प्रिय ब्लॉगर मित्रो,
प्रणाम !
क्या आप भी अपना अधिकांश समय इंटरनेट के सर्च इंजन बेवसाइट पर बिताते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक जो इंटरनेट पर नियमित तौर पर सर्च इंजन का प्रयोग करते हैं उनके कंप्यूटर जल्द वायरस ग्रस्त होते है और कंप्यूटर हैकरों की गिरफ्त में आने की संभावना भी बढ़ जाती है। कंप्यूटर विशेषज्ञों की मानें तो न केवल संदिग्ध ऑनलाइन विज्ञापन या आकर्षक डाउनलोड पेशकश, बल्कि नियमित तौर पर ज्ञान पिपासा को शांत करने के लिए सर्च इंजन का प्रयोग कंप्यूटर को साइबर अपराधियों के जंजाल में फंसा सकता है। एक अग्रणी नेटवर्क एंटीवायरस एवं सुरक्षा साफ्टवेयर उपलब्ध कराने वाली ‘ट्रेंड माइक्रो’ ने एक अध्ययन में पाया कि उत्तर एवं दक्षिण कोरिया के बीच गोलाबारी की खबरों को जानने के लिए जब कुछ लोगों ने सर्च इंजन पर यह विषय डाला तो उनके कंप्यूटर हैकरों का निशाना बन गए।
तो अब नयी नयी पोस्ट पढने के लिए सर्च इंजन का सहारा लेना छोड़ दीजिये ..... ब्लॉग 4 वार्ता है ना !!! ;~)
तो आइये चलते है आज की ब्लॉग वार्ता की ओर ...
सादर आपका
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एक रुका हुआ फैसला :- ध्यान से देखिये एक नहीं काफी सारे है !
ज़रा याद उन्हें भी कर लें , जो एड्स से बच न पाए -- :- गलती किसकी ?
भ्रष्ट नेताओं की ऐसी पिटाई करनी होगी जनता को ... :- पहले ये हाथ तो आयें !
यार बबाल जी दाल बाटी खाने का तरीका क्या है ? :- जल्दी बताइए !
ये कुत्ते - सतीश सक्सेना :- 'वो' कुत्ते नहीं है !
क्या प्रेम-विवाह करना गुनाह है ? -- Love marriage :- लगता तो नहीं हो तो पता नहीं !
इनसे मिले, उनसे मिले: देखें किनसे मिले :- पर हम से नहीं मिले !
चिट्ठा जगत बीमार है, इलाज करें :- डाक्टर कहाँ है ?
5.4 गाँधी-नेहरू और सुभाष :- कुछ कडवे सच !
सुनहरी यादें :- ६ :- किस की ?
अफ़सोस है कुछ पेड़ तो, जड़ से उखड़ गए.... :- ओह्ह !
विदर्भ की भूख, गडकरी का भोज...खुशदीप :- बड़े लोग ... बड़े लोग !
ब्लागिंग पर राष्ट्रीय कार्यशाला आधिकारिक रपट :- पेश है !
मत रोको रुख हवाओं के तिरपालों से, आबरू इन्सानियत की नीलाम होने दो :- पर क्यों भला ?
कैसा रहेगा आपके लिए 3 और 4 दिसंबर का दिन ?? :- आप बताएं !
विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण की दरकार :- बड़ा अच्छा है विचार !
फ़ेसबुक की दीवार से अंतरिक्ष दर्शन :- खिड़की बड़ी वाली होगी ?
नई ग़ज़ल/ पास मेरे जंतर-मंतर है..... :- मेरे पास नहीं है .... :-(
मुर्दों का शहर हो गया भोपाल एक दिन :- दर्दनाक !
एक मुख़्तसर सी मुलाकात.......महफूज़ के साथ :- महफूज़ तरीके से !
"खुशबू" उनकी :- किन की ?
उस युग से इस युग तक......... :- लम्बा सफ़र तै करना है !
आवश्यकता है एक ब्लाग गुरु की .......................... :- किस को ??
कुन्नु सिँह,प्राँपर्टी संसार,ताऊ डाँट इन,ललित डाँट काँम,ब्लाँग बुखार, को ब्लाँग आँफ द मंथ का पुरस्कार :- बधाइयाँ जी बधाइयाँ !!
तथाकथित "देशभक्त" मीडिया :- हर जगह है !
लीजिये फिर अपनी डफली आप बजाता हूँ ... अपनी पोस्ट का लिंक दिए जाता हूँ !!
बीमा कराइए, बेफिक्र हो शादी रचाइए :- शादी इतनी खतरनाक होती है क्या ??
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आज की ब्लॉग वार्ता बस यहीं तक ..... अगली बार फिर मिलता हूँ एक और ब्लॉग वार्ता के साथ तब तक के लिए ......
आज की ब्लॉग वार्ता बस यहीं तक ..... अगली बार फिर मिलता हूँ एक और ब्लॉग वार्ता के साथ तब तक के लिए ......
जय हिंद !!
9 टिप्पणियाँ:
चाहे मैं गिरफ्त में आऊं
या काला पानी की सजा पाऊं
पर सर्च इंजन पर जाना
मैं न छोड़ पाऊं
आओ बंधु, गोरी के गांव चलें
waah shivam bhai waah !
sabhi link kamaal ke aur aapki prastuti dhamaal ki....
lage raho yon hi,,,,,,,,,,,,
बहुत अच्छी वार्ता लगायी है शिवमजी .. आभार !!
उम्दा वार्ता
wah shivam jee
shukriyaa
प्रणाममय वार्ता..... बढिया लगी.
अच्छी वार्ता लगाईं है शिवम जी ! आभार.
शिवम भाई, उसी पिटाई वाले दिन का तो ही इंतजार है।
चर्चा के द्वारा कई उपयोगी लिंक्स उपलब्ध कराने का शुक्रिया।
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ईश्वर ने दुनिया कैसे बनाई?
उन्होंने मुझे तंत्र-मंत्र के द्वारा हज़ार बार मारा।
आप सब का बहुत बहुत आभार !
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