जयराम रमेश ने आखिर औपनिवेशवाद का लबादा उतार ही फ़ेंका, उन्होंने इस परंपरा को "मध्यकालीन बर्बर औपनिवेशिक अवशेष" करार दिया. यह हो सकता है कि उनकी व्यक्तिगत सोच हो पर जब उन्होंने ऐसा कहते हुए अपना चोगा उतरा तो वहां पर समारोह में आये सभी लोगों ने ज़ोरदार तालियों से उनकी इस बात का समर्थन किया,ऐसा करके उन्होंने एक तरह से देश में इसके होने या न होने पर बहस तो शुरू करा ही दी है, अब आगे क्या होता है दे्खते हैं---अब मै ललित शर्मा ले चलता हुँ आपको आज की ब्लाग वार्ता पर, और पढते हैं कुछ उम्दा पोस्ट----
चोगा और औपनिवेश वाद ?चित्र दैनिक भास्कर से साभार भोपाल में अपने आई आई एफ़ एम के दीक्षांत समारोह में अपना भाषण शुरू करने से पहले केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने जिस तरह से इन अवसरों अपर पहना जा...जय-जय-जयराम- गुलामी के कलंकों को धो डालें कुछ लिखने को मैं कई दिन से सोच रहा था। मुद्दे भी थे। मेरी रुचि के थे। अरे भाई रुचि बोले तो अमिताभ, मोदी, राहुल बाबा, सोनिया मैडम, हैदराबाद, माया मेमसाब, अनिवार्य और मुफ्त शिक्षा कानून, लालू यादव को राहत आदि, आदि, अनादि....। पर दिक्कत यह थी कि सिर्फ सोच
होनहार के खेल -3 भाग-1, 2 से आगे ......... जब सभी मेजबान चले गए , तब चंद मेहमान शेष रह गए और वे भी अंत में तंग आकर ताला लगाकर चले गए | सुनसान मेरा साथी बना | उसने भी एक दिन विदा ली और दुदा और तिलोकसीं आये | सिंहासन हाथ लगा... ताऊ पहेली - 68 प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम. और साथ साथ इस्टर की भी हार्दिक शुभकामनाएं. ताऊ पहेली *अंक 68 *में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्...
मंच नहीं, भूमि होती है बस्तरिया नाट में : योगेंद्र ठाकुर हर समाज, देश और प्रांत में अपना नाट्य रंग है। बस्तर के उड़ीसा सीमाई क्षेत्र में "नाट" का अपना अलग जलवा है। यही वजह है कि ऋतु परिवर्तन के साथ ग्रामीण नाट करने टोली के साथ निकल पड़ते हैं और दर्शक सारी रात खुले...दिल्ली दर्शन --आज सैर कीजिये दिल्ली के लाल किला की ---दिल्ली का एतिहासिक लाल किला । वही लाल किला जिसे शाहजहाँ ने बनवाया और जहाँ उनके बाद , बहादुर शाह ज़फर तक सब मुग़ल बादशाह रहे । वही लाल किला , जिसके लिए नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने आज़ाद हिंद फ़ौज को ललकारा था ...
नहीं परहेज़ मुझे किसी से सभी मुझको प्रिय सभी मुझको प्यारी मैँ हूँ बाल ब्रह्मचारी... कन्या हो या हो कुंवारी ब्याहता हो,,, या हो परित्यक्ता नारी नहीं परहेज़ मुझे किसी से सभी मुझको प्रिय सभी मुझको प्यारी ... मेरा ई-मेल एकाऊँट हैक हुआ: आपसे एक आग्रह आजकल कई साथियों की शिकायत बनी हुई है कि मैं प्रिंट मीडिया पर ब्लॉग चर्चा को छोड़कर अपने ब्लॉगों पर नियमित नहीं लिख रहा हूँ। शिकायत अपनी जगह बिल्कुल सही है। आज भी यह छोटी सी पोस्ट नहीं लिख पाता अगर एक अप्रत्...
"भ्रष्टाचाररूपी दानव" भ्रष्टाचार .... भ्रष्टाचार ....भ्रष्टाचार की गूंज "इंद्रदेव" के कानों में समय-बेसमय गूंज रही थी, इस गूंज ने इंद्रदेव को परेशान कर रखा था वो चिंतित थे कि प्रथ्वीलोक पर ये "भ्रष्टाचार" नाम की कौन सी समस्या आ... अजीब लड़की (भाग १) वो मुझे हमेशा बहुत अजीब सी लगती..पता नहीं क्यों कुछ मरदाना सा चेहरा लंबा कद चौड़े कंधे , नारीसुलभ कोमलता का पूरी तरह अभाव ,बोली अभी अजीब सी मानो आवाज़ को खींच रही हो, होस्टल में सबके साथ घुलती मिलती पर मुझे...
सेक्युलर खबरे और भेद-भाव पूर्ण मुस्लिम मानसिकता !जैसा कि आप जानते ही है कि हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात यानि यूएई की शरिया कोर्ट ने 28 मार्च २०१० को 17 भारतीयों को फांसी की सजा सुनाई है। 17 भारतीयों को एक पाकिस्तानी नागरिक की हत्या के जुर्म में मौत की स... निवेदन या आदेश ?*कोटा के जिला कोषाधिकारी कार्यालय के ठीक बाहर यह बोर्ड लगा है। मुझे समझ नहीं आया कि यह निवेदन है या आदेश।* * आप बताएँगे?* "Allow Blog Feeds" to "Full"
इससे अच्छी तो पुरानी कारें होती साब! कौन सी गाड़ी है?सफ़ारी! अरे वो तो हाथी है साब क्यों पाल लिया?गुस्सा तो भरपुर आया मगर उसे अपने साथ ले जाना था इसलिए मन मार कर कहा अरे नही बहुत बढिया गाड़ी है।होगी साब मगर उससे अच्छी तो पुरानी कारें होती साब!मे...नदी ने कहा जब तक तुझमें मिठास न आ जाए !!!*जिन्दगी जीने के सबके अपने-अपने फलसफे हैं :-* * जीवन में कामयाब होने के लिए तीन कारखाने लगाने की जरूरत है :- 1) दिमाग में बर्फ का कारखाना। 2) जुबान पर चीनी का कारखाना। 3) दिल में प्यार का कारखाना। * ...
घर के जोगी जोगड़ा , आन गांव के सिध्द संवाद में भारी अव्यवस्थासरकार और जनता के बीच सेतु का काम करने वाले जनसंपर्क और संवाद में इन दिनों भारी अव्यवस्था है। विभाग के पदाधिकारियों द्वारा पैसे खाकर दूसरे प्रांत के कर्मियों को नियमित करने और छत्तीसगढ़...भगवान् श्री रजनीश (ओशो ) का निमंत्रण और रजत बोस जी का संन्यास मेरे गुरुदेव स्वामी चिन्मय योगी जी का अपने गुरु भगवान् श्री रजनीश (ओशो ) से 1979 से 1987 के बीच जीवंत गुरु शिष्य संपर्क रहा था . इस जीवंत भावपूर्ण और भक्ति आशीष से भरे सम्बन्ध के प्रमाण है उनके बीच के पत...
बूझॊ तो जाने??? जबाब नमस्कार आप सभी को, इस बार की पहेली मेने सोचा था बहुत आसान होगी.... लेकिन यह बहुत कठिन लगी इस पहेली मै विजेता सिर्फ़ ३ ही है..... जी यह जगह भारत मै ही ओर मणि पुर राज्य मै है, पुरी जानकारी आप को यहां से मिलेगी, ओर इस के साथ साथ ही हमारे विजेताओ ने भी--- आखिरकार सानिया ने मना कर ही दिया .....अब पडी न कलेजे में ठंडक ब्लोग्गर्स के आखिरकार जिस बात का डर था वही हुआ । सानिया मिर्ज़ा ने लगातार चल रही चकचक से तंग आकर अब अचानक मना कर ही दिया कि वो शोएब से शादी वादी नहीं करने जा रही है । हां हां आप कहेंगे कि क्या अनाप शनाप फ़ेंक रहे हैं झाजी ..जब इंडिया टीवी वालों को इसकी खबर नहीं हुई-----
लिव इन रिलेशनशिप ... शारीरिक संबंधों की इस रिले को सुर्खियों में क्यों लाया जा रहा है ? लिव इन रिलेशनशिप के मायने संबंधों के उन दायरों में रहना जहां पर सब लागू हो परंतु फिर भी बेकाबू हो। ऐसा दौर जोखिमभरा है या इसमें सिर्फ हरा-हरा है। सबके मन में इसे लेकर सब कुछ फहरा रहा है, जिसे जानबूझकर भी इंसान बहरा ही बना रहना चाहता है। इस बहरेपन के कई यादों का विकल्प- यादों की कहानी यादों के फ़साने हर दिल ने गायेहर दिलजले नेजीने का सबब बनायायादों का ही कफ़न सजायाकिसी ने खुद को नशे में डुबायातो किसी ने ज़िन्दगी को कर्मभूमि बनायामगर यादों से कभी बच ना पाया दिल-ओ-दिमाग कोयादों की
अब देते हैं वार्ता को विराम------आपको ललित शर्मा का राम राम-----
5 टिप्पणियाँ:
nice
सुरुचिपूर्ण प्रस्तुति।
बढ़िया प्रस्तुति...
बहुत बढिया और उम्दा वार्ता.
रामराम.
बढ़िया प्रस्तुति
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