प्रिय ब्लॉगर मित्रो ,
प्रणाम !
आज कोई भूमिका नहीं सीधा चलते है आज की ब्लॉग वार्ता की ओर ! आशा है ब्लॉग 4 वार्ता मंच से पेश की जा रही यह ब्लॉग वार्ता आपको पसंद आएगी !
सादर आपका
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कल रात आँधियों में कुछ, मकाँ उजड़ गए... :- बहुत बुरा हुआ !
कुछ पानी के छींटे :- भिगो ही दिया आपने !
स्वागत है नवीन दिल्ली का - सतीश सक्सेना :- बिलकुल !
पिता का स्नेह भरा साथ कितना जरूरी... :- बेहद जरूरी !
"पाँच दोहे" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") :- सिर्फ़ पांच क्यों ?
खेल खतम , खेल शुरू :- यह क्या भेद है गुरु ?
हम फिर साथ खेलेंगे: महफ़ूज़ कह्ते रह गए और उनका बेटा चले गया :- बेहद दुखद !
रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ ... :- पर आ !
सप्ताह की श्रेष्ठ पोस्ट की उद्घोषणा :-आभार !
आज नहीं बनाये जाते मोहब्बत के मकबरे............. :- कौन बनाये ?
चिट्ठाजगत की बत्ती गुल ... वेब साइड हैक कर ली गई .. और कुछ जोग हँसने हँसाने के लिए ... :- रोते हुए हसना सीखो !
भारतीय रेल की कुछ रोचक बातें :- कूऊउ छुक छुक छुक !
तुम जीयो हज़ारों साल :- बधाइयाँ !
राजतंत्र में पोस्ट की शतकों का सिक्सर :- बहुत खूब !
हवा के पंख पर चढ़ कर :- उड़ चलो !
उदय की मस्ती---तेरे लिए----------ललित शर्मा :- आप भी देखिये !
बेनामी भाई फिर से अपनी ऋणात्मक सोंच के साथ हाजिर :- मुबारक हो सबको !
हमलावरों ने हाथ काटा, कॉलेज ने नौकरी से बर्खास्त किया...खुशदीप :- हाल ऐ हिन्दुस्तान !
हम नौजवान! :- किसी से कम नहीं !
गाँधीवादी मित्रों से हास्यकवि अलबेला खत्री का विनम्र अनुरोध, कृपया इस पोस्ट को बहुत ही गंभीरता से लें :- गांधी वादी गंभीर है कहाँ आज कल ?
दोस्त चिड़िया :- आई है !
कितना मुश्किल काम :- कौन सा ?
बी.बी.सी.के हिसाब से अब जम्मू कश्मीर भी भारत में नही . यह देश द्रोह है :- बिलकुल है !
अब तो शिवसेना और मनसे से ही कुछ उम्मीद है ... :- किस बात की ?
लीजिये आज फिर अपनी डफली आप बजाता हूँ और आप सब को अपनी पोस्ट का लिंक दिए जाता हूँ !
कॉमनवेल्थ गेम्स-2010 में कौन हैं स्वंर्ण के शर्तिया दावेदार ?? :- आप भी जानिए !
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16 टिप्पणियाँ:
ढेर सारे अच्छी लिंक्स मिले। बहुत सुंदर चयन। बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
योगदान!, सत्येन्द्र झा की लघुकथा, “मनोज” पर, पढिए!
behatreen charcha!
वाह वाह शिवम् भाई .. बहुत सुंदर वार्ता की .. आभार !!
महफूज़ अली कि अपूरणीय क्षति हुई है शिवम् भाई !
यह मूक मगर मासूम जीव हमारे परिवार में सबसे अधिक प्यार करने वाले जीव हैं अगर तुलना की जाए तो हम इंसानों से हज़ारों गुना अधिक अच्छे ! यह नुक्सान, परिवार के सदस्य के कम हो जाने कि तरह ही दुखदायी है !
उनके आंसू हमारे शब्दों से नहीं पोंछे जा सकते !
महफूज़ के संवेदनशील मन को ईश्वर शांत करे !
बहुत अच्छी प्रस्तुति...
बहुत सुंदर वार्ता -- आभार !!
काफी अच्छे लिंक पढने का अवसर दिया आपने.... बहुत-बहुत धन्यवाद!
हमेशा की तरह प्रशंसनीय
बहुत उम्दा वार्ता ...बहुत सारे लिंक्स मिले ..आभार
बेहतरीन चर्चा.
यानि अब फ़ुल पावरफ़ुल चर्चा जारी है गुरु
बहुत ही अच्छी चर्चा शिवम भाई ..महफ़ूज़ भाई का दुख सच में ही असहनीय लग रहा है ...स्तब्ध हूं ..पहले डेज़ी , फ़िर हैरी और अब जैंगो के बारे में जानकर ..
यह अंदाज पसंद आया..वाह ...कई अच्छे लिंक भी मिले
महफूज का दर्द समझ सकता हूँ..
चर्चा बहुत बढ़िया रही!
बेहतरीन चर्चा....
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