आपको ललित शर्मा का नमस्कार, ब्लॉगिंग में एक तरफ़ जहाँ ही-ही फ़ी-फ़ी जारी है तो वहीं दूसरी तरह कुछ ब्लॉगों पर ब्लॉगिंग के नए मायने गढे जा रहे हैं। ऐसे ही एक ब्लॉग पर आज गया, वहाँ की पोस्ट देखकर लगा कि डिस्कवरी चैनल वालों के बराबर काम हुआ है। ब्लॉग का नाम नहीं दे रहा हूँ, आप स्वयं जाकर देखें। इधर एक नया ब्लॉग भी आया NH-30 यहाँ की भी सैर करिए और उत्साह बढाईए। 36 गढ में ब्लॉगों की संख्या लगभग 6000 हो गयी है। इसका मतलब 36 गढ में ब्लॉगिंग का विकास तीव्रता से हो रहा हैं, इससे प्रतीत होता है इस प्रदेश के वासी न्यु मीड़िया के प्रति जागरुक हैं और ब्लॉग जैसी सुविधा का भरपूर लाभ लिया जा रहा है, अब चलते हैं आज की ब्लॉग4वार्ता पर ...........।
गुरुदेव बोले सीधे का मुँह तो कुत्ता भी चाट लेता है , हमने कहा-काहे इतना चिकनाते हो, उम्र के इस पड़ाव पर जो कुकुर ही पीछे पड़ जाए। लेकिन मानते ही नहीं है, क्योंकि दिल है कि मानता नहीं है,हम इसके सख्त खिलाफ हैं, कुकुर को लगाओ एक, जिससे वह भविष्य में सुधर जाए, लेकिन एक समस्या आ गयी है, बताईए कौन जायेगा अब इस लखनऊ में!! जब छात्र-छात्राएं डंडे लेकर आमने-सामने डटे हुए हैं, कपिलवा ही कुछ कर सकता है। हो सकता है राष्ट्रपति शासन भी लगवा दिया जाए। खुशदीप इस तानाशाही) के ख़िलाफ़ अनशन पर हैं। इनका साथ जौन देना चाहते हैं यहाँ से जाकर इनके ब्लॉग पर सूचना दे आएं, क्योंकि जिनकी सूचना रहेगी, उनका ही भोजन प्रबंध किया जाएगा और संपत्ति में हिस्सा मिलेगा।
दिल की बातें दिल से की हुई अच्छी लगती हैं, बाबा जी यहीं चूक गए, और धोखा खा गए, यहाँ सोना और सोने की चर्चा हो रही है, इधर बाबू नवाब सिंह के विषय में लिखा जा रहा है, “ का करी?” हम का बताई भैया का करी, जौन मन मे आवै करी जाए,अब तो चवन्नी बराबर भी नहीं हमारी हैसियत ! बड़ी मुस्किल आन पड़ी है ऐसी ही है जिंदगी चल रही है कि दर्द में पेन किलर खाना भारी पड़ा है। दर्द में भी कोमल अहसास होना चाहिए, नहीं दो दर्द का क्या मजा, बारिश की बूँदें तुम्हे नहीं भीगा रही, क्या तुम हो वही पलाश हमेशा की तरह सत्यम ..शिवम् ..सुन्दरं, कहता हूँ बस एक बार देख लो तुम्हारे ही पल हैं न ये पल ?, हाँ क्यों नहीं सपने तो अपने है आखिर।
किन्नरों ने मचाया धमाल, 8000 लेकर हुए गोलमाल।कहीं आपका कम्प्यूटर घर का भेदी तो नहीं? जो दे आया समाचार, आईए इधर मिलेगा माल, कम्पयुटर पर भी ध्यान रखना जरुरी है। इसमें भी एक विभीषण बैठा है, क्युकि स्याणे मिनख नै बांका पग बाई पद्मा रा दिख जावै है। कविराज कह रहे हैं कहीं गेरूआ, पीत कहीं महाराज कहीं धूप कहीं शीत, हा हा हा जम गयी तुकबंदी, वैसे भी तुक्कड़ कवि तो हम आज भी हैं, कहीं न कहीं जोड़ तोड़ भिड़ा ही लेते हैं लेते हैं इसलिए आज दादा कवि सम्मेलन का मंच तोड़ने गए हैं, अगर जमें नहीं तो हूट या शूट करके ही वापस आएगें, कविता उड़ान पर है। इधर पितृ स्मरण" दिवस मनाया जा रहा है और खांग्रेस की प्रसव पीड़ा शुरु हो गयी है, कौन से मेटरनिटि हस्पताल में भर्ती है ये भी नहीं बताया। घोर अन्याय है।
कहानी लम्बी है १०० रातों का वायदा, चला ३२१८ रातें आई और चले सिर्फ़ दो शब्द चित्र चलचित्र जैसे। यहाँ की चर्चा भी इतनी ही चल सकती है मु्झे कोई विराम नजर नहीं आता, मसला गंभीर है और हजारों सालों से चला आ रहा है, लगता है हमारे वीर इसका हल निकाल ही लेगें। हार हो या जीत दो घूँट तेरे सदके के पीने का मजा ही कुछ और है, धरती पे जन्नत अगर कहीं है तो सिर्फ़ यहीं है यहीं है यहीं है, एक प्रदर्शनी की सूचना यहाँ पर है, चर्चा संतरे के बीज.की है और हरी मिर्च' के साथ 'स्वप्न मेरे' बन गए यादगार पल है ना कमाल की बात, डी. एक्स . अंजलि पत्रिका के विमोचन के साथ..हिमालय आयुर्वैदिक दवाखाना यहाँ पर है....।
अब वार्ता को देता हूं विराम--सभी को राम राम, मिलते हैं ब्रेक के बाद अगली वार्ता में.................
14 टिप्पणियाँ:
छत्तीसगढ़ में स्तरीय ब्लॉगिंग की दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि की कामना और संकल्प सहित धन्यवाद.
श्याम कोरी 'उदय'-फ़ेसबुक से ... bahut sundar page banaayaa hai ... behatreen ... badhaai ... chhaa gaye ... jay ho !!
बहुत सारे अच्छे अच्छे लिंक्स समेट लिए .. काफी मेहनत की है आपने आज की वार्ता में !!
बढियां इस्टाईल हैं ...
गजब का प्रस्तुतीकरण .
उच्च ब्लाग कुल मे स्थान प्रदत्त करने हेतु आभार
बढ़िया लिंक्स
बढ़िया लिंक बेहतरीन प्रस्तुति.....
बहुत दिनों बाद रंग में दिखे महाराज ... जय हो !!
रोचक प्रस्तुति
अन्यथा खुश्की भरे लिंकिंग कार्य को आपने मनोरंजक बना दिया. बहुत ख़ूब.
आपकी वार्ता का अन्दाज़ मन को बाँधता है..लिंक देने के लिए आभार.
.................रोचक
अच्छे लिंक्स...अच्छी पठन सामग्री...
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