सोमवार, 3 सितंबर 2012

मत पूछ निगोड़ी आँखों ने क्या काम किया -- ब्लॉग4वार्ता --- ललित शर्मा

ललित शर्मा का नमस्कार, सबसे पहले सुनिए मेरे मन की बाकी काम बाद में। परिकल्पना-तस्लीम सयुंक्त सम्मान की अधिकारिक विज्ञप्ति आयोजकों के द्वारा जारी हो गयी है, उसे यहाँ पढ सकते हैं।अविनाश वाचस्‍पति को प्रगतिशील लेखक संघ चिट्ठाकारिता शिखर सम्मान से नवाजा गया है। उन्हें ढेर सारी बधाई। मेरी कामना है कि प्रश्न काल से शून्य काल तक सम्मानित होते रहें। रायता अधिक बनने के कारण इधर फ़ैलने का खतरा मंडराने लगा है। ये थे ताजा तरीन मुख्य समाचार। अब चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर, प्रस्तुत हैं कुछ मेरी पसंद के ब्लॉग लिंक्स्………

तेरी कमीज़ मेरी कमीज़ से सफ़ेद कैसे यह भी एक इत्तेफाक की ही बात है , जब देश विदेश के जाने माने ख्याति प्राप्त ब्लॉगर अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में भाग लेने नवाबों की नगरी लखनऊ की ओर प्रस्थान कर रहे थे , ठीक उसी समय हम देश को छोड़ विदेश ........मन की उड़ान  नि‍यम. .कायदे...उसूल आखि‍र कब तक ख्‍वाबों में पूरे करूं अरमान... इस छोटी सी जिंदगी में एक बार तो भरूं मन की उड़ान.... चाहे संभलूं चाहे गि‍रूं अब जो भी हो अंजाम.. हाँ --मैने उसे मार दिया ! मैने उस औरत को मार दिया जो तुम्हारे दिये भ्रम में जी रही थी--- वो जानती थी सब पर मानना ही नहीं चाहती थी जरुरी था उसका मरना --वरना स्थिति और भी भयावह...

दुआ अमेरिका चले जाएंगे और ज़िन्दगी के एक नए अध्याय की शुरुआत करेंगे। ये वो वक़्त है जब दिल में कई तरह के ख़याल आते हैं, वाशिंगटन डीसी जैसे शहर में काम करना मतलब जी...मुक्तक
मुक्तक 1. एक बेबस सी औरत जो खड़ी है ऐसे मंज़र पर एक हाथ में कलम दूसरे में दस्तरख्वान है एक तरफ लज़ीज़ पकवान हैं दूसरी तरफ दुःख की दास्तान है. 2. लोग बन्दों को खुदा बनाते हैं मैंने खुदा को बन्दा बनाने की...खूंटी पर विचारधारा किसी भी सामाजिक,राजनैतिक संघठन की अपनी एक विचारधारा होती है उसी विचारधारा को देखकर सुनकर उसी विचारधारा के समान विचार रखने वाले लोग उन संघठनों में शामिल होते है ,उसका समर्थन करते है| इसी तरह समान विचारधार...
झूठा चाँद कल चाँद का एक झूठ मैंने पकड़ लिया कहता था तुझे छत पर रोज रात देखता है ! तुम भी उससे नज़रें मिलाये खड़ी रहती हो देर तक और इसी बात पर कमबख्त! रात भर जलाता था ... कल चाँद का एक झूठ मैंने पकड़ लिया ! हुआ यूँ...बेचैन मेरे दिल को, आराम चाहिएबेचैन मेरे दिल को, आराम चाहिए, तरसी निगाहों को भी, पैगाम चाहिए, हालात हैं नाजुक, है गम का सहारा, खामोश होंठों को थोडा, जाम चाहिए, मुझको उम्रभर के लिए, हासिल दर्द है, नमकीन अश्कों को घर में, काम चाहिए, ...चंद शेरपेश हैं चंद शेर - कभी लब हँस दिए कभी आँखों ने चुगली कर दी कुछ इस तरह से इश्क की बात सरे आम कर दी मत पूछ निगोड़ी आँखों ने क्या काम किया है दिल ने चाहा संभलना, इन्होंने दग़ा किया है ! तू नहीं तो तेरी यादों न...
जिंदगी, जिंदगी की दवा कैसे जिंदगी , जिंदगी को हवा देती है ,* *कैसे जिंदगी, जिन्दगी की दवा होती है -* * **परछाईयों के अक्स कहाँ, हमसाये जिंदगी के,* *मेहरबा...जीवन एक समझौता है
कुछ मन में मसमसाहट और श्रद्धेय बड़े भाई की समझाईस ने वापिसी करने को प्रेरित किया सो फिर से आना पड़ा . विगत साल मैं गायत्री तपोभूमि मथुरा भ्रमण करने के लिए गया था . तपोभूमि में मेरी मुलाकात वयोवृद्ध साहित्य...तुम न किसी की बेटी हो न किसी की बहिन मैं एक बहन एक बेटी एक औरत हूँ तुम्हारी शब्दावली केवल उस औरत की बात करती है जिसके हाथ साफ हैं जिसका शरीर नर्म है जिसकी त्वचा मुलायम है और जिसके बाल खुशबूदार हैं मेरी रग - रग में नफ़रत की आग भरी है और तुम कि...
सपने सुबह की किरणों ने आँगन को उजाले से भर दिया लेकिन रात को चूल्हा नहीं जल पाया सोमवार को लकड़ी गीली थी मंगलवार को मिशराइन ने चावल नहीं दिये थे बेटा बुधवार को रामबाई चाची संग आटा पिसवाने गई थी तू तो जानता है ... मेरी दुवाओं का अंजाम भी पाए कोई कभी तो सामने अंजाम भी आए कोई * *मेरी दुवाओं का असर भी तो पाए कोई * ** *किसी का नाम जुबां पर न सही दिल मे है * *कभी तस्वीर को आईना बनाए कोई * ** *कोरे कागज़ के पैरहन कभी रंगीन भी हों * *रंग बरसाए कभी झूम के...ख़ुशबू या महक नाम कोई भी हो आती केवल सुगंध ही है महक या ख़ुशबू एक ऐसा शब्द या एक ऐसा एहसास जो मन मंदिर के अंदर से गुज़रता हुआ अंतर आत्मा में विलीन होता हुआ सा महसूस होता है। मुझे ख़ुशबू बहुत पसंद है फिर चाहे वो किसी इत्र की ख़ुशबू हो, या फिर मंदिर में ...
वार्ता को विराम, मिलते हैं ब्रेक के बाद्…… राम राम

12 टिप्पणियाँ:

उत्तम लिंक्स से सजी वार्ता |
आशा

बेहतरीन वार्ता... बढ़िया लिंक्स...

वाह.... अच्छे लिंक्स...

ललित जी प्रणाम !
बहुत ही सुन्दर कड़ियों से सजी ब्लॉग वार्ता .. और इन कड़ियों में मेरा "झूठा चाँद" उगाने के लिए .. बहुत बहुत शुक्रिया ...

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