आम्रपाली के सप्तप्रासाद में भी वार्ता कार की तलाश में लगे पंडित शिवम् मिश्र ने हमारी ऊर्जा अग्नि को (चैट बाक्स में यह लिख कर कि :-"दादा,आज वार्ता का जिम्मा आपका")- जगा दिया . बस अपन लगे लिंक तलाशी में ! पाबला गुरु जी के ब्लाग से थोक में लिंक मिले तो ज़रा धीरज हुआ
दैनिक जागरण में ‘बाबा क्रांतिकारी’, ‘खुशी’, ‘खिड़कियां’
दैनिक जागरण में ‘बीबीसी हिन्दी ब्लॉग’
आज समाज में ‘रिजेक्ट माल’
दैनिक छत्तीसगढ़ में ‘ग्राम चौपाल’, ‘हरकीरत हीर’
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में ‘छोटी सी बात’
जनसत्ता में ‘ऑब्जेक्शन मी लॉर्ड’
यश भारत में ‘उड़न तश्तरी’, ‘जवाहर चौधरी’, ‘कस्बा’, ‘आपका पन्ना’
दैनिक जागरण में ‘बीबीसी हिन्दी ब्लॉग’
आज समाज में ‘रिजेक्ट माल’
दैनिक छत्तीसगढ़ में ‘ग्राम चौपाल’, ‘हरकीरत हीर’
डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में ‘छोटी सी बात’
जनसत्ता में ‘ऑब्जेक्शन मी लॉर्ड’
यश भारत में ‘उड़न तश्तरी’, ‘जवाहर चौधरी’, ‘कस्बा’, ‘आपका पन्ना’
- उधर अपन ने बिना जोहार सलाम किये रश्मि रवीजा जी को मिसफ़िट की पोस्ट "सांप-कुत्ते और हम " की लिंक परोसी तो डपट दिये गये अपने राम और अपनी सिट्टी-पिट्टी गुम तब सोचा ब्लागिया तमीज़ भी न सीख सके 2007 से 2010 और 2011 की तीसरी तारीख तक हम... भाई जोर का झटका जोर से लगा पर देखियेrashmi ravija - जी ने परोसे लिंक मेरी ही तरह बज़्ज़ पर कच्चे बखिए से रिश्ते (समापन किस्त ) और काली कॉफी में उतरती सांझ
- बुरा भला पे भली पोस्ट पूज्य मामाजी पर भावुक कर देने वाली पोस्ट लिखी "जाने वह कौन सा देश ... जहाँ तुम चले गए ... !!"
- कल फ़िरदौस ने लिखी कहानी थी एक कहानी :-"आखिरी-मुलाक़ात"
- rashmi prabha - मेरी भावनायें... में
- उधर ललिता पवार जी की पोस्ट :-"उसकी-पोटली" ललिता पवार कौन है पहचानिये ?
- मृदुल जी के ब्लाग पर देखिये "ईंट-पत्थरों से" लोगों ने ,
आनेवाली पीढ़ियों को,/एक नए/पर्यायवाची का उपहार/दे दिया है,/'एन्सेसट्रल-प्रोपर्टी' को/'एक भयानक शब्द 'का - अर्चना चावजी के ब्लाग मेरे मन पर चोरी का माल है सही मालिक का नाम बताइये
- धांसू शीर्षक वाली पोस्ट लिखने वाले भाई मिथलेश का गाम्भीर्य झलका :-"नारी उत्थान में निहित भारत विकास"
- भारतीय नागरिक पर प्रणब मुखर्जी की बात को मानना चाहिये पोस्ट पर देखिये
- अमृतरस पर देखिये नये वर्ष के आगमन की झलक डा० नूतन गैरोला की सृजन शक्ति से परिचित हों
भाइयो बहनों कल ग्रहण है सभी नहा धोकर धर्मादेशों का पालन कीजिये दान स्वरूप इन ब्लागों पर टिपयाना ज़रूरी नही बल्कि उनको पढ़ना ज़रूरी है.
7 टिप्पणियाँ:
कल ग्रहण है सभी नहा धोकर धर्मादेशों का पालन कीजिये दान स्वरूप इन ब्लागों पर टिपयाना ज़रूरी नही बल्कि उनको पढ़ना ज़रूरी है.
--
वार्ता का सार तो इसी में निहित है!
दादा आनंदोत्सव के बीच भी वार्ता को लेकर शिवम भाई चिंतित दिखे, इससे समझ आता है कि वार्ता की नित्यता को लेकर हम गंभीर हैं।
सुंदर वार्ता लगाई है आपने, अब यहीं से लिंक्स पर जाते हैं।
आभार
नहा धो लिए हैं, काम पर जाने को तैयार हैं। ग्रहण से निपटने को गृहणी को कह दिया है, वह अभी नहीं ग्रहण के बाद नहाए-धोए। भोजन तो शाम को ही मिलना है, रसोई ग्रहण के कब्जे में है। हाँ,पहले से फ्रिज में रखा गाजर का हलवा जरूर गर्म हो कर प्राप्त हो गया है।
गिरीश दादा ... अपने ब्लॉग का नाम 'जागो सोने वालों' रखने वाला कैसे आपको सोने देगा ... देख लीजिये आपको जगाया तो क्या मस्त वार्ता लगाई है आपने !
मजाक एक तरफ ... मेरी पोस्ट को इस अंदाज़ में यहाँ प्रस्तुत करने के लिए आपका बहुत बहुत हार्दिक आभार !
बहुत बढिया गिरीश भाई आपके कमाल के अंदाज़ से हम भी सरपट्टे कुच कुछ सीख रहे हैं ..बढिया । शुभकामनाएं
गागर में सागर सी है यह चर्चा। बधाई।
---------
मिल गया खुशियों का ठिकाना।
वैज्ञानिक पद्धति किसे कहते हैं?
बेहतरीन वार्ता।
उम्दा लिंक्स ।
आभार।
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी में किसी भी तरह का लिंक न लगाएं।
लिंक लगाने पर आपकी टिप्पणी हटा दी जाएगी।