आज मुर्ख दिवस मनाया गया, ब्लाग जगत भी मुर्ख दिवस मनाने में पीछे नही रहा। यहां पर लोगों ने अपने- अपने जुगाड़ से मुर्ख बनाने की पुरजोर कोशिश की, कुछ बने भी कुछ नही भी बने, लेकिन सबने इस पर्व का भरपुर आनंद लिया। आगे भी लिया जाता रहेगा। टिप्पणियों की कमी से वार्ता का पौधा इस भीषण गर्मी में मुरझा रहा है, अगर टिप्पणी होता रहेगा तो बच जाएगा नही तो--------अंतिम समय आ ही जाएगा और इसे विराम देना पड़ेगा :) मै ललित शर्मा आपको ले चलता हुँ आज की ब्लाग4वार्ता पर---------
मेहरवान..कद्रदान...सलाम नमस्ते. आज "ताऊ मदारी एंड कम्पनी" लुट गयी बर्बाद होगई...किसी जालिम ने ताऊ मदारी के सब स्टाफ़ को लालच में फ़ंसाकर ताऊ से अलग करवा दिया. यानि सब ताऊ को छोडकर चले गये. हमारे पास खेल दिखाने को एक सांप भी नही बचा...सिर्फ़ बीन है...नये सांप आजकल बहुत जहरीले हैं...जहरीले भी क्या बल्कि वो आस्तीन के सांप होते हैं..मीठे मीठे बोलकर कब काट लेंगे ? कहां ले जाकर मरवा डालेंगे? पता भी नही चलेगा. आजकल के सांपों का यकीन नही किया जा सकता.
वैशाख्ननंदन सम्मान प्रतियोगिता मे : श्री विनोद कुमार पांडेय
प्रिय ब्लागर मित्रगणों, हमें वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता के लिये निरंतर बहुत से मित्रों की प्रविष्टियां प्राप्त हो रही हैं. जिनकी भी रचनाएं शामिल की गई हैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से सूचित कर दिया गया है.खुश हो जाएं अब मिला करेगा हिन्दी ब्लॉगिंग भत्ता : बनाया गया है हिन्दी ब्लॉग मंत्रालय (अविनाश वाचस्पति)विश्वस्त सूत्रों से खबर मिली है कि आज ही सरकार में एक हिन्दी ब्लॉग मंत्रालय की स्थापना की जा रही है। जिसमें कई नामचीन ब्लॉगरों को नामित किया गया है। इसमें सक्रिय और निष्क्रिय दोनों श्रेणियों के ब्लॉ...
लालू जी का एपाइंटमेंट लेटर और डूबते मक्खन के हाथ मछली...खुशदीप *ममता दी* ने जब से *लालू जी* का रेलवे मंत्रालय छीना है, बेचारे बेरोज़गार हो गए...लेकिन उनका हावर्ड में मैनेजमेंट सिखाने का पोर्टफोलियो किस काम आता.. .लालू जी को नौकरी मिल ही गई...वो भी ऐसी वैसी नहीं, समलैंगिक सेक्स जैसे मुद्दों में अपील नहीं और बाक़ी तुच्छ मुद्दों पर अपील!: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की खिंचाई की-जागरूक नागरिकों की चिंता को आवाज़ देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक सेक्स विवाद जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों में अपील नहीं दायर करने और तुच्छ मुद्दों पर अपील दायर करने के लिए केंद्र की खिंचाई की है।
तकरार-ए-अप्रैल फूल ! *कली ने कांटे से कहा तू फूल है, कांटे ने कहा यह तेरी भूल है ! लाख मगर कोई कोशिश कर ले, वो फूल नहीं बन सकता जो शूल है !! फूल तो जाकर कलियाँ बनती है, भंवरा मंडराए इसलिए बन-ठनती है ! छत्तीसगढ के असुर: अगरिया जनजातीय समाज के लोग अपनी स्वाभाविक प्रवृत्ति से अपनी संस्कृति, परंपरा व प्रकृति को धरोहर की भांति निरंतर सहेजते रहे है, एवं समयानुसार इन्हें सवांरते भी रहे है. आज के विकसित समाज के मूल में इस भूगोल के प्रा...
किसे मूर्ख बना रहे हैं आप? ... हम तो पहले से ही मूर्ख हैं हाँ भाई, हम स्वीकार कर रहे हैं कि हम पहले से ही मूर्ख हैं। अब आप खुद सोचें कि किसी मूर्ख को मूर्ख बनाकर आप खुद ही मूर्ख बनेंगे कि नहीं? *आज हम "एप्रिल फूल डे" मना कर खुश हो रहे हैं यह हमारी मूर्खता नहीं है... हिंदी टेक ब्लॉग बंद ये हिंदी टेक ब्लॉग कि आखिरी पोस्ट है आपके अस्वीकार किये जाने, अपनी टिप्पणियां और सुझाव न देने और आपके लिए उपयोगी ना होने कि वजह से ये ब्लॉग बंद करना पड़ रहा है ।
क्या आज आप कोई चिट्ठी नही पढेंगें? आज आपको कोई भी पोस्ट नही पढनी चाहिये आज आपको ज्यादातर चिट्ठों पर कुछ भी खास नहीं मिलेगा अब आप यहां आ गये हैं इस पोस्ट को पढने लेकिन मैनें इस पोस्ट में कुछ भी नही लिखा है अब आप सोच रहे हैं कि मैनें आपको----- क्या मिनी स्कर्ट या टांगो की नुमाईश ही नौकरी की फ़ुल गारंटी है? बड़ा सवाल उठाती हुई एक छोटी सी पोस्ट लिख रहा हूं।क्या नौकरी की फ़ुल गारंटी मिनी स्कर्ट या टांगो की नुमाईश से ही मिलती है?ये सवाल मुझे कचोट रहा है।क्या लड़कियों की सबसे बड़ी योग्यता उसका खुलापन या शरीर ही है?
ठहरी ज़िन्दगी मेरे घर के आँगन में धुप तिरछी पड़ती थी ठीक नौ बजे नौबजिया की कली खिलती थी सुबह स्कूल जाने की हडबडाहट में गर्म दाल चावल से अक्सर ऊँगली और जीभ जलती थी निकलना देर से और पहुँचने की जल्दी में कच्ची पग... मंत्र जाप प्रारंभिक बातें मंत्र जाप को नए साधक को उच्चारण करके यानि बोलकर जाप करना चाहिए . इसका सिद्दांत है की भौतिक लाभ के लिए वाचिक जाप और आध्यात्मिक लाभ के लिए मानसिक जाप करना चाहिए . अब हम सांसारिक लोगों को वाचिक जाप ही ..
महफूज़ के ब्लास्ट को अमेरिकी सैल्यूट...खुशदीप सबसे पहली बात...जो मैं कहने जा रहा हूं उसे अप्रैल फूल की पोस्ट समझ कर कतई न लें...*ये बिल्कुल सेंट परसेंट पुख्ता ब्लॉगर्स के दिलों को बाग बाग कर देने वाली ख़बर है...और मैं बड़ा खुशकिस्मत हूं कि महफूज़ ने स... अल्लाह इस नामुराद को जन्नत बक्शे..... तुम कितनी खूबसूरत हो ये कोई उनके दिल से पूछे सबके दिलों में बसने वाली सबकी धडकनों में रहने वाली हर दिल में तुम्हारी ही चाहत करवटें ले रही है सभी दीवाने हुए जाते हैं सबके दिल हर पल तुम्हारा ही ना...
ऐसा है रुद्रपुर का इतिहास अतरिया देवी का मंदिर रुद्रपुर का निर्माण चन्द वंश के राजा रुद्र चन्द ने (1565-1597) में किया। कुमाउं में 16वीं सदी में इनका ही शासन था। एक दंत कथा के अनुसार एक बार जब राजा रुद्र चन्द यहाँ से जा रहे थे ---- एक महीने में एक भी भविष्यवाणी सही नहीं हुई .. आज से ज्योतिष का अध्ययन बंद !! पूरे पच्चीस वर्षों का अध्ययन व्यर्थ होने से मेरा सारा जीवन बर्वाद हो गया , न जाने कितने दिनों से कितने लोगों ने मुझे ज्योतिष का अध्ययन करने से मना किया था , पर मैने एक न सुनी और ज्योतिष को विज्ञान क...
सालगिरह का तोहफ़ा मालिक के बेटे की सातवीं सालगिरह मनायी जा रही थी।सैकङों लोग मालिक के लिये उनके घर के ही सदस्य थे.घर के सभी लोगों को तोहफ़े बांटे गये.एक उजला टी-शर्ट घर मे रह रहे सभी लोगों को दिया गया....लेकिन वितरण का कार्य... डिवलेंस/वेफोरहोस्ट - सर्वर के बारे मे और TomCat होस्टिंग क्या होता है। - पूरी जानकारी ये पोस्ट उनके लिये बहुत लाभकारी है जो डिवलेंस और वेफार होस्ट के क्लाईंट हैं या बनने वाले हैं। सर्वर पर क्या क्या ईनेबल है और क्या ईन्सटाल है: - TomCat(जावा सर्वरलेट चला सकेंगे) -
तेरे इकरार से जीवन में बस एक मोड़ आएगा मगर.....,(कविता), *तेरे इकरार से जीवन में बस एक मोड़ आएगा,* *पर तेरा इन्कार मुझे चौराहे पर ले जाएगा!* *फिर खामोशी रास्ता,तन्हाई मंजिल होगी,* *फिर सिसकती बिरहन सी रात आई होगी,* *सपने आंसूं बन बिखर चुके होंगे,* *दिल होगा हवन-कु.. डा. रमनसिंह प्रदेश के लिए केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर सुविधाएं प्राप्त करने में सफल डा. रमन सिंह कुंभ स्नान कर लौट आए। अपने साथ विधानसभा अध्यक्ष, सांसद, मंत्री, विधायकों को भी गंगा स्नान का पुण्य लाभ करा दिया। अकेले नहीं सपरिवार। 17 कांग्रेसी विधायक भी पुण्य लाभ कमा लिए लेकिन आलाकमान और श...
यदि ब्लॉग में टिप्पणी का प्रावधान हटा दिया जाए तो क्या ब्लॉग को ब्लॉग कहलाना चाहिए ? ** * बैठे बैठे एक बात दिमाग में घुसी है .आप का नजरिया क्या है जानना आवश्यक लग रहा है . **यदि ब्लॉग में टिप्पणी का प्रावधान हटा दिया जाए तो क्या ब्लॉग को ब्लॉग कहलाना चाहिए ?* * * ब्लॉग की अवधारणा में शा... तुम्हारे जाने से पहले तक कुछ भी नहीं था चकित करने जैसा… एक नज्म (पदम सिंह) तुम्हारे जाने से पहले तक कुछ भी नहीं था चकित करने जैसा घिरा था धुंध सा छलावा मेरे अस्तित्व के गिर्द जाले थे मेरी नज़रों पर पलकों के बिछोने पर न था खरोंच का भी अंदेशा टूटना ही था शायद सो टूटा रिश्ता ही था
अमिताभ जी की नजर में नाटककार डा. चरणदास सिंद्धू जी (अंतिम भाग) 14.3.1997 को डॉ. राजेन्द्र पाल को दिये गये एक साक्षात्कार में डॉ.चरणदास सिद्धू ने नास्तिकता पर अपने विचार प्रकट किये हैं। ( नाट्यकला और मेरा तजुरबा, पृ.141) यह मुद्दा वाकई गम्भीर है। डॉ.सिद्धू नास्तिक हैं। पहले नहीं थे, बाद में हुए।मेरी मुलाक़ात मिस केरल से हो गयी..(केरल यात्रा संस्मरण -४) रात के सवा दस बज चुके थे..जोरों की भूख लगी थी ..मेरे और साथी तो रेलवे स्टेशन के निकट के एक ठीक ठाक से होटल अमृता में रुके हुए थे मगर मेरे केरल -आतिथेय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के १९७६ -७८ के संगी डॉ .के. शोभना कुमार मुझे स्नेहवश अपने घर ले गए
इसे सबसे बाद में पढना जी खाली वक्त होने पर मैनें आपको बताया था किइसे सबसे बाद में पढनाफिर भी आप सबसे पहलेइसे ही पढने लग गये।मैं ये कह रहा था किआज आपको कोई भी पोस्ट नही पढनी चाहियेआज आपको ज्यादातर चिट्ठोंपर कुछ भी खास नहीं मिलेगाअब आप यहां आ गये हैंइस पोस्ट को पढने लेकिनमैनें इस पोस्ट में कुछ------मुद्दत बाद .....उम्रें ठहर गईं मुद्दत बाद ......उम्रें ठहर गईं उनकी नजरें मिलीं .......एक दूसरे को देखा , जैसे तपती गर्मी में ठन्डे पानी के घूंट भर लिए हों । पर ये क्या , उनकी प्यास तो वैसे ही धरी हुई थी । वो दिन , वो घडी , वो पल ऐसे गुजरा जैसे वो मेले में हैं ..... मेले के हिंडोले
महफूज जी और उड़न तश्तरी अचानक जबलपुर शहर में... लखनऊ के ब्लॉगर भाई महफूज अली जब से जबलपुर प्रवास के निकलें फिर अचानक ब्लागर बिरादरी से गायब हो गए . सभी ब्लॉगर भाई हलाकान और परेशान रहें की आखिर महफूज भाई कहाँ गायब हो गए . खुशदीप जी ने आशंका व्यक्त की कहीं महफूज भाई किसी कन्या के जुगाड़ में है और उनकी----जरा माचिस तो देना!.............................घुघूती बासूती एक नया गैस सिलिन्डर जब लगाया तो ठीक से बैठ नहीं रहा था। पति व ड्राइवर दोनों ने कोशिश कर ली। फिर गैस एजेन्सी से उनके वर्दीधारी मैकेनिक को बुलाया, उसने जबरदस्ती लगा तो दिया परन्तु मेरे यह पूछने पर कि इतनी लड़ाई लड़कर कोई स्त्री यह कैसे लगाएगी,
कुतुब मीनार: एक भटकता इतिहास कुतुब मीनार: एक भटकता इतिहास पृथ्वी राज चौहान महाभारत काल की बंसा वली में आखरी हिंदू राजा था। मोहम्मदगोरी ने छल से उसे सन् 1192 ई में उसे हराया। उसे से पहले वहीं मोहम्मद गोरी 16बार हारा। उसे अंधा कर के अपनी राजधानी--------''लिव इन रिलेशनशिप'' क्या भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति में स्वीकार योग्य है ? माननीय उच्चतम न्यायालय ने शादी के बगैर साथ रहने और शादी के पूर्व सहमति से शारीरिक संबंध बनाने को अपराध नहीं माना है। माननीय उच्चतम न्यायालय ने उक्त कृत्य को अपराध न निर्धारित करते समय यह कहा है कि याचिकाकर्ता इस सबंध में कोई प्रमाण पेश नही कर सका है और
आयोजन - समाजरत्न पतिराम साव अलंकरण समारोह सम्पन्न रामेश्वर वैष्णव और डा.सुखदेव साहू सम्मानित'गांधीवादी विचारधारा, जीवन शैली और संस्कारों से युक्त पतिराम सावजी को देखकर सहसा मुझे लाल बहादुर शास्त्री का स्मरण हो आता था। सावजी अपनी कद काठी, गांधी टोपी और अपनी स्वाभाविक विनम्रता में शास्त्री जी के समान------ होनहार के खेल -1 कभी इस मार्ग पर घोड़े दौड़ते थे , कभी ऊंट दौड़ते थे , पर आज मोटरे दौड़ रही है | कभी इस मार्ग पर फौजे आती थी , कभी नगारे बजते थे , और आज सिर्फ यात्री आ रहे है और यात्री जा रहे है | कभी इस मार्ग पर जिन्दगी के कारवां गुजरते थे , कभी मौत के हरकारे दौड़ते थे पर
चलते चलते कार्टुन कोना - डब्बु जी
वार्ता को देते हैं विराम-----सभी को ललित शर्मा का राम-राम
17 टिप्पणियाँ:
सुन्दर और स्वस्थ चर्चा
बढ़िया , शानदार चर्चा
हर बार की तरह ..
लाजवाब, बेमिसाल चर्चा..
रोचक और विस्तृत चर्चा के लिये धन्यवाद!
बहुत विस्तार से की गयी रोचक चर्चा !!
गजब कवरेज करते हो भाई..क्या एनर्जी लेवल है..क्या लेते हो इसके लिये..याने कौन सी ब्रेण्ड>?? :)
nice
रोचक और विस्तृत चर्चा...
@ उड़न तश्तरी
हमारा ब्रांड देशी ब्रांड हर्बल ब्रांड शुद्ध महुआ
जिसके चढने का पता पता नही डिग्री का पता नही।
जब अच्छी लग जाती है तो चर्चा ही खत्म नही होती
कभी कम हो जाती हैं। तो चर्चा भी जल्दी खतम हो जाती है।
आजमा के देंखें-पता चल ही जाएगा।
शानदार और विस्तृत चर्चा शर्मा जी !
सारे लिंक सहेजने लायक आभार
अच्छा संकलन
सुन्दर एवं सुरूचिपूर्ण चर्चा!!
आभार्!
बहुत बढिया और रोचक वार्ता. भतीजे टिप्पणी की चिंता मत करो सिर्फ़ वार्ता करे जावो. सब अच्छा होगा....वार्ता रुकनी नही चाहिये.
रामराम.
ललित जी सब कुछ विपरीत हुआ आज़ किंतु चर्चा ज़रूर लगाउंगा
ताऊ का फोटो सबसे ऊपर , बढ़िया है .....
अछे लिंक अच्छी चर्चा भाई जी !
@ सतीश सक्सेना
आप भी फ़ोटो लगाईए
और सबसे उपर पाईए
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