गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ के उद्घोष के साथ आज गणेश भगवान को विदाई दी गयी। हमारे यहां जोर शोर से गणेश पूजा का त्यौहार मनाया जाता है। लेकिन वर्तमान में गणेश पूजा का स्वरुप बदल चुका है। पहले 11 दिनों तक गणेश स्थापना के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम होते थे। कवि सम्मेलन होते थे, लोग भरपुर मनो रंजन करते थे। लेकिन अबकि बार कुछ इस तरह की सुगबुगाहट भी देखने नहीं मिली। चलिए अब अगले बरस तक गणपति महाराज के आने का इंतजार करते हैं और चलते हैं आज की ब्लाग4वार्ता पर.......
सबसे पहले चलते हैं शिखा जी के ब्लाग स्पंदन पर जहां बताया जा रहा है गणपति आये लन्दन में .राष्ट्र मंडल खेल खतरे में हैं क्यों? क्योंकि एक जिम्मेदारी भी ठीक से नहीं निभा सकते हम .बड़े संस्कारों की दुहाई देते हैं हम. " अतिथि देवो भव : का नारा लगाते हैं परन्तु अपने देश में कुछ मेहमानों का ठीक ... आगे नारदमुनि बता रहे हैं गणपति विसर्जन श्रीगंगानगर में गोविंद गोयल के परिवार में आज गणेश उत्सव का समापन समारोह पूर्ण हुआ। गणपति की विसर्जन यात्रा में राजस्थान के कृषि विपणन मंत्री गुरमीत सिंह कुनर,पूर्व विधायक महेंद्र सिंह बराड़ ,गोयल ...........
गणपति बाप्पा मोरया की जय कर रही हैं श्रीमती आशा जोगलेकर स्व प्न रं जि ता पर आज गणेश विसर्जन का दिवस है । दस दिन के बाद गणपति का वापिस लौट जाना कितना खलता है पर वे तो जाते हैं क्यूं कि अगले साल लौट सकें । हमें अपनी आंखों से जतन करने वाले, सूंड से सहलाने वाले, हमारे अपराधों को अपन...बड़ों की पहचान छोटे कार्य से होती है .बता रही हैं वाणी शर्मा जी बड़ों की पहचान छोटे कामों से होती है ... महाभारत के बाद पांडवों ने यज्ञ में संतों , महात्माओं और राजाओं को बुलाया तथा सभी पांडवों को सेवा हेतु अलग -अलग कार्य सौंप दिए । सभी सेवा में लीन थे । इसी बीच कृष्ण .....
गधा सम्मेलन की शुरुवात हो चुकी है "अपने अपनों को रेवडी कैसे बांटे?" : गधा सम्मेलन के शुभारंभ सत्र का विषयताऊ महाराज धृतराष्ट्र और ताई महारानी गांधारी के बारे में आप अथ: श्री ताऊभारत कथा महाराज ताऊ धृतराष्ट्र द्वारा गधा सम्मेलन 2010 आहूत और ताई गांधारी कोपभवन में, गधा सम्मेलन खतरे मे, ताऊ धृतराष्ट्र ने मांगी...शब्दों की ज़मीन पर जिंदगी के दो चित्र !आंसुओं की खामोशी में , कोलाहल के बीच जिंदगी , उगा रही है फसल दर्द की ,खून-पसीना सींच ज़िंदगी ! जानवरों की...दुनिया का सबसे बड़ा फोटो मेलाजर्मनी के कोलोन शहर में दुनिया का सबसे बड़ा फोटो मेला 'फोटोकीना' आज से शुरू हो गया है. यह मेला छह दिन तक चलेगा. पिछले साल जर्मनी में करीब 85 लाख कैमरे बिके थे. छह दिन तक चलने वाले फोटोकीना मेले में 45 द...
कुरूक्षेत्र का अधूरा कार्य करना अभी बाकी हैबडे बॉंधों का विरोध करो ,पर्यावरण बचाने की बातें या भष्ट्राचारों का नाश सम्बन्धी कई कदम ,ये सभी आज फालतू या विकास विरोधी समझा जाता है। बडे एक युवा कवि सेमहमूद दरवेश की कविताएं - १एक युवा कवि सेहमारी आकृतियों पर ध्यान न देनाऔर शुरू करना हमेशा अपने ही शब्दों सेजैसे कि तुम पहले ही हो कविता लिखने वालेऔर अन्तिम कविअगर तुम हमारी रचनाएं पढ़ो, यूं करना कि वे हमारी हव...पलायन (कहिनी)हमर छेत्र म बियासी होय के बाद विधाता ह रिसागे तइसे लागथे। बरसा के अगोरा म हमर आंखी पथरागे, बरस बे नई करीस। सब्बो धान-पान ह मरगे। गांव के जम्मो किसान बनिहार -भूतिहार मन रोजी-रोटी के तलास म गांव ले पलायन करग...
विरक्ति पथ { अंतिम भाग }(अब तक : शालिनी और शची वर्षों के बाद दिल्ली में फिर से मिले है लेकिन इतने सालों में काफ़ी कुछ बदल चूका है ....दोनों सखियाँ शेष दिवस साथ बिता कर सुख दुःख बाटने लगती है । बातों ही बातों में पता चला शची अकेली...निधि तिवारी हत्याकांड - मामला तूल पकड़ने लगा सामाजिक संगठन भी आगे आये... जल विहार कालोनी में निधि तिवारी को उसके पति व ससुराल वालों द्वारा कथित मार डालने का मामला अब तूल पकडने लगा है। निधि के मायके वालों के साथ सामाजिक संगठनों के सामने आने से मामला गं...
बाजरे का एक पौधा जिसके 35 सिट्टेअगर प्रकृति देती है तो छप्पर फाड़ के देती इस पौधे को देखने से यही कहावत चरितार्थ होती है। जी हां यह मजाक नहीं सच है हमारे खेत में जो हमारे गांव मालीगांव में है। उसमें इस प्रकार के तीन चार पौधे है। जिनको 1...छबीस दूहा पूंछ आळा--ओम जी पुरोहित"कागद"1 चरका मरका चाबतां चंचल होगी चांच । फीका लागै फलकिया अकरा सेकै आंच । करमां रो कीट लागै । 2 नेता नाटक मांडिया ले नेता री ओट । नेता नै नेता चुणै जनता घालै बोट ।। लोक सिधारो परलोक ।। 3 लोक घालै बोटड़ा नेता...
बिना हीरोइन के बन रही है फिल्म ”पिंजरा”पिछले दिनों नॉएडा के ब्रह्मा स्टूडियो में फ़िल्म ''पिंजरा'' का मुहूर्त शॉट हुआ, निर्देशक बिजेश जयराजन, निखिल और ज्योति डोंगरा के उपस्थिति में फ़िल्म का पहला सीन शूट हुआ. फ़िल्म के पहले ही सीन में फ़िल्म ...मैं गुनगुनाता हूं..मैं गुनगुनाता हूं , गीत गाता हूं , कभी अपनों के लिए , कभी गैरों के लिए , जब किसी दिल को छू जाता है , एक आह निकलती है , सर्द सर्द होंठों से , यूँ सुनाई नहीं देती , पर खो जाती है नीलाम्बर में , घुल मिल जाती है.
देथा की 'सपनप्रिया' का रसास्वादशाम ढल रही है। दिया-बत्ती की तैयारी होने लगी। अंधेरा घिरने लगा, लेकिन आंखों में नींद और नींद में सपने के लिए अभी देर है। एक बूढ़े ने जरूर खुली आंख का सपना बुनना शुरू कर दिया है। ओसारे में उकडू बैठा, अस्थि...बस इतना याद रहे ....जब जब सीमा पर लड़ते हुए या शांति काल में भी आतंकवाद का सामना करते हुए कोई सेन्य अधिकारी शहीद होता है तो अपने पीछे वह छोड़ जाता है बहुत से सवाल .....जिन का जवाब किसी के पास नहीं होता ! जब युद्ध का माहौल हो तो..
हाइपोथायरायडिज्म---मोटापे का एक कारण ---हमारे देश में मोटा होने को सेहतमंद और पतला होने को कमज़ोर होना समझा जाता है । लेकिन यदि आपका वज़न बढ़ता ही जा रहा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप की सेहत बेहतर होती जा रही है । ज़रा गौर कीजिये --हो सकता है आ...भेडियों से सावधान...सफ़ेद खरगोशो, भेडियों से सावधान...* *(ज़रूरी नहीं, कि ये साफ़ किया जाये कि भेडिये कौन है. * *मीडिया, धर्म या मज़हब और समाज के कुछ भेडिये...? बड़ा व्यापक है यह शब्द...खतरनाक है यह शब्द भेड़िया...* *देखा जाय त...
यह केसी आस्था कि हम अपने इष्ट को, अपने ईश्बर को पेरो मै रोंदे?मैने देखा है कि सभी लोग जो चाहे किसी भी धर्म को माने , अपने इष्ट की पुजा अपने अपने ढंग से करते है, लेकिन कुछ मेरे जेसे भी है जो अपने भगवान को तो मानते है लेकिन गलत करने वाले को एक्क दो बार जरुर रोकते भी ...कामनवेल्थ खेल? नहीं जी, कामन-वेल्थ यानी सार्वजनिक धनलगता है राष्ट्रमंडल खेलों को आयोजित करने की जबरन कोशिश गले की हड़्ड़ी बन गयी है। ठीक सांप-छछुंदर की दशा हो गयी है ना निगलते बनता है ना उगलते। हड़बड़ी का काम शैतान का होता है कहावत सही होती लग रही है। कभी कोई क...
चलते चलते व्यंग्य चित्र
वार्ता को देते हैं विराम--सभी को मेरा राम राम--क्षमा पर लेख पढने यहां पर जाएं..
18 टिप्पणियाँ:
स्वास्थ सम्बन्दी जानकारी बहुत सही लगी |लिंक्स बहुत अच्छे है | हर बार की तरह कार्टून भी |मुझे ब्लॉग वार्ता में शामिल करने के लिए आभार
आशा
बहुत सुन्दर वार्ता भाईसाब .......अच्छे अच्छे लिंक्स मिले आपकी चर्चा के माध्यम से
आभार
अच्छी वार्ता ...पोस्ट शामिल करने के लिए बहुत आभार ..!
बहुत अच्छी वार्ता .. आभार !!
बहुत बढ़िया चर्चा.
बहुत बढ़िया रहा ब्लॉग4वार्ता का यह अंक!
बहुत बढ़िया वार्ता
बढ़िया लिंक्स
waah !
*****@ब्लाग4वार्ता_lalitjee
बहुत बढ़िया ब्लॉग वार्ता .... मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार, ललित भाई !
आपके ब्लॉग पर हमारी पोस्ट को जगह देने के लिए आपका आभार
आपकी यह पोस्ट अति सुन्दर इससमें एक ही जगह अनेक खबरे पढत्रने को मिल जाती हे।
बहुत अच्छी वार्ता.
बहुत बढ़िया रही वार्ता .
बहुत सुंदर वार्ता, शुभकामनाएं.
रामराम.
उत्तम वार्ता। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
आभार, आंच पर विशेष प्रस्तुति, आचार्य परशुराम राय, द्वारा “मनोज” पर, पधारिए!
अलाउद्दीन के शासनकाल में सस्ता भारत-2, राजभाषा हिन्दी पर मनोज कुमार की प्रस्तुति, पधारें
बहुत सुंदर प्रस्तुति, ओर ढेरो लिंक, धन्यवाद
काफी मेहनत से तैयार वार्ता । उसका फायदा भी होता नज़र आ रहा है । आभार ।
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