पूरे ब्लॉग जगत को देव बाबा की राम राम....
जबसे कामनवेल्थ गेम्स ख़त्म हुआ है, हिन्दुस्तान की मीडिया को एक के बाद एक मसाला मिल रहा है | सत्ता को या विपक्ष हर पार्टी प्लेट में सजा कर मुद्दे दे रही है.... हरेक चैनल खुश है... चैनल के मालिक सोच रहे हैं की भैया यह महिना तो बड़ा अच्छा गया, एक के बाद एक नया नया घोटाला मिला... ब्रेकिंग न्यूज़ पे ब्रेकिंग न्यूज़ बनी... वाह बस भगवान् से यही दुआ करो की दो चार महीने ऐसे ही खुश-हाली में कट जाये फिर पूरे स्टाफ को दुगना बोनस और स्पेसल अलाउंस भी | अब का कहै भाई, ज़माना ही अईसा आ गया है, कोई फ़र्क नहीं पडता भैया... हम सब त मैंगो जनता है ना.... आम आदमी... बूझै की नाहीं...
तो भैया लीजिए आज की वार्ता एक अलग अंदाज़ और अलग तेवर के साथ.... मगर सबसे पहले आज बात करें शिवराम के बारे में... स्वतंत्र भारत में नुक्कड नाटकों के जनक... एक विराट व्यक्तित्व और सबसे बढकर एक महान इंसान...
शिवराम के कुछ चमत्कार ब्लोगिंग के माध्यम से रवि भैया और दिनेश राय जी ने हम सब तक पहुचाएं हैं.... शिवराम के नुक्कड़ नाटकों की झाकियां और शिवराम के नाटकों की एक आत्मीय प्रस्तुति
आज शिवराम जी को पूरे ब्लॉग जगत की ओर से श्रद्धांजलि....
जीवन चलने का नाम और उसी बात को शिरोधार्य करते हुए अपनी वार्ता को आगे बढाया जाए... लीजिए भाई अपने खुशदीप भैया की रिपोर्ट तस्वीरें बताती है कल क्या था आलम...रोहतक रिपोर्टिंग...खुशदीप और संजय भैया ले आये तिलयार में छाया ब्लॉगरों का जादू .............संजय भास्कर... संजय भाई अगर सभी के नाम भी दे दिए होते तो मजा आ गया होता... मुम्बई वाले भी सभी को पहचान लिए होते.... खैर कोई ना... कम से कम भैया फ़ोटुआ तो दिखाई दिया सभी का।
झा जी लाए पूरी रपट.... जब तिलियार में मिल बैठे यार ....रोहतक ब्लॉगर्स बैठक ..some photos cliked by jhaji
गजब भैया गजब.....
लीजिए कुछ अन्य पोस्टों का भी आनन्द लीजिए....
तेरी बिंदिया रे!!! :- दद्दा की जय हो... गूढ रहस्य की बात...
तिलयार झील पर ब्लोगर भोज - सतीश सक्सेना:- लगा जईसे हमरी भी उपस्थिति हुई....
भाटिया और अलबेला में युद्ध--ब्लोगर मिलन के बाद------ललित शर्मा :- मगर ढिशुम ढिशुम करना तो पेप्सोडेंट का काम है...
शाकाहार या माँसाहार veg vs non veg [समय निकालो पढ़ डालो ]:- पढो पढो....
मेरी ब्लाग पर कमाई शुरु :- गजब भैया गजब.....
इत्तेफाको के रिचार्ज कूपन नहीं होते दोस्त :- अईसा है क्या
यह हैं देश के सच्चे सपूत और आप इन्हें ही नहीं पहचान पाए :- भैया आंखे खोल दी सच्ची....
भ्रष्टाचार कि सजा मृत्युदंड या फिर मात्र इस्तीफ़ा ? :- गंभीर मसला है भाई...
दिल्ली दिलवालों की नहीं मनचलों की हो गई| ई का हो रहा है भैया…. दिलवालों की दिल्ली पर अईसा वार…. सुधरेगी भाई दिल्ली की जनता भी सुधरेगी…
लीजिए भाई आज की वार्ता यहीं तक…. चलते चलते बनारस के घाटों पर देव दीपावली की कुछ तस्वीरें….
8 टिप्पणियाँ:
देवकुमार जी
हार्दिक स्वागत है वार्ताकार के रूप में
बहुत अच्छी वार्ता ..... शिवरामजी को नमन
अच्छी वार्ता
हा हा हा आईये हो महाराज देव बाबा ...अब तो डबल हो गए ..बहुत बढिया वार्ता की मेज पर अब मिल बैठेंगे जाने कितने यार अभी ...शुभकामनाएं
देव बाबु स्वागत है आपका ब्लॉग 4 वार्ता के इस मंच पर एक वार्ताकार के रूप में ..... आपकी लेखन शैली के हम तो वैसे भी मुरीद रहे है ... अब एक वार्ताकार के रूप में आपके कारनामे देखने को दिल बेताब है !
आज की वार्ता को देख कर जो पहला शब्द दिमाग में आया है वही लिख रहा हूँ ..... कसम से बड़ी ही ' भैरेंट ' ब्लॉग वार्ता लगाई है !
Sir Ji kamal ka likha hai.....................
अच्छी रही वार्ता.
अच्छी रही वार्ता.
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