संध्या शर्मा का नमस्कार....असतो माऽ सद्गमय , तमसो माऽ ज्योतिर्गमय।....अंधरे पर उजाले की जीत का प्रतीक है ये दीपोत्सव अर्थात दीपावली का प्रकाश पर्व .दीवाली
सभी के लिए आती है बिना किसी भेद-भाव के, रोजी-मजूरी करने वाला हो या
अरबपति-खरबपति सभी लक्ष्मी जी को ध्याते हैं। इस कमरतोड़ महंगाई के दौर
में सब अपनी-अपनी क्षमता के हिसाब से दीवाली मनाते हैं, फर्क इतना है कि
किसी के घर में हजार दीयों की रौशनी होती है तो कोई मन का एक दीप ही जलाता
है. किसी की दीवाली मनती है तो किसी का दिवाला निकलता है। खैर जैसे भी हो
इस महंगाई के दौर में मन का दीप जलाएं, अंतर्मन जग-मग हो ऐसी मने दीवाली
.... आप सभी को पूरे वार्ता परिवार की ओर से दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.... ...
जगमग-जगमग ...
-
सच ! आज, तेरे होने बस से
जगमग-जगमग हो रहा
है ये जहां
कल जब तुम नहीं थे ...
तब,
सितारों से भरा
ये आसमां,
भी ...
मायूस हमको लग रहा था !!..."अनदेखे अपनों" को ज्योति पर्व की दिल से बधाई।
-
इस दीपोत्सव के पावन पर्व पर मेरी ओर से आप सब को सपरिवार हार्दिक शुभ
कामनाएं। आने वाला समय हम सब के लिए मंगलमय हो, सभी सुखी, स्वस्थ एवं प्रसन्न
रहें, प्रभू...
दीपों का यह पर्व,,,
-
*.दीपों का यह पर्व.*
* *
दीपक करने आ गए,धरती पर उजियार
आलोकित संसार है, भाग रहा अंधियार.
उजलापन यह कह रहा,मन में भर आलोक
खुशियाँ बिखरेगी सतत,जगमग होगा लो...
हर रात दिवाली भारत में..
-
हर दिन होगी होली और हर रात दिवाली भारत में
हर घर में घंटे गूंजेंगे , हर मंदिर रौशन भारत में !
स्वस्तिक से चिन्हित होकर, ॐ ॐ अब गूंजेगा
घंटो की टंकारों से , ...एक ख्याल और सभी ब्लोगर मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये !
-
सर्वप्रथम दीपावली की पूर्व संध्या पर सभी ब्लोगर मित्रों और पाठक मित्रो को हार्दिक
शुभकामनाये और आपके समस्त पारिवारिक जनो को भी मंगलमय कामनाएं इस पावन पर्व ...
शुभ कामनाएं (दीपावली )
-
चाँद ने मुंह छिपाया आसमा की गोद में
तारे भी फीके लगे तेरी रौशनी के सामने
आज स्नेह से भरपूर अद्भुद चमक लिए
तेरी चमक के आगे सभी फीके लगे |
रात अमावस की ...
दीप बन कर देखो .... / हाइकु
-
मन का दीप
रोशन कर देखो
खुशी ही खुशी
माटी का दिया
एक रात की उम्र
ज्योति से भरा ।
आम आदमी
लगा रहा हिसाब
कैसे... दीपावली
-
आप सभी और घरवालों को मंगल हो दिवाली।
कोई अमंगल पास न आये चहुँदिश हो खुशहाली।।
रिश्तों में सद्भाव हो टूटे अहंकार की थाली।
हँसते-हँसते दिन कट जाएँ महके डाली...हर आँगन में दीप
-
चकाचौंध गर ना हुआ, किसको है परवाह।
दीपक इक घर घर जले, यही सुमन की चाह।।
रात अमावस की भले, सुमन तिमिर हो दूर।
दीप जले इक देहरी, अन्धेरा मजबूर।।
हाथ पटाखे है...
काश! प्रेम की आकृति होती काश! प्रेम की आकृति होती एक वायुमंड्ल होता उसका और उसमें तैरते कुछ नीले अन्तर्देशीय पत्र कुछ पोस्टकार्ड होते जिन पर कुछ ना लिखा होता और तुमने हर हर्फ़ पढ लिया होता सिसकने की जहाँ मनाही होती अश्कों की खेती खूब लहलहाती ....मिलकर मनाएं चलो दिवालीमिलकर मनाएं चलो दिवाली रह जाए न देखो ,कोई कोना खाली घर –घर दीपों की झड़ी लगादें मिलकर मनाएं चलो दिवाली…… नव ज्योति के झिलमिल पंखो से आओ हटा दें हर घर से अँधेरा करें जगमग आस किरणों को लाएं फिर एक नया सवेरा मिलकर मनाएं चलो दिवाली… फसलों, पशुओं और दीपों के साथ उत्साह का पर्व दीपावलीभारतीय सनातन परम्परा के अनुसार कार्तिक महीने में दीपों के उत्सव का त्यौहार दीपावली संपूर्ण भारत में मनाई जाती है. पत्र—पत्रिकायें, शुभकामना संदेश दीप और लक्ष्मी के तत्सम तद्भव शब्दों के लच्छेदार वाक्यांशों से भर जाते है...
अभी बहुत दूर है वो दीपावली जब तक इन घरों में उजाला नहीं होता क्या मतलब है मेरे घर में हो रही जगमग का मैं मान लेता यह बात कि सबका नसीब होता है उसके साथ यदि हमने ईमानदारी से इन्हें मौका दिया होता प्रकृति से आयी निर्बाध रश्मियों को इन तक निर्बाध ही जाने दिया होता हम मनुष्यों ने किया है....संकल्प* दी *पों के इस महा उत्सव में एक दीप कर्म-ज्योति का हम भी जलाएं। धरा के गहन तिमिर को हर लें हम वो दीपक बन जाएं।। भारत के नवोत्थान के प्रयत्नों में एक अमर प्रयत्न हम भी कर जाएं। उत्कृष्ट भारत के निर्माण में काम आए हम वो नींव का पत्थर बन जाएं।। जला ना पाये जो ज्ञान का दीप..... - कभी घर को बुहारा, कभी घर की दीवारों पर लगे जालों को उतारा, जला ना पाये जो ज्ञान का दीप, कैसे करेंगे वो अज्ञानता संग गुजारा। हृदय की कलुषता मिटा भी ना पाए,...
दिवाली मनाना चाहता हूँ - - * **दिवाली !* *मनाना चाहता हूँ -* *खेलना चाहता हूँ जुआ,* *दांव पर लगाना चाहता हूँ * *जो मेरे पास है -* *छल ,कपट , हिंसा ,व्यभिचार * *कदाचार , भ्रष्टाचार ,अन... दीवाली और धनतेरस का त्यौहार .....सबके लिए शुभ हो - *अरे सुनो तो आज ...कोई बात शुरू करने से पहले .. बात करे दीवाली की यारो बताओ ,कैसे बात करे दीवाली की | * *घर ,गली की या हो बाज़ार और शहर की पर भूलने वाली..चलो पंक्तियाँ दियो की लगा देते है...!!! - चलो पंक्तियाँ दियो की लगा देते है, जहाँ तक हद है नज़रो........
-
*दीपावली की शुभकामनाओं सहित पेश हैं कुछ हाइकू ......
इन्हें आप यहाँ भी देख सकते हैं ......
http://hindihaiku.wordpress.com/2012/11/12/%E0%A4%A4
11 टिप्पणियाँ:
दीपावली की कई लिंक्स से सजी ब्लोग४वार्ता |मेंरी और से सभी ब्लॉग वार्ता परिवार को हार्दिक शुभ कामनाएं |
आशा
बहुत खूबसूरत लिंक्स से सजी सुंदर प्रस्तुति,,,
दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ,,,,
RECENT POST: दीपों का यह पर्व,,,
म्यूजिकल ग्रीटिंग देखने के लिए कलिक करें,
इत्मिनान से पढ़े वार्ता, प्रस्तुति का भाया ढंग।
दीपों की बिखरी छटा निराली, रंगोली के सुन्दर रंग।।
मन भावन सन्देश पा, हो गए भाव विभोर।
एक से बढ़कर एक थे, कर दिया चकित चितोर
सुंदर संक्षिप्त प्यारा सन्देश
हरे माँ लक्ष्मी हर का क्लेश
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ...
हार्दिक शुभ कामानाएं..
काजल भाई को धन्यवाद
बहुत सुंदर वार्ता .... दीपावली की शुभकामनायें
Dear Sandhya ji, दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें..
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
♥~*~दीपावली की मंगलकामनाएं !~*~♥
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
सरस्वती आशीष दें , गणपति दें वरदान
लक्ष्मी बरसाएं कृपा, मिले स्नेह सम्मान
**♥**♥**♥**● राजेन्द्र स्वर्णकार● **♥**♥**♥**
ஜ●▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬●ஜ
बहुत ही रोचक सूत्र..
***********************************************
धन वैभव दें लक्ष्मी , सरस्वती दें ज्ञान ।
गणपति जी संकट हरें,मिले नेह सम्मान ।।
***********************************************
दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
***********************************************
अरुण कुमार निगम एवं निगम परिवार
***********************************************
बढिया वार्ता
दीपावली की शुभकामनाएं
दीपावली की शुभकामनाएं.........
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।