूखने का नाम ही नहीं ले रहे ।
मुझसे कहा आपसे एक छोटी सी हेल्प चाहिए , बहुत ही परेशानी में हूं , उनका मायका,मेरी मौज! कैसे बन सकता था ? यूं मन का बागी हो जाना... भी तो ठीक नहीं , पर उनका था खिसक गया जीवन आधार.... बस इतना ही बतला सकी कि उनके लहू का रंग नीला है... उसकी ये हालत देखकर आह तो निकलनी ही थी ,झूठ बोले तो...! मन बहलाना जरूरी था, कहा चलो टाकीज में कोई फिल्म देख ली जाए , इतनी भीड़ थी कि पूछिए मत , क्या छूटा था याद नहीं सच तो यह है कि क्या था उनके पास, उन्हें मालूम भी नहीं। मैं समझा ही तो सकती थी , बी पाजीटिव यार, मोड़ जीवन की धारा ।
जीवन क्या है? कोई समझ पाया आजतक , इस मामले में प्रश्नों के प्रतिउत्तर में प्रश्न …. होते चले गए , कोई निष्कर्ष नहीं। प्रकृति में है कुछ ऐसी ही बात... , सारे रहस्यों से पर्दा उठ पाना मुश्किल है। वह जुलाई था या अगस्त , जब हमने एक सच देखा था , दो आत्माओं का मिलन , तभी समझ में आ गया था लाल है प्रेम का रंग, गुलाबी नहीं. । हमने कहा था कि दिल धडकता है तेरा ,राज छुपकर रखना , पर उसे कहां समझ में आयी ये बात , अब ज़ख़्म हैं कि सूखने का नाम ही नहीं ले रहे ।
मुझसे कहा आपसे एक छोटी सी हेल्प चाहिए , बहुत ही परेशानी में हूं , उनका मायका,मेरी मौज! कैसे बन सकता था ? यूं मन का बागी हो जाना... भी तो ठीक नहीं , पर उनका था खिसक गया जीवन आधार.... बस इतना ही बतला सकी कि उनके लहू का रंग नीला है... उसकी ये हालत देखकर आह तो निकलनी ही थी ,झूठ बोले तो...! मन बहलाना जरूरी था, कहा चलो टाकीज में कोई फिल्म देख ली जाए , इतनी भीड़ थी कि पूछिए मत , क्या छूटा था याद नहीं सच तो यह है कि क्या था उनके पास, उन्हें मालूम भी नहीं। मैं समझा ही तो सकती थी , बी पाजीटिव यार, मोड़ जीवन की धारा ।
मिलते हैं एक ब्रेक के बाद ......
9 टिप्पणियाँ:
बी पोसिटिव यार ,मोड जीवन की धार वाह क्या कहने |
बारता बढ़िया है |
आशा
चौखी वार्ता
बहुत बहुत आभार वार्ता,
शीर्षक बन कर छाया |
बी पाजिटिव यार-
जीवन सिद्धांत बनाया ||
बढिया वार्ता…… आभार एवं बधाई कल का मैच जीतने की।
बी पोसिटिव यार ,मोड जीवन की धार
क्या बात है... बढ़िया अंदाज़... बहुत अच्छी वार्ता... मैच जीतने की ढेरों बधाइयाँ ...
सार्थक वार्ता…
वाह !
रोचक वार्ता।
अनूठा
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