प्रिय ब्लॉगर मित्रो,
प्रणाम !
जैसा मैंने आपसे कहा था .......जब इस समय में यह ब्लॉग वार्ता लिख रहा हूँ .......आप सब अब तक आज की ब्लॉग वार्ता का आनंद ले चुके होंगे .......ब्लॉग 4 वार्ता मंच की २०० वी पोस्ट का जश्न ललित भाई ने एक बिलकुल ही अनोखे अंदाज़ में मनवाया !
अक्सर ही आप सब की टिप्पणियों में एक बात होती है....."इतनी महेनत कैसे कर लेते है आप ??"
सिर्फ़ एक ही जवाब दे सकता हूँ इस बात का ....और यह केवल मेरे दिल की बात नहीं बल्कि हर चर्चाकार के दिल की बात है चाहे वह किसी भी मंच से ब्लॉग पोस्टो की चर्चा क्यों ना करता हो .......
यह सब आप सब के प्यार से ही संभव है !!
बस इसी तरह अपना स्नेह बनाये रहे ........और हम आपके लिए रोज़ बढ़िया बढ़िया लिंक्स खोज कर लाते रहेंगे !
अब आइये चलते है आज की ब्लॉग वार्ता की ओर .....
सादर आपका
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हमारी चिंता के बिंदूओं के बीच blog4 varta की 200 वीं पोस्ट :- बधाइयाँ जी बधाइयाँ !
उफ़ .... तुम भी न :- बड़े वोह हो !
“विदा हुई बरसात” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") :- गनीमत है !
उफ़ ये सरकारी दहशत - - - - - - - mangopeople :- दहशत तो दहशत है .....क्या सरकारी ...क्या गैर सरकारी !!
राहुल गाँधी के नाम एक खुला पत्र --- दिव्या :- यह तो हिंदी पढ़ ही लेंगे ....है ना !!
सातवीं से अठारहवीं शताब्दी तक का भारत (2) :- कैसा था?
बुरे काम का बुरा नतीज़ा [इस्पात नगरी से - 30] :- समझे चाचा ? अरे हाँ भतीजा !!
वो तो राम के भरोसे है न ...!! :- यहाँ तो सब ही राम के भरोसे है !
लो इक्कीसवीं सदी आयी :- कब.... कहाँ.... कैसे....?
इतिहास :- गौरवशाली है !
अरे दीवानों, इसे पहचानो, ये है डॉन :- अरे बाप रे !!
आज रश्मि स्वरूप का जनमदिन है :- हार्दिक शुभकामनाएं !
आई एम् २४ इयर्स ओल्ड.........गौरव अग्रवाल को जन्मदिन की बधाई ! :- दिली मुबारकबाद !
अल्लाह तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम...खुशदीप :- सब को सम्मति दे भगवान् !
शहीद भगत सिंह की याद में कुछ मेरे मन की कुछ बातें :- जरूर बताएं !
बेसब्री का आलम! :- छाया है !
गूंगा ! :- देश है मेरा !
हाशिए पर तलाकशुदा महिलाएं : ( साप्ताहिक , गांडीव , वाराणसी में प्रकाशित मेरा एक आलेख ) :- आप भी पढ़िए !
शीशे के घर ! :- में रहते हम !
बाढ़ का कवरेज बिलकुल लाइव :- अब पानी कहाँ तक पहुंचा ??
सप्ताह है "देने के सुख का", कही आप भी मेरे जैसा ही कुछ तो नहीं दे रहे दूसरों को? :- सोचना होगा !
हैती के बाद नवंबर 2010 के मध्य में एक और भूकम्प की आशंका :- बच के रहना !
साधना की अवधि पूरी हो गई :- ‘ अजब सी छटपटाहट, घुटन, कसकन, है असह पीड़ा, समझ लो साधना की अवधि पूरी है | '
मंदिर-मस्जिद का क्या बहाना बनाना???? :- बात में दम है !
जय हिन्द........... :-देव :- जय हिंद !!
आईये ..हम आपको खबर को ठीक से पढने का एक ठो नयका तरीका बताते हैं .........अरे आईए तो ... :- अरे बताइए तो !!
तन सुन्दर हो तो मन भी सुन्दर होना चाहिए --- :- सत्य वचन !
अचानक सभी को "न्यायालय के सम्मान"(?) की चिंता क्यों सताने लगी है?... Ram Janmabhoomi Court Verdict, Ayodhya Secularism :- राम जाने !
कबीर के दोहे, कॉमनवेल्थ खेल के परिप्रेक्ष्य में.. :- सटीक बैठे है !
लगेंगे हर बरस मेले (शहीद भगत सिंह )! :- शत शत नमन !
नई ग़ज़ल/बिन खिलौने के फिर से जो घर जाएगा... :- रोते हुए 'खुदा' को कैसे मनायेगा !?
मेरी ब्लॉग यात्रा - जोधपुर ब्लोगर मिलन की तैयारी :- अरे वाह लगे रहिये !
झूम झूम उठे नागपुर के काव्यप्रेमी हिन्दी कविताओं पर :- खूब जमा होगा रंग फिर तो !!
उन्हें आग लगाने का मौका मत दीजिए :- अपने दामन को बचा लीजिये !
"पश्चाताप : आत्म-कथ्य" :- देर आमद, दुरुस्त आमद !
प्लीज़ रिंग द बेल : एक अपील :- इस से पहले कि देर हो जाए !
देसिल बयना - 49 : नदी में नदी एक सुरसरी और सब डबरे... :- सैय्याँ में सैय्याँ एक हमरे और सब लबरे.... !
हैती के बाद नवंबर 2010 के मध्य में एक और भूकम्प की आशंका :- बच के रहना !
साधना की अवधि पूरी हो गई :- ‘ अजब सी छटपटाहट, घुटन, कसकन, है असह पीड़ा, समझ लो साधना की अवधि पूरी है | '
मंदिर-मस्जिद का क्या बहाना बनाना???? :- बात में दम है !
जय हिन्द........... :-देव :- जय हिंद !!
आईये ..हम आपको खबर को ठीक से पढने का एक ठो नयका तरीका बताते हैं .........अरे आईए तो ... :- अरे बताइए तो !!
तन सुन्दर हो तो मन भी सुन्दर होना चाहिए --- :- सत्य वचन !
अचानक सभी को "न्यायालय के सम्मान"(?) की चिंता क्यों सताने लगी है?... Ram Janmabhoomi Court Verdict, Ayodhya Secularism :- राम जाने !
कबीर के दोहे, कॉमनवेल्थ खेल के परिप्रेक्ष्य में.. :- सटीक बैठे है !
लगेंगे हर बरस मेले (शहीद भगत सिंह )! :- शत शत नमन !
नई ग़ज़ल/बिन खिलौने के फिर से जो घर जाएगा... :- रोते हुए 'खुदा' को कैसे मनायेगा !?
मेरी ब्लॉग यात्रा - जोधपुर ब्लोगर मिलन की तैयारी :- अरे वाह लगे रहिये !
झूम झूम उठे नागपुर के काव्यप्रेमी हिन्दी कविताओं पर :- खूब जमा होगा रंग फिर तो !!
उन्हें आग लगाने का मौका मत दीजिए :- अपने दामन को बचा लीजिये !
"पश्चाताप : आत्म-कथ्य" :- देर आमद, दुरुस्त आमद !
प्लीज़ रिंग द बेल : एक अपील :- इस से पहले कि देर हो जाए !
देसिल बयना - 49 : नदी में नदी एक सुरसरी और सब डबरे... :- सैय्याँ में सैय्याँ एक हमरे और सब लबरे.... !
लीजिये आज फिर मन कर रहा है सो अपनी डफली आप बजा रहा हूँ ....अपनी २ पोस्टो के लिंक दिए जा रहा हूँ !
एक माइक्रो पोस्ट :- चल तू खैनी घिस !! :- चैन से मज़ा लो !
और
शहीद् ए आजम सरदार भगत सिंह जी का अंतिम पत्र :- आप भी पढ़िए !
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21 टिप्पणियाँ:
शिवम बाबु,
आपने चिट्ठों की सुंदर वार्ता लगाई है
आपको बधाई है बधाई है बधाई है।
200 वीं पोस्ट के लिए वार्ता दल को बधाई
बहुत अच्छी प्रस्तुति। भारतीय एकता के लक्ष्य का साधन हिंदी भाषा का प्रचार है!
मध्यकालीन भारत धार्मिक सहनशीलता का काल, मनोज कुमार,द्वारा राजभाषा पर पधारें
उत्तम चर्चा
bahut hi sundar charcha....
अच्छे अच्दे लिंक तो आप उपलब्ध कराते ही हैं .. पोस्ट के शीर्षकों पर आपकी प्रतिक्रिया का जबाब नहीं .. बहुत बढिया वार्ता !!
बहुत बढ़िया !
चिट्ठों की शानदार चर्चा...बधाई.
आज की ब्लॉग4वार्ता मन को भाई!
डबल सेंचुरी की बहुत-बहुत बधाई!
.
शिवम् जी ,
ब्लॉग -वार्ता पर आपकी मेहनत निस्संदेह प्रशंसा के योग्य है। हम नहीं पूछेगे की आप कैसे कर लेते हैं ? क्यूंकि जहाँ कुछ अच्छा करने का जज्बा होता है वहां इश्वर भी साथ रहकर उर्जा प्रदान करता है। आपके ब्लॉग से हमेशा ही बढ़िया लिंक्स बैठे-बैठे पढने को मिल जाते हैं।
आपकी निस्वार्थ मेहनत के लिए आपको नमन।
शुभकामनाओं सहित,
दिव्या.
.
बहुत मेहनत से तैयार की गई वार्ता। हमरे ब्लॉग को सम्मान देने के लिए आभार।
सच्ची मुच्ची चर्चा एकदम मनभावन रही :)
आभार्!
आज की चर्चा तो सच में बहुत लाजवाब है ... बहुत ही नये लिकन्स हैं .... मेरी कविता को स्थान देने का भी शुक्रिया ....
बहुत बढिया वार्ता, आभार्!
बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
चक्रव्यूह से आगे, आंच पर अनुपमा पाठक की कविता की समीक्षा, आचार्य परशुराम राय, द्वारा “मनोज” पर, पढिए!
अच्छे लिंक देने के लिए और मेरी पोस्ट चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद |
आप सब का बहुत बहुत आभार !
सार्थक और सुन्दर चर्चा ! इस प्रशंसनीय श्रम के लिये आपको साधुवाद !
धन्यवाद.
बढ़िया लिंक्स । उम्दा चर्चा । आभार ।
बढिया चर्चा । काफी लिंक्स पर घूम आई और भी घूमूंगी । अच्छी अच्छी पोस्टस् पढने को मिल रही हैं । मेरी रचना को इसमें शामिल करने का आभार ।
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