प्रिय ब्लॉगर मित्रो,
प्रणाम !
यह संयोग भारत में ही संभव हो सकता था कि एक शिक्षक राष्ट्रपति बन जाए और एक राष्ट्रपति शिक्षक। बात हो रही है क्रमश: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (जिनका जन्मदिन आज शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जा रहा है) और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की, जो राष्ट्रपति पद से मुक्त होने के बाद कई शिक्षण संस्थानों में अतिथि शिक्षक के रूप में सेवा दे रहे है।
शिक्षक दिवस पर मैं अपने सभी शिक्षकों का पुण्य स्मरण करते हुए नमन करता हूँ | भगवान् उन सब को दीर्घजीवी बनाये | ताकि वह सब ज्ञान का प्रकाश दूर दूर तक पंहुचा सकें |
सादर आपका
------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
चिट्ठी चर्चा : खेलों के साथ नाटक व नृत्यों का भी चलेगा दौर ...और क्या क्या होगा मेरे मौला ... :- ज़रा यह भी बता !
मक्खन 'रोमांटिक', मक्खनी हैरान...खुशदीप :- पर क्यों ?
‘ग्रीन हंट’ के बजाए डेवलपमेंट की तोप :- कहाँ चलेगी ?
शादी से पहले, शादी के बाद :- क्या होता है ?
“पाँच सितम्बर-शिक्षक का अभिनन्दन” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”) :- हमारी ओर से भी !
जान-बूझ कर अपनी पत्नी को व्यभिचारिणी बनाना है :- यह क्या बात हुयी ?
आखिर क्यूँ ना बढ़े सांसदों का वेतन और क्यूँ न मिलें उन्हें भाँति - भाँति के भत्ते ? :- हाँ भाई कितनी महनत करते है बेचारे !
कमाल है !! ब्लॉग जगत में भी महारथी दुष्टों के द्वारा द्रौपदी के अपमान को चुपचाप देखते रहते हैं :- इतिहास का मान रखते है !
(तथाकथित, अन्यभू) महागुरू चर्चाकार की ऐतिहासिक आखिरी ब्लॉग-चर्चा... :- आपने पढ़ी क्या ?
शिक्षा का स्तर ---------कल और आज ? :- गिरता ही जा रहा है !
आत्म निर्भर होना बेहतर है कि नौकरी कर के नौकर बनना? :- अपनी अपनी सोच है !
भक्ति ऐसी कीजिये , जान सके ना कोय--- :- पर किस की ?
क्या नेता कानून से बड़े हैं? :- शायद !
अर्चना जी के स्वर में शिक्षक दिवस पर गीत और पवन चन्दन जी के साथ मेरी जुगलबंदी------>>>दीपक मशाल :- भाई वाह!
संतुष्टि कब किसे कहाँ हुई है, कोशिश एक खोज की ? (Satisfaction…) :- किसी को भी नहीं हुयी !
“शिक्षक-दिवस” - शिक्षक का सम्मान या अपमान? :- सम्मान की कोशिश में अपमान भी होता है |
चाँद बनना मेरी किस्मत, मेरा मुक़द्दर चाँदनी .... :- क्या बात है !
शिक्षक दिवस के उपलक्ष में ! :- क्या हो रहा है ?
मुझे खुशी मिली इतनी कि मन में न समाए.... :- बधाइयाँ जी बधाइयाँ !
पिघलते है युही अक्सर :- मोम के बने हो क्या ?
दो मुझे वरदान माँ..... :- मुझे भी !
सड़क मार्ग से महाराष्ट्र: रविवार का दिन और अपने घर में, सफेद घर वाले सतीश पंचम जी से मुलाकात :- चलो यह बहुत बढ़िया हुआ !
क्या हम सचमुच ‘पीपली लाइव’ हैं? :- हम को क्या पता...... आप बताओ !
विवेक शर्मा, भिखारी और भिखारी का ताजमहल!! :- पोटली में लगे पैबंद हैं दौलत मेरी !
वैसे तो चलता इसके बिन :- किस के बिन ?
कश्मीर हमारा है :- बिलकुल इस में क्या शक है !!
क्या हम सचमुच ‘पीपली लाइव’ हैं? :- हम को क्या पता...... आप बताओ !
विवेक शर्मा, भिखारी और भिखारी का ताजमहल!! :- पोटली में लगे पैबंद हैं दौलत मेरी !
वैसे तो चलता इसके बिन :- किस के बिन ?
कश्मीर हमारा है :- बिलकुल इस में क्या शक है !!
------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
तो साहब, आज की ब्लॉग वार्ता बस यहीं तक .....अगली बार फिर मिलुगा एक और ब्लॉग वार्ता के साथ तब तक के लिए .....
जय हिंद !!
13 टिप्पणियाँ:
आपकी महनत से हमें बहुत कुछ नया पढ़ने और सुनने को मिल जाता है |अच्छी चर्चा के लिए बहुत बहुत बधाई |शिक्षक दिवस पर शुभ कामना के साथ ,
आशा
ऊम्दा वार्ता शिवम जी !
आज की ब्लॉग 4 वार्ता बहुत बढ़िया रही!
--
भारत के पूर्व राष्ट्रपति
डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिन
शिक्षकदिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
मस्त
उम्दा चर्चा के लिए आभार
वाह वाह
बहुत सुन्दर !
बहुत बढ़िया चर्चा ..... बढ़िया प्रयास .... बधाई...
बहुत अच्छी वार्ता .. बहुत सारे लिंक मिले .. आभार !!
आजकल चर्चाएँ पढ़ने में मजा आता है ..रोचक वार्ता.
अच्छी वार्ता ...आभार
शिक्षक दिवस पर शुभकामनाएँ. बढ़िया वार्ता.
बेहतरीन...........
achhi charch rahi...bahut bahut dhanyawaad.....
kabhi mere blog par bhi padharein...
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।