आप सबों को संगीता पुरी का नमस्कार , भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों गुजरात और हिमाचल प्रदेश में बुधवार को चुनावी शंखनाद हो गया निर्वाचन आयोग ने हिमाचल में एक चरण में नवम्बर महीने में और गुजरात में दो चरणों में दिसम्बर महीने में विधानसभा चुनाव कराने की घोषणा की. गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों की बुधवार को घोषणा होने का भाजपा एवं कांग्रेस ने स्वागत किया. भाजपा ने उम्मीद जतायी कि दोनों राज्यों में वह सत्ता बरकरार रखने में कामयाब होगी जबकि कांग्रेस ने कहा कि वह चुनाव नतीजों को लेकर ‘‘खासी आश्वस्त’’ है. जनता सोंच समझकर फैसला लेगी , ऐसी हम उम्मीद रखते हैं।
एक महीने की दिल्ली यात्रा और वहां रही व्यस्तता के कारण मैं ब्लॉग जगत से दूर रही। इसी मध्य ब्लॉगर ने भी नया चोला धारण कर दिया, इसमें सहज नहीं महसूस कर रही हूं अभी। काफी दिनों बाद आप सबों के लिए कुछ लिंक्स लेकर आयी हूं, उम्मीद है आपको पसंद आएगी ...
गुस्सा कविता नहीं बन पा रहा है : सरोजकुमार - मेरा गुस्सा नहीं बदल पा रहा है कविता में! कविता की नस-नस में व्याप जाए लावा कविता की धड़कनों में खड़कने लगे शंखध्वनि- तब तो बात बने हुनर ... - जैसे पहले डूबी थी, वैसे ही इस बार भी डूबेगी लुटिया उनकी फिर भले चाहे ...... वो कड़क हों, ......... या मुलायम हों ? बदलते कांग्रेसी, बदलती राजनीति - क्या कांग्रेस की राजनीति बदल रही है। क्या कांग्रेस यह मान चुकी है कि पारंपरिक वोट बैंक अब उसके लिये नहीं है। भ्रष्ट ज्ञान - "ज्ञानी", एक ऐसा शब्द है जिससे हम-आप खुद को पढ़े लिखे समझने वाले लोग समझते हैं कि अच्छी तरह से समझते हैं, भांपते हैं।
मेरी जापान यात्रा : कीटाक्यूशू (Kitakyushu) का वो पहला दिन ! -जापानी समय के अनुसार दोपहर बारह बजे हम फुकुओका पहुँच चुके थे। फुकुओका से हमारा अगला पड़ाव था कीटाक्यूशू शहर (Kitakyushu City) था मैं समय की भँवर में हूँ - परिस्थितियों में बँधा मैं, राह मेरी बनी कारा, श्रव्य केवल प्रतिध्वनियाँ, यदि किसी को भी पुकारा, देखना है, और कब तक, स्वयं तक फिर पहुँचता हूँ? मेहमान हैं टेम्प्रेरी कलेक्टर के रूप में - श्रीगंगानगर-जब शब्दों का महत्व ही ना रहे तब खामोशी ठीक है और जब शब्दों की जरूरत ही ना हो समझने समझाने में तब होता है मौन। यादों की रौशनी की उजास - मौजूदगी से गहरा , मौजूदगी का अहसास है दूर जाकर, पता चले, कोई कितने पास है . सामने जो लफ्ज़ रह जाते थे, अनसुने अब अनकही बातों को भी सुनने की प्यास है
वह उसकी ही अमानत है -"मेरी आँखों में अक्श था उसका, आंसू तो थे नहीं गिरते तो गिरते कैसे ? गिरा तहजीब से, बिखरा तरतीब से, --- मैंने उठाया फिर नहीं अब जमीन पर जो नमीं सी चस्पा है Roshi: नारी - Roshi: नारी: भोर की पौ फटते ही जो उठे .छोड़ सारे मीठे सपनो की खुमारी अलसाया तन ,नींद से बोझिल नयन पर क्या करे वो बेचारी उठते ही भागे रसोई की ओर बेचारा! पुतला कही का! - *रोज जलता है, फिर भी जिंदा है। खामोश रहता है, फिर भी चर्चाबिंदु है। इतना बेहूदा और अश्लील बयान ? - कांग्रेसी कोयला मंत्री का यह कहना कि -- "औरत जब पुरानी हो जाती है तो मज़ा नहीं देती " ---बेहद दुखद और खेदजनक है ! सन्यासी का धर्म .... - एक बार एक नदी के किनारे दो सन्यासी अपनी पूजा पाठ में लगे हुए थे । उन सन्यासी में से एक ने गृहस्थ जीवन के बाद सन्यास ग्रहण किया था
खुद से विमुख खुद की जड़ें ढूँढने लगती हूँ ... -सबको आश्चर्य है शिकायत भी दबी जुबां में उपहास भी कि बड़े से बड़े हादसों के मध्य भी मैं सहज क्यूँ और कैसे रह लेती हूँ !!! देश कैसे - - - तरक्की करे "...??? जब विदेशी Status Symbol हो और स्वदेशी Cheap लगे तो देश आगे कैसे बढे... जब नहाने के बाद Deo लगाना जरुरी और भगवान के सामने सर झुकना Boring ये लगता है अनासक्त भाव की चाटुकारिता है . - ये लगता है अनासक्त भाव की चाटुकारिता है . *विदुषियो ! यह भारत देश न तो नेहरु के साथ शुरु होता है और न खत्म .जो देश के इतिहास को नहीं जानते बिना फ्लैश प्लेयर के यूट्यूब विडियो कैसे देखें - अगर आपने अपने कंप्यूटर में फ्लैश प्लेयर इंस्टाल नहीं किया है, या जैसा की आजकल आम है की फ्लैश प्लेयर इंस्टाल करने में समस्या है उम्र भर यूं ही... - नीम के दो पेड़ों के आगे की दीवार पर फैली हुई बोगेनवेलिया की टहनियों पर खिल रहे, रानी और गुलाबी रंग के फूलों पर शाम आहिस्ता से उतर रही होगी.
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मेरी जापान यात्रा : कीटाक्यूशू (Kitakyushu) का वो पहला दिन ! -जापानी समय के अनुसार दोपहर बारह बजे हम फुकुओका पहुँच चुके थे। फुकुओका से हमारा अगला पड़ाव था कीटाक्यूशू शहर (Kitakyushu City) था मैं समय की भँवर में हूँ - परिस्थितियों में बँधा मैं, राह मेरी बनी कारा, श्रव्य केवल प्रतिध्वनियाँ, यदि किसी को भी पुकारा, देखना है, और कब तक, स्वयं तक फिर पहुँचता हूँ? मेहमान हैं टेम्प्रेरी कलेक्टर के रूप में - श्रीगंगानगर-जब शब्दों का महत्व ही ना रहे तब खामोशी ठीक है और जब शब्दों की जरूरत ही ना हो समझने समझाने में तब होता है मौन। यादों की रौशनी की उजास - मौजूदगी से गहरा , मौजूदगी का अहसास है दूर जाकर, पता चले, कोई कितने पास है . सामने जो लफ्ज़ रह जाते थे, अनसुने अब अनकही बातों को भी सुनने की प्यास है
वह उसकी ही अमानत है -"मेरी आँखों में अक्श था उसका, आंसू तो थे नहीं गिरते तो गिरते कैसे ? गिरा तहजीब से, बिखरा तरतीब से, --- मैंने उठाया फिर नहीं अब जमीन पर जो नमीं सी चस्पा है Roshi: नारी - Roshi: नारी: भोर की पौ फटते ही जो उठे .छोड़ सारे मीठे सपनो की खुमारी अलसाया तन ,नींद से बोझिल नयन पर क्या करे वो बेचारी उठते ही भागे रसोई की ओर बेचारा! पुतला कही का! - *रोज जलता है, फिर भी जिंदा है। खामोश रहता है, फिर भी चर्चाबिंदु है। इतना बेहूदा और अश्लील बयान ? - कांग्रेसी कोयला मंत्री का यह कहना कि -- "औरत जब पुरानी हो जाती है तो मज़ा नहीं देती " ---बेहद दुखद और खेदजनक है ! सन्यासी का धर्म .... - एक बार एक नदी के किनारे दो सन्यासी अपनी पूजा पाठ में लगे हुए थे । उन सन्यासी में से एक ने गृहस्थ जीवन के बाद सन्यास ग्रहण किया था
खुद से विमुख खुद की जड़ें ढूँढने लगती हूँ ... -सबको आश्चर्य है शिकायत भी दबी जुबां में उपहास भी कि बड़े से बड़े हादसों के मध्य भी मैं सहज क्यूँ और कैसे रह लेती हूँ !!! देश कैसे - - - तरक्की करे "...??? जब विदेशी Status Symbol हो और स्वदेशी Cheap लगे तो देश आगे कैसे बढे... जब नहाने के बाद Deo लगाना जरुरी और भगवान के सामने सर झुकना Boring ये लगता है अनासक्त भाव की चाटुकारिता है . - ये लगता है अनासक्त भाव की चाटुकारिता है . *विदुषियो ! यह भारत देश न तो नेहरु के साथ शुरु होता है और न खत्म .जो देश के इतिहास को नहीं जानते बिना फ्लैश प्लेयर के यूट्यूब विडियो कैसे देखें - अगर आपने अपने कंप्यूटर में फ्लैश प्लेयर इंस्टाल नहीं किया है, या जैसा की आजकल आम है की फ्लैश प्लेयर इंस्टाल करने में समस्या है उम्र भर यूं ही... - नीम के दो पेड़ों के आगे की दीवार पर फैली हुई बोगेनवेलिया की टहनियों पर खिल रहे, रानी और गुलाबी रंग के फूलों पर शाम आहिस्ता से उतर रही होगी.
8 टिप्पणियाँ:
बहुत सुन्दर ब्लॉग वार्ता..
बहुत बढ़िया वार्ता ...
बहुत बढिया लिंक्स
बढिया लिंक्स..........
जी हाँ संगीता जी इस नए ब्लॉगर डेशबोर्ड में हम भी काफी असहजता महसूस कर रहे हैं. बहुत बढ़िया लिंक संकलन...
बहुत अच्छे लिंक्स ...
बधाई एवं शुभकामनायें ॥
बेहतरीन लिंक्स के साथ उत्कृष्ट प्रस्तुति।
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