गुरुवार, 23 जून 2011

ब्रेकिंग न्यूज़-ब्‍लॉगिया कविता : नोबेल की राह पर--ब्लॉग4वार्ता -- ललित शर्मा


ललित शर्मा का नमस्कार, 22 जून को जबलपुर साहित्यरत्न डॉ. विजय तिवारी "किसलय" की वैवाहिक वर्षगाँठ  उन्हे इस अवसर पर ढेर सारी शुभकामनाएं, साथ ही समाचार  है कि नवभारत टाइम्स के सर्वे में भी राहुल गांधी अयोग्य करार राहुल गांधी *सेन्ट्रल डेस्क* लेंस ऑन न्यूज के बाद अब नवभारत टाइम्स के सर्वे में भी लोगों ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए आयोग्य करार दिया है। ब्‍लॉगिया कविता : नोबेल की राह पर ब्‍लॉ.ललित शर्मा के नये ब्‍लॉग एनएच 43 के शेयर इशू होते ही मेरे मन में दबी छिपी आकांक्षा फिर हिलोरे मारने लगी... बहुत दिनों से इच्‍छा थी कि एक नया ब्लॉग बनाया जाए, ना तीर न तलवार से मरती है सचाई - *ना तीर न तलवार से मरती है सचाई जितना दबाओ उतना उभरती है सचाई ऊँची उड़ान भर भी ले कुछ देर को फ़रेब आख़िर में उसके पंख कतरती है सचाई बनता है 

ब्लॉगोत्सव के द्वितीय संस्करण का भव्य शुभारंभ हो रहा है,सुबह ११ बजे से ब्लॉगोत्सव के द्वितीय संस्करण का भव्य शुभारंभ होने जा रहा है, ब्लॉगोत्सव में शामिल रचनाकारों में से विभिन्न वर्गों में उत्कृष्ट रचनाओं को चयनित करते हुए ५१ रचनाकारों को सारस्वत सम्मान से किया जाएगा। .ब्रेकिंग न्यूज़ सोचायन कल रात साढ़ नौ बजे अचानक हर न्यूज़ चैनल पर ब्रेकिंग न्यूज दिखाई जा रही थी, अमिताभ बच्चन दादा बनने वाले हैं.......अमिताभ ने ट्वीट किया.......एश्वर्या माँ बनने वाली हैं......bla....bla ये ब्रेकिंग न्यूज देख .



सफलता-विफलता के प्रारब्धसिनेमा के क्षेत्र में अपने-अपने दाँव लगाने का खेल बड़ा मुश्किल होता है। पिछले कुछ समय से इस खेल में भव्यता और खर्च की परवाह नहीं की जाती। लॉबिंग और अपना खेमा या टीम बनाकर भी बरसों-बरस आजमाइशें जारी रहती--चलते रहिये चलते रहिये स्वप्न रंजिता के साथ यात्रा पर --सुबह साढे चार बजे उठे । नहा धो कर तैयार होकर नीचे आये । एडम और एमी ने चाय नाश्ता तैयार किया था सो नाश्ता कर के हमें साढे सात निकलना था दस बजे की हमारी उडान थी ब्रिटिश एयरवेज की । विक्टोरिया फॉल्स उसी नाम...

न्यू अन्ना कन्सलटेन्सी सर्विसेसपिछले दिनों भारत में प्रकाशित डॉ प्रेम जन्मजेय की पत्रिका **’व्यंग्य यात्रा’ का जनवरी-जून, २०११** अंक प्रकाशित हुआ इस अंक में मेरा यह व्यंग्य भी प्रकाशित हुआ, सम्मानित महसूस कर रहा हूँ.*पोस्‍ट के माध्‍यम से ही लोगों को जबाब देने का सिलसिला शुरू परसों मेरी लेख पढने के बाद एक ब्‍लॉगर भाई का ईपत्र मिला ...... *कल फिर आपकी एक अच्छी पोस्ट पढने को मिली। उसी के साथ करीब साल भर पहले की एक कसक भी उभर आई, जब बहुत ही ज्यादा परेशानी में बड़ी आशा से आप का मार...

प्रवीण पाण्डेय जी लिख रहे हैं कार्य की बस चाह मेरी कार्य की बस चाह मेरी, राह मिल जाया करें, देख लेंगे, कष्ट दुष्कर, आयें तो आया करें। व्यक्त है, साक्षी समय है, मन कभी डरता नहीं, दहकता अस्तित्व-अंकुर, हृदय में मरता नहीं। कब कहा मैंने समय से, तनिक तुम अनुकूल...दिनेश राय द्विवेदी जी ने लिखा है - मेरा सिर शर्म से झुका हुआ हैआज मेरा सिर शर्म से झुका हुआ है। हो भी क्यों न? मेरे ही नगर के एक ऐसे मुहल्ले से जिस में आज से तीस वर्ष पूर्व मुझे भी दो वर्ष रहना पड़ा था, समाचारमिला है कि एक बेटे-बहू मुम्बई गए और पीछे अपनी 65 वर्षीय माँ--
आदिवासियों के मठ { मृतक स्तम्भ } परम्परा में आ रहा है बदला



बच्चियां अब बड़ी हो गयींघर में चिन्ता खड़ी हो गयीं. बच्चियां अब बड़ी हो गयीं. फूल हैरान हैं आजकल, तितलियां सरचढ़ी हो गयीं. इंद्र जैसी हुई कामना, इंद्रियां उर्वशी हो गयीं. बात-बातों में ढहने लगी, बस्तियां भुरभुरी हो गयीं. सुखनवर..तूफ़ान और बाड़!आजादी की खबर सुनकर हर व्यक्ति खुश था, जगह-जगह दिवाली और ईद मनाई जाने लगी। देशभक्ति के नारे लगाए जा रहे थे। वहीँ इन सब से दूर एक फ़कीर गहरे चिंतन में डूबे हुए थे। उनके पास से एक युवक गुज़रा, फ़कीर को गंभीर मु...

पूर्णाहुति तो क्या हुआ यदि पांचवीं में तीन साल फेल होने के बाद, फिर कभी फिरकर उसने विद्यालय का मुंह नहीं देखा था. व्यक्ति और परिस्थतियों को नियंत्रित करने की उसकी जो क्षमता थी,वह कोई शिक्षण संस्थान किसी को नहीं सिखात..छुटभैये नेताओं के तलवे चाटते ....हमारे ये सबसे intelligent लोगकुछ साल पहले की बात है ......मेरे गाँव का एक लड़का जो रिश्ते में शायद भतीजा लगता है मेरे बगल में बैठा था .... .. .. .वो कुछ सालों से समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता...

वार्ता को देते हैं विराम मिलते हैं ब्रेक के बाद, राम राम
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15 टिप्पणियाँ:

भौत चोखी लगी सा "आपरी वार्ता" |

सुपर पोस्ट ,बधाई .

बहुत अच्‍छी वार्ता ..
सभी लिंकों को देख रही हूं ..
आभार !!

जानकारी देने के लिए धन्यवाद.

बहुत अच्‍छी वार्ता ... आभार !!

बहुत अच्छी वार्ता |
आशा

सुन्दर और सार्थक वार्ता।

बहुत उम्दा चर्चा...अच्छे लिंक्स मिल गये.

काफी न पढ़े हुए लिंक्स दिख रहे हैं.जाते हैं बारी बारी.

`न तीर न तलवार से मरती है सचाई ' नामक कविता वरिष्ठ बुजुर्ग सांसद कवि श्री उदय प्रताप जी की है जिसे मैंने रामलीला मैदान के काण्ड वाले दिन यहाँ - http://hindibharat.blogspot.com/2011/06/blog-post_05.html प्रकाशित किया था |

आपने जिस ब्लॉग का लिंक दिया है, वहाँ इसे चोरी से व कवि का नाम हटा कर छाप दिया गया है.

अतः विदित हो कि उक्त `सच बोले तो'. ब्लॉग झूठ पर केन्द्रित है और रचनाएँ चोरी कर के अपने नाम से छाप रहा है.

किसी भी रचना को रेखांकित करने से पूर्व चर्चाकार को सत्यता के परीक्षा कर लेनी चाहिए .

सुन्दर और सार्थक वार्ता।

आदरणीय कविता जी,

ब्लॉग जगत में इस तरह रचनाएँ चोरी होना आम हो गया है. सभी रचनाओं का तो ध्यान नहीं रखा जा सकता कि वह किसकी है और किसने चोरी की है. मैंने उसका लिंक हटा कर आपके ब्लॉग का लगा दिया है. सूचना के लिए धन्यवाद।

बढ़िया लिंक्स से सुसज्जित उम्दा चर्चा

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