गुरुवार, 19 अगस्त 2010

मैं परेशान हूँ--बोलो, बोलो, कौन है वो--टर्निंग पॉइंट--ब्लाग4वार्ता---ललित शर्मा

नमस्कार, क्या हमारे देश के नेता इतने असुरक्षित हैं कि इनसे मिलने आने वाले मेहमानों को अपनी इज्जत उतार कर सुरक्षा जांच करानी पड़े। एक खबर है कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम में गए थे तो वहां के सुरक्षा अधिकारियों ने महिलाओं के जुड़े खुलवा दिए और बालों की चेकिंग की। जब इन्हे अपनी जान का इतना ही खतरा है तो जनता की क्या सुरक्षा कर पाएगें। इन्हे अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। शर्म आनी चाहिए इन्हें, जांच करने के और भी बहुत आधुनिक साधन आ गए हैं। आखिर उन महिलाओं को सबके सामने शर्मिंदा होना पड़ा। अब चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर....

आज ब्लॉग वार्ता गरम चाय की प्याली के साथ प्रारन्भ करते हैं। क्योंकि चाय पीना भी जरुरी है ऐसा कुछ लोग मानते हैं, लेकिन मैं नहीं मानता, अगर चाय मिले तो ठीक नहीं मिले तो ठीक, लेकिन आजकल लगने लगा है शाम होते ही जैसे कुछ छूट रहा है, इसलिए चाय की याद आ जाती है। जब लत ही लग गयी है तो उसे सुधारने के लिए आचार्य श्रीराम शर्मा की सूक्तियाँ कारगर साबित होंगी। इसक पठन अवश्य करें जीवन में शांति और क्रांति आएगी। ओ पूछ रहे हैं बोलो, बोलो, कौन है वो तो ये कह रहे हैं--ये तो साला निकला पक्का हिंदूवाला  अब आप ही देखिए क्या जवाब सही  है।

पूंजी का अनियोजित निवेश विकास को अवरुद्ध करता है द्विवेदी जी ने सही कहा है, गलत जगह लगाया गया रुपया दुख ही देता है।दुनिया वाकई गोल है और एक विश्वग्राम के रूप में स्थापित है इंटरनेट से तो ऐसा ही लगता है कि दुनिया गोल है और एक क्लिक से हम भी गोल (अदृश्य) हो सकते हैं।अब इन्हें भी चाहिए ज्यादा तनख्वाह !!! जब इन्हे पूरा देश ही दे दिया गया है तो अब तनख्वाह की भी कसर रह गयी है।दही के धोखे में कपास खा ही जाते हैं मुरख लोग, क्या किजिएगा इनका सबक मिलने पर पूरा खानदान और 33 कोटि देवता भी याद आ जाते हैं पढिए क्या राज है इसमें।

इस्लामिक आतंक-पाक भी डरा मिसल है ना कबर खोदने वाले कबर में ही गिरके मरते हैं। यही कहावत चरितार्थ हो रही है।हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग में स्‍वर्णिम पल आ गए हैं : जापान से न्‍यौता आया है जरुर जाईए और ब्लागिंग समुराई का प्रशिक्षण लेकर आईए, जिससे ब्लागिगं स्वर्णिम काल में निर्विघ्न चले।देश और दुनियाँ के गरीब देशों में .बच्चों ने बेचे गुब्बारे... पेट भरने के लिए कुछ तो करना ही पड़ेगा, लेकिन ये बीट के पुलिस वाले इन्हे भी नहीं छोड़ते, सौ रुपए गुब्बारे बेचने के ले ही लेते हैं। अहफ़ाज रशीद कह रहे है कि नत्था को आगे काम न मिला तो मैं बनाऊंगा पीपली डी- लाइव बनाइए स्वागत है।

देखिए न्युयार्क में तिरंगा लहरा रहा है कुसुम जी बता रही है--न्यू यॉर्क में स्वतन्त्रता दिवस और तिरंगा की शान.बधाई हो। "दिन कुछ ऐसे गुजारता है कोई बैठे ढाले दिन गुजारना पड़ता ही है, अंतर सोहिल जी ने कहा है कि कब तक रहोगे, मुंह को छुपाये नकाब में आँख से आँख मिलाओ, नुक्कड़ पर सुभाष राय ने चेताया है गोली से न डराएं किसानों को राजीव तनेजा की मुस्कान में फ़ंसे हैं तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो क्या करें भैया दांत तो निपोरना ही पड़ता है, नहीं तो लोग घमंडी राम नाम धर देते हैं। इस लिए मुस्कुराते रहो

देब बाबु की जब से शादी हुई है तब से उन्होने नेहरु जी के घोष मंत्र को धारण कर लिया है आराम हराम है.... ही ही....जप रहे हैं, चलिए किसी दिन आराम सुधा की जरुरत पड़ेगी,आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ने के लिए संविधान में परिवर्तन की ज़रूरत है.कानून कड़ाई से लागु होना चाहिए, जिससे आतंकवाद का सर कुचला जा सके, गुलजार साहब का जन्मदिन है जन्मदिन मुबारक गुलजार साब! हम भी दे रहे हैं बधाई,आखिरी ख्वाहिश  हमारी सरपंच बनने की है, पिछले चुनाव में खड़े हुए थे तो 22 उम्मीद्वार हो गए थे, सभी ने छिछालेदर करवा दी। इसलिए आने वाले चुनाव में जुगत लगाएंगे।

मैं परेशान हूँ.... उपदेश भाई परेशान न होईए अबकी बार जमना पार से सरपंची का चुनाव लड़ ही लिजिए, सारी परेशानियां दूर हो जाएगीं।भगवान् से भी बड़ा बनने की कामना सरपंच बनने के बाद एक यही इच्छा रह जाती है, वैसे भी जब पंच परमेश्वर होता है तो सरपंच भगवान से बड़ा अपने आप ही हो गया।पीपल के पत्ते पर पेंटिंग ले आई हैं अल्पना जी, देखिए बढिया है चित्र। उपदेश भाई की सरपंची से विधान में जरुर ही टर्निंग पॉइंट आएगा, शिखा जी ने एक पोस्ट लगाई है, अवश्य पढिए, देश की बड़ी पंचायत में पंचों की तनखा बढाने का मामला गरमाया है तारकेश्वर गिरी पूछ रहे हैं आपकी सैलेरी तो बढ़ जाएगी , हमारी कौन बढ़ाएगा

चलते चलते व्यंग्य चित्र



वार्ता को देते हैं विराम-आप सभी को ललित शर्मा का राम राम--पढिए यहां एक पोस्ट नेताजी पर


-: ब्लाग4वार्ता,

20 टिप्पणियाँ:

बहुत अच्छी वार्ता...
सारे लिंक अच्छे लग रहे हैं...कुछ तो पढ़ चुकी हूँ ...बाकी अब देखती हूँ..
आभार...

बढ़िया वार्ता महाराज! जय हो!

सुंदर प्रस्तुति!

हिन्दी हमारे देश और भाषा की प्रभावशाली विरासत है।

बहुत अच्छी वार्ता...
सारे लिंक अच्छे लग रहे हैं..

राम राम ललित भाई !
बढ़िया लेखों का परिचय कराने के लिए धन्यवाद !

बड़ी मेहनत करते हैं आप
आपकी मेहनत देखकर दिल बाग-बाग बल्कि यूं कहें कि मोतीबाग हो जाता है.

इस वार्ता के लिए आभार !!

ललित भाई अच्छा लगा आप ने इस पोस्ट को अपनी चर्चा में शामिल किया. यह धीरे-धीरे एक बडा मुद्दा बनता जा रहा है. आप की मदद से यह बात और लोगों के मन को भी दहकायेगी. धन्यवाद.

अच्छी वार्ता , शामिल करने के लिए आभार । धन्यवाद

एक बार फिर से बहतरीन वार्ता..... बहुत खूब!

जबर्दस्त्त वार्ता रही.

बहुत अच्छी वार्ता..बहुत नए लिंक्स मिले ...

सार्थक व रोचक चर्चा...
लाजवाब ढंग से लिंकों को समेटा है आपने...
इतने सारे अच्छे लिंकों के लिए आपका बहुत बहुत आभार...

बेहद उम्दा ब्लॉग वार्ता की है आज आपने ललित भाई ..........मेरी पोस्ट को भी शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार !

सुंदर प्रस्तुति!धन्यवाद

अतिरोचक ढंग से की गयी सार्थक सुन्दर चर्चा...
बहुत अच्छे लिंक दिए हैं आपने...बहुत बहुत आभार.

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।

Twitter Delicious Facebook Digg Stumbleupon Favorites More