बुधवार, 14 अप्रैल 2010

आखिर आज़ ताउ से न मिल सका जानते हैं क्यों ....?

आज दिनभर से ताऊ की तलाश पाड्कास्ट इन्टर व्यू  के वास्ते परीशान था.  उनका बैठक  आरामगाह में वे न मिले ! सो सोचा कहीं   कुछ पार्टी में तो नहीं हैं http://blog.gilachess.com/wp-content/uploads/image93.png वहां भी न थे ताउ . सो अपन ने एक ज़िन्दा चूहा बतौर उत्कोच देकर राम प्यारी https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgKz6Cfmluqmfd4uRV8TbYXJa3-q0Ae4KqtdA0W94yNucNbe2gXWqzOxi_Ih5ea8uEJZamRbv9vWTgPXY1yFQQ6yx-VQ6l7gvJi6kaZy7CIXs8N4zxQHb1kxpnRGRh5scyrNKm1i7KE5dYI/s1600-r/rampyari-on-mission3.JPGसे पतासाजी की तो बस दम्बूक दिखाई हमारी हुलिया टाईट हो गई ,इब क्या करॆं हम भी क्या किसी से कम हैं गुरु सुभीता-खोली तक झांख आये जहा मिले ये श्रीमान =>http://farm1.static.flickr.com/185/392906032_5aae47496e.jpgबोले बगैर इत्ता कुछ इनने कर दिया कि अपनी तो सिट्टी-पिट्टी गुम उधर दूर से http://download.wapday.com/animation/coontent/7270-t/trombone_sliding.gifबज रही बिगुल की आवाज़ मुझे सुनाई दी जिसके बीच -बीच में एलान ये हो रहा था कि ब्लाग 4 वार्ता पर कल ताऊ वार्ता करें उसी के वास्ते अंतर्ध्यान हो गए कल ब्रह्म: मुहूर्त में पोस्ट लगाके , अब इसे आप ताऊ की वार्ता  को हाइप करना कहिये अथवा  अथवा कुछ और अपन ने पोस्ट लिखना थी सो लिख दी ............जय राम जी की

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