नमस्कार, राखी का पावन त्यौहार आ चुका है और बाजार में एक बार फ़िर से सब चाईना-सब चाईना का माल छाया हुआ है। अब बहने भी भाईयों की कलाई पर चीन की बनी राखियाँ बांधेगीं। बाजारवाद ने भारतीय बाजार पर खुले आम हमला कर रखा है। जहां भारत में 60 करोड़ बेरोजगार हैं,वहीं विदेशों का माल भारत के बाजारों पर हमला करके बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि कर रहा है। भारतीय माल से कम कीमत पर चीन का माल बिक रहा है। हमें भी मुक्त व्यापार संधि का फ़ायदा उठाने की ओर ध्यान देना चाहिए। अब चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर, सैर करते हैं ब्लॉग नगरिया की और पढते हैं कुछ उम्दा चिट्ठे......
वार्ता प्रारंभ करते हैं स्मिता जी के ब्लाग अस्मिता से जहां वे कह रही हैं कि टप टप बरसा पानी और ,करते रहे हम कमेंट्री ,,वाह वाह.आज इंदिरा गाँधी स्टेडियम में जिम्नास्टिक का टेस्ट इवेंट शुरू हुआ.हम बहुत तैयारी के साथ बैठे टीवी कमेंट्री करने ..सुरक्षा जांच वालो ने हमें पानी की बोतल नहीं लाने दी.हमारा सेब भी वापिस करवा दिया ,हमने ...राजु बिंदास गजब कह रहे हैं ‘लफंगे’ परिन्दे ब्लॉगरी के बाजीगरों के करतब देख ये कहावत याद आती है- गए थे हरिभजन को ओटन लगे कपास. ब्लॉगर की प्रोफाइल में झांकना ही पड़ता है कि आखिर इस मदारी की असलियत क्या है. कई टॉप हिन्दी ब्लॉगरों की प्रोफाइल देखी तो..
स्वराज्य करुण दिल की बात से एक एक चौंकाने वाली खबर दे रहे हैं पढिए आप भी छोटे परदे की चकाचौंध से चकित कुछ लोगों के लिए यह एक चौंकाने वाली खबर हो सकती है कि दर्शकों को श्रोताओं में बदलने के लिए रेडियो फिर आ धमका है . दूरदर्शन के सादगीपूर्ण ,लेकिन संवेदनशील कार्यक्रमों से परे अ...अब आगे चलते हैं वाणी जी के दुआरे यहां देखिए सर्कस की कलाबाजियांअभी कुछ दिनों पहले स्कूल से लौटी बेटी बड़ी मायूसी से बैग पटकती हुई बोली ," आपको पता है स्कूल की ओर से हमें कहाँ लेकर जाया जा रहा है ...सर्कस में ..." "अच्छा !" ...मेरे आश्चर्य और ख़ुशी को नजरंदाज़ करते हुए...
पद्मसिंग एक नया आईडिया लेकर आए हैं, आपने कविता सुनी, गजल सुनी अब रोना हज़ार रोते हैं (व्यंहज़ल) सुनिए--लिखते लिखते सोच रहा था ये क्या लिख रहा हूँ मै ? गज़ल का शिल्प, हास्य का रस, और व्यंग्य की तासीर का मिलाजुला स्वरुप देख कर मन मे आया कि इसे क्या कहूँ .. और फिर शायद एक नयी विधा या शब्द का जन्म हुआ ऐसा लगत...हमारे राजकुमार भाई बेनामियों से हैं हलाकान परेशान ये पतित पावन है या रावण ... लेकिन ये बेनामी भी बड़े बेशर्म हैं कि इतनी फ़जीहत के बाद भी नहीं मानते--हमारे ब्लाग में कोई बंदा काफी समय से पतित पावन के नाम से फर्जी आईडी बनाकर कुछ भी अनाप-शनाप टिप्पणियां कर रहा है। इनकी टिप्पणियों से ही परेशान होकर हमें मॉडरेशन का सहारा लेना पड़ा। इसके पहले भी कई ऐसे बेशर्...
इधर एक राजकुमार कह रहे हैं अखबार लाइन की कुछ मजेदार बातेंमित्रों आज मैं आपको अखबार लाइन की कुछ मजेदार बातों के बारे में बताने जा रहा हूं। इन मजेदार बातों से आप अपना मनोरंजन तो कर सकते हैं लेकिन यह सोचने के लिए भी स्वतंत्र है कि पीपली लाइव में जो कुछ दिखाया गया ...स्वतन्त्रता का मतलब हरचरना का फटा सुथन्नाआईये इस परिचर्चा को आगे बढाते हैं और हिंदी के वेहद सक्रीय चिट्ठाकार लोक्संघर्ष सुमन जी पूछते हैं क्या है उनके लिए आज़ादी के मायने ?*
पता नहीं बेटा...पता नहीं बेटा... बेटा- संगठन चुनाव में मोती लाल वोरा ने बाकी कांग्रेसियों को चारोखाने चित कर दिया। पिताजी- हां बेटा। वोरा जी के सामने बाकी कोई लगते कहां है। सालों से उन्हीं का कब्जा है बेटा- तो क्या छत्तीसग...बेलगाम लोकशाही पर अंकुश ज़रूरी?अरविन्द-टीनू जोशी: कुल संपत्ति- 300 करोड से अधिक,* *उप्र के पूर्व सीएस अखंडप्रताप सिंह: संपत्ति-120 करोड़,* *उप्र के सैंकडों आईएएस भ्रष्ट, सीवीसी ने जारी की महाभ्रष्ट आईएएस की सूची.....यह ...
चाहिए आशीर्वाद बेटी के लिएश्री आत्मवल्ल्भ जैन कन्या महाविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में स्वाति गोयल को महासचिव चुना गया है। दस साल पहले स्थापित इस कॉलेज में १४०० से अधिक छात्राएं हैं। कॉलेज में चुनाव पहली बार हुए। स्वाति गोयल पुत्र...चल रहें दे !बच्चों की छुट्टियाँ ख़त्म होने को आ गईं हैं और उनका सब्र भी ...ऐलान कर दिया है उन्होंने कि आपलोगों को हमारी कोई परवाह नहीं बस अपने काम से काम है. हम सड़ रहे हैं घर पर .बात सच्ची थी तो गहरा असर कर गई .इसलिए....
गामा के साथ दिव्य आत्माएं कुश्ती लड़ती थीं विश्व विजेता गामा एक ऐसा नाम जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है जो जीतेजी किंवदन्ती बन गया था। इतना बड़ा पहलवान होने के बावजूद वह एक सीधा-साधा, सरल ह्रदय, सादगी पंसद, घमंड से कोसों दूर रहने वाला तथा नियमों का ...बोकारो में भयमुक्त होकर जीने में मुझे बहुत समय लग गए !!अभी तक आपने पढा .... वैसे तो बोकारो बहुत ही शांत जगह है और यहां आपराधिक माहौल भी न के बराबर , कभी कभार चोरी वगैरह की घटनाएं अवश्य हुआ करती हैं , जिसके लिए आवश्यक सावधानी बरतना आवश्यक है। यहां किसी क्वा...
आजकल तो ब्लागजगत में हास्य रस की ही धूम है......(बस यूँ ही)आजकल ब्लागजगत में जिस रस की पोस्टें सबसे अधिक लिखी जा रही हैं, वह है हास्य-रस . अब यह बात दूसरी है कि लिखने वाला स्वयं उसे करूण या वीर रस समझता हो. लेकिन जब उनकी शैली हास्यास्पद लगे तो तब इन्हे हास्य रस के...यह मुसीबते अकेले क्यो नही आती .यह मुसीबते एक साथ ही क्यों आती है अकेले क्यों नहीं . पिछले कई दिनों से कई मुसीबते एक साथ सामने आ गयी . अभी कुछ नए और पुराने व्यापार के सिलसले में बिजी हूँ . तभी अचानक मेरे जीजा जी के पिताजी को हार्ट अटैक ह...
तन्हाई, रात, बिस्तर, चादर और कुछ चेहरे,....(आज कुछ लिखना संभव नहीं हुआ, कोशिश की लेकिन बात बनी नहीं..इसलिए आज पेश-ए-खिदमत है एक पुरानी कविता...) तन्हाई, रात, बिस्तर, चादर और कुछ चेहरे, खींच कर चादर अपनी आँखों पर ख़ुद को बुला लेती हूँ ख़्वाबों से...यह मुसीबते अकेले क्यो नही आती .यह मुसीबते एक साथ ही क्यों आती है अकेले क्यों नहीं . पिछले कई दिनों से कई मुसीबते एक साथ सामने आ गयी . अभी कुछ नए और पुराने व्यापार के सिलसले में बिजी हूँ . तभी अचानक मेरे जीजा जी के पिताजी को हार्ट अटैक ह...
सड़क मार्ग से महाराष्ट्र: शिरड़ी वाले साईं बाबा के दर से लौटा मैं एक सवालीभोर की पहली किरण फूटने के साथ ही मैंने एक अँगड़ाई ली, इग्नीशन घुमाया और चल पड़ा भुसावल, जलगाँव होते हुए धुलिया की ओर। *हम रास्ता भटक गए *थे. जाना था बुलढाना से दक्षिण-पश्चिम होते हुए अजंता-औरंगाबाद लेकिन आ..गीली चीनीमाँ की रसोई में चीनी गीली रहती थी और कह जाती थी बहुत कुछ चीनी का गीला होना ए़क अर्थशास्त्र की ओर करता है इशारा जहाँ मित्व्ययिता से गुजारी है पीढ़िया जिसकी मिसाल होती हैं माएं वर्षो से नहीं बदल सक...
12 टिप्पणियाँ:
हमें चीनी सामानों का बहिष्कार करना चाहिए .. वार्ता में तो आपने काफी अच्छे लिंक्स समेट लिए हैं !!
बढ़िया लिंक्स..
बेहद उम्दा ब्लॉग वार्ता, ललित भाई !
बहुत अच्छी चर्चा के लिए बधाई |
आशा
बेहद उम्दा ब्लॉग वार्ता
बढिया चर्चा.....
आभार्!
अति उत्तम चर्चा.
रामराम.
सुन्दर चर्चा।
lalitji chini se shuru chini pe khatam aapki varta bahut badiya rahi dhanyvad...
भारत मै भारत का क्या बचा ? माल चीन का है, भाषा अग्रेजो की, बम पाकिस्तान के..... बहुत सुंदर चर्चा जी, धन्यवाद
Bhahut bhadiya charcha sare linkas bahut acche hai....dhanywaad!
रक्षाबन्धन के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवम् शुभकामनाएँ
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