रविवार, 30 अक्तूबर 2011

सूर्य उपासना का पर्व छठ..गीत / ब्लाग, फेसबुक, ट्विटर आदि, हैं सुन्दर उपहार..ब्‍लॉग4वार्ता .. संगीता पुरी


बिहार का महा पर्व छठ रविवार को नहाय खाय के साथ प्रारम्भ हो जायेगा. छठ में सूर्य भगवान की आराधना की जाती है और छठ के दिन डूबते हुए सूर्य की पूजा होती है. उसके दूसरे दिन उगते हुए सूर्य की पूजा कर पारण यानि व्रत तोड़ा जाता है. 
नोकिया ने काईनेटिक फ़ोन का प्रोटोटाईप तैयार किया, और यह हैंड गेजेट्स की दुनिया में बिल्कुल नई क्रांति है। इस फ़ोन को आगे और पीछे मोड़ा जा सकता है, कोनों से मोड़ा जा सकता है ।
नोकिया मोबाईल फ़ोन की दुनिया में लोगों को एक बेहतरीन तोहफ़ा देने जा रही है। जब ऐसा लग रहा था कि टेबलेट मोबाईल फ़ोन को बदलने जा रहे हैं, परंतु शायद नोकिया का काईनेटिक तकनीक मोबाईल डिवाईस को बचा ले।
रेस और मस्ती,रफ्तार और ग्लैमर,हंगामा और पार्टियां,विदेशी बैण्ड,गायिका और डांसरों के जलवे.लेडी गागा का गाने के लिये पहली बार भारत आगमन,पहली बार होने वाली फार्म्यूला वन रेस के भारत के आगाज़ पर.आयोजन पर अरबो रुपये खर्च,प्रचार्-प्रसार पर करोडो बहा दिये गये.कंही कोई कमी नही,कंही किसी चीज़ का अभाव नही.धन-दौलत और एशर्व्य का ज़बर्दस्त प्रदर्शन.मज़ा आ गया.आना भी चाहिये आखिर हमारा देश रफ्तार की बेहद महंगी रेस कराने वाले देशों में अपना नाम लिखाने में सफल हो गया है.
क्यों मन ही मन
रोते हो?
दिल को तकलीफ
देते हो
किस बात से घबराते हो?
क्यों खुल कर नहीं
कहते हो ?
जीवन में कब किससे मिलना होगा और कौन सी बात होगी, यह कौन बता सकता है? संयोग से कभी कभी ऐसा होता है कि इतने दूर की किसी बात से मिली कड़ी की अगला हिस्सा भी संयोग से अपने आप ही मिल जाता है. कुछ मास पहले मैंने "हाहाकार का नाम" शीर्षक से एक अर्जेन्टीनी मित्र से मुलाकात की बात लिखी थी जिसने मुझे तानाशाही शासन द्वारा मारे गये बच्चों की खोज में किये जाने वाले काम के बारे बता कर द्रवित कर दिया था. तब नहीं सोचा था कि वेरा से मुलाकात भी होगी, जिसने उसी तानाशाह शासन से अपनी बच्ची को खोजने के लिए लड़ाई लड़ी थी और सत्य की खोज में आज भी लड़ रही है.
अंततः एक दिन यह तो होना ही था.
आज सुबह सुबह मेरे अपने ही जीमेल खाते में कई बाउंस हुए और कई समूहों में मेरे याहू ईमेल पते से भेजे गए रद्दी साइटों के लिंक युक्त ईमेल दिखे तो मुझे अंदेशा हुआ कि मेरा याहू ईमेल खाता हैक कर लिया गया है.

ब्लॉग कमाने में कितना सहायक ? अनुभव और उदाहरण

ब्लॉग से कमाने वाले हर लेख का शीर्षक हर एक ब्लॉग लेखक को आकर्षित करता है| ब्लॉग से कमाई करने के कई तरीके विभिन्न ब्लॉगस पर विद्वान ब्लॉग लेखकों ने समय पर समय लिखें है| पर फिर भी आज सवाल वहीँ का वहीँ है कि क्या ब्लॉग से कमाया जा सकता है?
मेरा चार वर्ष का ब्लोगिंग अनुभव यही मानता है कि ब्लॉग से कमाया जा सकता है| पर कैसे? क्योंकि ब्लोगिंग से कमाने का सबसे आसान तरीका गूगल की विज्ञापन सेवा हिंदी ब्लॉगस पर अपने विज्ञापन पूरी तरह से नहीं दिखाती तो फिर ब्लॉग से कैसे कमाया जा सकता है ?
रविवार को ग्रेटर नोएडा में सारी दुनिया रफ़्तार की बेहद रोमांचक जादूगरी देखेगी |लगभग 2000 करोड़ की लागत से बना है ग्रेटर नोएडा का फार्मूला वन रेस ट्रैक जिसकी कुल लम्बाई 5.14 km ,कुल छेत्र्फल 875 एकड़ है और इस ट्रैक में कुल 16 टार्न है |इस ट्रैक की दर्शक छमता एक लाख बीस हज़ार है तथा टिकट दर 2500 से 35000 रुपया तक है | 
सन 2007 में भारत के विजय माल्या ने सब से पहले F1 टीम 90 मिलियन यूरो खर्च कर के खरीदी थी जिस के 42 फीसदी शेयर बाद में सहारा इंडिया ने ख़रीदा और टीम का नाम बदल के सहारा फ़ोर्स इंडियाहो गया|
हताशा से
व्याकुल मन
अपनी अपूर्णता..
महसूस कर
अशांत था,
उद्विग्न हृदय की
गांठें खोलना 
नहीं सरल..
सामने प्रस्तुत 
सकल वृतांत था;
आज के दौर में
सहज होना कठिन है
या फिर
लोग सहज होना नहीं चाहते
सोच रहा था
सोचते सोचते सोचा
कि -
शायद ! लोग
सहज होना ही नहीं चाहते !
हां !! मुझे याद हैं
वो दिन
जब तुम
अंगूठे और तर्जनी के बी़च
रवीली रंगोली कस के उठातीं थीं
फ़िर रवा-रवा रेखाओं से
बिंदु - बिंदु मिलाती थीं
आंगन सजाती थीं..!!

Where is thumbkin

अपने मुन्नार ट्रिप पर आदि बहुत अच्छे मुड में था.. एक एक कर बहुत सी कवितायेँ सुनाई... शुरुआत.. "where is thumbkin?" से....

हींग सिर्फ खाने का जायका ही नहीं बढ़ाती बल्कि हाजमा भी ठीक करती है। कहते हैं अगर सही तरीके से उपयोग किया जाए तो यह कई बीमारियों की दुश्मन है। वैद्यों का मानना है कि हींग को हमेशा भूनकर उपयोग में लाना चाहिए। 
- एक कप गर्म पानी में एक चम्मच हींग का पाउडर घोलें। इस घोल में सूती कपड़े को भिगोकर पेट के उस हिस्से की सिकाई करें जहां दर्द हो रहा है। थोड़ी ही देर में दर्द से राहत मिलेगी। 
भुलाए कैसे बीतें पलों को
जीवन में लगे ग्रहण को
पहले न था अवरोध कहीं
थी जिंदगी भी सरल कहीं |
परिवेश बदला वह बदली
पर समायोजन न कर पाई
होता संघर्ष ही जीवन
यह तक न जान पाई |

जो तुम आ जाते एक बार

जो तुम आ जाते एक बार
कितनी करूणा कितने संदेश
पथ में बिछ जाते बन पराग;
गाता प्राणों का तार तार
अनुराग भरा उन्माद राग;
आँसू लेते वे पथ पखार|
हैकरों के लिए ऐसे पासवर्डों का तोड निकालना कुछ कठिन होता है !!
इस वर्ष नवरात्र में दस बारह दिनों के लिए गांव चली गयी , चूंकि गांव में मेरे पास कंप्‍यूटर और इंटरनेट की सुविधा नहीं थी , इसलिए इतने दिनों तक अपने जीमेल को लॉगिन भी नहीं कर सकी। आने के बाद जैसे ही काम करना शुरू किया , एलर्ट आने शुरू हुए। मेरा अकाउंट 8 अक्‍तूबर को किसी दूसरे देश से खोला गया था। राहत की बात थी कि किसी को मेल वगैरह नहीं किया गया था। मैने झट से पासवर्ड बदला , पर बदलने के बाद भी मुझे कोई राहत नहीं मिली। 11 अक्‍तूबर को ब्राजील और 13 अक्‍तूबर को टर्की से पुन: इस अकाउंट को खोले जाने की सूचना मिली।
इंटरनेट के ज़रिये हम सब वैश्विक हो गए हैं. दुनिया के लोगों से हमारा रिश्ता-सा बनता जा रहा है. एक नईदुनिया में हम सांस ले रहे है. नेट के माध्यम से जो हमें अनेक अभिव्यक्ति-मंच मिले हैं, उनका इस्तेमाल कर के लोग अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे है. इन सबको ले कर मन में एक गीत उमड़ा, उसे आपकी खिदमत में पेश कर रहा हूँ. इसे मैं 'फेसबुक' की ''वाल' पर भी 'पोस्ट' किया है.
बढ़ता जाए प्रतिपल अपना,सकल विश्व-परिवार,
ब्लाग, फेसबुक, ट्विटर आदि, हैं सुन्दर उपहार.... 
जब तक ज़िंदा हैं दुनिया में, बाँटें सबको प्यार.
सबकी 'वाल' सजाएँ हम सब, खींचें ना 'दीवार'.
मिलते हैं एक ब्रेक के बाद.....

5 टिप्पणियाँ:

बढिया लिंक के साथ उम्दा वार्ता, शुभकामनाएं

बहुत सुन्दर वार्ता।

बहुत बढिया लिंक....
शुभकामनाएं !!

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