गुरुवार, 18 अगस्त 2011

दीए और तूफान की जंग..इमरजेंसी मोहन-जोदड़ो, हड़प्पा काल में भी लगी थी प्यारे :)...ब्‍लॉग4वार्ता.. संगीता पुरी


दिन भर की माथा पच्ची के बाद भी आज के आदर्श अन्ना जी ..    अभी तक तिहाड़ जेल से बाहर नहीं आये है।  दीए और तूफान की जंग  जारी है और दो दिन से  अन्ना में ही उलझी है सरकार  ।  अन्‍ना हजारे को कल सवेरे सवेरे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना सरकार के ही  गले की हड्डी  बन गयी है। अब वह अन्‍ना को जेल से बाहर करने के लिए तैयार है ,सारे अधिकारी उनसे भेट मुलाकात कर रहे हैंऔर तिहाड़ बना अन्ना का कंट्रोल रूम।    क्या खत्म होगा भ्रष्टाचार !अन्ना की गिरफ्तारी पर देशभर में गुस्सा  दिखाई दे रहा है।   देशभर में डरी हुई एक सरकार और अन्ना ‘हज़ारों’  दिखाई दे रहे हैं।   अन्ना की रिहाई में भी राजनीती ...   ही चल रही है।  ऐसी हालत में न जाने  , श्री श्री रविशंकर का रोल क्यों महत्वपूर्ण हो जाता है?   अन्‍नागीरी में फंसी सरकार, तिहाड़ के कैदी भी अनशन प  जाना चाह रहे हैं। तिहाड जेल में अन्‍ना हजारे को कलमाडी के बिल्‍कुल नजदीक का कमरा दिया गया था , सुरेश कलमाड़ी-अन्ना हज़ारे वार्तालाप !  पढ लें।  अन्ना हजारे के अनशन पर LIVE Update‎  आपको यहं से भी मिल सकता है।
   

सबने एक किरण देखी है अभी    , लोगों ने अन्ना में गांधी को गढ़ना शुरू कर दिया है।  कुछ दोहे...गाँधी का अवतार   भी लिखे गए हैं।  केंद्र सरकार की कब्र खोद रही है कांग्रेस , बिल्‍कुल इमरजेंसी वाले हालात पैदा हो गए हैं।  इस खेल में सरकार अपना सब ·कुछ गंवा चुकी है  ।  ये सब देखकर कैसे कहा जा सकता है कि  प्रधानमंत्री निर्दोष हैं ....  । वैसे इमरजेंसी मोहन-जोदड़ो, हड़प्पा काल में भी लगी थी प्यारे :) , रामायण और महाभारत काल में भी।   लोगों ने लिखी है चिठ्ठी: अन्ना दादा के नाम.... ,   अन्ना हजारे की कलम से ,  भी लिखे गए हैं बहुत कुछ। शाम एक खबर आयी थी कि अन्ना के सात शर्तों में छह शर्ते पुलिस ने मान ली है। मामला अनशन की अवधि को लेकर फंसा हुआ है।    अन्ना के प्रति   लोगों का पूरा विश्‍वास बना हुआ है। इसलिए यह मामला सिर्फ अन्ना हजारे और सरकार के ही बीच का नहीं  रह गया है। आप सभी   इस धर्मयुद्ध के सहभागी बनें  , डर है   हम खुद ही न मार डालें कहीं अन्ना को!                     

22 टिप्पणियाँ:

बेहतर लिंक्स का संकलन किया है आपने ...!

वाह इस अण्णामयी चर्चा की भी बात ही कुछ और है :)

बेहतर लिंक्स,अण्णामयी चर्चा बढ़िया रही..

बहुत ही अच्छी पोस्ट. बधाई और शुभकामनाएं. मेरी गुफ्तगू को आपने अपनी चर्चा में स्थान दिया उसके लिए धन्यवाद.

अन्ना ही अन्ना !
बेहतरीन !

bahut acchi links aur unhe prastut karne ke tareeka aur bhi behatareen.aabhar

जब अन्ना बने प्रधानमंत्री! वह भी बाबा के समर्थन से!!
यहाँ पढ़िए:

http://hsonline.wordpress.com/2011/08/18/annapm/

जी अन्ना को लेकर कई तरह की सोच का समागम है यहां। बहुत सुंदर लिंक्स। काफी मेहनत की गई है।
मुझे भी यहां स्थान देने के लिए शुक्रिया..

बहुत सुन्दर अन्नामयी चर्चा।

एक देश के पुनः सृजन की ओर इंगित करती एक सृजनात्मक प्रस्तुति . अच्छा लगा इस पेज को देखकर. मेरे ब्लॉग पोस्ट "एक किरण दिखी है अभी" के उल्लेख के लिए भी धन्यवाद . सभी को शुभाशीष :)

अन्नामयी चर्चा में मेरा लिंक देने के लिए आभार...

जय हिंद...

बहुत उत्तम वचारों वाले लिं्स दिए है। मेरे भाव "अन्ना के प्रति" शामिल करने के लिए सादर धन्चयवाद

अन्ना हमारे लिए पूज्यनीय है ...वह उम्र के इस पड़ाव मै भी देश के लिए लड़ रहे है हमें भी उनका साथ देना चाहिए ..

बेहतरीन पोस्ट .यहाँ आपने सभी आवश्यक लिंक्स को स्थान दिया है इसके लिए आभार .

बेहतर लिंक्स ,बढ़िया चर्चा .

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